बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया

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Bitcoin kya hai |बिटकॉइन क्या हैं

Bitcoin kya hai

Dosto हम आजकल अखबारों में या टीवी पर Bitcoin के बारे में अक्सर सुनते रहते है। पढ़कर और सुनकर हमारे अन्दर एक जिज्ञासा उठती हैं कि Bitcoin Kya hai, और यह कैसे काम करती हैं। इसे कहां रक्खा जाता हैं। आज की पोस्ट को पढ़कर आपकी सभी जिज्ञासाएं शांत हो जाएगी ऐसा मुझे विश्वास हैं।

बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं (Bitcoin Kya Hai)

दोस्तों currency एक ऐसी मुद्रा हैं, जिससे हम अपने लिए कोई भी सामान, सुविधा या सेवा खरीद सकते हैं, और प्रत्येक देश की अपनी अपनी करेंसी होती है जिस पर उसका नियन्त्रण होता है।

ठीक उसी प्रकार Bitcoin भी एक साइबर करेंसी ( Digital currency) है जो पूर्ण रूप से आभासी हैं अर्थात उसे न तो हम देख सकते और न ही हम उसे छू सकते हैं।

Bitcoin का प्रयोग केवल online ही किया जा सकता हैं। दोस्तों एक महत्वपूर्ण बात यह हैं कि इस currency पर किसी का भी कोई नियन्त्रण नहीं हैं अर्थात इसको नियंत्रित करने के लिए कोई रेगुलेटरी अथॉरिटी नहीं है।

Bitcoin का आविष्कार 2008 सातोशी नकामोतो ने एक सॉफ्टवेयर के रूप में किया था और 2009 मई ओपन सोर्स सोफ्टवेयर के रूप मैं जारी किया था।

Bitcoin का प्रयोग क्यों किया जाता हैं

दोस्तों यदि हम online कोई भी सामान या सेवा खरीदते हैं तो उसका payment डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड / ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से किया जाता हैं। यानि की Buyer और Seller के बीच जो Pament होता हैं।

उसमे बैंक की भागीदारी अवश्य होती हैं, और इस सुविधा को प्रदान करने के लिए बैंक हमसे चार्ज काटता हैं।

जबकि इसके विपरीत Bitcoin , Pear to Pear सिस्टम पर काम करता हैं अर्थात इसमें Transaction बिना किसी डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड / ऑनलाइन बैंकिंग के सीधा दो users के बीच होता हैं। यह Transaction सुरक्षित और तेज होता हैं।

Bitcoin का प्रयोग आजकल बहुत तेजी से बढ़ रहा हैं। पूरी दुनियां में बहुत लोगों द्वारा इसका प्रयोग किया जा रहा हैं। दोस्तों में फिर भी एक बात आपको बताना चाहुगा कि अब तक वैधानिक रूप से इसे किसी देश ने मान्यता नहीं दी हैं।

Bitcoin Wallet क्या हैं

Bitcoin एक Digital currency हैं इसलिए इसको रखने के लिए भी Digital lockar की आवश्यकता होती हैं। जिसे Bitcoin Wallet भी कहा जाता हैं।Internet पर बहुत सारे software और Cloud Based Wallet हैं। जिन पर हम अपना अकाउंट बनाकर Bitcoin को रख सकते हैं।

Bitcoin कैसे प्राप्त करें

दोस्तों हम Bitcoin को अनेक तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं।

1. अपनी currency से हम Bitcoin खरीद सकते हैं। 1 Bitcoin में 1० करोड़ सातोशी होते हैं। आप थोड़ी -थोड़ी संख्या में सातोशी खरीद कर भी Bitcoin खरीद सकते हैं।

2. अपनी सेवाओं को या अपने किसी सामान को ऑनलाइन बेचकर भी Bitcoin प्राप्त कर सकते हैं।

3.Bitcoin को Mining करके भी प्राप्त किये जा सकता हैं।

Bitcoin Mining क्या हैं

मान लीजिये हमें किसी को Bitcoin भेजने हैं तो हमारे Bitcoin भेजने के प्रोसेस को जो varify करता हैं। वह Bitcoin Miners कहलाता हैं।

Bitcoin Miners के पास बहुत ही शक्तिशाली विशेष गणना करने वाला कंप्यूटर होता हैं।

प्रत्येक Transaction पर Miners को पुरस्कार स्वरूप Bitcoin मिलते हैं और इस प्रकार Bitcoin की संख्या बढती जाती हैं। जिस प्रकार प्रत्येक देश सीमित मात्रा में ही अपनी currency छापता हैं।

उसी प्रकार Bitcoin भी मार्केट में 21 Million से अधिक नही हो सकते हैं। वर्तमान में मार्केट में13 Million ही Bitcoin हैं। हम ये समझ सकते हैं की नए Bitcoin, Mining से ही आयेगे।

Bitcoin के इस्तेमाल के फायदे और नुकसान

Bitcoin का प्रयोग किसी भी देश में और किसी भी समय किया जा सकता हैं। इसके इस्तेमाल से Transaction charge न के बराबर लगता हैं। इसके Transaction पर government नजर नहीं रख सकती हैं। इसमें Transaction बहुत ही तेज होता हैं।

सबसे बड़ा नुकसान यह हैं कि एक बार Bitcoin Transfer करते ही वे Reciever के खाते( एड्रेस) में जमा हो जाते हैं। फिर आप उन्हें तब तक वापस नहीं प्राप्त कर सकते जब तक Reciever उन्हें न लौटना चाहे।

भारत के संदर्भ में बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी :

RBI (Reserve Bank Of India) ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में कारोबार करने से मना कर दिया था।

आरबीआई के सर्कुलर को चुनौती देने के लिए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान आईएएमएआई द्वारा कहा गया, कि केंद्रीय बैंक के इस कदम से क्रिप्टोकरेंसी में होने वाली वैध कारोबारी गतिविधियों पर प्रभावी रूप से पाबंदी लग गई है।

जिसके जवाब में आरबीआई ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया। आरबीआई ने कहा कि उसने क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से मनी लांड्रिंग और आतंकी वित्त पोषण के खतरे के मद्देनजर यह कदम उठाया है।

बाद में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला सुनाते हुए इस पर लगे सभी प्रतिबंध हटा लिए। अब देश के सभी बैंक इसका लेन-देन शुरू कर सकते है।

आज हमने क्या सीखा:

दोस्तों आज की पोस्ट में हमने सीखा की बिटकॉइन क्या होता (Bitcoin kya hai) . यह कैसे कार्य करता हैं और इसे कैसे अर्जित किया जा सकता हैं। मेरा हमेशा की ही तरह यह प्रयास रहता हैं कि जो भी पोस्ट प्रकाशित की जाये उसमें उस टॉपिक से सम्बंधित सभी बिंदुओं को cover किया जाये। जिससे आपको किसी दूसरे श्रौत की आवश्यता ही नहीं पड़े।

नमस्कार दोस्तों! दोस्त 4U हिंदी ब्लॉग पर आपका स्वागत है, इस ब्लॉग पर हम प्रतिदिन ब्लॉगिंग, एसईओ, टेक्नोलॉजी, इंटरनेट, डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट से पैसे कैसे कमाएं, लाइफ सक्सेस, मोटिवेशन आदि विषयों पर नई – नई जानकारियाँ प्रकाशित करते रहते है।

13 साल का हुआ बिटकॉइन, निवेशकों के 1000 रुपये को बना दिया 76.4 करोड़

Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए.

13 साल का हुआ बिटकॉइन, निवेशकों के 1000 रुपये को बना दिया 76.4 करोड़

Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए हैं। हालांकि, बिटकॉइन का श्वेतपत्र सातोशी नाकामोतो द्वारा 28 अक्टूबर, 2008 को जारी किया गया बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया था, लेकिन मिंट डेट 3 जनवरी, 2009 है, इसीलिए लोग 3 जनवरी को ही इसका बर्थडे मानते हैं। Mudrex के सीईओ और सह-संस्थापक एडुल पटेल (Edul Patel) ने कहा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन (blockchain) के उदय के पीछे बिटकॉइन की अहम भूमिका रही है।

पहला ट्रांजैक्शन मई 2009 में हुआ था
बता दें कि बिटकॉइन के क्रिएटर नाकामोतो ने 3 जनवरी को बिटकॉइन का ऑरिजिनल ब्लॉक रिलीज किया था, जिसे वर्तमान में जेनेसिस ब्लॉक (Genesis Block) के नाम से जाना जाता है। इसमें पहली 50 बिटकॉइन थीं। इंडिया ब्लॉकचैन एलायंस के संस्थापक राज ए कपूर के मुताबिक, इसका पहला ट्रांजैक्शन मई 2009 में हुआ था।

रोमांचक रहा 13 साल का सफर
बिटकॉइन की 13 साल की यात्रा बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा। बिटकॉइन को लेकर कुछ मजबूत कट्टर आलोचक रहे तो कुछ सपोर्टर। कुल मिलकर बिटकॉइन के लिए यहां तक का सफर बेहद रोमांचक रहा। यह करेंसी आज भी यह अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रही है। हालांकि, बिटकॉइन के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।

निवेशकों को 76.43 करोड़ रुपये का फायदा
शुरुआत से लेकर अब तक बिटकॉइन ने कितना रिटर्न दिया इसे कैलकुलेट करना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि उस समय जब इसे पेश किया गया था तब इसकी कीमत शून्य थी। जुलाई 2010 में, इसकी कीमत $0.09 बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया हो गई और नवंबर 2021 में यह 68,790 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी। बिटकॉइन ने पिछले 13 साल में अपने निवेशकों को भारी भरकम रिटर्न दिया है। इसने अपने रजिस्टर लो से ऑल टाइम हाई तक 7,64,33,233 का अविश्वसनीय रिटर्न दिया है। यानी शुरुआत में किसी निवेशक ने इसमें 1000 रुपये का निवेश किया होता तो नवंबर 2021 में यह रकम 76.43 करोड़ रुपये बन जाती।

Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है

bitcoin ka malik kaun hai

चलिए जानते है Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका नाम तो आपने काफी बार सुना होगा जिसमे से बहुत से लोग इसके बारे में भलीभांति जानते भी है परन्तु कुछ लोग इस करेंसी को लेकर काफी कंफ्यूज है उनकों इसके बारे में यह समझ में नहीं आ रहा है की ये असल में है क्या तो आज आपको इससे रिलेटेड सारी जानकारी देंगे.

हर देश की एक अलग जिसे उस देश में खरीददारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कुछ ऐसी भी मुद्रा है जिसके जरिये किसी भी देश में लेनदेन कर सकते है ठीक उसी प्रकार बिटकॉइन है लेकिन यह एक ऐसी मुद्रा है जिसे ना तो हम देख सकते है और ना ही उसे छू सकते है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है. जो Peer to Peer सिक्योर नेटवर्क के जरिये लेनदेन किया जाता है.

इस मुद्रा को ऑनलाइन वॉलेट के माध्यम से ख़रीदा जा जाता है जिस तरह पेटीएम में मनी लोड करते है ठीक उसी तरह उसे भी बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया डिजिटल वॉलेट के माध्यम से लोड किया जा सकता है यानि ख़रीदा जा सकता उसके बाद इसका यूज़ ऑनलाइन लेनदेन के लिए कर सकते है.

काफी लोग Bitcoin में इन्वेस्ट भी करते है क्योंकि इसका रेट हर दिन घटता बढ़ता रहते है इसलिए जब इसका रेट कम होता है तो बिटकॉइन को खरीद लेते है और जब इसका रेट बढ़ता है तो इसे सेल कर देते है ये सारा काम ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये किया जाता है. इसके लिए काफी सारे प्लेटफार्म है जिसमे सबसे पॉपुलर Zebpay है जिसके जरिये बिटकॉइन को ऑनलाइन ख़रीदा या बेचा जा सकता है.

Bitcoin का मालिक कौन है

बिटकॉइन का ऑथर Satoshi Nakamoto है. वैसे इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है क्योंकि यह एक ओपन सोर्से डीसेण्ट्रलाइज डिजिटल करेंसी है इसे सातोशी का नाम दिया गया है. और यह एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर रहने वाली मुद्रा है जिसे किसी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्टोर करके रखा जा सकता है. लोग Bitcoin एक व्यवसाय के रूप में भी इस्तेमाल करते है शुरुआती दिनों में इसका रेट काफी कम था उस समय बहुत से लोगों ने इसमें इन्वेस्ट किया और जब बिटकॉइन के मूल्य में बढ़ोतरी हुई तो लोगों ने इसे सेल करके काफी अच्छा मुनाफा कमाया था.

अब बिटकॉइन का रेट काफी बढ़ चूका है यदि इस समय Bitcoin के मूल्य की बात करे तो भारतीय रुपए में 1 बिटकॉइन का रेट 25,45,947 है. कुछ ऐसी वेबसाइट भी है जिसके जरिये माइनिंग करके बिटकॉइन बनाये जा सकते है ये साइटें कम्प्यूटर पॉवर के जरिये एक ट्रांजैक्शन प्रोसेस करती है जिससे Bitcoin का निर्माण होता है. Bitcoin Mining करने के बाद वॉलेट में भी ले सकते है.

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है

इसे बनाने वाले व्यक्ति जापान के नागरिक है परन्तु बिटकॉइन को आमतौर पर किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे हर कोई व्यक्ति ऑनलाइन खरीद या बेच सकता है या ऑनलाइन इस्तेमाल कर सकता है. Bitcoin की शुरुआत 3 जनवरी 2009 में सातोशी नकामोतो नामक व्यक्ति द्वारा की गई थी. इनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को जापान में हुआ था.

आशा करती हूँ की आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और अब आपको पता चल गया होगा की Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका मुख्य Symbol – ₿ ये है और इसे BTC के नाम से भी जाना जाता है.

नोट: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बिटकॉइन को अधिकारिक अनुमति नहीं दी है एक प्रेस के जरिये चेतावनी देते हुए कहा है की इसका लेनदेन जोखिम हो सकता है.

बिटकॉइन के संस्थापक सातोशी नाकामोतो की प्रतिमा का अनावरण

बिटकॉइन के संस्थापक सातोशी नाकामोतो की प्रतिमा का अनावरण |_50.1

हंगरी (Hungary) ने बिटकॉइन (Bitcoin) के संस्थापक सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) की प्रतिमा का अनावरण किया है। हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट (Budapest) में भव्य कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया गया। बिटकॉइन डिजिटल मुद्रा के निर्माता को श्रद्धांजलि देने वाली यह दुनिया भर में पहली ऐसी प्रतिमा है। इसका निर्माण बुडापेस्ट में डैन्यूब नदी (Danube River) के पास एक बिजनेस पार्क में किया गया है। बस्ट एक पत्थर की चोटी के ऊपर बैठता है और सतोशी नाकामोतो के नाम से भी उकेरा जाता है, जो बिटकॉइन के रहस्यमय विकासक का छद्म नाम (pseudonym) है जिसकी असली पहचान अभी भी अज्ञात है।

मूर्ति के निर्माता:

स्टैच्यू का निर्माण रेका गेर्जली (Reka Gergely) और तमस गिल्ली (Tamas Gilly) ने किया है। उन्होंने एक मानवीय रूप को चित्रित किया है और नाकामोतो (Nakamoto) की गुमनामी पर खरे उतरे हैं, कोई नहीं जानता कि वे कैसे दिखते हैं।

बिटकॉइन के बारे में:

बिटकॉइन को 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट की पृष्ठभूमि में बनाया गया था। इसका उद्देश्य पीयर-टू-पीयर ऑनलाइन लेनदेन के लिए सुरक्षित तकनीक विकसित करके पारंपरिक वित्तीय संस्थानों को दरकिनार करना था। इसमें बैंकों जैसे बिचौलियों को शामिल नहीं किया जाता है। 2008 में प्रकाशित संस्थापक श्वेत पत्र और नाकामोतो द्वारा लिखा गया था।

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