लॉकडाउन हटने के बाद भी लोग ऑनलाइन माध्यमों से खरीद में रुचि दिखाएंगे। सर्वे में कहा गया है कि महामारी से पहले 59 फीसद लोग दुकानों पर जाकर खरीदारी करते थे। आने वाले दिनों में ऐसे लोग करीब 46 फीसद रह जाएंगे। 72 प्रतिशत भारतीय उपभोक्ता ऐसे दुकानदारों से सामान खरीदना चाहेंगे, जो डिलीवरी करें और ऑर्डर कैंसल करने पर पैसे की वापसी भी सुनिश्चित करें।

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व्‍यापारी खुद शुरू करेंगे अपना ई-कॉमर्स जैसा प्‍लेटफॉर्म, किराना दुकानदार ले सकेंगे ऑनलाइन ऑर्डर

लोकल व्‍यापारियों का भी Flipkart, Amazon जैसा प्‍लेटफॉर्म आने वाला है. क्‍योंकि व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने जल्द एक राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केटप्लस शुरू करने का ऐलान किया है.

Traders राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केटप्लस शुरू ईकामर्स प्लेटफार्म करने का ऐलान किया है. (Reuters)

लोकल व्‍यापारियों का भी Flipkart, Amazon जैसा प्‍लेटफॉर्म आने वाला है. क्‍योंकि व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने जल्द एक राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केटप्लस शुरू करने का ऐलान किया है. कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच स्थानीय किराना दुकानदारों (Local Shopkeepers) की मदद के लिए यह ई-मार्केटप्लेस शुरू किया जा रहा है.

छोटे दुकानदारों के लिए सरकार लॉन्च करने वाली है eCommerce प्लेटफॉर्म, इन्हें होगा फायदा

छोटे दुकानदारों के लिए सरकार लॉन्च करने वाली है eCommerce प्लेटफॉर्म, इन्हें होगा फायदा

देश में Amazon और Flipkart जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां पहले ही लोगों के लिए हर तरह की चीजें उपलब्ध करवाती रहती हैं। वहीं इनकी वजह से छोटे दुकानदार नुकसान की शिकायतें करते रहते हैं। लेकिन इन दुकानदारों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स confederation of all india traders (CAIT) ने स्थानीय राशन दुकानों और छोटे दुकानदारों के लिए एक राष्ट्रीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की तैयारी की है। इसकी मदद से स्थानीय दुकानदार ऑनलाइन ऑर्डर ले सकेंगे।

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का चुनाव व्यवसाय की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म

निर्माण के भीतर बड़ी संख्या में पहलू विचार में आते हैं सफल ई-कॉमर्स मॉडल, इससे भी ज्यादा आप सोच सकते हैं। वास्तव में, ई-कॉमर्स का निर्माण किसी भी अन्य प्रकार के पारंपरिक व्यवसाय बनाने की तुलना में बहुत बड़ी चुनौती हो सकती है, एक चर, बाहरी प्लेटफार्मों के सरल कारण के लिए।

का एक मॉडल बनाने के लिए ई-कॉमर्स व्यवसाय किसी बाह्य सेवा प्लेटफ़ॉर्म जैसे कि Shopify, Magento, आदि को चुनना आवश्यक है। यह भी संभव है कि आप एक स्वतंत्र प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करें, लेकिन अपने व्यवसाय को एक निश्चित बिंदु पर ले जाने के लिए, आपको इन बाहरी प्लेटफार्मों में से ईकामर्स प्लेटफार्म एक के समर्थन की आवश्यकता होगी।

ई-कॉमर्स प्लेटफार्म से जुड़ेंगे सहारनपुर के एक्सपोर्टर्स

ई-कॉमर्स प्लेटफार्म से जुड़ेंगे सहारनपुर के एक्सपोर्टर्स

सहारनपुर, जेएनएन। मंडलायुक्त संजय कुमार ने स्मार्ट सिटी योजना के अंर्तगत इनोवेशन सेंटर की स्थापना के लिए कुछ सुझाव बोर्ड की बैठक में रखने निर्देश दिये हैं। वुडकार्विंग के विकास के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म बनाये जाने का निर्णय लिया। जिसमें साधारण एक्सपोर्टस व अन्य ऐसे असाधारण लोगों को इससे जोड़ा जाएगा जिनके द्वारा हैंडीक्राफ्टस का कार्य किया जा रहा है।

मंडलायुक्त संजय कुमार ने बताया कि गुरुवार को नई दिल्ली से आये एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फोर हैंडीक्राफ्ट के प्रतिनिधियों द्वारा किये गये प्रस्तुतिकरण को देखने के पश्चात स्मार्ट सिटी परियोजना के अंर्तगत इनोवेशन सेंटर की स्थापना ईकामर्स प्लेटफार्म के लिए कुछ बिदुओं पर निर्णय लिया गया है। जिसमें वुडन हैंडीक्राफ्ट के प्रमोशन के लिए शहर में एक डिजाइन सेंटर की स्थापना करना। टैस्टिग लैब की स्थापना कराने के साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफार्म बनाये जाने का निर्णय लिया गया। जिसमें साधारण एक्सपोर्टर्स के साथ-साथ ऐसे असाधारण लोगों को भी उसका फायदा हो सके जो वुडन हैंडीक्राफ्ट के कार्य से जुडे़ हैं या उक्त से जुडे हुये व्यवसायियों द्वारा बनाये जा रहे प्रोडक्ट्स की मार्केटिग की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का जो सीजनिग प्लांट बंद पडा हुआ है उसका टैक्नालाजी अप्रग्रेडेशन कराया जाए इसके लिए उसकी डीपीआर बनाकर एग्जीक्यूट करने के लिए ईपीसीएच के प्रतिनिधियों को स्मार्ट सिटी की बोर्ड बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। बोर्ड बैठक में पास होने के पश्चात उक्त कार्यों का क्रियान्वयन कराया जाएगा।

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