Source: www.lichen.com
- इनमें चट्टानों का क्षरण करके खनिजों को अलग करने की क्षमता होती है. इसलिए ये खाली चट्टानों पर भी उग जाते है.
- इनकी मृत्यु व विघटन से वहां खनिज तथा कार्बनिक पदार्थों की तह बन जाती है जिस पर अन्य पौधे उग सकते हैं. इस प्रकार ये चट्टानों पर अन्य पौधों के लिए समुचित परिस्थितियां उत्पन्न करते है.
- टुण्ड्रा प्रदेशों में तो लाइकेन अत्यधिक प्रचुरता में उपलब्ध होते हैं.
- मिट्टी के निर्माण के लिए भी ये योगदान करते हैं.
- लाइकेन नाइट्रोजन को फिक्स करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. शैवाल के साथ अपने सहयोग के कारण, लाइकेन हवा में मौजूद नाइट्रोजन को नाइट्रेट में परिवर्तित करने में सक्षम होते हैं, जिससे उनका विकास होता है.
- लाइकेन को स्वच्छ हवा की जरुरत होती है. ये प्रदुषण को बर्दाश नही कर पाते है. लाइकेन कार्बन डाइऑक्साइड और भारी धातुओं सहित हवा से सब कुछ अवशोषित करते हैं. वैज्ञानिक लाइकेन की मदद से क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर को निर्धारित कर सकते हैं और अगर किसी एक साइट पर लाइकेन हानिकारक प्रदूषण के कारण मर रहे हो तो इसे प्रारंभिक चेतावनी या संकेत समझा जा सकता है कि उस जगह पर प्रदुषण का स्तर बढ़ रहा है.
Russia, Ukraine and India: रूस और यूक्रेन के बीच क्यों है विवाद? दोनों देशों से कितने अहम हैं भारत के रिश्ते
Russia, Ukraine and India: भारत के दोनों ही देशों से गहरे संबंध है. रूस भारत का अहम रक्षा साझीदार है और यूक्रेन में भारत से बड़ी संख्या में बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाते हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका के बीच भारत ने शांति की अपील की है.
Russia, Ukraine and India: पिछले करीब डेढ़ महीने से रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद के बाद भारत ने इस हफ्ते पहली बार आधिकारिक बयान जारी किया है. दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका के बीच भारत ने इस मसले पर सभी पक्षों से शांति की अपील की है और यूक्रेन के प्रभावित क्षेत्रों से एयर इंडिया की विशेष उड़ानों के जरिए फंसे भारतीयों को निकाला जा रहा है. रूस और यूक्रेन की बीच चल रहे तनाव पर भारत करीब से नजर रखे हुए हैं. भारत के दोनों ही देशों से गहरे संबंध है. रूस भारत का अहम रक्षा साझीदार है और यूक्रेन में भारत से बड़ी संख्या में बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए रुझान क्यों मौजूद हैं? जाते हैं.
रूस के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंध
भारत और रूस के बीच पिछले सत्तर वर्षों से मजबूत संबंध हैं और रक्षा क्षेत्र में रूस लंबे समय से अहम साझीदार रहा है. भारत अन्य देशों से भी हथियारों की खरीदारी करता है लेकिन 60-70 फीसदी सप्लाई डिफेंस इक्विपमेंट रूस से आते हैं. पीएम मोदी ने सिर्फ दो ही देशों के प्रमुखों के साथ अनौपचारिक मुलाकात की है- रूस व चीन और रूस भारत व चीन के बीच विवाद पर प्रमुख रणनीतिक किरदार के रूप में उभरा है. भारत के विदेश व रक्षा मंत्री अपने चीनी समकक्षों के साथ रूस में पिछले साल में बातचीत कर चुके हैं. मौजूदा वक्त में रूस का पश्चिमी देशों के साथ विवाद पर भारत की अहम चिंता ये है कि इससे रूस चीन के करीब हो सकता है जिससे भारत की दिक्कतें बढ़ सकती हैं.
Covid-19: वायरस के दो वैरिएंट्स का नाम WHO ने कप्पा और डेल्टा रखा, भारत में मिल चुके हैं दोनों स्ट्रेन
वर्ष 2014 में जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था तो पश्चिमी देशों के रूख को लेकर रूस और चीन के बीच दूरिया घटी थी. तेल कीमतों के लुढ़कने से खपत को लेकर रूस चीन पर निर्भर हो गया लेकिन खास बात ये है कि रूस व चीन के बीच विशेष दोस्ताना संबंध नहीं है और चीन क्रीमिया को रूस के हिस्सा के रूप में मान्यता नहीं देता है तो रूस दक्षिणी चीन सागर पर चीन के दावे पर न्यूट्रल है. जब क्रीमिया पर रूस ने कब्जा किया था तो भारत ने इस मसले को लेकर चिंता जाहिर की थी लेकिन लेजिटमेट रसियन इंटेरेस्ट्स (रूस के हितों को लेकर की गई कार्रवाई) भी कहा. इस पर पुतिन ने तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह का आभार जताया था.
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय
भारत की यूक्रेन से जुड़ाव की बात करें तो यूक्रेन में भारतीय बड़ी संख्या में रहते हैं जिसमें अधिकतर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बच्चों की है. फंसे भारतीयों को बाहर निकालने के लिए क्यीव (यूक्रेन की राजधानी) में स्थित भारतीय दूतावास ने जानकारी जुटानी शुरू की है और सरकारी आकलन के मुताबिक वर्ष 2020 में यूक्रेन में 18 हजार भारतीय स्टूडेंट्स थे लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन व ऑनलाइन क्लासेज के चलते यह संख्या कम हो सकती है.
Hero Motocorp ने अपनी इस बाइक को भारत में किया बंद, जानें इसके पीछे क्या है वजह
हीरो मोटोकॉर्प ने अपनी एडवेंचर सीरीज बाइक XPulse 200 2V को अपनी ऑफिशियल वेबसाइट से हटा दिया है. वहीं, XPulse 200 4V आगे भी बिक्री के लिए मौजूद रहेगी. इस बाइक की एक्स शोरूम कीमत 1.37 लाख रुपये है.
Hero XPulse 200 2V Discontinued: देश की सबसे बड़ी दो पहिया वाहन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने अपनी बेस्ट सेलिंग एडवेंचर बाइक के XPulse 200 के बेस 2V वेरिएंट को बंद कर दिया है. यहां तक की कंपनी ने अपनी इस बाइक को अपने ऑफिशियल वेबसाइट से भी हटा दिया है. अगर आप अब इस बाइक को खरीदना चाहते हैं तो बता दें ऐसा नहीं कर पाएंगे. अब आपको कंपनी के पोर्टफोलियो में मौजूद XPulse 200 4V को खरीदना पड़ेगा. यह बाइक 1.37 लाख रुपये एक्स शोरूम दिल्ली कीमत पर सेल के लिए मौजूद हैं. चलिए विस्तार से जानते हैं कि आखिर कंपनी ने यह कदम क्यों उठाया और भारत में इस बाइक को बंद क्यों कर दिया.
Hero XPulse 200 2V भारत में क्यों हुई बंद
रिपोर्ट्स की अगर मानें तो इस बाइक के बंद होने के पीछे XPulse 200 4V को वजह बताया जा रहा है. खबरों की माने तो जब से भारत में XPulse 200 4V लॉन्च हुई थी तब से XPulse 200 2V की बिक्री काफी कम हो गयी थी. इस बाइक के बंद होने के पीछे केवल यही वजह नहीं है, कई रिपोर्ट्स में यह बात भी सामने आयी है कि Hero Motocorp जल्द भारत में अपनी 300cc सेगमेंट एडवेंचर बाइक को लॉन्च करने वाली है और मार्केट में उसकी पकड़ को मजबूत बनाने के लिए अपनी पोर्टफोलियो से XPulse 200 2V को अपनी पोर्टफोलियो से हटा रही है. जानकारी के लिए बता दें Hero Motocorp की इस 300cc बाइक को कई बार टेस्टिंग के दौरान सड़कों पर भी देखा गया है.
Hero XPulse 200 4V Vs 200 2V Engine Specs
XPulse 200 4V और 200 2V के इंजन की अगर आपस में तुलना करें तो 200 4V में आपको एक 199.6cc रुझान क्यों मौजूद हैं? का इंजन मिल जाता है. यह एक ऑयल कूल्ड फ्यूल इंजेक्टेड इंजन है. पावर आउटपुट फिगर्स पर नजर डालें तो इसका इंजन 8500rpm पर 18.8bhp की पावर और 6500rpm पर 17.35nm की पीक टॉर्क जेनरेट कर सकता है. 200 2V के इंजन से अगर इसकी तुलना करें तो यह 1.2bhp ज्यादा पावर और 0.9nm की ज्यादा टॉर्क प्रोड्यूस कर सकता है. इन दोनों ही बाइक्स में 5 स्पीड गियरबॉक्स का सपोर्ट मिल जाता है.
Hero XPulse 200 4V Vs 200 2V Price
Hero XPulse 200 2V की कीमत आखिरी बार 1.28 लाख रुपये एक्स शोरूम कीमत रिकॉर्ड की गयी थी वहीं, XPulse 200 4V की कीमत इस समय 1.37 लाख रुपये एक्स शोरूम दिल्ली है.
Prabhat Khabar App :
देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
लाइकेन वातावरण के लिए महत्वपूर्ण क्यों हैं
लाइकेन विश्व्यापी है. ये विभिन्न स्थानों तथा आधारों पर जैसे, पेड़ों के तनों, दीवारों, चट्टानों व मृदा आदि पर पाए जाते हैं. यह वातावरण को प्रदुषण से मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि कैसे लाइकेन वातावरण के लिए जरुरी है, ये कहाँ पाए जाते है और इनका आर्थिक दृष्टि से क्या महत्व हैं.
लाइकेन (Lichens) एक प्रकार के मिश्र जीव (Composite organisms) हैं जो कि एक कवक (एस्कोमाइसिटीज अथवा बैसिडियोमाइसिटीज) तथा शैवाल (प्राय: सायनोबक्टीरिया) की एक या दो जातियों के साहचर्य के परिणामस्वरूप बनते हैं. लाइकेन के कवक घटक को mycobiont तथा शैवाल के घटक को phycobiont कहते हैं. दोनों घटक परस्पर इस प्रकार रहते है कि एक ही सूकाय (thallus) बना लेते है और एक ही जीवधारी की तरह व्यवहार करते हैं.
लाइकेन कहां पाए जाते हैं?
लाइकेन विश्व्यापी है. ये विभिन्न स्थानों तथा आधारों पर जैसे, पेड़ों के तनों, दीवारों, चट्टानों व मृदा आदि पर पाए जाते हैं. उए समुद्र के किनारों से लेकर पहाड़ों के ऊचें शिखर तक स्थित होते हैं. परन्तु वर्षा प्रचुर उष्णकटिबंधीय वनों में ये बहुतायात में पाए जाते हैं.
लाइकेन वातावरण के लिए महत्वपूर्ण क्यों हैं?
Source: www.lichen.com
- इनमें चट्टानों का क्षरण करके खनिजों को अलग करने की क्षमता होती है. इसलिए ये खाली चट्टानों पर भी उग जाते है.
- इनकी मृत्यु व विघटन से वहां खनिज तथा कार्बनिक पदार्थों की तह बन जाती है जिस पर अन्य पौधे उग सकते हैं. इस प्रकार ये चट्टानों पर अन्य पौधों के लिए समुचित परिस्थितियां उत्पन्न करते है.
- टुण्ड्रा प्रदेशों में तो लाइकेन अत्यधिक प्रचुरता में उपलब्ध होते हैं.
- मिट्टी के निर्माण के लिए भी ये योगदान करते हैं.
- लाइकेन नाइट्रोजन को फिक्स करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. शैवाल के साथ अपने सहयोग के कारण, लाइकेन हवा में मौजूद नाइट्रोजन को नाइट्रेट में परिवर्तित करने में सक्षम होते हैं, जिससे उनका विकास होता है.
- लाइकेन को स्वच्छ हवा की जरुरत होती है. ये प्रदुषण को बर्दाश नही कर पाते है. लाइकेन कार्बन डाइऑक्साइड और भारी धातुओं सहित हवा से सब कुछ अवशोषित करते हैं. वैज्ञानिक लाइकेन की मदद से क्षेत्र में वायु प्रदूषण के स्तर को निर्धारित कर सकते हैं और अगर किसी एक साइट पर लाइकेन हानिकारक प्रदूषण के कारण मर रहे हो तो इसे प्रारंभिक चेतावनी या संकेत समझा जा सकता है कि उस जगह पर प्रदुषण का स्तर बढ़ रहा है.
ग्रीन मफलर क्या है और यह प्रदूषण से किस प्रकार संबंधित है
Mycobiont व phycobiont के बीच साहचर्य की प्रक्रति (NAture of association between the mycobiont and the phycobiont)
जीव वैज्ञानिकों के अनुसार लाइकेन थैलस एक प्रकार से परस्पर सहजीविता रुझान क्यों मौजूद हैं? का उदाहरण है. शैवाल द्वारा कवक को भोजन की आपूर्ति की जाती है. बदले में कवक द्वारा शैवाल को सुरक्षा, जल, नाइट्रोजन वाले पदार्थ एवं खनिज लवण प्रदान किए जाते हैं.
लाइकेनों का आर्थिक महत्व क्या हैं?
- लाइकेन विशेषकर क्रस्टोज लाइकेन, चट्टानों का क्षरण करके उन्हें मृदा में परिवर्तित कर देते है. इनकी मृत्यु के बाद इनके थैलस विघटित होकर कार्बनिक पदार्थ बनाते हैं जो इन चट्टान के खनिज लवणों के साथ मिश्रित होकर मृदा बनाते हैं जिसमें अन्य पौधें उग सकते है.
- सल्फर डाइऑक्साइड की सूक्ष्म मात्राओं की इनकी वृद्धि पर फर्क पड़ता है. अत: ये वायु प्रदुषण के अच्छे सूचक होते हैं. प्रदूषित क्षेत्रों में ये विलुप्त हो जाते हैं.
- कुछ लाइकेन जैसे स्टोन मशरूम खाने में काम आते है.
- लाइकेनों में विद्धमान लाइकेनिन व अन्य रसायनिक पदार्थों को दवाइयों के रूप में प्रयोग किया जाता है.
- क्या आप जानते है कि perfumes भी लाइकेन से बनती हैं; जैसे कि रैमेलाइना से.
ऐसा कहना गलत नहीं होगा की लाइकेन ऐसा जीव है जो कि वातावरण के लिए महत्वपूर्ण है ही साथ ही इसका आर्थिक महत्व भी है.
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट - Semen fructose Test in Hindi
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट सीमेन एनालिसिस का एक भाग है। यह वीर्य में फ्रुक्टोज की मात्रा का पता लगाता है। वीर्य एक गाढ़ा और सफेद रंग का द्रव है, जिसमें शुक्राणु (पुरुष की प्रजनन कोशिकाएं) मौजूद होते हैं। इसके साथ विभिन्न ग्रंथियों का स्त्राव जैसे सेमिनल वेसिकल भी शामिल होता है। सेमिनल वेसिकल सम्पूर्ण वीर्य का 70 प्रतिशत भाग होता है। सेमिनल वेसिकल से निकले स्त्राव में सेमिनल फ्रुक्टोज, प्रोटीन, विटामिन सी, एंजाइम और प्रोस्टाग्लैंडिंस शामिल होते हैं। फ्रुक्टोज एक शुगर है जो कि शुक्राणु को गति के लिए ऊर्जा देती है।
सेमीनल वेसिकल और वेस डेफरेन्स (एक ट्यूब जो परिपक्व शुक्राणुओं को संचारित करती है) मिलकर एक एजाक्युलेटरी पथ बनाती है जो यूरेथ्रा में द्रव का स्त्राव करता है। यूरेथ्रा एक ट्यूब है जो कि यूरिन और वीर्य को शरीर से निकालती है।
सेमीनल वेसिकल में अवरोध या सेमीनल वेसिकल न होने से वीर्य में फ्रुक्टोज की अनुपस्थिति हो सकती है। इसीलिए सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट सेमीनल वेसिकल और वेस डेफरेन्स की कार्यशीलता का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट क्यों किया जाता है - Semen fructose Test Kyu kiya Jata Hai
- सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट से पहले - Semen fructose Test Se Pahle
- सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट के दौरान - Semen fructose Test Ke Dauran
- सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट के परिणाम और नॉर्मल रेंज - Semen fructose Test Result and Normal Range
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट क्यों किया जाता है - Semen fructose Test Kyu kiya Jata Hai
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट की सलाह उन लोगों को दी जाती है, जिनके वीर्य में शुक्राणुओं की कमी या वीर्यपात का अनुपात कम होता है। आपके डॉक्टर सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट की सलाह एज़ूस्पर्मिया (वीर्य में शुक्राणु न होना) के कारण का पता लगाने के लिए करने की सलाह देते हैं। यदि डॉक्टर मेल फर्टिलिटी पैनल की सलाह देते हैं, तो यह टेस्ट सीमेन एनालिसिस जैसे अन्य टेस्टों के साथ किया जा सकता है। यह आमतौर पर तब किया जाता है, जब किसी दंपती को संतान पाने में मुश्किल हो रही हो।
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट से पहले - Semen fructose Test Se Pahle
टेस्ट करवाने से दो से सात दिन पहले आपको सेक्स न करने के लिए कहा जाएगा। यदि आप किसी भी तरह की दवा ले रहे हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर को बता दें। सीमेटिडीन जैसी कुछ विशेष दवाओं के प्रभाव से टेस्ट के परिणाम प्रभावित हो सकते हैं, इसीलिए इन्हें नहीं लेना चाहिए। इसके साथ ही हर्बल दवाएं, तम्बाकू, शराब और कैफीन लेने से भी बचें।
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट के दौरान - Semen fructose Test Ke Dauran
इस टेस्ट के लिए डॉक्टर आपको वीर्य का सैंपल लेने के लिए एक कंटेनर देंगे। इसे निम्न प्रक्रिया द्वारा लिया जाएगा -
- लैब टेक्नीशियन आपको सैंपल लेने के लिए एक कंटेनर देंगे
- आपसे एक अकेले कमरे में जाने को कहा जाएगा
- यदि सैंपल सेक्स के दौरान लेना है तो डॉक्टर आपको कंडोम भी दे सकते हैं।
- सैंपल इकट्ठा करने के आधे घंटे के दौरान लेबल लगाकर लैब में भेज दें
लुब्रिकेटेड कंडोम या किसी भी लुब्रीकेंट का प्रयोग न करें, इससे टेस्ट के परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।
सीमेन फ्रुक्टोज टेस्ट के परिणाम और नॉर्मल रेंज - Semen fructose Test Result and Normal Range
सामान्य परिणाम -
सामान्य परिणाम को पॉजिटिव लिखा जाता है, जिसका मतलब है कि आपके वीर्य में फ्रुक्टोज मौजूद हैं। 150 मिलीग्राम प्रति डेसीलिटर की संदर्भ वैल्यू को सामान्य माना जाता है। इसका मतलब है कि सेमीनल वेसिकल और वेस डेफेरेंस ठीक तरह से कार्य कर रहे हैं।
असामान्य परिणाम -
वीर्य का सैंपल जिसे नेगेटिव लिखा जाता है तो इसका मतलब है कि परिणाम असामान्य है और वीर्य में फ्रुक्टोज की मात्रा नहीं पाई गई है, जिसका मतलब हो सकता है -
Devoleena Bhattacharjee ने गुपचुप शादी पर तोड़ी चुप्पी, बोली 'दिखावा करना मूर्खता. '
Devoleena Bhattacharjee on Low Key wedding: टीवी अदाकारा देवोलीना भट्टाचार्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि उन्हें बड़ी शादी में बर्बाद होने वाले पैसे से ज्यादा बेहतर जरूरतमंदों की मदद करना लगता है। देवोलीना (Devoleena Bhattacharjee) के अनुसार दिखावे में पैसा बर्बाद करने से युवाओं को बचना चाहिए और पैसे की कीमत समझनी चाहिए।
Updated Dec 19, 2022 | 09:04 PM IST
Devoleena Bhattacharjee ने क्यों की गुपचुप शादी?
Devoleena Bhattacharjee on Low Key wedding: टीवी इंडस्ट्री की जानी-मानी अदाकारा देवोलीना भट्टाचार्जी ने बीते हफ्ते गुपचुप शादी रचाकर सबको हैरान कर दिया। देवोलीना भट्टाचार्जी सोशल मीडिया के जरिए अपनी जिंदगी फैंस के साथ शेयर करती हैं लेकिन उन्होंने शादी जितना बड़ा फैसला छुपाए रखा, जो उनके चाहनेवालों को हजम नहीं हो रहा है। देवोलीना भट्टाचार्जी (Devoleena Bhattacharjee) ने बेहद साधारण ढंग से अपने करीबी लोगों के सामने शादी रचाई, जिसकी तस्वीरें और वीडियोज अब तक वायरल हो रही हैं। देवोलीना भट्टाचार्जी के फैंस शादी की तस्वीरें देखते हुए यह सवाल भी पूछ रहे हैं कि अदाकारा ने साधारण ढंग से शादी क्यों रचाई? जिस दौर में सेलेब बड़ी-बड़ी शादियां कर रहे हैं, वहां देवोलीना ने आम लोगों की तरह शादी के बंधन में बंधकर सबको हैरान कर दिया है।
अदाकारा देवोलीना भट्टाचार्जी ने मीडिया से बात करते हुए यह राज भी खोल दिया है। अदाकारा ने बताया है कि सेलेब्स को कई लोग फॉलो करते हैं। ऐसे में टीवी और फिल्मी सितारों को सही उदाहरण सेट करने चाहिए। बड़ी-बड़ी शादियां पैसों की बर्बादी हैं और वो नहीं चाहती थीं कि उनके फैंस उन्हें देखकर अपनी मेहनत की कमाई बर्बाद करें। देवोलीना भट्टाचार्जी ने कहा है, 'मुझे ऐसा लगता है कि सेलेब्रिटी टैग के साथ जिम्मेदारी भी आती है कि हम समाज को गाइड करें। कहा जाता है कि हमारे पास ट्रेंड सेट करने की पावर होती है और बड़ी शादियां पैसों की बर्बादी से ज्यादा कुछ नहीं हैं। मुझे लगता है कि ये सब दिखावा है। मुझे नहीं लगा कि मुझे अपने पैसों के साथ ऐसा करना चाहिए। मुझे लगता है कि मैं, मेरे पति और मेरे परिवारवालो बहुत मेहनत से पैसा कमाते हैं। हमें इसका सही उपयोग करना चाहिए।'
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 717