गरीब नवाज़ रोजगार योजना किस अल्पसंख्यक वर्ग हेतु बनाई गयी है?

झारखण्ड गोधन न्याय योजना

गरीब नवाज़ रोजगार योजना क्या है, जानें मुख्य विशेषताएं व लाभ

Garib Nawaz Rozgar Yojana in Hindi: देश में किसानो, गरीबों, समेत देश के मूलनिवासी अल्प्संख्य्यकों के लिए विशेषताएं व लाभ भी खास योजना को तैयार किया जाता है। हमारे देश में 6 अल्पसंख्यक समुदाय जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई, सिख और मुस्लिम निवास करते हैं। इन सभी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए सरकार ने भिन्न-भिन्न योजनाओं को संचालित किया हुआ है। देश में मुस्लिम वर्ग के लिए कई सरकारी योजना चलाई जाती है, उन्हीं में से एक है गरीब नवाज़ रोजगार योजना जिसे ख़ास मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय हेतु बनाया गया है। मुस्लिम समुदाय से आने वाले कई लोग बेरोजगार घूम रहे हैं। इन्हें रोजगार प्रदान करने के लिए सरकार के द्वारा गरीब नवाज़ रोजगार योजना को प्रारंभ किया गया। गरीब नवाज़ रोजगार विशेषताएं व लाभ योजना क्या है, यह कब आरम्भ की गई थी, आइए इस योजना से पूरी जानकारी के बारे में जानते हैं।

गरीब नवाज़ रोजगार योजना क्या है?

ख़ास मुस्लिम अल्पसंख्यक वर्ग के लिए गरीब नवाज़ रोजगार योजना को अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के द्वारा विशेषताएं व लाभ वर्ष 2017 में शुरू किया गया था। मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन के कार्यान्वयन में इस रोजगार योजना को चलाया जाता है। बता दें, मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन एक स्वायत्त निकाय है, जिसे अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के तत्त्वावधान में गठित किया गया था। गरीब नवाज़ रोजगार योजना (Garib Nawaz Rozgar Yojana) के अंतर्गत देश में कुल 371 प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं। इन प्रशिक्षण केद्रों की मदद से युवाओं के लिए कौशल शिविर लगाये जाते हैं। अल्पसंख्यक युवा योजना का लाभ लेकर अपने हुनर के अनुसार प्रशिक्षण लेकर रोजगार हासिल कर सकते हैं। यह भी पढ़ें: ATMA Yojana: किसान आत्मा योजना क्या है? पढ़ें पूर्ण जानकारी

मुस्लिम अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं को उनके कौशल आधारित रोज़गार हेतु सक्षम बनाने के उद्देश्य से गरीब नवाज़ रोजगार योजना को शुरू किया गया है। योजना का लाभ लेकर मुस्लिम वर्ग के युवा अपने कौशल क्षेत्र में सही प्रशिक्षण हासिल कर पसंदीदा रोजगार हासिल कर सकते हैं। योजना की मदद से मुस्लिम अल्पसंख्यक युवाओं को सही दिशा देने की कोशिश की जाएगी।

गरीब नवाज़ रोजगार योजना की मुख्य विशेषताएं व लाभ

  • वर्ष 2017 में गरीब नवाज़ रोजगार योजना (Garib Nawaz Rozgar Yojana) को शुरू किया गया था।
  • अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के द्वारा योजना की शुरुआत की गयी थी।
  • मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन के द्वारा इस योजना का क्रियान्वयन किया जाता है।
  • गरीब नवाज़ रोजगार योजना पैनलबद्ध कार्यक्रम कार्यान्वयन एजेंसियों के माध्यम से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सामान्य मानदंडों के अनुसार कार्यान्वित की जाती है।
  • इस योजना के तहत देश में कुल 371 प्रशिक्षण केंद्र खोले जा चुके हैं।
  • कार्यक्रम कार्यान्वयन एजेंसियों को कुल प्रशिक्षित लोगों में से विशेषताएं व लाभ कम से कम 70% प्रशिक्षुओं को नियुक्त करना अनिवार्य होता है।
  • योजना से जुड़े लाभार्तियों को अधिकतम तीन माह की मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
  • प्रशिक्षण ख़त्म होने के बाद यदि रोजगार मिलता है तो नियुक्ति के बाद अधिकतम दो माह तक सहायता का भुगतान सीधा लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचाया जाता है।

झारखण्ड गोधन न्याय योजना 2022

Jharkhand Godhan Nyay Yojana की शुरुआत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा की गयी है। इस योजना की घोषणा राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट को जारी करते हुए की गयी है। आप की जानकारी के लिए बता दें की इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में जितने भी पशुपालक और किसान हैं, उनकी आय में वृद्धि करने के लिए सरकार उनसे उचित दाम पर गोबर खरीदेगी। जिसका उपयोग बायो गैस और जैविक खाद बनाने हेतु किया जाएगा। योजना में इस वित्तीय वर्ष में (2022 – 2023) 40000 लाभुको को अनुदान पर पशुधन वितरण के साथ साथ 85 लाख लीटर दूध प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। इस योजना से किसानों और पशुपालकों की आय में वृध्दि होगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा। बताते चलें की इस बार बजट पेश करते समय कृषि एवं कृषि संबंधित क्षेत्रों के लिए 4091.37 करोड़ रुपयों का बजट तय किया गया है।

यहाँ जानिए झारखण्ड गोधन न्याय योजना के लाभ और विशेषताएं

  1. Jharkhand Godhan Nyay Yojana में राज्य सरकार किसानों से गोबर की खरीद करेगी। जिससे उनकी एक आय सुनिश्चित हो जाएगी।
  2. गोबर से सरकार बायो गैस का निर्माण करेगी साथ ही जैविक खाद तैयार करेगी। और इन कार्यों को करने के लिए कुछ लोगों की आवश्यकता होगी , जिससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
  3. इस योजना से किसानों की वित्तीय स्थिति सुधरेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
  4. किसानों द्वारा गोबर की बिक्री करने से उनके क्षेत्र में स्वच्छता भी बनी रहेगी।
  5. गोधन न्याय योजना के माध्यम से होने वाली आमदनी से प्रेरित होकर अन्य किसान भी पशुपालन करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
  6. Godhan Nyay Yojana के अंतर्गत 40000 लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2022- 23 में अनुदान पर पशुधन वितरण के लक्ष्य का निर्धारण किया गया है।
  7. साथ ही प्रतिदिन 85 लाख लीटर दूध के उत्पादन का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

झारखण्ड गोधन न्याय योजना 2022 में आवेदन की प्रक्रिया

जो भी इच्छुक आवेदक इस योजना में आवेदन करना चाहें, उनकी जानकारी के लिए बता दें की अभी आप को झारखण्ड गोधन न्याय योजना में आवेदन करने के लिए कुछ समय और इंतज़ार करना होगा। अभी इस योजना की घोषणा ही की गयी है। योजना में आवेदन से सम्बंधित किसी भी जानकारी की सूचना अभी नहीं आयी है। जैसी ही इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना आती है , हम आप को इस लेख के माध्यम से सूचित कर देंगे।

Jharkhand Godhan Nyay Yojana से संबंधित प्रश्न उत्तर

इस योजना की शुरुआत झारखण्ड राज्य में की गयी है।

इस योजना का लाभ प्रदेश के किसानों और पशुपालकों होगा।

गोधन योजना के जरिए किसानों को आय का एक और स्रोत मिल जाएगा। इसके अलावा स्वच्छता भी बढ़ेगी। बायोगैस का निर्माण किया जाएगा कर जैविक खाद बनने से किसानों के लिए कृषि हेतु उपयोग करने की सुविधा हो जाएगी।

लेखांकन का अर्थ एवं परिभाषाएँ (Meaning and Definitions of Accounting)

लेखांकन का अर्थ एवं परिभाषाएँ (Meaning and Definitions of Accounting)

लेखांकन का अर्थ एवं परिभाषाएँ (Meaning and Definitions of Accounting) : आधुनिक युग में व्यवसाय के आकार में वृद्धि के साथ-साथ व्यवसाय की जटिलताओं में भी वृद्धि हुई है। व्यवसाय का सम्बन्ध अनेक ग्राहकों, आपूर्तिकर्ताओं तथा कर्मचारियों से रहता है और इसलिए व्यावसायिक जगत में सैकड़ों, हजारों या लाखों लेन-देन हुआ करते हैं। सभी लेन-देनों को मौखिक रूप से याद रखना कठिन व असम्भव है।

लेखांकन का अर्थ

अर्थ (Meaning) – सरल शब्दों में, लेखांकन का विशेषताएं व लाभ आशय वित्तीय स्वभाव के सौदों (या लेन-देनों) को क्रमबद्ध रूप में लेखाबद्ध करने, उनका वर्गीकरण करने, सारांश तैयार करने एवं विशेषताएं व लाभ उनको इस प्रकार प्रस्तुत करने से है जिससे उनका विश्लेषण (Analysis) व निर्वचन (Interpretation) हो सके। लेखांकन में सारांश का अर्थ विशेषताएं व लाभ तलपट (Trial Balance) बनाने से है और विश्लेषण व निर्वचन का आधार अन्तिम खाते (Final Accounts) होते हैं जिनके अन्तर्गत व्यापार खाता, लाभ-हानि खाता तथा चिट्ठा/स्थिति-विवरण या तुलन-पत्र (Balance Sheet) तैयार किए जाते हैं।

परिभाषाएँ (Definitions) – अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट्स (AICPA) ने 1961 में लेखांकन की परिभाषा निम्न प्रकार दी थी:

“लेखांकन सौदों एवं घटनाओं को, जो आंशिक विशेषताएं व लाभ रूप में अथवा कम-से-कम वित्तीय प्रवृत्ति के होते हैं, प्रभावपूर्ण विधि से एवं मौद्रिक रूप में लिखने, वर्गीकृत करने और सारांश में व्यक्त करने तथा उनके परिणामों की व्याख्या करने की कला है।”

DBMS क्या है इसके प्रकार, लाभ, हानि, उपयोग और विशेषताएं | What is DBMS in Hindi?

इस article में आपको DBMS से जुड़े कई सारे सवालों के जवाब मिलेंगे जैसे DBMS क्या है? इसका क्या इतिहास है? इसका कहाँ-कहाँ उपयोग होता है? डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली के फायदे और विशेषताएं व लाभ नुकसान, डीबीएमएस सॉफ्टवेयर के नाम, डीबीएमएस के लाभ और हानि आदि।

आजकल की टेक्निकल दुनिया में डेटाबेस का हर जगह उपयोग होता आपके मोबाइल में ही कई सारे डेटाबेस होते हैं, ईमेल, ऑनलाइन एप्प, गेम्स जैसे सभी सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए डाटाबेस की जरुरत पड़ती है और उन्हें मैनेज करने के लिए डीबीएमएस का उपयोग किया जाता है। चलिए डीबीएमएस के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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DBMS क्या है? (What is DBMS in Hindi?)

DBMS का full form Database Management System है। इसके नाम से ही पता चल रहा है की इसका उपयोग डेटाबेस को manage करने के लिए किया जाता है।

दरअसल यह एक प्रकार का software होता है जिसकी मदद से database को create किया जाता है और उस डेटाबेस में data insert, update और delete जैसे task इसी सॉफ्टवेर की मदद से ही perform किये जाते हैं।

यह एक interface provide करता है जिसके जरिये user उस डेटाबेस में data insert और modify भी कर सकता है।

इसके अलावा किसी application द्वारा जरुरत पड़ने पर डेटाबेस को access किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए जब आप फेसबुक पर अपना account बनाते हैं तो आपके द्वारा enter की गयी सारी जानकारियाँ Facebook के database में store हो जाती हैं। इन जानकारियों को देखने के लिए आप Facebook के application या website का उपयोग कर सकते हैं जो की उस database से linked होते हैं।

Database Management System की विशेषताएं

किसी भी तरह के डेटा को स्टोर कर सकता है: एक डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम किसी भी तरह के डेटा को विशेषताएं व लाभ स्टोर करने में सक्षम होता है। यह नाम, और पते तक सीमित नहीं है। वास्तविक दुनिया में मौजूद किसी भी प्रकार के डेटा को DBMS में संग्रहित किया जा सकता है।

ACID Properties का support करना: कोई भी DBMS ACID (Atomicity, Consistency, Isolation, and Durability) जैसे गुणों का समर्थन करने में सक्षम है।

Data Redundancy को कम करना: यह normalization के नियमो का पालन करती है जिससे data redundancy यानि डाटा का बिना वजह दोहराव कम हो जाता है।

Backup और Recovery: Database Failure जैसी समस्याएं कभी भी आ सकती हैं। ऐसे समय में यदि डाटा को रिकवर नहीं किया जा सका तो निश्चित रूप से एक बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए सभी डेटाबेस backup और recovery की विशेषता होनी चाहिए।

झारखण्ड गोधन न्याय योजना 2022

Jharkhand Godhan Nyay Yojana की शुरुआत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा की गयी है। इस योजना की घोषणा राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट को जारी करते हुए की गयी है। आप की जानकारी के लिए बता दें की इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में जितने भी पशुपालक और किसान हैं, उनकी आय में वृद्धि करने के लिए सरकार उनसे उचित दाम पर गोबर खरीदेगी। जिसका उपयोग बायो गैस और जैविक खाद बनाने हेतु किया जाएगा। योजना में इस वित्तीय वर्ष में (2022 – 2023) 40000 लाभुको को अनुदान पर पशुधन वितरण के साथ साथ 85 लाख लीटर दूध प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। इस योजना से किसानों और पशुपालकों की आय में वृध्दि होगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा। बताते चलें की इस बार बजट पेश करते समय कृषि एवं कृषि संबंधित क्षेत्रों के लिए 4091.37 करोड़ रुपयों का बजट तय किया गया है।

यहाँ जानिए झारखण्ड गोधन न्याय योजना के लाभ और विशेषताएं

  1. Jharkhand Godhan Nyay Yojana में राज्य सरकार किसानों से गोबर की खरीद करेगी। जिससे उनकी एक आय सुनिश्चित हो जाएगी।
  2. गोबर से सरकार बायो गैस का निर्माण करेगी साथ ही जैविक खाद तैयार करेगी। और इन कार्यों को करने के लिए कुछ लोगों की आवश्यकता होगी , जिससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
  3. इस योजना से किसानों की वित्तीय स्थिति सुधरेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
  4. किसानों द्वारा गोबर की बिक्री करने से उनके क्षेत्र में स्वच्छता भी बनी रहेगी।
  5. गोधन न्याय योजना के माध्यम से होने वाली आमदनी से प्रेरित होकर अन्य किसान भी पशुपालन करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
  6. Godhan Nyay Yojana के अंतर्गत 40000 लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2022- 23 में अनुदान पर पशुधन वितरण के लक्ष्य का निर्धारण किया गया है।
  7. साथ ही प्रतिदिन 85 लाख लीटर दूध के उत्पादन का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

झारखण्ड गोधन न्याय योजना 2022 में आवेदन की प्रक्रिया

जो भी इच्छुक आवेदक इस योजना में आवेदन करना चाहें, उनकी जानकारी के लिए बता दें की अभी आप को झारखण्ड गोधन न्याय योजना में आवेदन करने के लिए कुछ समय और इंतज़ार करना होगा। अभी इस योजना की घोषणा ही की गयी है। योजना में आवेदन से सम्बंधित किसी भी जानकारी की सूचना अभी नहीं आयी है। विशेषताएं व लाभ जैसी ही इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना आती है , हम आप को इस लेख के माध्यम से सूचित कर देंगे।

Jharkhand Godhan Nyay Yojana से संबंधित प्रश्न उत्तर

इस योजना की शुरुआत झारखण्ड राज्य में की गयी है।

इस योजना का लाभ प्रदेश के किसानों और पशुपालकों होगा।

गोधन योजना के जरिए किसानों को आय का एक और स्रोत मिल जाएगा। इसके अलावा स्वच्छता भी बढ़ेगी। बायोगैस का निर्माण किया जाएगा कर जैविक खाद बनने से किसानों के लिए कृषि हेतु उपयोग करने की सुविधा हो जाएगी।

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