केंद्र सरकार खुद की Digital Currency लाने पर विचार कर रही है, जिसे सरकार के द्वारा नियंत्रित किया जायेगा। इसके अलावा देश में चल रही अन्य सभी प्रकार की Cryptocurreny पर पूरी तरह पाबंदी लगायी जाएगी।
आईपीओ (IPO) क्या है? आईपीओ में Bitcoin के फायदे क्या हैं? INVEST कैसे करें? – Hindustan Times
IPO : भारतीय शेयर मार्केट में इन दिनों Initial public offering यानी (IPO) की बाढ़ आई हुई है. बाजार की इसी तेजी का फायदा उठाने के लिए अभी और भी ज्यादा आईपीओ के आने की उम्मीद है. तो आइए जानते है, क्या है आईपीओ (IPO), ये कैसे काम करता है, इसमें निवेश की क्या संभावनाए है.
जब कंपनी अपने स्टॉक या शेयर को पहली बार पब्लिक के लिए जारी करती है तो उसे आईपीओ, इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग कहते है. इनीशियल पब्लिक ऑफर बाजार से पूंजी जुटाने के लिए किसी कंपनी द्वारा लाया जाता है.
यह एक प्राइवेट कंपनी को पब्लिक कंपनी में बदलने की प्रक्रिया है. जब कंपनियों को पैसे जरुरत होती है तो यह शेयर बाजार में अपने आप को लिस्ट कराती है. स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयरों की लिस्टिंग से कंपनी को अपने मूल्य का उचित वैल्यूएशन प्राप्त करने में मदद मिलती है.
IPO में निवेश कैसे करें : How to invest in IPO ?
अगर आप इन्वेस्टर के रूप में किसी कंपनी के आईपीओ (IPO) में निवेश करना चाहते है तो आपकी सुविधा के लिए भारत सरकार के कॉर्पोरेट मंत्रालय हुए सेबी (SEBI) ने कुछ नियमों और गाइडलाइन्स का निर्धारण किया है उनको ध्यान में रखना जरुरी है.
अगर आपको आईपीओ (IPO) में इन्वेस्ट करना है तो आपको इसके लिए आपको ट्रेडिंग (Trading) या डीमैट (Demat) अकाउंट खोलना होगा. आईपीओ के अंतर्गत निवेश के लिए आपके पास बैंक खाता, डीमैट अकाउंट और पैन नंबर होना जरुरी है.
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जब आप किसी कंपनी का आईपीओ खरीदने के लिए चयन करते है तोह सबसे पहले आपका ब्रोकर बेस्ट होना चाहिए. प्रयास करे की ब्रोकर के साथ मिलकर कंपनी का चयन करे. जिस कंपनी का चयन कर रहे है उससे तीन चार अन्य कंपनियों की भी तुलना करें.
Blockchain क्या है(Blockchain kya hai)?
blockchain ऐसी तकनीक है जिससे द्वारा bitcoin तथा अन्य प्रकार की क्रिप्टो-करेंसी का संचालन किया जाता है। एक प्रकार से यह एक distributed public ledger है। जो एक खाते की तरह काम करता है जिसमें सभी transanctions अपडेट किये जाते है।
अभी बाजार में कई प्रकार की cryptocurrency है। जैसे- Bitcoin, Libra(facebook के द्वारा निकली गयी), Ethereum, Dogecoin, Ripple and Litecoin.
Cryptocurrency Bitcoin का ओरिजिन
Satoshi Nakamoto को बिटकॉइन का जनक माना जाता है लेकिन इस विषय पर कोई खास जानकारी नहीं है। 2009 में इस व्यक्ति के द्वारा बिटकॉइन की specification और इसके concept के बारे में जानकारी दी गयी। जिस समय क्रिप्टोगाफी को उपयोग में लेकर मेलिंग लिस्ट तैयार की गयी थी उसके बाद से बहुत से डेवलपर्स और satoshi nakamoto के साथ के लोग मिलकर इन बिटकॉइन को चलाते हैं।
- इसका उपयोग कोई भी सामान खरीदने में किया जा सकता है जैसे अमेज़ॉन पे, या कोई भी ट्रेडर जो crypto-currency में आदान प्रदान करता है।
- मनी ट्रांसफर की तरह उपयोग किया जा सकता है। अगर कोई देश crypto-currency को लागू करता है।
- कोई सामान जिसका पेमेंट आप क्रिप्टो-करेंसी में चाहते हो।
- ट्रेडिंग के आधार पर- investment करके भी cryptocurrency का उपयोग किया जा सकता है
Cryptocurrency से क्या फायदे है?
जब हमारे द्वारा कोई खरीद की जाती है या बैंक में भी ट्रांजेक्शन किया जाता है तो उस पर अलग से कोई चार्ज लगता है। लेकिन cryptocurrency में ट्रांजेक्शन फी नहीं होती है और रिवॉर्ड भी दिया जाता है। अगर फीस लगाती भी है तो वह न के बराबर होती है। यह एक डिजिटल key है जिस कारण इसे केवल एक ही व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा सकता है। कोई भी entity क्रिप्टो-करेंसी को बंद या रोक नहीं सकती है। कोई भी गवर्नमेंट Bitcoin के फायदे क्या हैं? इसे रेगुलेट नहीं करती है। क्रिप्टो-करेंसी की globle reach है अगर इसके द्वारा कोई पेमेंट कर दी जाती है तो उसे रोक नहीं सकते या वापस नहीं किया जा सकता यानि की पेमेंट होने के बाद वह कम्पलीट होना ही है। क्रिप्टो-करेंसी में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। जिसे हैक कर पाना Bitcoin के फायदे क्या हैं? बहुत मुश्किल है। डिजिटल करेंसी होने के कारण इसकी counterfeiting करना बहुत कठिन है। यह एक ऐसा सिस्टम है अगर कोई Bitcoin के फायदे क्या हैं? भी सरकार इसे लागू करती है तो इससे और सिस्टम्स को बेहतर बनाया जा सकता है।
Jio और Airtel क्यों नहीं लॉन्च कर रहे 5G प्लान? क्या है इसकी सबसे बडी वजह
भले ही 5G की दौड़ में चार कंपनियां थीं, लेकिन अब तक केवल Jio और Airtel ने ही सेवा शुरू की है। Vodafone Idea की सर्विस शुरू होने में अभी वक्त लगेगा। वहीं, जियो और Bitcoin के फायदे क्या हैं? एयरटेल की सर्विस अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हुई है।
दोनों टेलीकॉम कंपनियों की 5जी सर्विस चुनिंदा शहरों में उपलब्ध है। इन शहरों में भी सभी यूजर्स को 5G कनेक्टिविटी नहीं मिल रही है। ऐसे में योजनाओं को लॉन्च करना जल्दबाजी होगी।
यूजर बिहेवियर पैटर्न पर नजर रखी जाएगी
टेलिकॉम कंपनियों की नजर फिलहाल यूजर्स के व्यवहार पर रहेगी। यूजर्स 5G नेटवर्क और डेटा का कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं।
इसके विश्लेषण के बाद ही टेलीकॉम कंपनियां अपने प्लान लॉन्च करेंगी। चूंकि, कई यूजर्स अभी 5G के लिए अतिरिक्त पैसा नहीं देना चाहते हैं, इसलिए कंपनियां यूज केस देखने के बाद ही नए प्लान की घोषणा करेंगी।
एआरपीयू बढ़ाने का सही मौका
टेलीकॉम कंपनियों के लिए अपने एआरपीयू में सुधार के लिए नए प्लान सही मौका होंगे। इसलिए कंपनियां सही मौके का इंतजार कर रही हैं।
अगले साल के अंत तक जब ज्यादातर जगहों पर 5G कनेक्टिविटी उपलब्ध हो जाएगी, तब टेलीकॉम कंपनियां नए प्लान्स की घोषणा कर सकती हैं। इससे उन्हें अपना एआरपीयू (User on Average Revenue) सुधारने का मौका मिलेगा।
बीएसएनएल का 1515 रुपये का प्लान
अगर आप मोबाइल डेटा ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो बीएसएनएल के बेस्ट प्लान में शामिल ये पैक आपके लिए बेहद काम का है। इसमें Bitcoin के फायदे क्या हैं? आपको रोजाना 2GB हाई स्पीड डेटा मिलता है। हालांकि देश के कुछ हिस्से ऐेसे हैं जहां पर कंपनी का 4G डेटा बहुत अच्छी स्पीड के साथ नहीं चलता है, लेकिन बाकी जगहों पर इसमें फास्ट इंटरनेट मिल जाता है। इस प्लान की एक और खास बात इसकी 365 दिनों की वैधता है।
499 रुपये की Bitcoin के फायदे क्या हैं? कीमत वाले बीएसएनएल के इस प्रीपेड प्लान (Bsnl Recharge Plan) में आपको 90 दिनों की वैधता दी जा रही है. इसमें हर दिन के लिए 2GB डेटा, 100 एसएमएस प्रति दिन की सुविधा और अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग का बेनिफिट शामिल है. इस प्लान में भी आपको कोई ओटीटी बेनिफिट्स नहीं दिए जा रहे हैं.
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