जीरो-बैलेंस सेविंग्स अकाउंट क्या है? इसके बारे में सब जानकारी
सेविंग्स अकाउंट बैंक द्वारा दिए जाने वाली एक डिपोसिट अकाउंट सुविधा है जिसमें आप अपनी सेविंग्स जमा कर सकते हैं। आमतौर पर, बैंक आपके खाते में मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की शर्त पर सेविंग्स स्विंग ट्रेडिंग मराठी अकाउंट की ऑफर करते हैं। नहीं तो, आप मेंटेनेंस फी भरने के लिए जिम्मेदार होंगे। मगर, कुछ तरीके का सेविंग्स अकाउंट मिनिमम बैलेंस को मैंडेट नहीं करते हैं, उन्हें ज़ीरो-बैलेंस सेविंग्स अकाउंट कहते है। सरल भाषा में कहे तो - आप एक सेविंग्स अकाउंट खोल सकते हैं जिसमें आपको मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की ज़रूरत नहीं है|
ज़ीरो-बैलेंस बचत खाते की विशेषताएं:
मिनिमम बैलेंस नहीं है|
जैसा कि खाते के नाम बताता है, यह एक ज़ीरो-बैलेंस अकाउंट है। इसलिए, आपको मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की ज़रूरत नहीं है। नतीजा, ज़ीरो बैलेंस के मामले में कोई पेनल्टी नहीं है। इस तरीके का अकाउंट खोलते समय ग्राहकों के लिए यह मुख्य आकर्षण है।
आसान ट्रांसक्शन
आप इस अकाउंट से विविध नेटबैंकिंग सुविधाओं के द्वारा अपना पेमेंट कर सकते हैं। आप इस अकाउंट से बिजली, फोन और पानी के बिल भी भर सकते हैं।
मोबाइल बैंकिंग और नेटबैंकिंग
आप नेटबैंकिंग सुविधाओं के द्वारा अपने बैंक स्टेटमेंट की जांच कर सकते हैं, पैसा भेज सकते हैं और पा सकते हैं। और आप यह सब कंप्यूटर या अपने फोन से कर सकते हैं।
क्या आपको जीरो-बैलेंस सेविंग्स अकाउंट खोलना चाहिए?
एक ज़ीरो-बैलेंस सेविंग्स अकाउंट परेशानी मुक्त बचत की सुविधा देता है। लेकिन कुछ कमियां हैं जो आपके बैंकिंग अनुभव को एफेक्ट कर सकती हैं:
रिस्ट्रिक्टेड ट्रांसक्शन्स
ज़ीरो-बैलेंस अकाउंट में आपके मंथली ट्रांसक्शन नंबर की एक लिमिट होती है। आमतौर पर, बैंक सिर्फ चार मंथली विथड्रावल की अनुमति देते हैं। यदि आप परमिटेड नंबर से ज़्यादा विथड्रावल करते हैं, तो बैंक आपके ज़ीरो-बैलेंस अकाउंट को एक रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में बदल देता है। कुछ बैंक इन एक्स्ट्रा ट्रांसक्शन्स के लिए आपसे मामूली शुल्क भी ले सकते हैं।
काम या कोई इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स नहीं है|
एक रेगुलर सेविंग्स अकाउंट के विपरीत, ज़ीरो-बैलेंस अकाउंट आपको FD, RD में निवेश शुरू करने का ऑप्शन्स नहीं देते हैं, यहां तक कि स्विंग ट्रेडिंग मराठी स्विंग ट्रेडिंग मराठी डीमैट अकाउंट खोलने का भी ऑप्शन्स नहीं देते हैं।
कोई ज़्यादा बैंकिंग सुविधा नहीं है|
जैसे की ज़ीरो-बैलेंस अकाउंट एक बेसिक अकाउंट है, आप उन्नत बैंकिंग सुविधाओं जैसे इन्शुरन्स कवरेज, आसान लोन एक्सेस, इंस्टेंट मनी ट्रांसफर, क्रेडिट कार्ड एक्सेस, विशेषाधिकार और रिवार्ड्स आदि के एक्सेस नहीं कर सकते हैं।
ज़ीरो-बैलेंस अकाउंट के ये नुकसान आपकी एफशिएंट फिनांशियल प्लानिंग के रास्ते में आ सकते हैं और इमरजेंसी के दौरान बाधा बन सकते हैं। इसलिए मिनिमम बैलेंस सेविंगस अकाउंट रखना ज़्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। एचडीएफसी बैंक मिनिमम बैलेंस सेविंग्स अकाउंट खोलकर, आप अट्रैक्टिव ऑफर्स और डील्स को एन्जॉय कर सकते हैं, आसान लोन एक्सेस और इंस्टेंट फंड ट्रांसफर* के एलिजिबल बन सकते हैं। यहां तक कि आप स्वीप फैसिलिटी , लॉकर फैसिलिटी, अंतर्राष्ट्रीय डेबिट कार्ड, ऑटोमेटेड बिल पेमेंट, डिस्कोउन्ट्स लाभ, और भी बहुत कुछ पा सकते हैं। निवेश करना स्विंग ट्रेडिंग मराठी भी है आसान और सबसे इम्पोर्टेन्ट बात यह है कि आप AMB (एवरेज मंथली बैलेंस) के नॉन-मेंटनेंस चार्जेस से बच सकते हैं।
एचडीएफसी बैंक आपकी सभी ज़रूरतों के हिसाब से अलग अलग तरीके के सेविंग्स अकाउंट ऑफर करता है। चाहे आप सैलरीड एम्प्लोयी हों, होममेकर हों, स्टूडेंट हों, बिज़नेस ओनर हों या वर्किंग प्रोफेशनल हों - एचडीएफसी बैंक आपके लिए एकदम सही बैंकिंग पार्टनर है।
Forex Trading को लेकर RBI से बड़ा अपडेट! 34 फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के नामों की लिस्ट हुई जारी, इनपर न करें ट्रेड
रिजर्व बैंक ने आज 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है जो बिना रिजर्व बैंक की मंजूरी के ट्रेडिंग करा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या फिर इलेट्रॉनिक प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग से जुड़े नियमों के तहत रिजर्व बैंक के पास रजिस्टर्ड नहीं है.
रिजर्व बैंक ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए मुनाफा कराने वालों के बारे में लोगों को आगाह किया है. रिजर्व बैंक ने आज 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है जो बिना रिजर्व बैंक की मंजूरी के ट्रेडिंग करा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या फिर इलेट्रॉनिक प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग से जुड़े नियमों के तहत रिजर्व बैंक के पास रजिस्टर्ड नहीं है. रिजर्व बैंक के मुताबिक ये लिस्ट अभी के हिसाब से और इसमें अगर शिकायतें आएंगी तो जांच के बाद लिस्ट की संख्या बढ़ भी सकती है. इसका मतलब ये भी नहीं है कि जिन प्लेटफॉर्म के नाम इस लिस्ट में नहीं हैं वो ऑथराइज्ड ही हैं. ऑथराइज्ड स्टेटस जांचने के लिए रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर मुहैया ऑथराइज्ड लोगों और ऑथराइज्ड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट से मिलान किया जा सकता है.
रिजर्व बैंक ने आगाह किया है कि केवल अधिकृत संस्थाओं से ही फॉरेक्स सौदे किए जा सकते हैं और केवल उसी मद में किए जा सकते हैं जिनकी नियमों के तहत इजाजत है. जिन फॉरेक्स सौदों की इजाजत है वो केवल रिजर्व बैंक से ऑथराइज्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से ही होना चाहिए. या फिर BSE, NSE जैसे मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज से किए जा सकते हैं. ऐसे में लोगों को रिजर्व बैंक ने आगाह किया है कि वो अनाधिकृत प्लेटफॉर्म्स से फॉरेक्स के सौदे न करें. अगर कोई अनाधिकृत सौदे करेगा तो फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) नियमों के तहत कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होगा.
अगर आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग में दिलचस्पी रखते हैं तो आपने भी Forex Trading के जरिए रातों-रात अमीर बनने स्विंग ट्रेडिंग मराठी का सपना दिखाने वाले एडवर्टीज़मेंट देखे होंगे. ऐसे विज्ञापन अकसर महंगाई का सौदा होते हैं. ये फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप्स निवेशकों को पहली बार ट्रेड के लिए फ़्री कैश या फ्री ट्रेडिंग कोर्स जैसे ऑफर देते हैं. खुद को क्रेडिबल दिखाने के लिए बड़े-बड़े दावे भी करने से पीछे नहीं हटते हैं. आरबीआई काफी वक्त से इनके खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहा है.
आरबीआई इसके पहले भी कई ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ लोगों को आगाह कर चुकी है. इनमें से OctaFx, OlympTrade, Alpari, Forex.com, Ava Trade, FBS, I-Forex, Binomo.com, IQ Option, TP Global Forex जैसे प्लेटफॉर्म पर फॉरेक्स ट्रेडिंग रिजर्व बैंक नियमों के तहत कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है. ये प्लेटफॉर्म्स रिजर्व बैंक या सेबी में से किसी के पास भी रजिस्टर्ड नहीं हैं.
Market Trading Time: आरबीआई का बड़ा फैसला, बदला मार्केट ट्रेडिंग का समय, जानिए नया टाइम टेबल
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया( RBI) ने शेयर बाजार की ट्रेडिंग को लेकर बड़ा बदलाव किया है। आरबीआई ने ट्रेडिंग घंटे में बदलाव करते हुए इसे कोरोना से पहले वाली स्थिति में लाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक के फैसले के बाद अब शेयर बाजार में ट्रेडिंग का समय बढ़ जाएगा। नए बदलाव को 12 दिसंबर से लागू किया जाएगा। आरबीआई ने फैसला किया है कि 12 दिसंबर से ट्रेडिंग का समय कोरोना से पहले वाली स्थिति यानी सुबह स्विंग ट्रेडिंग मराठी के 9 बजे से शुरू होकर शाम के 5 बजे तक चलेगा। यानी लोगों को ट्रेडिंग के लिए लोगों को डेढ़ घंटे अतिरिक्त का समय मिलेगा। इस फैसले से कॉल, नोटिस, टर्म मनी, कॉमर्शियल पेपर और सर्टिफिकेट्स ऑफ डिपॉजिट्स , कॉरपोरेट बॉन्ड्स में ट्रेडिंग के लिए डेढ़ घंटे का अतिरिक्त समय मिलेगा। आपको बता दें कि इससे पहले कोरोना महामारी के दौरान 7 अप्रैल 2020 को शेयर बाजार में ट्रेडिंग का समय घटा दिया गया था। स्थिति सामान्य होने पर धीरे-धीरे ट्रेडिंग समय में बदलाव किया है।
स्टॉक मार्केट में तेजी रहेगी बरकरार या रफ्तार पर लगेगी ब्रेक? इन 6 शेयरों से मिल सकते हैं शुभ समाचार!
Day Trading Guide 1st December: कल यानी 30 नवंबर 2022 को भारतीय शेयर बाजार (Share Market) हरे निशान के ऊपर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) एक नया रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा था।
Day Trading Guide 1st December: कल यानी 30 नवंबर 2022 को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान के ऊपर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी एक नया रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा था। वहीं, 30 संवेदी सूचकांक वाला सेंसेक्स 63,099 अंक बंद हुआ। स्टॉक मार्केट में यह तेजी आज यानी 1 दिसंबर को भी देखने को मिली सकती है। स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट्स के अनुसार डेली चार्ट पर ‘बुल’ बना रहा है। वहीं, टेक्निकल चार्ट पर अपसाइड मोमेंटम दिखा रहा है। यह सभी मार्केट के लिए शुभ संकेत माने जा रहे हैं।
क्या दे रहे हैं एक्सपर्ट्स सलाह?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्ठी कहते हैं, “पॉजटिव चार्ट पैटर्न पर टॉप और बॉटम रुख आगे भी देखने को मिलेगा। निफ्टी 18,800 के करीब है। और नीचे आने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है। आने वाले समय में निफ्टी 18,680 के सपोर्ट प्राइस के साथ 18950-19000 स्विंग ट्रेडिंग मराठी के लेवल तक जा सकता है।”
एक्सिस सिक्योरिटीज़ के टेक्विनकल रिसर्च वाइस प्रेसीडेंट राजेश कहते हैं, “डेली चार्ट पैटर्न पर निफ्टी बैंक इंडेक्स बुलिश दिखा है। चार्ट पैटर्न के अनुसार निफ्टी बैंक इंडेक्स 43,350 अंक को क्रॉस कर देगा और उससे ऊपर बना रहेगा। आने वाले समय में यह 43,150 के सपोर्ट के साथ 43,700 पर जा सकता है। वहीं, मुनाफा वसूली के शिकार होने पर निफ्टी बैंक 43,150 के नीचे आ सकता है।”
इन 6 शेयरों पर रखें नजर
1- सुमीत बगाडिया की पसंद
यूपीएल - टारगेट प्राइस - 810-820 रुपये
स्टॉप लॉस - 775 रुपये
टाटा कंज्यूमर - टारगेट प्राइस - 835-850 रुपये
स्टॉप लॉस - 804 रुपये
2- अनुज गुप्ता की पसंद
सुजलॉन एनर्जी - टारगेट प्राइस 12 रुपये
स्टॉप लॉस - 9 रुपये
डिश टिवी - टारगेट प्राइस 24 रुपये
स्टॉप लॉस - 17.50 रुपये
3- मेहुल कोठारी
एनटीपीसी - टारगेट प्राइस 172-182 रुपये
स्टॉप लॉस - 165 रुपये
टाटा मोटर्स - टारगेट प्राइस - 440 रुपये
स्टॉप लॉस - 432 रुपये
(डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)
Rakesh Jhunjhunwala Tips: शेयर बाजार से अरबों रुपये कैसे कमाते हैं राकेश झुनझुनवाला? जानें बिगबुल के खास टिप्स
शेयर बाजार के 'बिग बुल' राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) एक ऐसे दिग्गज निवेशक हैं जिनके पोर्टफोलियो पर निवेशकों की नजर हमेशा बनी रहती है. निवेशक हमेशा इस पर ध्यान देते हैं कि राकेश झुनझुनवाला ने कौन-से शेयर खरीदे हैं या बेचे हैं. आपके जेहन में ये सवाल जरूर आता होगा कि आखिर झुनझुनवाला स्टॉक मार्केट की दुनिया के बादशाह कैसे बने? अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश कर बंपर कमाई करना चाहते हैं तो पहले राकेश झुनझुनवाला के खास टिप्स जरूर जानने चाहिए.
गलतियों से न डरें
राकेश झुनझुनवाला कहते हैं कि गलती होने से कभी मत डरो. शेयर बाजार में पैसा लगाने में कई फैसले करने होते हैं और इसमें कई बार गलती भी हो जाती है. गलतियों से सीखना चाहिए और फिर फैसला लेने चाहिए. राकेश कहते हैं कि शेयर बाजार में अगर आप गलती करने से डरेंगे तो फैसला नहीं ले पाएंगे. गलतियां उनसे भी होती है और हुई हैं उन्होंने एक कंपनी में पैसा लगाकर करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान किया था.
शेयर बाजार है सुप्रीम
राकेश कहते हैं कि शेयर बाजार सुप्रीम है यानी वही सबसे ऊपर है.अगर आप बाजार को सुप्रीम नहीं मानोगे तो अपनी गलतियों से सीख नहीं पाओगे. कई लोग होते हैं जो शेयर बाजार में नुकसान होने पर अपने फैसले को गलत कहने के बजाय शेयर बाजार को भला-बुरा कहने लगते हैं. अगर आप शेयर बाजार को सुप्रीम नहीं मानेंगे तो कभी शेयर बाजार से अच्छा पैसा नहीं बना पाएंगे.
निवेश करने से पहले अच्छे से रिसर्च करो
बिगबुल बताते हैं कि शेयर बाजार में निवेश करने से पहले उस कंपनी के बारे में अच्छे से रिसर्च करें जिसके शेयर आप खरीदने की सोच रहे हैं. अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर स्विंग ट्रेडिंग कर रहे हैं तब तो इसकी खास जरूरत नहीं, लेकिन लंबे वक्त के लिए किसी कंपनी में निवेश करने की सोच रहे हैं तो ये जरूरी है. कंपनी के बिजनेस, उसकी बैलेंस शीट, उसके मैनेजेंट, उसके फ्यूचर प्लान सबके बारे में अच्छे से रिसर्च कर सारी जानकारी लेलें.
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो सेपरेट रखें
झुनझुनवाला कहते हैं कि अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो पहले तय करें कि निवेश करना है या सिर्फ ट्रेडिंग करनी है. ट्रेडिंग सिर्फ एक पल होता है, जो अचानक आपको मुनाफा देता है, लेकिन इसमें नुकसान की संभावनाएं भी बहुत होती हैं. अगर आप भी शेयर बाजार में पैसा लगाने की सोच रहे हैं और निवेश के साथ-साथ ट्रेडिंग भी करना चाहते हैं तो दोनों पोर्टफोलियो को अलग-अलग रखें.
स्टॉक टिप्स से बचें
शेयर बाजार में निवेश करना है तो सबसे पहले स्टॉक टिप्स से बच कर रहें. खुद से रिसर्च करें और निवेश करें. उन्होंने बताया कि उन्होंने किस कंपनी में पैसा लगाया है, इसके बारे में उनकी पत्नी को भी पता नहीं रहता, तो फिर लोगों को कैसे पता चलेगा. 99 फीसदी खबरें गलत चलती है. अगर कल को कुछ गड़बड़ हुआ तो वह शेयर बेचकर कंपनी से बाहर निकल जाएंगे, लेकिन उनके नक्शे कदम पर कंपनी में घुसे दूसरे निवेशकों को जब स्विंग ट्रेडिंग मराठी तक गड़बड़ी समझ आएगी, हो सकता है देरहो चुकी हो.
5 हजार रुपये से शुरू किया था सफर
राकेश झुनझुनवाला ने अपना सफर 5 हजार रुपये से शुरू किया था और फिर सीए भाई की मदद से महज 2 साल में उनकी नेटवर्थ 50 लाख रुपये हो गई. बिगबुल 1990 के बजट को महत्वपूर्ण बताते हैं, जिसके बाद तगड़ा बूम देखने को मिला था. उस समय झुनझुनवाला की नेटवर्थ 2 करोड़ रुपये थी, जो कुछ ही समय में 20 करोड़ हो गई. राकेश कहते हैं कि मार्केट में रिस्क लेना बहुत जरूरी है, लेकिन उसका नतीजा भी पता होना चाहिए. आप जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर राकेश झुनझुनवाला ऐसा क्या करते हैं कि उनके पास धन की वर्षा होती है. आइए आपको बताते हैं राकेश झुनझुनवाला के शेयर बाजार से पैसा कमाने का 5 टिप्स.
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