विदेशी शेयरों में आपको कितना निवेश करना चाहिए?
Apple या Facebook के मुनाफे में चाहते हैं हिस्सा? जानिए घर बैठे आप कैसे विदेशी शेयरों में कर सकते हैं निवेश?
पिछले कुछ सालों से भारतीयों के बीच विदेशी शेयरों में निवेश का चलन बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को म्यूचुअल फंड (MFs) की तरफ से विदेशी शेयरों में निवेश को निलंबित करना पड़ा क्योंकि उसने जितनी निवेश की अधिकतम सीमा तय की थी, वह पूरी हो गई थी। हालांकि विदेशी स्टॉक में निवेश करने के लिए म्यूचुअल फंड इकलौता तरीका नहीं है। इसे सीधे स्टॉक एक्सचेंजों और फिनटेक ऐप के जरिए भी किया जा सकता है। वित्त वर्ष 2022 में भारतीय ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं।
विदेशी बाजारों में मौजूदा गिरावट ने भारतीय निवेशकों के लिए एक सस्ते वैल्यूएशन पर निवेश का मौका मुहैया कराया है। आइए जानते हैं कि आप विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों में किन तरीकों से निवेश कर सकते हैं-
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इन योजनाओं के माध्यम से किए गए निवेश एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के माध्यम से किए गए निवेश के अंतर्गत नहीं आते हैं और इसे कराधान के उद्देश्य से गैर-इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं की इकाइयों में किए गए किसी भी अन्य निवेश की तरह माना जाता है।
आप सीधे भी स्टॉक खरीद सकते हैं
अगर आप म्यूचुअल फंड्स के जरिए निवेश नहीं करना चाहते हैं, तो आप सीधे भी स्टॉक खरीद सकतें हैं। विनवेस्टा (Winvesta), स्टॉककल (Stockcal), वेस्टेड फाइनेंस (Vested Finance) जैसी कई फिनटेक कंपनियों ने विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों को खरीदना आसान बना दिया है।
Apple या Facebook के मुनाफे में चाहते हैं हिस्सा? जानिए घर बैठे आप कैसे विदेशी शेयरों में कर एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें सकते हैं निवेश?
पिछले कुछ सालों से भारतीयों के बीच विदेशी शेयरों में निवेश का चलन बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को म्यूचुअल फंड (MFs) की तरफ से विदेशी शेयरों में निवेश को निलंबित करना पड़ा क्योंकि उसने जितनी निवेश की अधिकतम सीमा तय की थी, वह पूरी हो गई थी। हालांकि विदेशी स्टॉक में निवेश करने के लिए म्यूचुअल फंड इकलौता तरीका नहीं है। इसे एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें सीधे स्टॉक एक्सचेंजों और फिनटेक ऐप के जरिए भी किया जा सकता है। एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें वित्त वर्ष 2022 में भारतीय ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं।
विदेशी बाजारों में मौजूदा गिरावट ने भारतीय निवेशकों के लिए एक सस्ते वैल्यूएशन पर निवेश का मौका मुहैया कराया है। आइए जानते हैं कि आप विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों में किन तरीकों से निवेश कर सकते हैं-
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विदेशी शेयरों की खरीद बिक्री कई तरीकों से की जा सकती है.
विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों (Overseas एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें Listed Equities) में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड्स को लोग तरजीह देते हैं. अंतरराष् . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 20, 2022, 12:06 IST
वित्त वर्ष 2022 में भारतीयों ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं.
सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों में भी भारतीय निवेश कर सकते हैं.
विदेशों में सूचीबद्ध शेयरों में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड को लोग तरजीह एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें देते हैं.
नई दिल्ली. भारतीय निवेशकों में विदेशी बाजारों में लिस्ट शेयर (एक समर्थक की तरह शेयरों में निवेश कैसे करें Global stocks) खरीदने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2022 में भारतीयों ने 74.7 करोड़ डॉलर विदेशों में निवेश किए हैं. इससे पता चलता है कि विदेशी स्टॉक्स की ओर भारतीय निवेशकों का झुकाव बढ़ रहा है. विदेशी शेयरों की खरीद-बेच कई तरीकों से की जा सकती है. म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) और फिनटेक ऐप के जरिए तो आप निवेश कर ही सकते हैं, साथ ही सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों (Foreign stock exchanges) में भी भारतीय निवेश कर सकते हैं.
10 रुपये से कम के इन छोटे शेयरों का बड़ा कमाल, एक हफ्ते में ही कर दिए मालामाल
शेयर बाजार में आज बड़े शेयरों में गिरावट के बीच छोटे शेयर कमाल का रिटर्न दे रहे हैं। गुरुवार दोपहर दो बजे तक सेंसेक्स 443 अंक टूट कर 59167 के स्तर पर आ गया था। टाइटन, एचडीएफसी, विप्रो, एलएंडटी, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज स्टॉक जहां लाल निशान पर थे तो 10 रुपये से कम के कुछ शेयर 9 से 10 फीसद की उछाल के साथ कारोबार कर रहे थे।आज ऐसे 10 स्टाक्स के बारे जानें, जिन्होंने अपने निवेशकों को तगड़ा मुनाफा कमवा रहे हैं.
1. दोपहर दो बजे तक Excel Realty N Infr दस फीसद की उछाल के साथ 8.25 रुपये पर कारोबार कर रहा था। यह स्टॉक पिछले एक हफ्ते में 22.22 फीसद का रिटर्न दे चुका है।
खरीदे जाने वाले शेयर
राइट्स(Rites) के साथ ही कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard), गो फैशन(Go Fashion) के शेयरों में खरीद का दौर चला। उसी तरह सिप्ला(Cipla) और गुजरात फल्यूरोकैम(Gujrat Phlurochem) के शेयरों को खरीदने में निवेशकों ने रुचि दिखाई। इसके चलते ये सभी शेयर अपने 52 हफ्ते के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुँच चुके थे।
दूसरी ओर जेंसार (Zensar), पीरामल, आईईएक्स के साथ इंटेलेक्ट डिजाइन (Intellect Design), बिरलासॉफ्ट, और सनोफी इंडिया (Sanofi India ) में भी बिकवाली का दौर चला। ये बिकवाली इतनी ज्यादा हुई कि ये सारे शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए।
Stock Market CRASH शरू हो चुका है?
Share market: गुरुवार को घरेलू बाजारों में थोड़ा उछाल देखा गया था लेकिन वह ज्यादा देर नहीं चल सका। भारतीय रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीती (आरबीआई पॉलिसी रेट) की संभावित घोषणा के कारण निवेशकों ने अभी इंतज़ार (वेट एंड वॉच) का मन बनाया हुआ है। वही विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी होने के कारण भी दबाव बना है। रुपए के मूल्य में मामूली सुधार होने के कारण थोड़ी राहत तो जरूर मिली है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में 0.33% की गिरावट देखी गई। 188.32 अंक गिरने के बाद बाजार 56,409.96 अंकों पर बंद हुआ। वहीं भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी इंडेक्स की बात करें तो उसमें 0.24% की गिरावट आई। बाजार 40.50 अंक गिरकर 16,818.10 अंकों पर बंद हुआ। इनमें कारोबार करने वाले प्रमुख शेयर के बारे में जानते हैं I
मोमेंटम इंडिकेटर, मूविंग एवरेज कन्वर्जन्स डिवर्जन्स(MACD) के अनुसार Zydus Lifesciences, Glennmark Pharma और डाबर इंडिया के शेयर में तेजी दिखाई दी। यही तेजी प्रिकॉल(Pricol) और राइट्स(Rites) में भी बनी रही। MACD ट्रेडेड सिक्युरिटीज़ या इंडेक्स के ट्रेंड रिवर्सल के संकेत देने के लिए जानी जाती है और जब यह सिग्नल लाइन के पार चला जाता है तो माना जाता है कि उस शेयर तेजी है। ऐसा न होने पर मंदी का इशारा माना जाता है।
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