3.म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना
2023 में कहां करें निवेश? ये 10 म्यूचुअल फंड्स दे रहे सबसे बेहतर विकल्प
मौजूदा साल (2022) अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है और नए साल (2023) के आने में बस अब चंद दिन बाकी रह गए हैं. यह साल का वो समय होता है जब लोग आने वाले साल के लिए प्लानिंग शुरू कर देते है. क्योंकि लोगों के जीवन का आर्थिक पक्ष भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, इसलिए उन्हें निवेश के उद्देश्य से भी सोचना शुरू कर देना चाहिए. पिछले कुछ समय से देखा जाए तो स्टॉक मार्केट में लोगों खासकर युवा वर्ग की दिलचस्पी बढ़ी है. वह नियमित तरीके से होने वाली आय के साथ-साथ पैसों को नई-नई स्कीम्स में इन्वेस्ट कर एक्स्ट्रा आय का साधन बना रहे हैं. इन्हीं में से एक निवेश का साधन है म्यूचुअल फंड. म्यूचुअल फंड एक प्रोफेशनली रूप से मैनेज्ड निवेश स्कीम है, जो सिक्योरिटीज को खरीदने के लिए इन्वेस्टर्स से पैसा इकठ्ठा करती है.
इस दौरान कुछ लोग जो म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, वह कुछ चीजों को लेकर काफी कन्फ्यूज रहते हैं और उस प्रश्नों के जवाब के लिए अपने करीबी या इंटरनेट की मदद लेते है. हालांकि, इस बीच सबसे बड़ा सवाल जो एक नए इन्वेस्टर के मन में आता है वह है कि कौन सी म्यूचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्ट करें. लेकिन फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमने आप के लिए ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम्स की लिस्ट तैयार की है, जो आपको इन्वेस्ट करने में मदद कर सकती है.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में निवेश जानिए कहां करें निवेश के दौरान कैसे करें एसेट एलोकेशन? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश का फायदा यह है कि एक निवेशक को पहले से तैयार डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो मिलता है.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश का फायदा यह है कि एक निवेशक को पहले से तैयार डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो मिलता है. इसमें किए गए निवेश को प्रोफेशनल फंड मैनेजर्स द्वारा मैनेज किया जाता है. ऐसे जानिए कहां करें निवेश में म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय निवेशकों को जोखिम को कम करने के लिए डायवर्सिफिकेशन की चिंता करने की जरूरत नहीं है. हालांकि, म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय निवेशक को यह पता होना चाहिए कि कितना निवेश करना है और कितना जोखिम उठाना है. निवेशकों के लिए अपनी जोखिम उठाने की क्षमता को पहचानना जरूरी है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
Quantum AMC की चीफ जानिए कहां करें निवेश बिजनेस ऑफिसर रीना नथानी ने कहा, “म्यूचुअल फंड स्कीम की सभी कैटेगरी और सब-कैटेगरी रिस्क-रिटर्न स्पेक्ट्रम पर एक अलग स्थान रखती है. निवेशकों को स्कीम के निवेश और इसके रिस्क-रिटर्न को अच्छी तरह से समझना चाहिए. ऐसी स्कीम्स चुनें जो आपके रिस्क प्रोफ़ाइल, इन्वेस्टमेंट ऑब्जेक्टिव, टाइम हॉरिजोन से मेल खाती हों और संबंधित फाइनेंशियल गोल के लिए सबसे उपयुक्त हों.” नथानी ने आगे कहा, “यह देखते हुए कि महंगाई बढ़ रही है, एफिशिएंट इन्फ्लेशन-एडजस्टेड रिटर्न (जिसे रियल रिटर्न के रूप में भी जाना जाता है) अर्जित करना जरूरी है. इस तरह, परीक्षण किए गए 12-20-80 एसेट एलोकेशन मॉडल का व्यापक रूप से पालन करना सार्थक होगा, जो आपकी सभी निवेश आवश्यकताओं के लिए एक सरल समाधान है. इसलिए, म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश के मामले में भी बाजार के जोखिम को और कम करने के लिए एसेट एलोकेशन किया जा सकता है.
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, जानिए कहां करें निवेश भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.
मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.
कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:
स्टॉक्स
स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट
जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.
आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट जानिए कहां करें निवेश करने चाहिए?
अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.
अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.
कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.
बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है
- प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
- समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन
बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.
कैसे खुलवाएं खाता
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना इतना आसान और सरल हो गया है कि कोई व्यक्ति निवेश करने के बारे में सोच सकता है। म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों को अपना केवाईसी पूरा करना होगा जो एक बार की प्रक्रिया है। केवाईसी का मतलब है कि आपको अपनी जानकारी देनी होगी, आपका आधार और पैनकार्ड इसमें मदद करते हैं। केवाईसी सत्यापन पूरा करने में आपकी मदद करने के लिए आप किसी डिस्ट्रिब्यूटर या निवेश सलाहकार के पास जा सकते हैं या आप ऑनलाइन ई.केवाईसी कर सकते हैं।
केवाईसी सत्यापन के बाद निवेश करने के लिए तैयार होने पर, आप किसी म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर, रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार, स्टॉक मार्केट ब्रोकर या बैंक जाकर भी म्युचुअल फंड खरीद सकते हैं। ऑनलाइन के जमाने में आप सीधे कंपनी की वेबसाइट पर जाकर फंड चुन सकते हैं।
सलाहकार के साथ शुरुआत करना बेहतर
सीधे निवेश करने या किसी डिस्ट्रिब्यूटर के माध्यम से निवेश करने के बीच चुनाव आपका फैसला है। अगर आपको खुद अपने निवेश करना पसंद है, तो आप बेशक फंड की वेबसाइट या किसी ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। लेकिन अगर आप सलाह लेना चाहते हैं या आपको निवेश करने में मदद की ज़रूरत है, तो आप किसी प्रतिनिधि के माध्यम से निवेश कर सकते हैं, जैसे डिस्ट्रिब्यूटर, निवेश सलाहकार या बैंक आदि।
म्यूचुअल फंड तीन प्रकार होते हैं- इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड।इक्विटी फंड सीधे शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं। वहीं डेट फंड आपका पैसा कंपनियों द्वारा जारी ऋणपत्रों में पैसा लगाते हैं। यह इक्विटी के मुकाबले कम जोखिम भरा होता है। वहीं तीसरे हाइब्रिड फंड में इक्विटी और डेट दोनों का समावेश होता है। इसके अलावा ओपन एंडेड फंड, क्लोज एंडेड फंड, सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड, पैसिवली मैनेज्ड फंड।
म्यूचुअल फंड कैसे काम करता है?
इसमें निवेशक एकमुश्त रकम फंड में लगाते हैं। इसके बाद एक तय समय अंतराल पर उस स्कीम से थोड़ा-थोड़ा निवेश इक्विटी स्कीम में ट्रांसफर करते रहते हैं। डेट फंड में एकमुश्त पैसा लगाने से सुरक्षित रिटर्न मिलता रहता है, वहीं एक तय अवधि में आपका पैसा धीरे धीरे ज्यादा रिटर्न देने वाली इक्विटी स्कीम में ट्रांसफर हो जाता है।
छोटी अवधि में केवल ज्यादा रिटर्न के लिए इनमें निवेश करने पर आप नुकसान उठा सकते हैं। इनके साथ बहुत ज्यादा जोखिम होता है। नए निवेशकों को इन स्कीमों में पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है। मल्टीकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों का सुझाव अक्सर उन निवेशकों को दिया जाता रहा है जो निवेश के साथ थोड़ा जोखिम ले सकते हैं।
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