इस योजना की शुरुआत राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की है।विशेषताएं व लाभ
विशेषताएं व लाभ
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एकाकी व्यापार अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं या लक्षण
एकाकी व्यापार व्यावसायिक संगठन वह स्वरूप है जिसको केवल एक व्यक्ति स्थापित करता है। वही व्यक्ति आवश्यक पूंजी लगाता है, संचालन एवं प्रबंध करता है, लाभ प्राप्त करता है, हानि को सहन करता है और व्यापार का समस्त उत्तरदायित्व उसी एक व्यक्ति के कंधो पर होता है तथा लाभ-हानि का एकमात्र भाजक व वहनकर्ता भी वही होता है।
आगे जानेंगे एकाकी व्यापार की परिभाषा, एकाकी व्यापार की विशेषताएं।
जेम्स स्टीफेंसन के अनुसार " एकाकी व्यापार वह व्यक्ति है जो व्यवसाय को स्वंय तथा अपने लिए ही करता है। इस प्रकार एकाकी व्यवसाय (व्यापार) का महत्वपूर्ण लक्षण यह है कि वह व्यक्ति व्यवसाय को चलाने स्वामी ही नही होता। अपितु उसका संगठनकर्ता एवं प्रबन्धक भी होता है तथा सब कार्यों को करने अथवा हानि वहन करने के लिए उत्तरदायी होता है।"
सर्वश्री लुई हेने के शब्दों मे " एकाकी व्यापार व्यवसाय का वह स्वरूप है जिसका प्रमुख एक ही व्यक्ति होता है जो उसके समस्त कार्यों के लिए उत्तरदायी होता है, उसकी क्रियाओं का संचालन करता है और लाभ-हानि का संपूर्ण भार स्वयं ही उठता है।"
बी. बी. घोष के अनुसार " एकाकी स्वामित्वधारी व्यवसाय मे, एक व्यक्ति की व्यवसाय का अकेला स्वामी होता है। वही व्यवसाय का प्रबंध और नियंत्रण करता है।"
विशेषताएं व लाभ
सहयोग के अर्थ को भली-भाँति समझने के लिए इसकी कुछ परिभाषाओं पर विचार करना आवश्यक है। सहयोग का अर्थ स्पष्ट करते हुए प्रो. ग्रीन ने लिखा है सहयोग दो या दो से अधिक व्यक्तियों द्वारा किसी कार्य को करने या किसी समान इच्छित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए किया जाने वाला निरन्तर एवं सामूहिक प्रयत्न है।
एक सहयोगी समूह वह है जो एक ऐसे उद्देश्य की प्राप्ति के लिए मिल-जुलकर कार्य करता है जिसको सभी चाहते हैं।
प्रो. डेविस के अनुसार
किसी समान लक्ष्य के लिए विभिन्न व्यक्तियों या समूहों का परस्पर विशेषताएं व लाभ मिलकर कार्य करना ही सहयोग है।
सदरलैण्ड तथा वुडवर्ड के अनुसार
सहयोग वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति या समूह कम या अधिक संगठित रूप से सामान्य उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए अपने प्रयत्नों को संयुक्त करते हैं।
सहयोग की विशेषताएं
परिभाषाओं के आधार पर सहयोग की कुछ विशेषताएँ भी उभरकर सामने आती हैं जो निम्नवत् हैं
सहयोग के प्रकार्य लाभ एवं महत्व
सामाजिक जीवन के सभी क्षेत्रों में सहयोग का काफी महत्व है। आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक, आदि क्षेत्रों में सहयोग का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है, सहयोग सामाजिक जीवन का स्थायी आधार है। सहयोग के बिना समाज की कल्पना तक नहीं की जा सकती है।
एकल स्वामित्व का अर्थ, विशेषताएं एवं लाभ
एकल स्वामित्व का अर्थ है-एक व्यक्ति का स्वामित्व। इसका मतलब यह हुआ कि एक ही व्यक्ति व्यवसाय का स्वामी होता है। इस प्रकार एकल स्वामित्व वह व्यापार संगठन है, जिसमें एक ही व्यक्ति स्वामी होता है और व्यवसाय से संबंधित सभी कार्यकलापों का प्रबंधन और नियंत्रण उसी के हाथ में होता है। एकल व्यवसाय के स्वामी और संचालक ‘एकल स्वामी’ या ‘एकल व्यवसायी’ कहलाते हैं।
एकल व्यवसायी अपने व्यवसाय से संबंधित सभी संसाधनों को जुटाकर उन्हें योजनाबद्ध ढंग से व्यवस्थित करता हैं तथा लाभ कमाने के एक मात्र उद्देश्य से सारी गतिविधियों का संचालन करता है।
विशेषताएं व लाभ
झारखण्ड गोधन न्याय योजना : राज्य सरकार विशेषताएं व लाभ द्वारा किसानों और पशुपालकों के लिए विभिन्न योजनाएं लायी जाती रही हैं। इन सभी योजनाओं का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाने का है। ऐसी ही एक योजना है – झारखण्ड गोधन न्याय योजना जिसके माध्यम से झारखंड सरकार अपने विशेषताएं व लाभ प्रदेश के किसानों के लिए आय का एक और जरिया प्रदान कर रही है। बता दें की राज्य में जितने भी किसान और पशुपालक हैं उन्हें इस योजना के अंतर्गत लाभ मिलेगा। सभी किसान और पशुपालक इस योजना के अंतर्गत पशुओ का गोबर सरकार को उचित मूल्य पर बेच सकेंगे। Jharkhand Godhan Nyay Yojana के अंतर्गत सरकार किसानों से गोबर खरीदने के बाद उससे जैविक खाद और बायो गैस का निर्माण करेगी।
झारखण्ड गोधन न्याय योजना 2022
Jharkhand Godhan Nyay Yojana की शुरुआत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा की गयी है। इस योजना की घोषणा राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट को जारी करते हुए की विशेषताएं व लाभ गयी है। आप की जानकारी के लिए बता दें की इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में जितने भी पशुपालक और किसान हैं, उनकी आय में वृद्धि करने के लिए सरकार उनसे उचित दाम पर गोबर खरीदेगी। जिसका उपयोग बायो गैस और जैविक खाद बनाने हेतु किया जाएगा। योजना में इस वित्तीय वर्ष में (2022 – 2023) 40000 लाभुको को अनुदान पर पशुधन वितरण के साथ साथ 85 लाख लीटर दूध प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। इस योजना से किसानों और पशुपालकों की आय में वृध्दि होगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा। बताते चलें की इस बार बजट पेश करते समय कृषि एवं कृषि संबंधित क्षेत्रों के लिए 4091.37 करोड़ रुपयों का बजट तय किया गया है।
यहाँ जानिए झारखण्ड गोधन न्याय योजना के लाभ और विशेषताएं
- Jharkhand Godhan Nyay Yojana में राज्य सरकार किसानों से गोबर की खरीद करेगी। जिससे उनकी एक आय सुनिश्चित हो जाएगी।
- गोबर से सरकार बायो गैस का निर्माण करेगी साथ ही जैविक खाद तैयार करेगी। और इन कार्यों को करने के लिए कुछ लोगों की आवश्यकता होगी , जिससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
- इस योजना से किसानों की वित्तीय स्थिति सुधरेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
- किसानों द्वारा गोबर की बिक्री करने से उनके क्षेत्र में स्वच्छता भी बनी रहेगी।
- गोधन न्याय योजना के माध्यम से होने वाली आमदनी से प्रेरित होकर अन्य किसान भी पशुपालन करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
- Godhan Nyay Yojana के अंतर्गत 40000 लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2022- 23 में अनुदान पर पशुधन वितरण के लक्ष्य का निर्धारण किया गया है।
- साथ ही प्रतिदिन 85 लाख लीटर दूध के उत्पादन का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
झारखण्ड गोधन न्याय योजना 2022 में आवेदन की प्रक्रिया
जो भी इच्छुक आवेदक इस योजना में आवेदन करना चाहें, उनकी जानकारी के लिए बता दें की अभी आप को झारखण्ड गोधन न्याय योजना में आवेदन करने के लिए कुछ समय और इंतज़ार करना होगा। अभी इस योजना की घोषणा ही की गयी है। योजना में आवेदन से सम्बंधित किसी भी जानकारी की सूचना अभी नहीं आयी है। जैसी ही इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना आती है , हम आप को इस लेख के माध्यम से सूचित कर देंगे।
Jharkhand Godhan Nyay Yojana से संबंधित प्रश्न उत्तर
इस योजना की शुरुआत झारखण्ड राज्य में की गयी है।
इस योजना का लाभ प्रदेश के किसानों और पशुपालकों होगा।
गोधन योजना के जरिए किसानों को आय का एक और स्रोत मिल जाएगा। इसके अलावा स्वच्छता भी बढ़ेगी। बायोगैस का निर्माण किया जाएगा कर जैविक खाद बनने से किसानों के लिए कृषि हेतु उपयोग करने की सुविधा हो जाएगी।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 778