एसीबी को मिले घूसखोरी के ठोस सबूत: ब्लैकलिस्ट से ट्रेनिंग सेंटर हटाने को दलाल ने नीरज की ओर से मांगे 10 लाख, शेष 5.50 लाख नहीं मिले, तो दूसरा सेंटर भी ब्लैकलिस्ट
एसीबी को आईएएस नीरज के पवन और प्रदीप गवड़े के खिलाफ घूसखोरी के ठोस सबूत मिले हैं। एसीबी की एफआईआर के अनुसार अफसर पहले कौशल विकास योजनाएं चलाने वाले ट्रेनिंग सेंटर्स को ब्लैकलिस्ट करते थे, फिर उनसे अफसरों का ही दलाल ब्लैकलिस्ट से हटाने का सौदा करता था।
धौलपुर के ऐसे ही एक मामले में दलाल अमित शर्मा ने मैसर्स अर्थ एंड मून एचआर प्राइवेट लिमिटेड के परिवादी उमाकांत तिवारी से अध्यक्ष नीरज के लिए वाॅट्सएप कॉल कर पक्ष में फैसला कराने के लिए 10 लाख रुपए मांगे थे। अफसरों ने फर्म के ट्रेनिंग सेंटर को ब्लैकलिस्ट कर भुगतान रोका था। जब परिवादी ने अमित और महाप्रबंधक रवि मीणा से संपर्क किया तो उन्होंने नीरज के लिए घूस मांगी, न देने पर फर्म के दौसा स्थित ट्रेनिंग सेंटर को भी ब्लैकलिस्ट कराने की धमकी दी।
4.50 लाख रु. का एक दलाल से प्रशिक्षण पेमेंट भी हो गया, पर बकाया 5.50 लाख न मिलने पर फर्म के दौसा सेंटर को ब्लैकलिस्ट किया गया। मामले में अब तक राहुल कुमार और अशोक सांगवान गिरफ्तार हुए हैं। आगे जांच के लिए एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार है।
दलाल ने 9999795158 और 8050402713 से वाॅट्सअप कॉल कर कहा- नीरज भैया और मुक्ता अरोड़ा मैडम से बात हो गई है
आईएएस की तैयारी करने वालों को एक साल पहले नीरज का संबोधन (अंश)
मैंने जीवन में कभी औपचारिकता नहीं की. आईएएस बने मुझे 16 साल हो चुके हैं. खुदा को भी लगा बच्चे को दे ही देना चाहिए, बच्चे ने मेहनत बहुत की है. जिस तरह नीरज के पवन का नाम बनता आयाहै, वो आसान नहीं. इधर-उधर का रास्ता आसान नहीं. आज हमारी सफलता 100% है.
प्रदीप गवड़े
शौक बड़ी चीज है
एमडी अनमेरिड है, एक बढ़िया सी लड़की की व्यवस्था करा दो
- अमित: मैं एमडी (प्रदीप गवड़े) के पास जाकर आया था. लेकिन बोला लेटर जारी हो गया तो क्या कर सकते हैं। मैं जो कहूं वो करना पड़ेगा. सुनो एक बढ़िया सी लड़की की व्यवस्था करवा दो।
- परिवादी: . एमडी के लिए करवानी है।
- अमित: एमडी अनमेरिड (कुंवारा) है. शौकीन आदमी है. दिल्ली के होटल में व्यवस्था करवा दो।
- परिवादी: फिर ये ब्लैकलिस्टिंग से हटा देंगे।
- अमित: मैं इनसे भी बात कर लूंगा और लेटर जारी नहीं होने दूंगा. दिल्ली में कमरा बुक करवा देना।
दलाल अमित
तारीख पर तारीख
कल नीरज सर के आदेश थे. मुक्ता मैडम एक दलाल से प्रशिक्षण को आप हैंडल करो
- परिवादी: तो आगे की बात कैसे करूं सर बता दो।
- अमित: बता दूंगा. मेरे पास उनका कॉल आया था, तो पता चला है कि आपको डेट मिल रही है कि नहीं।
- परिवादी: आपने आइडिया दिया था दूसरी डेट ले लेंगे।
- अमित: सर से बात करनी पड़ेगी। मैं कमिटमेंट कैसे करूं।
- परिवादी: अच्छा मैं ढाई लाख रुपए सुबह दे देता हूं।
- अमित: कल ले लेता। अब सर से बात करनी पड़ेगी।
- परिवादी: नीरज सर के आदेश हैं या मुक्ता मेडम भी हैं।
- अमित: कल तो नीरज सर के आदेश थे. अब मुक्ता मैडम को तो आप हैंडल कर लो।
राकेश
सेहतमंद रिश्वतखोरी
मैडम सर को कॉल नहीं करेंगी. उन्हें स्पोर्ट्स साइकिल चाहिए
- राकेश (आरएसएलडीसी प्रबंधक): हां जी सर.
- अमित: सर के पास मुक्ता मैडम कॉल नहीं करेंगी। एक दलाल से प्रशिक्षण मैंने उन्हें कॉल कर दिया था. अधिकारियों का थोड़ा रहता है।
- राकेश: ठीक है।
- अमित: उन्होंने कौनसी साइकिल की डिमांड की थी।
- राकेश: स्पोर्ट्स साइकिल की।
- अमित: मैं घर पर मंगलवार तक पहुंचा दूंगा। कुछ और थोड़ी बोल रही थीं। मैं मुक्ता मैडम के घर जाने वाला था। प्रोफिट की बात करनी है। हरियाणा का कितना फंड है।
- राकेश: पंजाब का 33 और हरियाणा का 28 करोड़ रु.।
23 लाख बैंक गारंटी और 48 लाख रु. लौटानेे की धमकी दी
परिवादी ने दौसा सेंटर में 150 बेरोेजगारों को ट्रेनिंग दी। बिल करीब दो करोड़ रु. के थे। आरएसएलडी ने 48.50 लाख रु. का भुगतान कर दिया। पर घूस न देने पर परिवादी के दो सेंटर ब्लैकलिस्ट किए और बकाया भुगतान रोक लिया। फिर परिवादी को दोनों सेंटर्स की करीब 23 लाख रु. बैंक गारंटी जमा करने और एडवांस दिए गए 48 लाख रु. लौटाने की धमकी दी।
श्रमिकों ने कहा-चार साल बाद भी नहीं किया गया प्रशिक्षण राशि का भुगतान
बालोद। मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षार्थी श्रमिकों से मानदेय राशि के एवज में अवैध वसूली की नई दुनिया समाचार पत्र में प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशन के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गई है। दरअसल पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान श्रम विभाग के अंर्तगत भवन कर्मकार मंडल द्वारा बालोद जिले में श्रमिकों को पात्रतानुसार वीटीपी के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। प्रशिक्षण के चार साल बाद भी श्रमिकों को मानदेय राशि का भुगतान नही हुआ है। हाल ही में प्रशिक्षण में सम्मलित हितग्राहियों को मानदेय भुगतान के लिए तकरीबन 81लाख रुपये की राशि श्रम विभाग को आबंटित की गई है। जिसके बाद मैदानी स्तर पर सक्रिय दलालों के द्वारा मानदेय दिलाने के एवज में श्रमिकों से एक हजार से दो हजार रुपये तक की राशि वसूली जा रही है। गरीब मजदूरों से अवैध वसूली के इस गोरखधंधे का नई दुनिया ने सोमवार को बालोद एडिशन में 'मानदेय के एवज में दलाल कर रहे वसूली' शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित की गई थी। जिसके बाद दिनभर प्रशासनिक गलियारों में हलचल मची रही।
प्रशिक्षार्थी श्रमिकोंें को भुगतान विधिवत कार्रवाई कर किया जाना है। विभाग परीक्षण में जुटा है। मानदेय का भुगतान सीधे श्रमिकों के बैंक खातों पर किया जाना है। जिसके लिए श्रमिकों का बैंक खाता, आधार और श्रमिक कार्ड की जरूरत है। इसी का फायदा दलाल उठा रहे। श्रम विभाग से निकली सूची के आधार पर दलाल गांव-गांव श्रमिकों के दरवाजे दस्तक दे रहे। तकनीकी त्रुटि या मानदेय दिलाने के एवज में जमकर अवैध वसूली को अंजाम दिया जा रहा है।
खबर छपने के बाद सामने आने लगे प्रशिक्षार्थी श्रमिक
मानदेय के नाम पर अवैध वसूली की नई दुनिया मे खबर प्रकाशन के बाद प्रशिक्षार्थी श्रमिक सामने आने लगे है। सोमवार को श्रमिकों के बुलावे पर नई दुनिया की टीम बालोद से 8 किमी दूर मालीघोरी पहुंची जहां श्रमिकों ने अपनी पीड़ा बताई। श्रमिकों ने बताया कि चार साल पहले उन्हें श्रम विभाग के द्वारा मेशन प्रशिक्षण दिया गया था। प्रशिक्षण उपरांत उन्हें मानदेय प्राप्त नहीं हुआ है। अब जब मानदेय आया है तो राशि की मांग की जा रही। श्रमिकों ने कहा कि सप्ताह भर पहले परसोदा से नेमचंद साहू नामक व्यक्ति एक सूची लेकर आया और त्रुटि सुधार या अन्य कारणों का हवाला देते हुए मानदेय दिलाने के एवज में एक हजार रुपए की मांग की।
श्रम कार्यालय से राजमिस्त्री का प्रशिक्षण लिया था। उसके बाद चार साल तक मानदेय नही मिल पाया। अब मानदेय आ गया है करके सूचना मिली है। लेकिन मानदेय दिलाने के नाम पर नेम साहू नाम का व्यक्ति एक सूची एक दलाल से प्रशिक्षण लेकर आया। सूची थमाते हुए प्रति व्यक्ति एक-एक हजार रुपये लेने को कहा और उसके बाद पैसा इकट्ठा कर फोन करने एक दलाल से प्रशिक्षण को कहा है। पैसा ले जाकर श्रम कार्यालय में देने की बात करते हुए उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण गलत तरीके से हुआ है इसलिए पैसा देना है।
- छत्रपाल देशमुख दुधली, मालीघोरी
हम लोगों ने श्रम विभाग से प्रशिक्षण लिया है। मानदेय की राशि मिलना है। चार सालों तक तो नहीं मिला। मंत्री अनिला भेड़िया तक को मानदेय दिलाने की मांग की है। लेकिन अभी कुछ दलाल विभाग से है कि कहां से आया पता नही पर नेम साहू नामक व्यक्ति ने एक हजार रुपये की मांग की है। सारे प्रशिक्षार्थी से पैसा एकत्र करने को कहा है। पैसा ले जाने के बाद खाते में मानदेय भेज देने की बात कह कर गया है।
-गेंदसिंह देशमुख दुधली, मालीघोरी
नेमसिंग साहू नाम का आदमी आया था। वो बोल रहा था कि चार साल तो हो गए पैसा नही मिला आप लोगो को। एक-एक हजार रुपये दे दो फिर 12 हजार तक पैसा मिल जाएगा।
एक दलाल से प्रशिक्षण
अप्रवासी भारतीयों के प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री से की मुलाकात
चंडीगढ़, 20 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि आस्ट्रेलिया सरकार के साथ बागवानी और कृषि क्षेत्र में अल्पकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं।
दलाल ने यह बात मंगलवार को चंडीगढ़ में आस्ट्रेलिया से आये अप्रवासी भारतीयों के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से बातचीत के दौरान कही। हरियाणा में बागवानी और कृषि क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं को लेकर प्रतिनिधिमंडल विशेष रूप से मिलने आया था।
कृषि मंत्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार और महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए ताकि राज्य के युवाओं को अल्पकालिक उन्मुख पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त करने के एक दलाल से प्रशिक्षण उपरांत रोजगार के अवसर मिल सके। दलाल ने कहा कि कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर युवाओं को रोजगार योग्य बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी उद्देश्य से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है जिसमें युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा कौशल विकास मिशन भी शुरू किया गया है।
15 जिलों में प्रशिक्षण शिविर बनाकर नीली क्रांति को आगे बढ़ाया जाएगा: मनोहर लाल
सिरसा(सतनाम): सीएम मनोहर लाल ने आज चोरमार और मिठरी गांव झींगा मछली फार्म का किया निरीक्षण। इस दौरान कृषि मंत्री जेपी दलाल, सांसद सुनीता दुग्गल सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान झींगा मछली झींगा किसानों के कार्यशाला में मनोहर लाल ने किसानों को संबोधित करते हुए दूसरे किसानों को भी झींगा मछली पालन करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही कहा कि सिरसा और भिवानी में किसान झींगा मछली पालन के प्रति जागरूक होकर लगातार खेती कर रहे हैं। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि मछली पालन के लिए किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए केंद्र भिवानी में बनाया गया है। 15 जिलों में भी प्रशिक्षण शिविर बनाए जाएंगे किसानों के लिए नीली क्रांति को आगे बढ़ाएगी।
सीएम ने कहा कि झींगा किसानों को सब्सिडी प्रदेश सरकार एडवांस में देगी
उन्होंने सिरसा में ऐलान करते हुए कहा कि केंद्र सरकार से पहले हरियाणा सरकार झींगा किसानों को अब सब्सिडी देगी। केंद्र सरकार की सब्सिडी में देरी होने की वजह से किसी भी किसान को परेशानी नहीं होने दिया जाएगा। किसानों को सब्सिडी अब हरियाणा सरकार एडवांस में देगी। इसके बदले में केंद्र सरकार की सब्सिडी हरियाणा सरकार ले लेगी। इससे किसानों को किसी मछली पालन करने में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आएगी।
15 जिलों में झींगा मछली उत्पादन शुरु होगा
मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के 15 जिलों में झींगा मछली उत्पादन को शुरू किया जाएगा। झींगा मछली उत्पादन से लगातार किसान खुशहाल हो रहे हैं। झींगा मछली उत्पादन से किसानों को जोड़ने के लिए 10 हजार किसानों का लक्ष्य रखा गया है। आय बढ़ाने में मछली पालन उत्पादन किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसानों की मछली की बिक्री के लिए झज्जर या गुड़गांव जिले में मार्केट का केंद्र बनाने का प्रस्ताव पास किया गया है। बिक्री के लिए मार्केट के लिए जमीन लेने की प्रक्रिया जारी है। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि मछली पालन के लिए किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए केंद्र भिवानी में बनाया गया है। 15 जिलों में भी प्रशिक्षण शिविर बनाए जाएंगे किसानों के लिए नीली क्रांति को आगे बढ़ाएगी।
मछली पालन से बेहतर देश में कोई व्यापार नहीं है: जेपी दलाल
वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसानों को किया संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा में 10 लाख एकड़ जमीन खारे पानी की है। अगले दो से तीन सालों में सिरसा में सैंकड़ों किसानों ने मछली पालन कर मुनाफा कमाया हैं। मछली पालन से बेहतर देश में कोई व्यापार नहीं है। बिना पूंजी लगाए किसानों को हो रहा है लाखों रुपए का मुनाफा। कृषि मंत्री ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से एक दलाल से प्रशिक्षण एक दलाल से प्रशिक्षण किसानों के लिए कुछ मांगे रखी। मछली पालन का हैदराबाद से आने वाला बीज सही होना चाहिए। असली बीज किसानों को मिले सीएम इस बात का सुनिश्चित करे। फार्म पर समय समय पर मछली पालन खेती के एक्सपर्ट देखरेख करते रहे। सिरसा में मछली पालन के लिए पानी टेस्टिंग के लिए लैब स्थापित की जाए। सिरसा में मछली पालन के लिए प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जाए। जिन किसानों के पास मछली पालन की खेती के लिए पैसा नहीं है। उनके लिए कॉपरेटिव बैंक 6 महीने के लिए लोन दे। लोन लेने के बाद किसान ठेके पर जमीन लेकर अपनी खेती शुरू कर सके।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)
सबसे ज्यादा पढ़े गए
UP: आगरा और कानपुर कमिश्नरेट समेत यूपी में 10 नए थाने खुलेंगे, योगी सरकार ने दी मंजूरी
Saraswati Mata Puja mantra: इस मंत्र का करें जाप और पाएं ज्ञान का वरदान
सीवरेज पाइप बिछाने के चल रहे कार्य दौरान हुआ भयानक हादसा, 2 मजदूरों की मौत
‘मैं डॉक्टर हूं, रात में नहीं देखूंगा मरीज’. धरती के भगवान के इस जवाब ने ले ली मरीज की जान
मिड डे मील का खाना खाने से 45 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, इलाज के लिए स्वास्थ्य केन्द्र में कराया गया भर्ती
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 397