Post Office: पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम बनाएगी लखपति, दस हजार निवेश करके इकट्ठा कर सकते हैं 16 लाख
Post Office Recurring Deposit Scheme: आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की एक बेहद ही शानदार स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं। इस योजना का नाम पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम है। अगर आप अपने भविष्य को रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश सुरक्षित करने या भविष्य से जुड़े दूसरे प्रयोजनों के लिए किसी अच्छी निवेश योजना की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में ये स्कीम आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकती है। इस स्कीम में निवेश करने पर आपको बाजार जोखिमों के खतरों का सामना नहीं करना पड़ेगा। पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम सुरक्षित निवेश के लिए एक शानदार बचत योजना है। मौजूदा वक्त में पोस्ट ऑफिस की इस योजना में निवेश करने पर इन्वेस्टर्स को सालाना 5.8 प्रतिशत का रिटर्न मिल रहा है। देश में कई लोग पोस्ट ऑफिस की इस योजना में निवेश करना पसंद करते हैं। इसी कड़ी में आइए जानते हैं कैसे आप इस स्कीम में दस हजार रुपये का निवेश करके 16 लाख रुपये का फंड इकट्ठा कर सकते हैं।
16 लाख रुपये का फंड इकट्ठा करने के लिए आपको पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम में हर महीने दस हजार रुपये का निवेश दस सालों तक करना है।
वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 5.8 प्रतिशत का सालाना रिटर्न मिल रहा है। इस कारण मैच्योरिटी के समय दस सालों के बाद आपका ये फंड कुल 16 लाख 28 हजार रुपये का हो जाएगा।
पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम में निवेश की सीमा को निर्धारित नहीं किया गया है। ऐसे में आप अपने मन मुताबिक कितने भी रुपयों का निवेश इसमें कर सकते हैं।
इस स्कीम में आपको नियमित तौर पर अपने पैसों को जमा करना होता है। अगर आप नियमित तौर पर किस्तों का भुगतान नहीं करते हैं। ऐसे में आपको एक प्रतिशत का जुर्माना देना होगा। वहीं अगर आप चार किस्तों का भुगतान नहीं करते हैं। इस स्थिति में आपके खाते को बंद कर दिया जाएगा।
ये 4 प्राइवेट बैंक रेकरिंग डिपॉजिट पर दे रहे ज्यादा इंट्रेस्ट, जानें यहां सबकुछ
रेकरिंग डिपॉजिट (RD) में आपका मुनाफा बैंक द्वारा दी जाने वाली ब्याज दर पर निर्भर करता है. ब्याज की दर जितनी अधिक होगी आरडी पर मुनाफा उतना ही अधिक होगा.
रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit) छोटे निवेशकों के लिए निवेश का सबसे लोकप्रिय विकल्प है. इसके जरिए हर महीने छोटी-छोटी रकम निवेश कर एक बड़ा फंड बनाया जा सकता है. ये रिस्क फ्री इंस्ट्रूमेंट्स हैं जो फिक्स्ड रिटर्न देते हैं. कई छोटे बचतकर्ता भविष्य के खर्चों को बचाने के लिए इसका उपयोग करते हैं. यह एक निवेशक को मासिक जमा करने की रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश अनुमति देता है, जो जमा की अवधि के दौरान चक्रवृद्धि ब्याज (Compunding Interest) अर्जित करता है. यह उत्पाद जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो म्यूचुअल फंड योजनाओं में सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश नहीं करना चाहते हैं.
हालांकि, RD में आपका मुनाफा बैंक द्वारा दी जाने वाली ब्याज दर पर निर्भर करता है. ब्याज की दर जितनी अधिक होगी आरडी पर मुनाफा उतना ही अधिक होगा. यहां चार निजी बैंक हैं जो आरडी पर आकर्षक ब्याज दरों की पेशकश करते हैं. Yes Bank- आप इस प्राइवेट सेक्टर के लेंडर्स के साथ 6 महीने से 10 साल के बीच की अवधि के लिए रेकरिंड डिपॉजिट अकाउंट खोल सकते हैं. यस बैंक इन अवधि के लिए 5 फीसदी और 6.50 फीसदी के बीच ब्याज ऑफर रहा है. वरिष्ठ नागरिकों को आरडी पर उपरोक्त अवधि के लिए 50 बीपीएस से 75 बीपीएस अतिरिक्त ब्याज दर मिलेगी. यह 33 महीने तक की अवधि पर 50 बीपीएस अतिरिक्त ब्याज दे रहा है.
IDFC First Bank- प्राइवेट सेक्टर का यह बैंक एक निवेशक को न्यूनतम 100 रुपये मासिक के साथ आरडी जमा खाता खोलने की अनुमति देता है. अधिकतम 75,000 रुपये मासिक जमा कर सकते हैं. यह 5 फीसदी से 6 फीसदी तक की ब्याज दर के साथ 6 महीने से 10 साल तक की अवधि के लिए RD की अनुमति दे रहा है. वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 50 bps मिलेगा.
Axis Bank- प्राइवेट सेक्टर का बड़ा बैंक अपने खाताधारकों को नेट बैंकिंग के माध्यम से रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट ऑनलाइन खोलने का विकल्प देता है. यह आरडी खाताधारकों को 6 महीने से 10 साल की अवधि के लिए न्यूनतम मासिक राशि 500 रुपये जमा करने की अनुमति देता है. इस प्राइवेट बैंक ने 23 सितंबर, 2021 से डोमेस्टिक टर्म डिपॉजिट पर अपनी ब्याज दरों में संशोधन किया है.
RBL Bank- यह प्राइवेट लेंडर 6 महीने से लेकर 10 साल तक के लिए RD अकाउंट ऑफर करता है. RBL बैंक इस अवधि के लिए 5.25 फीसदी से 6.75 फीसदी के बीच ब्याज दर प्रदान करता है. यह वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 50 बीपीएस ब्याज दर ऑफर कर रहा है. कोई भी आरबीएल आरडी जमा खाता न्यूनतम 1000 रुपये प्रति माह जमा करके खोल सकता है. आरबीएल बैंक ने 1 सितंबर, 2021 से अपने आरडी ब्याज दर प्रभाव को संशोधित किया है.
FD vs RD: एफडी और आरडी में निवेश को लेकर हो रही है उलझन? समझें कौन सा विकल्प है बेहतर
FD और RD में से किसी एक को चुनने में अगर दिक्कत आ रही है, तो आपको सबसे पहले अपनी जरूरतों को समझना होगा. अपने फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखते हुए आप सही विकल्प को चुनाव कर सकते हैं.
टर्म डिपॉजिट में सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है.
Fixed Deposit vs Recurring Deposit: अगर आपने हाल ही में अपने करियर की शुरुआत की है और अपनी भविष्य की जरूरतों के लिए पैसे बचाना शुरू करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत करने का सबसे बेहतर तरीका बैंक में टर्म डिपॉजिट करना है. टर्म डिपॉजिट में सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है. इतना ही नहीं, इस पैसे का इस्तेमाल आप किसी इमरजेंसी में या ट्रैवल जैसी जरूरतों में बड़ी आसानी से कर सकते हैं. टर्म डिपॉजिट करना काफी आसान है. आप इसे अपने बैंक ऐप के माध्यम से या ब्रांच में जाकर कर सकते हैं. इसमें जरूरत पड़ने पर पैसा निकालना भी काफी आसान है. अगर आप सेविंग की शुरुआत करने जा रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि ये टर्म डिपॉजिट कैसे काम करते हैं. टर्म डिपॉजिट मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD).
अगर आपको FD और RD में से किसी एक को चुनना है, तो आप किसे चुनेंगे? ये नॉन-मार्केट लिंक्ड फिक्स्ड रिटर्न फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट हैं. अगर आपको इन दोनों में से किसी एक को चुनने में दिक्कत आ रही है, तो आपको इनके फीचर्स को चेक करना होगा और यह समझना होगा कि इनमें से कौन सा विकल्प आपके फाइनेंशियल गोल्स के हिसाब से सही है. आइए समझते हैं कि जरूरत के अनुसार, आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है.
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फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सेविंग इंस्ट्रूमेंट है, जिसके तहत निश्चित अवधि के लिए डिपॉजिट किए गए पैसे पर ब्याज मिलता है. जब अवधि पूरी हो जाती है, तो डिपॉजिट रकम मैच्योर हो जाता है और आपको इसे वापस कर दिया जाता है. निवेशकों के पास FD में संचयी (Cumulative) और गैर-संचयी ब्याज (Non-Cumulative) ऑप्शन में से चुनने का विकल्प होता है. संचयी ब्याज FD में, आपको मैच्योरिटी पर प्रिंसिपल और कंपाउंडेड इंटरेस्ट मिलता है. वहीं, गैर-संचयी FD में, आपके पास नियमित अंतराल, यानी मासिक, त्रैमासिक आधार पर ब्याज प्राप्त करने का विकल्प होता है.
आमतौर पर, ऐसे निवेशक जो युवा हैं और जिनके पास इनकम के अन्य स्रोत हैं, वे संचयी FD पसंद करते हैं. इसके अलावा, सीनियर सिटीजन्स या ऐसे लोग जो रिटायरमेंट के बाद नियमित इनकम चाहते हैं, वे रेगुलर इंटरेस्ट के लिए गैर-संचयी FD पसंद करते हैं. आइए एक उदाहरण के साथ FD पर TDS को समझते हैं.
मान लीजिए कि आपने (एक नॉन-सीनियर सिटीजन) 5 साल के टेन्योर के लिए 7% के ब्याज पर 10 लाख रुपये जमा किए. टीडीएस के बाद मैच्योरिटी अमाउंट 13.68 लाख रुपये होगी. बैंक 5 साल में 40888 रुपये का टीडीएस काटता है. डिपॉजिटर उस अमाउंट पर कंपाउंडिंग का फायदा नहीं उठा सकता है जो बैंक टीडीएस के रूप में काटता है. एक वित्तीय वर्ष में इंटरेस्ट इनकम 5000 रुपये से अधिक होने पर कंपनी डिपॉजिट के मामले में टीडीएस काटा जाता है. अगर आपके पास एकमुश्त राशि है और कम जोखिम के साथ रिटर्न हासिल करने के लिए उन्हें निवेश करना चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट आपके लिए एक अच्छा विकल्प है. आप बड़े बैंकों में पैसा जमा कर सकते हैं जहां पैसे सुरक्षित होते हैं और रिटर्न भी ठीक-ठाक मिल जाता है. आप ऐसे छोटे बैंकों में भी निवेश कर सकते हैं, जो अच्छा रिटर्न देते हैं, हालांकि इन्हें कम सुरक्षित माना जाता है.
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रिकरिंग डिपॉजिट क्या है?
रिकरिंग डिपॉजिट फिक्स्ड इंटरेस्ट और फिक्स्ड टेन्योर के लिए मंथली सेविंग इंस्ट्रूमेंट हैं. FD की तरह, RD पर भी आपको पूरे टेन्योर में वही ब्याज मिलता है, जिस पर कार्यकाल की शुरुआत में सहमति होती है. हालांकि, एफडी के विपरीत, आरडी डिपॉजिटर्स को किस्तों में बचत करने की अनुमति देता है. इसका मतलब है कि आपके बैंक अकाउंट से हर महीने एक निश्चित राशि काट ली जाती है.
RD में कोई टैक्स सेविंग विकल्प नहीं होता है, लेकिन FD में आपके पास सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचाने के लिए पांच साल की टैक्स सेविंग FD का विकल्प होता है. आरडी में ज्यादातर बैंक डिपॉजिट की मैच्योरिटी पर ब्याज देते हैं जबकि एफडी में आपको नियमित अंतराल पर ब्याज का विकल्प मिलता है. आरडी जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है. इसमें एक निश्चित अवधि तक किस्तों में बचत करते हुए एक बड़ा फंड बनाया जा सकता है.
कौन सा विकल्प है बेहतर
फिक्स्ड डिपॉजिट एकमुश्त निवेश है. इसलिए, इसमें आपको RD से ज्यादा रिटर्न मिलता है. एफडी और आरडी के बीच ब्याज रिटर्न में अंतर को समझने के लिए आप यहां इस टेबल पर एक नज़र डालें.
वही चुनें, जो आपके लिए बेहतर हो.
FD और RD में से किसी एक का चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि निवेश के समय आपके पास कितना फंड उपलब्ध है. अगर आपके पास एक फिक्स्ड टेन्योर के लिए निवेश करने के लिए एक बड़ा फंड है, तो आप FD का विकल्प चुन सकते हैं क्योंकि इसमें आपको अधिक कंपाउंडिंग बेनिफिट मिल सकता है. हालांकि, अगर आप हर महीने एक निश्चित रकम निवेश करना चाहते हैं, आरडी बेहतर विकल्प है. FD और RD में से किसी एक को चुनते समय अपने फाइनेंशियल गोल्स का ध्यान रखना जरूरी है.
पोस्ट ऑफिस के रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश की बना रहे हैं योजना, तो जान लें ये 10 बातें
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देशभर में अपने पोस्टल नेटवर्क का संचालन करने वाला इंडिया पोस्ट तमाम तरह की बैंकिंग और रेमिटेंस सेवाएं प्रदान करता है। इसके अलावा इंडिया पोस्ट निवेशकों के लिए तमाम तरह की छोटी बचत रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश योजनाओं का संचालन भी करता है। इन्हीं स्कीम्स में से एक है इंडिया पोस्ट की पांच वर्षीय रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट। इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक पांच वर्षीय रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट (आरडी) पर 7.3 फीसद की दर से ब्याज मुहैया करवाया जा रहा है।
पोस्ट ऑफिस के आरडी अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज की गणना सालाना आधार पर की जाती है। इंडिया पोस्ट के पास देशभर में 1.55 लाख पोस्ट ऑफिसेज का भारी भरकम नेटवर्क है। अगर आप पोस्ट ऑफिस में इस खाते को खुलवाने का विचार बना रहे हैं तो आपको इसके बारे में 10 बातें जरूर जाननी चाहिए। जानिए इससे जुड़ी अहम बातें:
100 रुपये निवेश करके भी इकट्ठा कर सकते हैं बड़ा अमाउंट, पोस्ट ऑफिस का शानदार प्लान
पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम पर फिलहाल 5.8 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है.
पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम पर फिलहाल 5.8 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है. पोस्ट ऑफिस में रेकरिंग डिपॉजिट खाता पांच सालों के लिए . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : April 25, 2022, 07:47 IST
नई दिल्ली. हमारे यहां कहावत है कि पैसा ही पैसे को खींचता है. यह बात सोलह आने सच है. क्योंकि पाई-पाई जोड़कर ही एक बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है. इसलिए कल की बड़ी आर्थिक जरूरत को पूरा करने के लिए आज से ही पैसा जोड़ना शुरू करें. ऐसा नहीं है कि भविष्य में किसी बड़े खर्चे को पूरा करने के लिए आपको बड़ी बचत की जरूरत है. आप कम पैसों से भी यह काम कर सकते हैं.
आज बाजार में निवेश की तमाम ऐसी स्कीम हैं जो आपको हर महीने बहुत ही कम राशि निवेश की सुविधा देती हैं. पोस्ट ऑफिस भी निवेश का एक अच्छा माध्यम बन कर तेजी से उभरा है. यहां आप महज 100 रुपये से भी निवेश की शुरूआत कर सकते हैं.
पोस्ट ऑफिस की स्कीम है जहां आप हर महीने कम पैसा जमा करके अच्छा फंड तैयार कर सकते हैं. यहां बात हो रही है पोस्ट ऑफिस की पांच साल की रेकरिंग डिपॉजिट (Post Office Recurring Deposit scheme) स्कीम की. यह एक लघु बचत स्कीम है.
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट में आप जो पैसे निवेश करते हैं उसकी सुरक्षा की गारंटी मिलती है. रिटर्न भी अच्छा मिलता है. पोस्ट ऑफिस (Post Office) रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट सरकारी गारंटी वाली योजना है. पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में आप कम से कम 100 रुपये भी निवेश कर सकते हैं. 10 के गुणांक में आप कितना भी पैसा जमा सकते हैं. अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा नहीं है.
इतना मिलता है ब्याज
पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम पर फिलहाल 5.8 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है. पोस्ट ऑफिस में रेकरिंग डिपॉजिट खाता पांच सालों के लिए खोला जाता है. इस खाते में जमा पैसों पर ब्याज की गणना हर तीन महीने में होती है. चूंकि यह लघु बचत योजना है और सरकार हर तिमाही पर लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों की घोषणा करती है.
कैसे खोल सकते हैं खाता
आप अपने नजदीक के डाकघर में जाकर आरडी खाता खुलवा सकते हैं. आप चाहें तो अपने परिवार के किसी सदस्य के साथ ज्वाइंट खाता भी खुलवा सकते हैं. आप 100 रुपये से इस खाते की शुरूआत कर सकते हैं.
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