इसलिए यदि हमारे पास भारत के अलावा किसी अन्य देश की मुद्रा कभी आती है तो हम उसे संग्रहित करना शुरू कर देते हैं। वयस्क होने पर मुद्राओं के प्रति यही आकर्षण हमें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में और जानने को उत्सुक करता है। लोगों की इसी उत्सुकता को ध्यान में रखते हुए आज हम फॉरेन करेंसी एक्सचेंज ट्रेडिंग के बारे में जानने का प्रयत्न कर रहे एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग की जानकारी

क्या XPro Markets एक विनियमित ब्रोकर है?

निश्चित रूप से! XPro Markets UKUCHUMA FINANCIAL SERVICES (PTY) LTD, एक दक्षिण अफ्रीकी निवेश फर्म (लाइसेंस संख्या: 32535) द्वारा संचालित है। इसका मतलब है कि हमारे ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारे संचालन की निगरानी करने वाले पर्यवेक्षण निकाय हैं। सभी लाइसेंस और विनियमों की जानकारी की समीक्षा करने के लिए हमारे कानूनी पेज पर जाएँ।

आपको सबसे अच्छा अनुभव देने के लिए हम उनका उपयोग करते हैं। अगर आप हमारी वेबसाइट का उपयोग जारी रखते हैं, तो हम यह मान लेंगे कि आप इस साइट पर सभी कुकीज़ प्राप्त करने के लिए खुश हैं। अधिक जानने या बाहर निकलने के लिए यहाँ क्लिक करें.

कंपनी की जानकारी: यह वेबसाइट (xpromarkets.com) को एक दक्षिण अफ्रीकी निवेश फर्म UKUCHUMA FINANCIAL SERVICES (PTY) LTD द्वारा संचालित किया जाता है, जो एफएसपी लाइसेंस संख्या 32535 के साथ दक्षिण अफ्रीका के वित्तीय क्षेत्र आचरण प्राधिकरण (एफएससीए) द्वारा अधिकृत और विनियमित है। UKUCHUMA FINANCIAL SERVICES (PTY) LTD की पंजीकरण संख्या 2020 / 735868 / 07 और इसका पंजीकृत पता ऑफिस 1-14 फर्स्ट फ्लोर वर्कशॉप 17, 138 वेस्ट स्ट्रीट, सैनडाउन, सैंडटन गौतेंग, 2196 दक्षिण अफ्रीका है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है (What is Forex Trading in Hindi):

फॉरेक्स ट्रेडिंग में पहला शब्द फ़ॉरेक्स का अर्थ फॉरेन एक्सचेंज होता है। साधारण शब्दों में फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ एक दुसरे के बीच विभिन्न विदेशी मुद्राओं एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? का व्यापार करना है अर्थात इस प्रक्रिया के अंतर्गत विभिन्न देशों की मुद्राओं में उनके मूल्य के घटते बढ़ते रहने के कारण व्यापार होता है। कोई भी व्यक्ति जो विदेशों से किसी भी प्रकार का कोई सौदा करना चाहता है उसे वह सौदा खरीदने के लिए उस देश की मुद्रा की आवश्यकता हो सकती है।

चाहे कोई छुट्टी पर भ्रमण करने के लिए गया हो, या फिर वह विदेश से कुछ खरीदना चाहता हो, या किसी सर्विस के लिए भुगतान कर रहा हो इत्यादि के लिए उसे उस देश की मुद्रा की आवश्यकता होती है। उदाहरणार्थ: अमेरिका में स्थित कॉलेज का शुल्क देने के लिए व्यक्ति को US Dollor की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि अमेरिका में स्थित कॉलेज भारतीय रूपये में फीस स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए डॉलर में भुगतान करने के लिए सर्वप्रथम व्यक्ति को US Dollor खरीदने होंगे।

फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है ?

फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग की तरह ही है बस फर्क सिर्फ इतना है की इक्विटी ट्रेडिंग में कमाई या नुकसान के लिए शेयर का मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। तो वहीँ फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में एक्सचेंज मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए व्यक्ति अपनी अपेक्षा एवं जानकारी के अनुसार कोई भी मुद्रा खरीद सकता है। और अच्छे ढंग से समझने के लिए आप नीचे दिए गए उदाहरणों को पढ़ सकते हैं।

उदाहरणार्थ:

माना की प्रमोद नामक व्यक्ति डॉलर की बढती हुई कीमतों का लाभ उठाना चाहता है चूँकि डॉलर आज 70 रूपये पर कारोबार कर रहा है। प्रमोद को अपनी जानकारी एवं अनुभव के आधार पर लगता है की यह तीन महीनों के अन्दर अन्दर 73 रूपये तक जा सकता है। तो इस स्थिति में व्यक्ति USD खरीद सकता है और जब तीन महीने बाद यह 73 रूपये पर पहुँच जाए तो इन्हें बेच सकता है। इस प्रकार व्यक्ति प्रत्येक 1000$ पर 3000 रूपये तक की कमाई कर पाने में सफल होगा।

भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें:

हालांकि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग आम लोगों की पहुँच से दूर है इसके अनेकों कारण जैसे इस प्रक्रिया में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। और दूसरा लोग अक्सर इस बारे में भी भ्रमित रहते हैं की भारत में इस तरह का काम करना कानूनी तौर पर सही है या फिर यह अवैध होता है। इसलिए यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को लेकर काफी नियम शर्तें निर्धारित की गई हैं।

इसलिए फॉरेक्स ट्रेडिंग नामक इस प्रक्रिया को सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास किसी SEBI Registered Broker का अकाउंट हो। कहने का आशय यह है की ऐसा कोई भी व्यक्ति जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहता हो के पास किसी फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ अकाउंट होना अति आवश्यक है।

वर्तमान में कानूनी रूप से फ़ॉरेक्स की अनुमति कुछ भारतीय एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स-एसएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) इत्यादि को है। भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति को किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है। और इसी खाते के माध्यम से व्यक्ति फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है।

सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स :

यद्यपि जैसे की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग यानिकी शेयर मार्किट की तर्ज पर ही कार्य करती है। जहाँ शेयर मार्किट में शेयर का मूल्य नफा नुकसान तय करता है वही इसमें एक्सचेंज मूल्य। इसलिए यह जरुरी नहीं है की जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करेगा वह लाभ ही प्राप्त करेगा हो सकता है उसे नुकसान भी हो। इसलिए यहाँ नीचे हम कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर रहे हैं जिनका अनुसरण करके सफल फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की जा सकती है।

  • फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की आपको मार्किट एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? की उचित जानकारी एवं पर्याप्त अनुभव प्राप्त है।
  • यद्यपि फ़ॉरेक्स मार्किट सप्ताह के पांच दिन चौबीस घंटे खुली रहती है लेकिन भारत का बाजार शाम 5 बजे बंद हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को इंट्राडे का चुनाव करना चाहिए।
  • स्कैम इत्यादि से सावधान रहने की एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? आवश्यकता है किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही इस तरह की ट्रेडिंग करें।
  • प्रत्येक ट्रेड के लिए स्टॉप लॉस सेट करें अन्यथा विफल हो सकते हैं।
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग करने की योजना बना लें और हमेशा उसका अनुसरण करें।
  • ट्रेडिंग से एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? हमेशा अपनी भावनाओं को अलग करके रखें क्योंकि भावनाओं में अक्सर मनुष्य अव्यवहारिक निर्णय ले लेता है।
  • ध्यान रहे अपने नुकसान की पूर्ति के लिए ट्रेड न करें बल्कि तभी ट्रेड करें जब आपको लगता है की यह आपके लिए एकदम सही है।

forex trading kaise kare for begginers

आप अपने भारत सेबी रजिस्टर ब्रोकर से अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा लीजिये। और जैसे की मैंने कहा आप चार पेयर्स में भारत एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? में ट्रेडिंग कर सकते है। भारत में आप future & option में फोरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हो। आपको पहले कोनसा भी पेयर्स का चयन करना होगा।

फोरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए हमें ब्रोकर्स से अच्छा मार्जिन मिलता है। जो हम ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल कर सकते है। जैसे की हमने USD/INR में ट्रेडिंग करनी है। तो हम USD/INR का लॉट खरीदेंगे। जैसे निचे दिखाए गए इमेज में आप देख सकते है।

forex trading in hindi

आपको आपके वॉचलिस्ट में टाइप करना है USD/INR आपको अगर option trading करनी है तो आप एक्सपायरी देख कर लॉट खरीद सकते है।

forex trading se paise kaise kamaye

अभी USD/INR का प्राइज चल रहा है ७५ रुपये। और अगर आपने अभी इसे एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? खरीद लिया। और अगर थोड़े दिनों के बाद अगर ये बढ़ जाता है। तो आपको मुनाफा होगा। और अगर घाट जाता ये यानि की अगर ये ७३ रुपये हो जाता है तो आपको १ रुपये का नुकसान हो जायेगा। लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग में ध्यान रहे ये आपको एक्सपायरी के पहले बेच देना है।

फोरेक्स ट्रेडिंग (forex trading in hindi) की एक खासियत ये की वो ज्यादा वोलेटाइल नहीं होता। मतलब वो दिन में सिर्फ १० पैसो से लेकर ५० या फिर ७० पैसो तक ही ऊपर निचे होता है। मतलब आपको ज्यादा नुकसान एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? नहीं हो सकता। सिर्फ आपको १० से ५० पैसो कही नुकसान हो सकता है।

फोरेक्स ट्रेडिंग में आपको लॉट साइज होती है। मतलब आपको अगर करेंसी खरीदनी है तो आपको एक फिक्स मात्रा में करेंसी खरीदनी होती है। आम तौर पे अगर आप एक लॉट ७४ रुपये के प्राइज पे usd/inr खरीदते हो तो वो २२०० रुपये तक आ जायेगा। क्युकी आपको ब्रोकर मार्जिन देता है।

forex trading time

अगर हमारे भारत की बात करे तो फोरेक्स ट्रेडिंग (forex trading in hindi) का वक्त सुबह ९ बजे से लेकर शाम के ५ बजे तक ही होता है। हलाकि forex trading २४ घंटे चालू रहता है। लेकिन सेबी के मुताबिक हमारे भारत में उसका टाइम ९ ले लेकर ५ बजे तक निचित किया गया है। सेबी के माध्यम से ही हम फोरेक्स में ट्रेडिंग कर सकते है।

अगर आपको फोरेक्स में ट्रेडिंग करना यानि की अगर आपको सभी करेंसी में ट्रेडिंग करनी है। तो आपको फोरेक्स ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर्स की जरुरत पड़ेगी। जो आपको forexbrokers.com पे मिलेंगे। आप चाहे तो उन ब्रोकर्स के नाम इस वेबसाइट पे जाकर पढ़ सकते हो।

निष्कर्ष

forex trading in hindi हमारे भारत एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? में लीगल यानि क़ानूनी है। और हम हमारे ब्रोकर के माध्यम से जो की सेबी रजिस्टर है forex trading कर सकते है। और ये काम वोलेटाइल होने की वजह से ये शेयर बाजार से काम रिस्की होता है। लेकिन फोरेक्स ट्रेडिंग के लिए आपके पास फोरेक्स ट्रेडिंग ज्ञान भी होना जरुरी है। तब जेक आप forex trading में पैसे कमा सकते है।

RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्‍स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्‍ट

RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्‍स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्‍ट

RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्‍स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्‍ट (फाइल फोटो)

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस सप्ताह अवैध इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर विदेशी मुद्रा लेनदेन में शामिल संस्थाओं की एक अलर्ट सूची जारी की। इसमें एक ऐप ऐसा भी है, जो IPL टीम दिल्‍ली कैपिटल को स्‍पॉन्‍सर करता है। यह अवैध संस्‍था या ऐप लोगों से हाई रिटर्न का वादा करके लुभाते हैं। आरबीआई ने कहा कि इन अवैध प्‍लेटफॉर्म के यूजर्स पर मुकदमा चलाया जा सकता है।

अवैध ऐप्स की लंबी सूची में OctaFX शामिल है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम दिल्ली कैपिटल्स का आधिकारिक ट्रेडिंग स्‍पॉन्‍सर है। आरबीआई ने इन ऐप को लेकर लोगों को चेताया है और उपयोग नहीं करने की सलाह दी है, वरना यूजर्स पर कार्रवाई भी की जा सकती है। यहां अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप्स और वेबसाइटों की पूरी सूची है।

अवैध फॉरेक्‍स ट्रेडिंग ऐप

Alpari, AnyFX, Ava Trade, Binomo, e Toro, Exness, Expert Option, FBS, FinFxPro, Forex.com, Forex4money, Foxorex, FTMO, FVP Trade, FXPrimus, FXStreet, FXCm, FxNice, FXTM, HotFores, ibell Markets, IC Markets, iFOREX, IG Market, IQ Option, NTS Forex Trading, Octa FX, Olymp Trade, TD Ameritrade, TP Global FX, Trade Sight FX, Urban Forex, Xm और XTB है।

Delhi Acid Attack: तीनों आरोपी चढ़े हत्थे, Flipkart से खरीदा था तेजाब, केजरीवाल बोले- ये बर्दाश्त से बाहर

Jyotiraditya Scindia: अमित शाह संग यूं दिखे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस नेता बोले- टाइगर जिंदा है? लोग भी ले रहे मजे

Pune में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के विरोध प्रदर्शन में गया BJP सांसद, सिक्किम में भी भाजपा अध्यक्ष एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? ने दिया इस्तीफा

Gadar 2: 20 साल बाद फिर होगी सनी देओल की पाकिस्तान से जंग, 200 सैनिकों के रोल के लिए चुने गए इस शहर के लड़के

Forex Trading क्या होती है – FOREX TRADING IN HINDI

जिस तरह से लोग शेयर मार्केट में Profit यानी पैसा कमाने के लिए शेयरों की खरीदी बेचा करते है। इसी तरह इस forex market में किसी करेंसी को कम दाम में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचने को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। जिस तरह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने पर high या medium रिस्क होता है। इस मार्केट में ट्रेडिंग करने पर medium या low रिस्क होता है। इसमें ट्रेड करने पर मार्जिन काम देना पड़ता है। आगे हम मार्जिन और जो भी फॉरेक्स मार्केट में concept है उसको जानेंगे।

भारत में यह दो तरीके से हो सकती है

  1. इंडियन ब्रोकर अकाउंट जैसे – Zerodha,Upstox Etc.
  2. International ब्रोकर अकाउंट जैसे – Octafx, Exness,Tickmill Etc.

फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक

USD/INR का प्राइस कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।

  1. इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
  2. इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
  3. RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्टइंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
  4. निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
  5. राजनीतिक स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
  6. करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है

Forex Trading में जरुरी टिप्स

  • ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
  • ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और 10% स्किल important है।
  • आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
  • एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
  • जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर एक फोरेक्स ब्रोकर क्या है? नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
  • टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
  • स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।
रेटिंग: 4.55
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 87