उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी सौ वर्ष में एक बार आने वाली महामारी के खिलाफ मानव जाति की समायोजन शक्ति का भी प्रमाण है. भारत के मंडप की थीम- स्पष्टता, अवसर और वृद्धि का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत विश्व में सबसे खुले देशों में एक है, जो सीखने, नवाचार स्टार्टअप में निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देश और निवेश के लिए खुला है.
PPF Withdrawal : अचानक जरूरत पड़ने पर पीपीएफ खाते से कैसे निकालें पैसा? ये नियम हैं
पीपीएफ निकासी नियम : पब्लिक प्रोविडेंट फंड देश की लोकप्रिय लघु बचत योजनाओं में से एक है। यह ग्राहकों की निवेश राशि को पूरी तरह से सुरक्षित रखता है। इस सरकारी योजना में आप न्यूनतम 500 रुपये प्रति वर्ष और अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। सरकार फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदी सालाना की दर से ब्याज दे रही है। इसमें निवेश कर आप अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। पीपीएफ अकाउंट आप देश के किसी भी बैंक और पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं।
पीपीएफ में निवेश करने पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है, जिसका मूल्यांकन वार्षिक आधार पर किया जाता है। PPF अकाउंट आप पोस्ट ऑफिस समेत देश के लगभग सभी स्टार्टअप में निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देश सरकारी और प्राइवेट बैंकों में खुलवा सकते हैं। भारतीय नागरिकता आवश्यक है। नाबालिग बच्चों के नाम पर पीपीएफ खाता खुलवाया जा सकता है। लेकिन माता-पिता का होना बहुत जरूरी है। बच्चे के खाते से होने स्टार्टअप में निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देश वाली कमाई को माता-पिता की आय में जोड़ा जाता है।
भारत-इंडोनेशिया निवेश और व्यापार मंच की बैठक पोर्ट ब्लेयर में आयोजित की गई
20 दिसंबर 2022 को पोर्ट ब्लेयर, अण्डमान और निकोबार में सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान करने, बुनियादी ढांचा विकसित करने, पर्यटन, व्यापार और संपर्क बढ़ाने के लिए "भारत-इंडोनेशिया निवेश और व्यापार मंच" की संयुक्त कार्यबल समिति की बैठक आयोजित की गई।
टास्क फोर्स कमेटी की यह दूसरी बैठक है। पहली बैठक 25 नवंबर, 2019 को इंडोनेशियाई राजधानी जकार्ता में आयोजित की गई थी।
इंडोनेशियाई प्रतिनिधियों के साथ बैठक में अंडमान और निकोबार के उपराज्यपाल डीके जोशी, इंडोनेशियाई सरकार के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के निदेशक, जतमिको हेरु प्रसेत्यो ने भाग लिया।
Dubai Expo 2020: PM ने वैश्विक निवेशकों को भारत में निवेश करने के लिए किया आमंत्रित
- AIR News
- Updated On - October 2, 2021 / 11:03 AM IST
Dubai Expo 2020: वीडियो कांफ्रेंस के जरिये दुबई एक्सपो 2020 में इंडिया पवेलियन के शुभारंभ अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अवसरों की भूमि है और यहां कला, वाणिज्य, उद्योग या शिक्षा के क्षेत्र में अपार अवसर उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों के दौरान सरकार ने आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए कई सुधार किये हैं और इस क्रम को जारी रखते हुए आगे और प्रयास करेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुबई एक्सपो की थीम है- सभी की सोच और भविष्य का निर्माण. मोदी ने कहा कि थीम की भावना भारत के प्रयासों में भी देखी जा सकती है. हम नये भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं.
ताजा खबरें
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर दोनों राज्यों के नेताओं की तरफ से जारी बयानबाजी लगातार उलझाती जा रही है। विवादित क्षेत्र को केन्द्र शासित राज्य .
घरेलू कृषि रसायन कंपनियों के मामले में निकट भविष्य की विभिन्न चुनौतियां निर्यातकों की तुलना में उनके प्रदर्शन को कम कर सकती हैं। हालांकि अधिक मां.
महाराष्ट्र विधानसभा में लोकायुक्त विधेयक पारित
महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद को भ्रष्टाचार रोधी संस्था लोकपाल के दायरे में लाने के प्रावधान वाला लोकायुक्त विधेयक- 2022 बुध.
नरेंद्र मोदी सरकार भले ही ‘मेक इन इंडिया’ पहल के जरिये विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) पर जोर दे रही है लेकिन उसका सकारात्मक असर नहीं दिख रहा है। विद.
FPIs ने 2022 में भारतीय शेयर बाजार से रिकॉर्ड 1.2 लाख करोड़ रुपये निकाले
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने 2022 में भारतीय शेयर बाजार से लगभग 1.21 लाख करोड़ रुपये निकाले। एफपीआई की यह निकासी किसी एक साल में सर्वाधि.
CDS में फंडों की भागीदारी पर हो रहा विचार
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) म्युचुअल फंडों को क्रेडिट डिफॉल्ट स्वैप्स (CDS) में भागीदारी की अनुमति देने के लिए एक नए ढांचे पर विचार .
मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देगी हरियाणा सरकार, नई पॉलिसी बनाने की तैयारी
मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देगी हरियाणा सरकार , बनाई ये खास योजना, फोटो साभार: freepik
- Noida,
- Dec 28, 2022,
- Updated Dec 28, 2022, 5:20 PM IST
मोटे अनाज (मिलेट्स) की खेती को बढ़ावा देने के किसानों को प्रोत्साहित करेगी हरियाणा सरकार. इसके लिए सरकार एक पॉलिसी बनाने पर विचार कर रही है. जिसके तहत मोटा अनाज पैदा करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी. साथ ही पंचकुला और गुरुग्राम के एग्रोमाल में मोटे अनाज से खाद्य सामग्री तैयार स्टार्टअप में निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देश करने के लिए संस्थाओं को जगह उपलब्ध कराई जाएगी. मोटे अनाज को लेकर किसानों को जागरूक करने के लिए गांव और जिला स्तर पर जागरूकता और प्रशिक्षण के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिससे उन्हें मोटे अनाज के फायदे बताकर मिलेट्स की खेती के लिए स्टार्टअप में निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देश प्रोत्साहित किया जा सके.
किसानों को मिलेगी ट्रेनिंग
केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ऑफ द ईयर घोषित किया है. मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि प्रदेश में मोटे अनाज की लाभकारी गुणों के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक और किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. मुख्य तौर पर प्रदेश में बाजरा को ही मोटे अनाज के रूप में उगाया जाता है. आजीविका के लिए बाजरा और ज्वार जैसे पोषक अनाज से बहुत सारी संभावनाएं हैं. यह गेहूं और चावल की तुलना में कम कार्बन के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करता है.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सभी विधायकों और मीडिया कर्मियों को मोटे अनाज से बना खाना परोसा जाएगा. पोषक अनाज मिलेट्स को अंतरराष्ट्रीय वर्ष 2023 को जन आंदोलन बनाने के लिए इन फसलों की पौष्टिक गुणों की महत्ता को हरियाणा के जन-जन तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए कृषि विभाग ने कार्यशालाओं, गोष्ठी और मेले और प्रशिक्षण शिविरों के लिए विशेष आयोजन की जा रही है.
इसके सेवन से खत्म होती हैं कई बीमारियां
मिलेट्स मैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहुर डॉ. खादर अली ने कहा कि मोटे अनाज की लाभकारी महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है. इसके सेवन से काफी बीमारियां खत्म हो जाती है. ये अनाज शरीर को पोषण देने और ठीक करने की क्षमता के लिए पहचाना जाता है. बड़ी मात्रा में फाइबर, खनिज और प्रोटीन से युक्त ये अनाज पोषण का पावर हाउस है.
खेती विरासत मिशन के कार्यकारी निदेशक उमेंद्र दत्त ने बताया कि मोटे अनाज प्रचलित जीवनशैली रोगों का इलाज के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं. जैसे, मधुमेह, रक्त शर्करा और उच्च रक्तचाप. लोगों को अपने भोजन में कोदो, कंगनी, कुटकी, संवा, हरी कंगनी, ज्वार, बाजरा, रागी, और चीना जैसे मोटे अनाज का सेवन करना चाहिए. यह बीमारियों को नियंत्रित करते हैं.
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