5paisa ऐप ने बनाया Commodity Market की ट्रेडिंग को अब और भी आसान, कोई भी कमा सकता है घर बैठे लाखों रुपए

शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में खरीद-बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) के नाम से जानते हैं। यह प्रक्रिया कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग करने से थोड़ी भिन्न होती है। हालांकि कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट पर निर्भर करती है।

ब्रांड डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक व्यक्ति हर दिन अपनी जरूरत की वस्तुओं को खरीदता है। कई बार हम जरूरत की चीजों का ही व्यापार भी करते हैं। लेकिन क्या आप नहीं चाहते कि ऐसी ही वस्तुओं की खरीदी व बिक्री करके महीने में लाखों रुपए कमा सकें और इसके लिए आपको कहीं आना-जाना भी न पड़े। इस बात को सुनकर हमारे दिमाग में कई तरह के संशय भी आते हैं। क्या ऐसा कौन कर सकता है? क्या इसके लिए पढ़ा-लिखा होना भी जरूरी है? घर बैठे पैसा कमाने के इस आसान तरीके को समझाएगा कौन? इसके बारे में विस्तार से जानकारी कहां से मिलेगी?

अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल आ रहे हैं तो इन सभी प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए और घर बैठे लाखों कमाने की स्किल्स सीखने के लिए केवल मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर पर जाकर 5paisa App डाउनलोड करना होगा।

5paisa के साथ शुरू करें निवेश का सफर, विजिट करें- https://bit.ly/3n7jRhX

समझ लें कमोडिटी मार्केट में क्या खरीदा व बेचा जा सकता है

आमतौर पर हम सब रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं, वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीदा व बेचा जाता है। शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) के नाम से जानते हैं। यह प्रक्रिया कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग करने से थोड़ी भिन्न होती है। हालांकि कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट पर निर्भर करती है। इनमें कीमती वस्तुओं से लेकर मिर्च मसाले तक का व्यापार किया जा सकता है।

●कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम।

●बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम।

●एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन।

●मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च।

●अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना।

कैसे आम इंसान के लिए भी लाभदायक है यह बाजार

1.भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। इसमें छोटे और मध्यम वर्ग के निवेशक भी कम राशि के मार्जिन मनी से कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं।

2.किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है।

3.कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है।

4.कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता है।

जान लीजिए भारत में हैं कुल कितने कमोडिटी एक्सचेंज?

भारत में 22 कमोडिटी एक्सचेंज हैं जो फॉरवर्ड मार्केट कमीशन के तहत स्थापित किए गए हैं। भारत में ट्रेडिंग के लिए नीचे दिए गए कमोडिटी एक्सचेंज लोकप्रिय विकल्प हैं। इनमें मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX), इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX), नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NMCE) और राष्ट्रीय कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) सबसे अधिक महत्वपूर्ण कमोडिटी एक्सचेंज हैं।

मोबाइल ट्रेडिंग क्या है?

Written by Web Desk Team | Published :November 17, 2022 , 12:39 pm IST

महंगाई का मुकाबला करने के लिए, शेयर बाजारों और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश और ट्रेडिंग पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. यदि आप अपनी गाढ़ी कमाई को केवल फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट (traditional financial instrument) में सेव करते हैं, तो आप अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने से पीछे रह सकते हैं.

एक बिगिनर के रूप में आपको शेयर बाजार चुनौतीपूर्ण लग सकता है, हालांकि हम आपको आश्वस्त करते हैं कि ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के आने से पहले, जो व्यक्ति बॉन्ड, शेयर, या अन्य सिक्योरिटीज जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदना या बेचना चाहते थे, उन्हें अपनी ब्रोकरेज फर्मों से संपर्क करना पड़ता था और उन्हें उनकी ओर से लेनदेन की व्यवस्था करने के लिए कहना पड़ता था. इसके बाद, प्राइस चेक करने, कॉन्ट्रैक्ट वेरीफाई करने और अंत में ट्रेड की पुष्टि करने की एक लंबी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता था. हमें उस फीस को नहीं भूलना चाहिए जो ये ट्रेडिशनल ब्रोकर सर्विस के लिए मांगते थे. फिर आया डिस्काउंट ब्रोकर्स या ऑनलाइन ब्रोकर्स का युग, जिसने खेल को पूरी तरह से बदल दिया. इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग जो पहले कुछ चुनिंदा लोगों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध थी अब बहुत बड़ी संख्या में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है.

ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को ऑनलाइन खरीदने और बेचने का एक सुविधाजनक तरीका है. इन लेन-देन को ऑनलाइन ब्रोकर्स के माध्यम से आसान बनाया जा सकता है जो इक्विटी, कमोडिटीज, बॉन्ड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, फ्यूचर्स आदि जैसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करते हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं?
किसी भी समय कहीं से भी ट्रेड करने की सुविधा: यदि आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन तक पहुंच है तो आप अपने मोबाइल ट्रेडिंग ऐप से किसी भी समय (बाजार के घंटों के दौरान) कहीं से भी ट्रेड/निवेश कर सकते हैं.

अपने निवेश को रियल-टाइम के आधार पर ट्रैक करें और निवेश का निर्णय आसानी से लें: आप अपने निवेश और ट्रेंड्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर ट्रैक कर सकते हैं. अधिकांश प्लेटफ़ॉर्म ढेर सारे डेटा पॉइंट भी प्रदान करते हैं जिनसे आप खुद भी रिसर्च कर स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों में ट्रेड कर सकते हैं. यह आपको स्मार्ट निवेश और ट्रेडिंग डिसीजन लेने में मदद कर सकता है. जब भी आप अपने फोन या कंप्यूटर से लॉग इन करते हैं तो आप रीयल-टाइम प्रॉफिट या लॉस देख सकते हैं.

ट्रेड करने से पहले अपने ब्रोकर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं: आपको कोई भी लेनदेन करने से पहले अपने ब्रोकर से बात करने की भी आवश्यकता नहीं है. इनफॉर्म्ड इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग डिसीजन लेने के लिए, आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखनी चाहिए और डेटा पॉइंट, पैटर्न, ट्रेंड और प्राइस मूवमेंट की समझ प्राप्त करनी चाहिए.

शुरुआती लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?
1) ब्रोकर का चयन करें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग में पहला कदम यह निर्धारित करना है कि ब्रोकर वैध है या नहीं. यह देखना होगा कि यह सेबी पंजीकृत ब्रोकर है मोबाइल ट्रेडिंग क्या है? या नहीं. हर एक ब्रोकर को अपनी सेबी पंजीकृत आईडी को अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर डिस्प्ले करना जरूरी है. एक बार जब आप ब्रोकर की वैधता चेक कर लेते हैं, तो आपको दो प्रकार के ऑनलाइन ब्रोकरों में से चुनना होगा:

– डिस्काउंट ब्रोकर या
– फुल-सर्विस ब्रोकर्स

एक डिस्काउंट ब्रोकर आपको कम शुल्क में सभी आवश्यक ट्रेडिंग टूल प्रदान करेगा, एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज फर्म आपको उच्च शुल्क में निवेश सलाह प्रदान करेगी. इस प्रकार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर, आप यह तय कर सकते हैं कि आप डिस्काउंट ब्रोकर या फुल-सर्विस ब्रोकर के साथ जाना चाहते हैं. असल में, डी-आई-वाई ट्रेडर बनने के लिए इंटरनेट पर कई संसाधन उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजारों के बारे में सीख सकते हैं. आप डिस्काउंट ब्रोकरेज चुन सकते हैं. यदि आपके पास अपने दम पर ट्रेड करने का ज्ञान है, यदि आप निवेश करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास बाज़ार का समय या समझ नहीं है, तो एक फुल-सर्विस ब्रोकरेज अकाउंट एक बेहतर विकल्प हो सकता है.

2) डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: शुरुआती लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए अगला कदम और आरंभ करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना है. डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है जहां यह आपके स्टॉक, एमएफ इत्यादि को डीमैटरियलाइज्ड रूप में रखता है जैसे बैंक आपकी नकदी रखता है. जबकि, ट्रेडिंग अकाउंट एक इंटरफ़ेस है जिससे आप एक्चुअल ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इन दिनों डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद सहज, तेज और पेपरलेस हो गया है. एक बार जब आप कुछ बेसिक डॉक्यूमेंट प्रस्तुत कर देते हैं तो आप उसी दिन से ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

3) ट्रेडिंग शुरू करें: निवेश या ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखना, शेयर बाजारों का कुछ ज्ञान हासिल करना और वर्चुअल ट्रेडिंग का अभ्यास करना एक अच्छा आईडिया है. एक बार जब आप इसे जान लें तो अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से ट्रेडिंग शुरू करें. D-I-Y (do-it-yourself) इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए अपने ब्रोकर के प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न टूल्स का उपयोग करें.

निष्कर्ष ये है कि शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए आपको एक ऑनलाइन ब्रोकर का चयन करना होगा, एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा और ट्रेडिंग शुरू करनी होगी. सुनिश्चित करें कि आप अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म और वेब पर उपलब्ध लर्निंग मटेरियल और टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं

Kotak Neo App: ट्रेडर्स के लिए कोटक सिक्योरिटीज़ लाया फास्ट ट्रेडिंग इकोसिस्टम, घट जाएगा वेटिंग टाइम

Kotak Securities ने अपना नया ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इकोसिस्टम Kotak Neo ऐप लॉन्च किया है, जो मोबाइल ऐप, वेबसाइट ट्रेड API और नेस्ट ट्रेडिंग टर्मिनल के साथ मल्टी-प्लेटफॉर्म का एक्सेस देगा.

Kotak Securities Limited ने अपना नया ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इकोसिस्टम Kotak Neo ऐप लॉन्च किया है. इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स का एक्सपीरियंस अब और बेहतर हो सकेगा. Kotak Neo मोबाइल ऐप, वेबसाइट ट्रेड API और नेस्ट ट्रेडिंग टर्मिनल के साथ मल्टी-प्लेटफॉर्म का एक्सेस देगा. इस इकोसिस्टम को यूजर बिहेवियर, ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स से उनकी जरूरतों पर चर्चा करके तैयार किया गया है. इन्वेस्टर्स को अब अपनी जरूरत के हिसाब से रेगुलर ऐप अपडेट मिलेगा. Kotak Neo पर कोटक सिक्योरिटी की रिसर्च टीम इन्वेस्टर्स को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के साथ इंट्राडे के लिए ट्रेडिंग कॉल और शॉर्ट टर्म ट्रेड रेकमेंड करती है. इसके अलावा, प्लेटफॉर्म पर कई ट्रेडर फ्रेंडली फीचर्स, जैसे कि वन-क्लिक स्क्वेयर ऑफ, फास्टर ऑर्डर एक्जीक्यूशन, बास्केट ऑर्डर्स, एडवांस चार्ट और मार्जिन ट्रेडिंग फैसिलिटी भी मिलती है.

कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के एमडी और सीईओ जयदीप हंसराज ने कहा कि "वक्त आ गया था कि कस्टमर के लिए वेटिंग टाइम और पुराने पड़ चुके कस्टमर एक्सपीरियंस को बदला जाए. मैं कोटक नियो की लॉन्चिंग को लेकर बहुत उत्साहित हूं, क्योंकि यह ऐसे फीचर्स और स्पीड से लैस है, जिसकी ट्रेडिंग के वक्त जरूरत महसूस होती है. कोटक नियो को शुरुआत में काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. प्लेस्टोर पर इसकी ऐप रेटिंग 4.4 पर बनी हुई है."

कोटक नियो, कोटक सिक्योरिटीज के जॉइंट प्रेसिडेंट और हेड संदीप चौरडिया ने कहा कि "कोटक नियो को बनाते हुए हमने कस्टमर को फोकस में रखा है. इसका इंटरफेस काफी सीधा-साफ है. कोई नया कस्टमर भी इससे जुड़कर अपनी ट्रेडिंग जर्नी की शुरुआत कर सकता है."

Kotak Securities के प्राइसिंग प्लान

पिछले कुछ वक्त में कोटक सिक्योरिटीज़ ने दो मोबाइल ट्रेडिंग क्या है? प्राइसिंग प्लान- “Trade Free” और “Trade Free Youth” लॉन्च किया है. “Trade Free” ऐसा अकेला प्लान है, जो इंट्राडे ट्रेडिंग पर जीरो ब्रोकरेज ऑफर करता है. “Trade Free Youth” के जरिए युवा ट्रेडर्स जीरो ब्रोकरेज पर डिलीवरी और इंट्राडे दोनों में ट्रेडिंग कर सकते हैं.

ट्रेडिंग क्या है | ऑनलाइन ट्रेडिंग और ऑफलाइन ट्रेडिंग की जानकारी

शेयर बाजार में शेयरों की खरीद और बिक्री करने की क्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं स्टॉक मार्केट में कोई भी शेयर सस्ते दामों पर खरीदना और भाव बढ़ने पर उसे बेच देने की क्रिया को ही ट्रेडिंग कहते हैं और शेयर खरीदने और बेचने वाले व्यक्ति को निवेशक या ट्रेडर कहते हैं निवेशक और ट्रेडर के बीच बहुत कम ही अंतर होता है निवेशक एक तरह से किसी भी शेयर को खरीदकर कर उसमें निवेश करता है उसे लंबे अंतराल के बाद भाव बढ़ने पर बेचता है किंतु ट्रेडर को निवेशक नहीं कहा जा सकता ट्रेडर एक ही दिन में शेयरों को खरीद बेच कर पैसे कमाता है शेयर बाजार में ट्रेडर हो या निवेशक यदि पैसा कमाना है तो ट्रेडिंग करना ही पड़ेगा निवेशक हफ्ते में 15 दिन में या 1 महीने में ट्रेड करता है किंतु ट्रेडर सुबह से शाम तक ट्रेडिंग करके पैसे कमाता है
ट्रेडिंग क्या है | ऑनलाइन ट्रेडिंग और ऑफलाइन ट्रेडिंग की जानकारी हिंदी में
अब हम बात करेंगे कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
ट्रेडिंग मुख्यतः तीन प्रकार की होती है
1 इंट्राडे ट्रेडिंग ( intraday trading)
2 पोजीशनल ट्रेडिंग ( positional trading)
3 शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग ( short term treading)

इंट्राडे ट्रेडिंग ( intraday trading) क्या है
सुबह पैसे लगाओ शाम तक कमाई करने के फंडे को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं शेयरों की ट्रेडिंग एक ही दिन के लिए करने की क्रिया को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग का चलन इन दिनों चल रहा है आप सुबह से शाम तक शेयरों इंट्राडे ट्रेडिंग के माध्यम से पैसे कमा सकते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग में कुछ सुविधाएं भी है जैसे कि आपको एक तिहाई दामों पर ही शेयर को खरीदने और बेचने का अधिकार 1 दिन के लिए दे दिया जाता है सरल शब्दों में यदि आपके पास डीमेट अकाउंट के वॉलेट में ₹10000 हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में (अनुमान) ₹30000 की वैल्यू के शेयर 1 दिन के लिए खरीद और बेच सकते हैं यदि आप ज्यादा क्वांटिटी में शेयरों की ट्रेडिंग करेंगे तो आपको लाभ भी ज्यादा हो सकता है इंट्राडे ट्रेडिंग में आप खरीदे गए शेयरों को होल्ड नहीं कर सकते आपको मार्केट बंद होने से पहले ही शहरों को खरीदना या बेचना पड़ेगा

पोजीशनल ट्रेडिंग ( positional trading) क्या है
पोजीशनल ट्रेडिंग एक तरह से निवेशकों के द्वारा की जाती है निवेशक अधिकतर उस कंपनी के शेयर में निवेश के नजरिए से ट्रेड करते हैं खरीदे गए शेयरों को एक लंबे अंतराल के बाद भाव बढ़ने पर बेचते हैं लंबी अवधि के नजरिए से खरीदे गए शेयरों की ट्रेडिंग को पोजीशनल ट्रेडिंग कह सकते हैं ऐसे निवेशक जो किसी शेयर को मोबाइल ट्रेडिंग क्या है? 6 महीने 1 साल या 2 साल के लिए होल्ड करते हैं या शेयर पोजीशन बनाने के नजरिए से ट्रेड करते हैं इसे ही पोजीशनल ट्रेडिंग कहते हैं

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग ( short term treading) क्या है
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को निवेशक या ट्रेडर दोनों ही करते हैं खरीदे गए शेयरों को 1 हफ्ते 2 हफ्ते या 1 या 2 दिन के बाद ही उनको भाव मिलने पर बेच दिया जाए कुछ ही दिनों के बाद शेयरों को बेच देने के उद्देश्य से की गई ट्रेडिंग को शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है इस प्रकार की ट्रेडिंग में आपके पास डिमैट अकाउंट में जितने रुपए होंगे उतने ही रुपए के शेयर खरीद या बेच सकते हैं खरीदे गए शेयरों को आप अपनी मनमर्जी से जब चाहे तब बेच सकते हैं

ट्रेडिंग कैसे करते हैं
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है जो मुख्यतः बड़ी बैंके और सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर डीमेट अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं अकाउंट ओपन होने के बाद आप स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं
ट्रेडिंग मुख्यतः दो प्रकार से की जाती है
1ऑनलाइन ट्रेडिंग online treading
2 ऑफलाइन ट्रेडिंग offline treading

ऑनलाइन ट्रेडिंग online treading क्या है
ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेशक या ट्रेडर स्वयं शेयर बाजार में ट्रेडिंग करता है शेयरों की खरीद और बिक्री करने के लिए उसे किसी तीसरे व्यक्ति की जरूरत नहीं पड़ती वह ऑनलाइन ही मोबाइल या लैपटॉप पीसी आदि के माध्यम से स्वयं ट्रेडिंग करता है ट्रेडिंग करने के इस विकल्प को ऑनलाइन ट्रेडिंग कहते हैं

ऑफलाइन ट्रेडिंग offline treading क्या है
ऑनलाइन ट्रेडिंग निवेशक या ट्रेडर स्टॉक मार्केट में स्वयं ट्रेडिंग नहीं करता है उसे ट्रेडिंग करने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति की मदद लेनी पड़ती है यदि उसको कोई भी शेयर खरीदना और बेचना हो तो वह किसी तीसरे व्यक्ति की मदद से स्टॉक एक्सचेंज में अपना आर्डर डालेगा और शेयरों पर हुए नफा नुकसान की जिम्मेदारी निवेशक या ट्रेडर की ही रहती है ट्रेडिंग करने के इस तरीके को ऑफलाइन ट्रेडिंग कहते हैं उदाहरण के तौर पर कॉल ऑन ट्रेड . ब्रोकर के माध्यम से ट्रेड यह सब ऑफलाइन ट्रेडिंग के उदाहरण है

कॉल ऑन ट्रेड coll on traid के बारे में जानकारी
आपका डीमैट अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट जिस ब्रोकर या कंपनी के माध्यम से खुला है उस कंपनी के माध्यम से ही कॉल ऑन ट्रेड की सुविधा प्रदान की जाती है आप उन्हें कॉल करके अपना गोपनीय कोड अकाउंट आईडी बताकर स्टॉक एक्सचेंज में किसी भी शेयर को खरीदने और बेचने का आर्डर कर सकते हैं कॉल ऑन ट्रेड में आपके द्वारा की गई फोन कॉल को रिकॉर्ड किया जाता है
यदि आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग की शुरुआत करने जा रहे हैं तो ट्रेडिंग संबंधित नियम और स्टॉक एक्सचेंज की शर्तों के बारे में जानकारी अवश्य रखें

ट्रेडिंग में क्या ना करें
यदि आप इंट्राडे ट्रेड करने की सोच रहे हैं या इंट्राडे ट्रेड कर रहे हैं तो आप कॉल ऑन ट्रेड ना करें इससे आपको नुकसान होने के चांसेस ज्यादा रहते हैं क्योंकि कॉल ऑन ट्रेड से शेयर का भाव नहीं मिल पाता है उदाहरण के तौर पर यदि आपने कोई भी शेयर खरीदा और उसको भाव आने पर तुरंत बेचना है या stop-loss को कम या ज्यादा करना हो तो आपको कम से कम 5 मिनट लग सकते हैं क्योंकि आप कस्टमर केयर को कॉल करेंगे और वह कॉल रिसीव करेगा और फिर आपका ऑर्डर डालेगा इतने समय में शेयर का भाव कम या ज्यादा हो सकता है

Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?

Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।

Diwali Muhurat Trading 2022

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

विस्तार

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि मोबाइल ट्रेडिंग क्या है? इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले मोबाइल ट्रेडिंग क्या है? वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

रेटिंग: 4.71
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 780