बड़े काम की चीज है UPI का 'सिंगल ब्लॉक मल्टीपल डेबिट फीचर', समझिए कैसे?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी में UPI के लिए सिंगल ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट पेमेंट फीचर (Single Block and Multiple Debit Feature) लाने का ऐलान किया. हालांकि इस फीचर का अभी सिर्फ ऐलान हुआ है, इसकी बारीकियां आना अभी बाकी है. लेकिन सवाल यही है कि UPI के इस फीचर से क्या और किसको फायदा होगा, हमारी और आपकी जिंदगी में इस फीचर के आने से क्या फर्क पड़ेगा.
क्या है UPI का 'सिंगल ब्लॉक मल्टीपल डेबिट फीचर
एक लाइन में मोटा मोटा ये समझ लीजिए कि जो ग्राहक UPI का इस्तेमाल करते हैं, वो अपने बैंक अकाउंट में इस नए 'सिंगल ब्लॉक मल्टीपल डेबिट फीचर' के जरिए किसी विशेष भुगतान के लिए एक तय रकम को ब्लॉक कर सकेंगे. हालांकि आप अब भी ये कर सकते हैं, लेकिन वो सिर्फ किसी एक डेबिट के लिए होता है. मगर अब आप एक साथ मल्टीपल डेबिट या कई भुगतानों के लिए अपने बैंक अकाउंट में पैसा कैसे होता है शेयर बाजार में काम ब्लॉक कर पाएंगे. RBI गवर्नर ने UPI के इस फीचर के बारे में बताया कि इस फीचर की मदद से सिक्योरिटीज में निवेश बेहद आसान हो जाएगा.
जैसे - मान लीजिए सैलरी आते ही आपके कई खर्चे होते हैं, जैसे - घर की EMI, क्रेडिट कार्ड का बिल, OTT पेमेंट, म्यूचुअल फंड की SIP और ई-कॉमर्स की पेमेंट. ये सारे पेमेंट ऑटो डेबिट या ऑटो पे पर हैं तो अकाउंट से पैसे अपने आप कट जाएंगे, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आपके बैंक खाते में पैसे होने चाहिए. अगर किसी पेमेंट की ड्यू डेट है और आपके खाते में पैसे नहीं हैं तो ट्रांजैक्शन डिफॉल्ट हो जाएगा.
क्या होगा फायदा
इस खतरे से बचने के लिए UPI में सिंगल ब्लॉक और मल्टीपल डेबिट पेमेंट का फीचर लाया जा रहा है.
ऊपर बताए गए सभी ट्रांजैक्शन के लिए पैसा अकाउंट में पहले से अलग अलग ब्लॉक कर सकेंगे.
जब-जब इनकी तारीख आएगी पैसे अकाउंट से तब-तब कट जाएंगे.
इसका फायदा ये होगा कि पैसा ब्लॉक होने के बाद आपको पेमेंट डिफॉल्ट की टेंशन नहीं रहेगी
आप जान सकेंगे कि एडवांस में पेमेंट ब्लॉक करने के बाद बाकी घरेलू और निजी खर्चों के लिए कितने पैसे बचे हैं
आप निश्चिंत होकर बाकी बचे हुए उन पैसों को खर्च कर सकेंगे.
ऐसे समझ लीजिए कि अगर पैसों को खर्च करने के मामले में आपका हाथ बहुत खुला है, तो ये नया फीचर आपके लिए बेहद काम का साबित हो सकता है. UPI में इस फीचर के आने के बाद सिर्फ आप जैसे ग्राहक ही नहीं मर्चेंट यानी कारोबारी भी निश्चिंत हो जाएंगे, क्योंकि उन्हें पता होगा कि उनकी पेमेंट उन्हें तय तारीख पर मिल ही जाएगी.
NPCI लाएगा UPI के फीचर्स
UPI के इस नए फीचर्स को लाने की जिम्मेदारी नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की है. NPCI जब इसे लेकर आएगा तब इस फीचर को लेकर ज्यादा जानकारी मिल सकेगी, इस फीचर को लेकर अब भी कई सवाल हैं, जिनका जवाब भी तभी मिलेगा, जैसे- इसके फायदों की फेहरिस्त में कौन कौन हैं, कौन कौन से पेमेंट इसमें शामिल किए जा सकेंगे वगैरह-वगैरह.
सेकेंडरी मार्केट में ASBA का रास्ता साफ
दूसरी तरफ रिजर्व बैंक ने एक और बड़ा ऐलान किया. रिजर्व बैंक ने UPI सिस्टम को ASBA (Application Supported by a Blocked Amount) को सेकेंडरी मार्केट में निवेश के लिए रास्ता साफ कर दिया है. अभी UPI के जरिए प्राइमरी मार्केट यानी IPO के लिए पैसा ब्लॉक किया जा सकता है, लेकिन अब ये सेकेंडरी मार्केट के लिए भी किया जा सकेगा.
Indore News: शेयर बाजार में निवेश करना व्यापार करने जैसा ही कैसे होता है शेयर बाजार में काम है इसलिए सही ज्ञान होना जरूरी
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि) Indore News। इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया (आइसीएआइ) इंदौर ब्रांच ने शनिवार को पोस्ट कोविड मार्केट आउटलुक विषय पर फिजिकल एवं वर्चुअल सेमिनार आयोजित किया। इसमें 100 से ज्यादा चार्टर्ड अकाउंटेंट शामिल हुए। मुख्य अतिथि गाजियाबाद के सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए अनुज गोयल और रीजनल काउंसिल चेयरमैन सीए नीलेश गुप्ता थे। इंदौर ब्रांच के चेयरमैन सीए कीर्ति जोशी ने कहा कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग एक तरह से व्यापार है और सही ज्ञान एवं सटीक प्लान के बिना कोई भी व्यक्ति व्यापार में सफल नहीं हो सकता। केवल कुछ किताबें या वाट्सएप की जानकारी पढ़कर ट्रेडिंग में आ जाने से काम नहीं चल सकता। केवल ब्रोकरेज अकाउंट खोलकर और चार्टिंग प्रोग्राम खरीदकर शेयर बाजार में पैसा लगा देने से सफलता नहीं मिल सकती, उल्टे इससे नुकसान का डर ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि स्टडी के अनुसार मार्केट में शेयर ट्रेडिंग के व्यापार में केवल एक फीसदी लोगों को ही सफलता मिली है।
नागपुर से आए सीए अमित चांडक ने कहा कि कोई भी व्यक्ति मार्केट में निवेश करते समय सबसे पहले यह पूछता है कि मार्केट में क्या चल रहा है। यानी की मार्केट सेंटीमेंट्स पर चलता है। इसी कारण आठ माह में लाकडाउन के बाद किसी भी कंपनी के फंडामेंटल में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आया है। हालांकि मार्केट में तेजी दिखाई दे रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि आत्मनिर्भर भारत के कारण भी सेंटीमेंट्स में बदलाव आया है। यदि हम 1991 से 1997 तक के शेयर मार्केट को देखें तो ऐसी इंडस्ट्रीज के शेयर्स में तेजी थी जिसमे अत्यधिक पूंजी निवेश की आवश्यक्ता होती है। 1998 से आइटी एवं टेलीकम्युनिकेशन इंडस्ट्री के शेयर्स में तेजी का समय था कैसे होता है शेयर बाजार में काम एवं अब फिर से ऐसी कंपनियों की ओर फोकस दिख रहा है जो मेन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री हैं।
सीए अंकुर सोडानी ने कहा कि शेयर बाजार में अगर ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसमें एंट्री का रास्ता आसान है लेकिन आपको सही स्ट्रेटेजी पर काम करना जरूरी होगा। इसके लिए यह तय करना होगा कि आप कितना रिस्क लेने की क्षमता रखते हैं और आपके निवेश का लक्ष्य क्या है। आपका कैपिटल अलोकेशन क्या है। आप शार्ट टर्म या लांग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं यह सब तय होना चाहिए। एल्गो ट्रेडिंग पर दिल्ली के सीए सुजाय जैन ने कहा कि एल्गो ट्रेडिंग हिस्टोरिकल डाटा कैसे होता है शेयर बाजार में काम पर कार्य करता है और उस आधार पर रिजल्ट देता है जो हर बार सही नहीं हो सकता। अमेरिका में वर्ष 2010 का फ्लैश क्रैश इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, क्योंकि वर्ष 2010 में एक साफ्टवेयर की गड़बड़ से पूरा मार्केट गिर गया था।
अल्गोरिदम ट्रेडिंग में मानव का कम इन्वाल्वमेंट होने की वजह से रिस्क और बढ़ जाती है एवं इसमें छोटे निवेशकों को नुकसान हो सकता है। सीएस अर्पित भार्गव ने कहा की जब भी आप निवेश का प्लान कर रहे हों तो आपकी सोच बहुत क्लियर होना चाहिए एवं अफवाह एवं नकारात्मक खबरों को लेकर एक दम से कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए। निवेश में बेहतर रिटर्न आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है लेकिन आत्मविश्वास और अति आत्मविश्वास के बीच एक अंतर है जिसे समझना बहुत आवश्यक है। भावनाओं में आकर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन सीए समकित भंडारी ने किया। कार्यक्रम में सीए पंकज शाह, सीए अभय शर्मा, सीए मनोज गुप्ता सहित कई सदस्य मौजूद थे।
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में 10 रुपए से 1000 रुपए कैसे बनता है, इसे जानने के लिए आपको इस तरह का धैर्य रखना होगा
(अजीत सिंह) देश और दुनिया के दिग्गज शेयर बाजार निवेशक अगर आज निवेश के बादशाह हैं और भारी भरकम लाभ कमाते हैं तो इसके पीछे का सबसे प्रमुख कारण धैर्य है। धैर्य लंबी अवधि तक शेयरों को रखने का है। वारेन बफेट से लेकर राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में यही बातें खास मायने रखती हैं। आप भी अगर 10 रुपए का 1000 रुपए बनाना चाहते हैं तो आपको इन्हीं तरीकों को अपनाना होगा।
अनुशासन का पालन बहुत जरूरी है
बाजार के विश्लेषक कहते हैं कि शेयर बाजार में पैसे बनाने के लिए कुछ अनुशासन का पालन करना होता है। इसमें सबसे प्रमुख लंबी अवधि का नजरिया रखना होगा। चुनिंदा और अच्छी बैलेंसशीट के साथ अच्छे प्रबंधन वाली कंपनियों को देखना होगा। रातों रात निवेश को दोगुना करने वाली चाहत को त्यागना होगा। और फिर आपको टॉप 100-200 कंपनियों का पोर्टफोलियो बनाकर नियमित निवेश करना होगा।
अंतिम बात हर गिरावट में आपको अपना निवेश बढ़ाते रहना चाहिए। इससे यह फायदा होता है कि किसी शेयर को आपने पहले 100 रुपए पर खरीदा है। फिर उसे 50 रुपए पर खरीदा तो आपका प्रति शेयर कीमत 75 रुपए हो जाएगी। यह पहले 100 रुपए थी।
रिटेल और छोटे निवेशक गलतियां करते हैं
विश्लेषकों की माने तो रिटेल या छोटे निवेशक इन सब बातों से मतलब नहीं रखते हैं। वे चाहते हैं कि रातों रात जादुई करामात हो जाए और पैसे बढ़ जाएं। दूसरी बात वे हर दिन शेयरों का भाव देखते हैं। लेकिन विश्व के दिग्गज निवेशक वारेन बफेट और भारत के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला इस तरह की स्थितियों से अलग रहते हैं।
रोजाना कीमत देखने और उस पर फैसला लेने की गलती
उदाहरण के तौर पर आप कोई घर या जमीन खरीदते हैं तो आप उसकी कीमत रोजाना नहीं पता करते हैं। आप 10-5 सालों में पता करते हैं। आप सोना खरीदते हैं तो आप उसे रख देते हैं। रोज कीमत पता नहीं करते हैं। आप बीमा खरीदते हैं तो लंबी अवधि के लिए होता है। आप लोन लेते हैं तो उसे चुकाते भी लंबी अवधि में ही हैं। पर बात जब शेयरों के निवेश की आती है तो निवेशक आज निवेश करता है और अगले दिन से उसके रिटर्न और कीमत को देखने लगता है।
एशियन पेंट्स का 13 रुपए आज 1,714 रुपए हो गया
निवेशक यहीं गलती करते हैं। उदाहरण देखिए जिन लोगों ने 1995 के जून में पैसे लगाए होंगे आज उनका निवेश 200 गुना या 300 गुना बढ़ गया है। उस समय का आपका 4 रुपए का निवेश आज 1,000 रुपए हो गया है। एनएसई के आंकड़े बताते हैं कि एशियन पेंट्स में उस समय के निवेश ने आज 128.96 गुना रिटर्न दिया है। यह शेयर 13.29 रुपए से बढ़कर 1,714 रुपए पर हो गया है।
सिप्ला के शेयर ने 64 गुना का लाभ दिया है
बीपीसीएल के शेयर ने इसी अवधि में 16.82 गुना का लाभ दिया है। यह 24.25 से बढ़कर 408 रुपए हो गया है। सिप्ला के शेयर ने 64 गुना का लाभ निवेशकों को दिया है। यह शेयर 11.06 रुपए से बढ़कर 714 रुपए हो गया है। डॉ. रेड्डी के शेयर ने 71 गुना का रिटर्न दिया है। यह 65.25 से बढ़कर 4,635 रुपए पर कारोबार कर रहा है। एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर ने इसी अवधि में 76.36 गुना का रिटर्न दिया है। यानी 23.32 रुपए का शेयर अब 1,781 रुपए पर पहुंच गया है।
आईटीसी ने 36 गुना का लाभ दिया है
आईटीसी के शेयर ने 35.94 गुना का रिटर्न निवेशकों को दिया है। इसका भाव 5.27 से बढ़कर 193 रुपए हो गया है। एलएंडटी का शेयर इसी अवधि में 29 रुपए से बढ़कर 924 रुपए हो गया है। इसने 31 गुना का लाभ दिया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर ने 25 गुना का लाभ दिया है। इसका शेयर 24.37 से बढ़कर 602 रुपए हो गया है। नेस्ले के शेयर ने 80 गुना से ज्यादा लाभ दिया है। यह 205 से बढ़कर 16,580 रुपए पर पहुंच गया है।
श्री सीमेंट ने 392 गुना का लाभ दिया
इस समय रोज रिकॉर्ड बना रही रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ने 81 गुना का लाभ दिया है। यह 26.54 से बढ़कर 2,150 रुपए हो गया है। श्री सीमेंट के शेयर ने 392 गुना का लाभ दिया है। यह 55 रुपए से 21,593 रुपए हो गया है। इन शेयरों का भाव बोनस और स्पिलिट के बाद निकाला गया है। जैसे कुछ कैसे होता है शेयर बाजार में काम शेयरों को बीच-बीच में दो हिस्से में बांट कर उसकी कीमत कम कर दी जाती है। जैसे इंफोसिस और अन्य शेयरों में ऐसा किया गया है।
कई शेयरों में निवेश करें
आप इन शेयरों को देखेंगे तो पाएंगे कि इसमें सभी सेक्टर के शेयर हैं। बैंकिंग, इंफ्रा, फार्मा, एफएमसीजी सहित सभी सेक्टर हैं। इसलिए आप का निवेश हर सेक्टर के चुनिंदा शेयरों में होना चाहिए। यह ठीक उसी तरह है जैसे कि एक दर्जन अंडे को एक टोकरी में रखने की बजाय अलग -अलग रखें। यानी अगर किसी वजह से नुकसान हो तो एक ही अंडा फूटे। इसीलिए निवेश अगर 10 शेयरों में है तो आपको एक शेयर में नुकसान होगा तो 9 में फायदा होगा। इसे डाइवर्सिफाई कहते हैं।
शेयर बाजार में शुगर का बूम, 20% तक बढे शेयर के दाम, जानें क्या रही वजह
राज एक्सप्रेस। शेयर बाजार में आए दिन उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। कभी कंपनियों को मुनाफा होता है तो कभी घाटा। कभी-कभी किसी विशेष कारण के चलते भी कंपनियों के शेयर घटते बढ़ते हैं, लेकिन आज जो खबर सामने आई है, वह शुगर (चीनी) की कीमतों या कहें चीनी निर्माता कंपनियों के शेयर में उतार-चढ़ाव को लेकर है।
शुगर कंपनियों के शेयर में दर्ज हुई बढ़त :
दरअसल, आज यानी मंगलवार को स्टॉक मार्केट में शुगर की कंपनियों के शेयर 20% तक बढ़ गए थे। बताया जा रहा है कि, इन कीमतों के बढ़ने के पीछे एक बड़ी खबर का असर देखने को मिला है। इस खबर के तहत, शुगर के आउटपुट में 7% की गिरावट देखने को मिली है। एक खास बात यह भी है कि मौजूदा समय में गन्ने की पैदावार कम हुई है जिसके चलते भी शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। वहीं, इस तरह की खबरें आने के बाद यह भी कहा जा रहा है कि अब चीनी के एक्सपोर्ट में भी गिरावट देखने को मिल सकती है।क्यों
गन्ने की उपज में गिरावट :
खबर तो यह भी है कि, 1 अक्टूबर को शुरू हुए शुगर मार्केटिंग ईयर में भारत की शुगर कंपनियों के शेयर में 7% की गिरावट देखी गई है। इस मामले में सामने आई रिपोर्ट की मानें तो, चीनी उत्पादन में गिरावट दर्ज होने की संभावना देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में कम गन्ने की उपज के चलते जताई जा रही है। महाराष्ट्र में इस साल किसानों को उपज में औसतन 15% और कुछ क्षेत्रों में 35% तक की गिरावट देखने को मिली है। यहां, बहुत ज्यादा गर्मी और इस साल हुई भारी बारिश के कारण गन्ने की फसल बड़ी मात्र में खराब हो गई थी। जानकारों का कहना है कि, 'देश में गन्ने के उत्पादन में तेज गिरावट से देश के चीनी निर्यात पर असर पड़ेगा और चीनी की वैश्विक कीमतों में तेजी आएगी। बता दें कि भारत चीनी का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।'
इन कंपनियों के शेयर में दर्ज हुई बढ़त :
खबर तो यह भी सामने आई है कि, उत्पादन में गिरावट की स्थिति में, सरकार 27.5 मिलियन टन की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए और देश में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने के लिए एक्सपोर्ट में कमी करने को लेकर योजना बना रही है। इस खबर के सामने आने के बाद आज कई शुगर कंपनियों में के शेयरों में बढ़त दर्ज हुई है। जिन कंपनियों में बढ़त दर्ज हुई है, उनमें Ponni Sugars, Avadh Sugar, Simbhaoli Sugars, Shree Renuka Sugars और Balrampur Chini Mills के नाम शामिल हैं। इन कंपनियों में इंट्राडे में 1-12% तक की बढ़त दर्ज हुई है।
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Share Market क्या है ? यह कैसे काम करता है ?
इस कारण यदि आप भी इन सभी सवालों का जबाव जानना चाहते है तो आज की पोस्ट को पूरा ध्यान से पढ़े.क्योकि हमने बहुत साधारण कैसे होता है शेयर बाजार में काम भाषा में इस टॉपिक को समझाने की कोशिश की है.
What is Share Market ( Stock Market ) And How it Works ( शेयर मार्केट क्या है ) ?
अब हम शेयर मार्केट के बारे में जानने से पहले SHARE कैसे होता है शेयर बाजार में काम के बारे में जानते है की कंपनी के शेयर क्या होते है ?
मान लीजिये की आपकी एक Company है जिसके Owner ( स्वामी ) आप है इसका मतलब है की आपके पास कंपनी के 100 % शेयर है.अब यदि आप अपनी कंपनी के 50 % शेयर किसी अन्य आदमी को दे देते है तो इसका मतलब है की वह दूसरा आदमी भी अब कंपनी का 50 % हिस्सेदार बन गया है.इस प्रकार कंपनी के शेयर होते है.
अब बहुत सी Company अपना IPO ( आईपीओ ) लॉन्च करती है,इसका मतलब होता है की Initial Public Offering . यानि की कंपनी इसके तहत अपने एक शेयर का Price पब्लिक ( जनता ) को बताती है.अब आप और हम जैसे बहुत से लोग होते है जो कंपनी के शेयर खरीद लेते है.
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यानि की कंपनी के शेयर खरीदने पर हम कंपनी के हिस्सेदार बन जाते है.इसका मतलब है की यदि Future ( भविष्य ) में Company को प्रॉफिट या लोस होगा तो हम उतने ही भागीदार होंगे.
इस प्रकार Registered Company के Share जिस बाजार में Sell ( बेचे ) और Buy ( ख़रीदे ) जाते है इसे Stock Exchange Market कहा जाता है.इसे ही हम Share Market कहते है.
भारत में 2 Stock Exchange Market है एक National Exchange Market ( NSE ) व दूसरा Bombay Exchange Market ( BSE ) है.
NSE में लगभग 1500 से अधिक कम्पनीज रजिस्टर है यानि की आप इन कंपनी के शेयर खरीद और बेच सकते है.BSE में लगभग 5000 से अधिक कंपनी रजिस्टर होती है.
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इसका सीधा सा मतलब यह है की यदि आपको किसी Company के शेयर खरीदना है तो आपको किसी एक Stock Exchange Market का इस्तेमाल करना होगा.इन Stock Exchange Market में बहुत सी कम्पनीज रजिस्टर होती है जिनके शेयर ख़रीदे व बेचे जाते है.
हम सीधा Share Market जाकर किसी Company के Shares Buy और Sell नहीं कर सकते है.इसके लिए हमे एक Share Market Broker की जरुरत होती है.एक एक ऐसी संस्था या आदमी होता है जो Stock Exchange Market में शेयर खरीदता है और बेचता है.इस कारण हमे शेयर बाज़ार में शेयर खरीदने व बेचने के लिए इनके पास जाकर एक Demat Account खुलवाना होता है.इसके अलावा Trading Account की ज़रूरत भी होती है.इनकी जानकारी हम आपको अगली ब्लॉग पोस्ट में देने की कोशिश करेंगे.
आजकल यह सारा Stock Exchange Market का काम ऑनलाइन होता है.आप घर पर ही Share Market में Invest कर सकते है.Demat Account को खुलवाने के लिए आपको Broker या Bank की जरुरत होगी.इसके लिए आपके पास एक Saving Account,Pan Card,Address Proof Documents होने ज़रूरी होते है.
- SEBI बोर्ड क्या है,शेयर बाज़ार कैसे होता है शेयर बाजार में काम से सम्बंधित जानकारी
- Share Market में IPO क्या होता है पूरी जानकारी पढ़े ?
How Share Market Works ( शेयर बाज़ार कैसे काम करता है ),Share बाज़ार से पैसे कैसे कमाते है ? Share Market Me Invest कैसे होता है शेयर बाजार में काम Kaise Karte Hai ? शेयर कैसे ख़रीदे व बेचे जाते है ?
आपने यह तो जानकारी प्राप्त कर ली की शेयर बाज़ार क्या होता है,लेकिन अब हम आपको बता रहे है की शेयर बाज़ार कैसे काम करता है.
देखिये Stock Exchange Market में जो भी Companies Register होती है उन सबका रिकॉर्ड देखा जाता है की जैसे की - कंपनी कितनी पुरानी है,Company का Profit कितना है,Company पर कर्जा कितना है,Company Sales कितनी है.इस आधार पर Daily Stock Market में अलग-अलग कंपनी के Shares की कीमत कम या ज्यादा होती रहती है.
यदि बहुत ज्यादा कंपनी के Shares की कीमत कम हो रही हो तो इसे बाज़ार में मंदी कहा जाता है और यदि शेयर्स की कीमत अधिक हो तो इसे Market Growth कहा जाता है.
मान लीजिये की आपने Share Market में 10000 रूपये Invest करने कैसे होता है शेयर बाजार में काम है.इसके लिए आपने किसी कंपनी के 1000 रूपये प्रति Share की कीमत के हिसाब से 10 Share खरीद लिए है.
अब आपने कंपनी के शेयर ख़रीदे 1000 रूपये प्रति शेयर के हिसाब से,अब होता यह है की यदि कंपनी की ग्रोथ अच्छी होती है तो Stock Exchange Market में कंपनी के Shares की कीमत बढ़ जाती है.
जैसे की मान लेते है की आपने जिस कम्पनी के कैसे होता है शेयर बाजार में काम शेयर 1000 रूपये प्रति शेयर में ख़रीदे थे,उस कंपनी के शेयर 2 महीने बाद 3000 रूपये प्रति Share हो जाते है.तो इस समय आप अपने Share किसी दुसरे आदमी को 3000 रूपये प्रति शेयर के हिसाब से बेच सकते है.इसका सीधा मतलब यह हुआ की आपको मुनाफा होता है.
लेकिन इसका उल्टा भी होता है कई बार Company के Shares की कीमत आधी रह जाती है जिससे Investor को नुकसान होता है.
इस कारण Share Market में Profit और Lose दोनों होते है.इस कारण आप जिस कंपनी के Share खरीदने वाले है उसकी पूरी जानकारी पहले से प्राप्त करे.जिससे बाद में आपको अधिक घाटा न हो.
इस प्रकार Share Market में Company के Share Buy और Sell होते रहते है.किसी - किसी Investor को Profit होता है और किसी - किसी को घाटा.कैसे होता है शेयर बाजार में काम बस इसी तरह Share Market चलती रहती है.
जो Popular Share Market Investor है वो Expert होते है क्योकि उनके द्वारा अनुभव प्राप्त किया होता है,वह बाज़ार की मंदी और तेजी दोनों को पहले से देखना जानते है और सही कंपनी में Money Invest करते है.
- शेयर मार्केट में Investment करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?
Share Market में Invest करने के लिए आपको बहुत सी Knowledge चाहिए होती है,हम अगली ब्लॉग पोस्ट में बहुत सी Share Market Related Knowledge देने वाले है.इस कारण यदि आप शेयर मार्केट का ज्ञान चाहते है तो आप हमारे ब्लॉग को प्रतिदिन विजिट करे.
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