Mutual Funds: म्यूचुअल फंड हमेशा निवेशकों के लिए पसंदीदा विकल्प रहे हैं. कई निवेशक अपने फाइनेंशियल गोल्स को हासिल करने के लिए म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश करते हैं. अक्सर पहली बार निवेश करने वाले निवेशक यह नहीं समझ पाते कि उन्हें कहां निवेश करना चाहिए और गलती कर बैठते हैं. ऐसे फर्स्ट टाइम इन्वेस्टर्स के लिए म्यूचुअल फंड एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. इसके तहत, सही स्कीम चुनना जरूरी है ताकि आपको अधिकतम रिटर्न मिल सके. म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय सही निर्णय लेने में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. आपकी मदद करने के लिए यहां हमने कुछ अहम सुझाव दिए हैं.

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में निवेश से होगी जबरदस्त कमाई, बस इन 5 टिप्स का रखें ध्यान

Selecting the right Mutual Fund (Hindi)

अगर आप मार्केट मे नए हैं या आपके पास अच्छे स्टॉक चुनने के लिए समय और सही ज्ञान नहीं है तो म्यूचुअल फ़ंड मे निवेश करना एक अच्छी शुरुआत है। लेकिन बात ये है की अपने एक्सपेन्स और रिस्क प्रोफ़ाइल के अनुसार सही म्यूचुअल फ़ंड का चयन कैसे करें। ये कोर्स सही म्यूचुअल फ़ंड चुनने को लेकर आपके सारी उलझनों को दूर करने मे आपकी मदद करेगा की आप अच्छा म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुन सकते हैं जो आपके लक्ष्य और आकांक्षाओं के अनुरूप हो।

  • कैसे सही स्कीम चुने जो आपके इंवेस्टमनेट लक्ष्य के अनुसार हो
  • कैसे अपना रिटर्न बढ़ाये बिना किसी एडवाइजर के
  • कैसे टैक्स एफ़्फीशीएंट फंड में निवेश करके टैक्स बचाए
  • कैसे SIP के लिए टॉप म्यूचुअल फंड खोजे
  • कैसे एक उचित निवेश पोर्टफोलियो बनाए जो आपके रिस्क को कम करेगा

About Course

शेयर मार्केट मे निवेश की शुरुआत करने के लिए म्यूचुअल फ़ंड मे निवेश करना एक बेहतरीन ऑप्शन है या फिर आपके पास अच्छे स्टॉक्स चुनने का ज्ञान एवं समय की कमी है तो भी म्यूचुअल फ़ंड सही है। लेकिन अगला सवाल उठता है की एक अच्छा म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुने? म्यूचुअल फ़ंड चुनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। कैसे पहचानें की कौन सा म्यूचुअल फ़ंड रिस्की है और कौन सा निवेश करने लायक है? यह कोर्स आपको इन सबके बारे मे एक स्पष्टता रखने मे मदद कर सकता है। सबसे पहले यह महत्वपूर्ण है कि आप क्या चाहते हैं, आपको इसके बारे मे एक क्लियर आइडिया होना चाहिए। तो अपने आप से सवाल मैं म्यूच्यूअल फंड योजना का चयन कैसे करूं करे – आपका लक्ष्य क्या है ? आप कितने समय के लिए निवेश करने कि योजना बना रहे हैं? आप कितना रिस्क उठाने के लिए तैयार हैं ?

यह कोर्स यह बताता है कि म्यूचुअल फ़ंड का मूल्यांकन कैसे करे ताकि यह आपके लक्ष्यों और अपेक्षाओं के अनुरूप हो। इसमे एक फ़ंड मैनेजर को परखने, अपने म्यूचुअल फ़ंड पोर्टफोलियो को डिज़ाइन करने और ऐसे क्वॉंटिटेटिव फ़ैक्टर्स जिससे म्यूचुअल फ़ंड का मूल्यांकन करते हैं इन सभी बातों पर चर्चा कि गई है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप अपने लक्ष्यों और जोखिम उठाने कि क्षमता के अनुरूप म्यूचुअल फ़ंड का चयन कर सकते हैं|

रिस्क लेने की क्षमता का आकलन जरूरी

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश रिटर्न की उम्मीद का आकलन करना चाहिए. उसके बाद आप सही म्यूचुअल फंड स्कीम का चयन करें जिसके ज़रिए आपको आपको बेहतर रिटर्न मिल सके. उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आप अगले दस सालों में एक निश्चित अमाउंट बनाना चाहते हैं और आपकी जोखिम उठाने की क्षमता अधिक है. आप एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम चुन सकते हैं जो आपको आपकी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार हाई रिटर्न दे सके और 10 सालों के बाद आपके वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने में मदद कर सके. आपको अपनी जोखिम उठाने मैं म्यूच्यूअल फंड योजना का चयन कैसे करूं की क्षमता के आधार पर यह समझना होगा कि किसी फाइनेंशियल गोल को हासिल करने के लिए म्यूचुअल फंड स्कीम में कितना निवेश करने की जरूरत है.

निवेश का डायवर्सिफिकेशन जरूरी

एक या दो म्यूचुअल फंड स्कीम्स में पूरे मैं म्यूच्यूअल फंड योजना का चयन कैसे करूं फंड का निवेश करने से आपको अधिक जोखिम उठाना पड़ सकता है. आपको अपने निवेश पोर्टफोलियो को अलग-अलग म्यूचुअल फंड स्कीम्स और अलग-अलग म्यूचुअल फंड कंपनियों में डायवर्सिफाई करना चाहिए. एक निवेशक के तौर पर आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि अपने पोर्टफोलियो में एसेट एलोकेशन कैसे किया जाए. निवेशक को अपनी पर्सनल इन्वेस्टमेंट गोल्स और जोखिम लेने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए एसेट एलोकेट करना चाहिए. एसेट एलोकेशन निवेश की रणनीति बनाने में मदद करता है. एसेट एलोकेशन का एक फायदा यह है कि अगर किसी एक एसेट क्लास में उतार-चढ़ाव होता है तो जरूरी नहीं है कि दूसरे में भी हो.

यहां कई म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं. इनके द्वारा कई तरह की स्कीम पेश की जाती हैं. आपको इनमें से अपनी जरूरत के अनुसार सही स्कीम का चुनाव करना होगा. अब सवाल यह है कि निवेश के लिए सबसे अच्छी स्कीम का चुनाव कैसे करें? किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश से पहले आपको उनके पिछले प्रदर्शन, मैनेजमेंट एफिशिएंसी और एक्सपेंस रेश्यो की जांच करनी चाहिए. इसके साथ ही, अलग-अलग स्कीम की तुलना ऑनलाइन माध्यम से करनी चाहिए. रेगुलर प्लान्स की तुलना में डायरेक्ट प्लान्स को प्राथमिकता दें क्योंकि इनका एक्सपेंस रेश्यो कम होता है.

एकमुश्त निवेश या SIP इन्वेस्टमेंट

यदि आप एकमुश्त राशि निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आप अधिक जोखिम नहीं लेना चाहेंगे. इसलिए, डेट फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है. अगर आप बेहतर रिटर्न के लिए मध्यम जोखिम लेने को तैयार हैं, तो आप बैलेंस्ड फंड में निवेश कर सकते हैं. ज्यादा रिटर्न के लिए आपको ज्यादा जोखिम उठाने होंगे. इसलिए, आप लार्ज-कैप इक्विटी फंड में निवेश के लिए जा सकते हैं. अलग-अलग स्कीम और म्यूचुअल फंड कंपनियों में अपने फंड को डायवर्सिफाई करें. अगर आप जोखिम को और कम करना चाहते हैं, तो आप एकमुश्त फंड को लिक्विड फंड में रख सकते हैं और एसटीपी विकल्प का उपयोग करके एक उपयुक्त म्यूचुअल फंड योजना में निवेश कर सकते हैं.

अगर आप लंबी अवधि में किस्तों में निवेश करते हुए फंड तैयार करना चाहते हैं, तो आप इक्विटी फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं. एसआईपी आपको आकर्षक रिटर्न पाने में मदद कर सकता है, खासकर जब आप उतार-चढ़ाव भरे बाजार के बीच लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं.

पोर्टफोलियो की समीक्षा और री-बैलेंस जरूरी

म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश के दौरान समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करना जरूरी है. हमेशा यह चेक करते रहें कि आपका निवेश कैसा प्रदर्शन कर रहा है. हो सकता है कि कभी-कभी यह आपके उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन न करे. वहीं, कभी-कभी यह आपकी उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. अगर यह आपकी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन न करे तो खराब प्रदर्शन वाले निवेश को बेहतर फंड में बदलना पड़ सकता है.

दूसरी ओर, अगर आपके पोर्टफोलियो ने आपकी उम्मीद से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है, तो आप हाई रिस्क वाली स्कीम से कम रिस्क वाली म्यूचुअल फंड स्कीम में स्विच कर सकते हैं और अर्जित रिटर्न को सुरक्षित करते हुए अपने पोर्टफोलियो को रि-बैलेंस कर सकते हैं. म्युचुअल फंड में कम उम्र से ही निवेश करना शुरू कर दें. लंबी अवधि के लिए निवेशित रहकर आपको निवेश पर लाभ को अधिकतम करने में मदद मिलेगी.

नॉलेज: 4 तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड, 500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत

म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं - Dainik Bhaskar

अच्‍छे रिटर्न के लिए म्‍युचुअल फंड में निवेश करना सही विकल्प हो सकता है। लेकिन अभी भी काफी लोगों को यह नहीं पता है कि म्‍युचुअल फंड स्कीम क्या हैं? और इनमें निवेश कैसे किया जाता है? म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं। इसके बदले म्‍युचुअल फंड निवेशकों से चार्ज भी लेती हैं। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है। हम आपको म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं।

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