TEC Assessment No 07- Basic Financial Terms (बुनियादी वित्तीय टर्म्स)
Certificate Course in Entrepreneurship (CCE) इस कोर्स का सातवा असेसमेंट है: Basic Financial Terms (बुनयादी वित्तीय टर्म्स) इस असेसमेंट में आपको What is a business?(बिज़नस क्या होता है ?), Forms of business organisations ( व्यावसायिक संगठनों के रूप) , Sole proprietorship ( एकमात्र स्वामित्व) , Partnership ( साझेदारी) , Corporations ( निगम) , What is Accounting?(एकाउंटिंग क्या है ?), What is Finance? (फाइनेंस क्या है ?), Liabilities, equity and assets ( देयताएं, इक्विटी और संपत्ति) , Revenues and costs ( राजस्व और लागत), Money flow through a business ( एक व्यवसाय के माध्यम से धन प्रवाह) , Sources of capital ( पूंजी के स्रोत) इन सारे मुद्दों का आपको अध्ययन करना है।
इस लेख में हम पहले पुरे असेसमेंट का पहले अध्ययन करेंगे और बाद में असेसमेंट टेस्ट के सवाल और जवाब देखेंगे।
आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट कैसे बढ़ाएं?
आजकल ज्यादातर लोगों के लिए क्रेडिट कार्ड रोजमर्रा की ज़िंदगी का ज़रूरी हिस्सा बन गया है। लोगों को ये बात जाननी होगी कि क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने की एक सीमा होती है। अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? आप अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? ये अच्छे से जानते हैं कि आप अपने क्रेडिट कार्ड से असीमित राशि खर्च नहीं कर सकते। क्रेडिट कार्ड में एक लिमिट होती है जिससे ज्यादा आप खर्च नहीं कर सकते। यह आपकी खरीदने की क्षमता पर रोक लगा सकता है।
ऐसी कई चीजें हैं जो इस क्रेडिट कार्ड के लिमिट को निर्धारित करती हैं; यह एक कार्ड से दूसरे कार्ड में और यहां तक कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के लिए भी अलग-अलग हो सकती हैं। बैंक आपकी पेमेंट की एबिलिटी को ध्यान में रखकर आपकी लिमिट सेट करता है। वे जिन फैक्टर्स को ध्यान में रखते हैं, वह है आपकी इनकम - आपकी इनकम जितनी अधिक होगी आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी उतनी अधिक होगी। दूसरी चीज़ जो वे देखते हैं वह है आपका क्रेडिट स्कोर, जो आपके लोन रीपेमेंट के रिकॉर्ड पर निर्भर करता है। आपका क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होगा, आपकी क्रेडिट सीमा उतनी ही ज्यादा होगी।
पर ये फैक्टर्स फ्लेक्सिबल हैं; क्रेडिट की सीमा को बढ़ाना संभव है। पर ऐसा तभी होगा जब आप अपने क्रेडिट कार्ड का सफलतापूर्वक उपयोग कर रहे हैं, अपने सभी बकायों का समय पर भुगतान और अपने रिवॉर्ड तथा ऑफ़र का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। अब आप समझ गए होंगे कि क्रेडिट सीमा को बढ़ाना मुमकिन हैं।
यदि आप कार्ड खरीद सकते है, और बैंक इसके लिए तैयार है, तो क्रेडिट लिमिट को बढ़ाना एक अच्छा आईडिया है। आखिर, आप अपनी जीवनशैली की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पैसे की कमी नहीं चाहते हैं। आप अपने क्रेडिट कार्डों का उपयोग प्रतिदिन की खरीदारी के लिए कर सकते हैं, विदेशों में छुट्टी मना सकते हैं, अपने बच्चों की फीस अदा करने के साथ-साथ बाहर खाने का लुफ्त भी उठा सकते हैं।
सवाल ये उठता है - अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट को कैसे बढ़ाएं। क्या यह जल्दी किया जा सकता है?
आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स यहां दिए गए हैं:
नए कार्ड के लिए अप्लाई करें – क्रेडिट कार्ड के लिमिट को बढ़ाने का यह सबसे आसान तरीका है। नए, अपग्रेड कार्ड के लिए आवेदन करने से आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा अपने आप बढ़ जाएगी। आप अपने मौजूदा कार्ड की तुलना में विभिन्न कार्डों में से कोई ऐसा कार्ड चुन सकते हैं जो आपको विशेष रूप से क्रेडिट कार्ड का अतिरिक्त लाभ प्रदान करते हों। यदि आप अपने क्रेडिट का अच्छे से मैनेज कर रहे हैं, तो आपको एक नया कार्ड मिल सकता है जिसकी मौजूदा कार्ड की तुलना में अधिक क्रेडिट लिमिट होगी। आप इस हायर लिमिट का उपयोग हाई क्वालिटी लाइफ को बनाए रखने के लिए कर सकते हैं।
मौजूदा कार्ड पर सीमा बढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट - अपने मौजूदा कार्ड पर क्रेडिट सीमा कैसे बढ़ाएं? क्या यह संभव है? हाँ, आपका बैंक आपके लिए ऐसा कर सकता है। यदि आप रिक्वेस्ट करते हैं तो वे आपके मौजूदा कार्ड की क्रेडिट सीमा को बढ़ा सकते हैं। यह निश्चित रूप से आपके क्रेडिट हिस्ट्री, क्रेडिट स्कोर और इनकम जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करेगा। यदि आपके पास कई कार्ड हैं, तो उस कार्ड को चुनना आवश्यक है जिसके लिए आप लिमिट बढ़ाना चाहते हैं।
डिटेल में जानकारी दें -- कभी-कभी बैंक आपकी वित्तीय स्थिति में किसी भी बदलाव से अंजान हो सकते हैं जो आपको हायर क्रेडिट कार्ड लिमिट के लिए एलिजिबल बना सकता है। उदाहरण के लिए, आपको पिछले कुछ महीनों में अपने सैलरी काफी बढ़ी होगी, लेकिन आप अपनी पुरानी क्रेडिट कार्ड का मौजूदा लिमिट के साथ उपयोग जारी रखते हैं। यदि ऐसा होता है, तो आप यह जानकारी अपने अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? बैंक को दे सकते हैं और उनसे या तो अपनी नई फाइनेंसियल स्टेटस से मेल करने के लिए या अधिक लिमिट के साथ नया कार्ड जारी करने हेतु उनको बोल सकते हैं। यदि आप अपने अकाउंट को इकठ्ठा करते हैं ताकि बैंक आपको बेहतर फाइनेंसियल स्टेटस प्रदान कर सके तो यह इसमें आपकी सहायता कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपके भिन्न बैंक खातों में छोटी-छोटी राशियां हैं, तो उन्हें एक अकाउंट में रखना बेहतर होगा।
इयरली इन्क्रीमेंट - यदि आपने समय पर बैलेंस अमाउंट का भुगतान किया है तो अधिकांश बैंक क्रेडिट लिमिट में इयरली इन्क्रीमेंट प्रदान करते हैं। आप इस बारे में अपने बैंक में पूछ सकते हैं। अधिकांश बैंक स्वयं इयरली इन्क्रीमेंट देते हैं। यदि आपको इसकी ज़रूरत नहीं है, तो भी यह इयरली क्रेडिट लिमिट बढ़ाने में सहायता कर सकता है। इसमें रिवॉर्ड पर बहुत अच्छे ऑफ़र शामिल हैं और आपको कभी पता नहीं होता कि आपको हायर क्रेडिट लिमिट की आवश्यकता कब होगी।
अपना क्रेडिट स्कोर सुधारें: चूंकि बैंक क्रेडिट कार्ड की सीमा सेट करते समय क्रेडिट स्कोर पर विचार करते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना बेहतर है कि आपके पास अच्छा स्कोर हो। आप अपने सभी बकाया, जैसे ई.एम.आई का समय पर भुगतान करके ऐसा कर सकते हैं। साथ ही, याद रखें कि आपके क्रेडिट कार्ड के लिमिट को बढ़ाने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जायेगा, इसलिए ऐसा करने से बचें। अपने खर्च को सीमित करना सहायक हो सकता है।
। क्रेडिट कार्ड की हायर लिमिट रखना हमेशा से एक अच्छा विचार है; आपको कभी पता नहीं होता कि आपको इसकी आवश्यकता कब होगी। यह विशेष रूप से तब काम में आ सकता है जब अस्पताल में भर्ती करने जैसी कोई फाइनेंसियल इयरली इन्क्रीमेंट होत है।
निस्संदेह, आपको यह समझना चाहिए कि बैंक अधिक लोन लिमिट देने से पहले एनालिसिस करते हैं। आप क्रेडिट के लिमिट को तभी बढ़ा सकते हैं जब आप उनके स्पेसिफिकेशन को पूरा करते हैं। लेकिन यदि आपके पास साधन और क्रेडिट रिकॉर्ड है, तो बैंक के पास आपके क्रेडिट कार्ड के लिमिट में वृद्धि से इनकार करने का कोई कारण नहीं होगा।
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* नियम और शर्तें लागू। अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? क्रेडिट कार्ड की स्वीकृति केवल एच.डी.एफ.सी बैंक लिमिटेड के विवेकाधिकार पर है। इस लेख में प्रदान की गई जानकारी सामान्य है और केवल सूचनात्मक प्रयोजनों के लिए है। यह आपकी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह के लिए एक विकल्प नहीं है।
Net Worth क्या होता है और अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? नेट वर्थ (Calculate) कैसे निकाली जाती है?
दोस्तों आज हम आपको नेट वर्थ के बारे में बता रहे हैं कि नेटवर्क क्या होता है और Net Worth कैलकुलेशन कैसे निकालते हैं। नेटवर्क को हिंदी में कुल मूल्य कहते हैं नेटवर्क एक फाइनेंशली कंडीशन है वह किसी व्यक्ति की भी हो सकती है और किसी इंडिविजुअल कंपनी की भी हो सकती है इससे जुड़ी सभी जानकारी हम आपको दे रहे हैं क्यों कि आज के जमाने में भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो नेट वर्थ के बारे में नहीं जानते होंगे इसलिए हमारी यह जानकारी ऐसे लोगों के लिए है जो नेट वर्थ के बारे में नहीं जानते।
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नेटवर्थ क्या होता है?
नेट वर्थ को हम एक फाइनेंसियल टर्म कह सकते हैं जो किसी इंडिविजुअल व्यक्ति अथवा किसी कंपनी के वर्तमान फाइनेंशियल स्थिति का पता लगाने का कार्य करती है। अगर आपको किसी कंपनी की नेटवर्थ की गणना करनी है तो उसकी टोटल प्रॉपर्टी में से कुल देनदारी को माइनस करना है यानी घटाना है। तो आपको उसकी नेटवर्थ का पता चल जाएगा। नेटवर्क को सही तरीके से समझना बहुत ही आवश्यक माना गया है क्योंकि इससे किसी व्यक्ति या किसी कंपनी की फाइनेंसियल कंडीशन का पता चलता है कि वह कंपनी कितनी मजबूत है और कितनी कमजोर है इससे इन दोनों बातों का पता चलता है अगर आप शेयर मार्केट से शेयर खरीदना चाहते हैं और आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आपको उस कंपनी का Net Worth पता होना चाहिए कि वह कंपनी घाटे में चल रही है या फायदे में चल रही है।
Net Worth का महत्व
नेटवर्क का एक आम आदमी के जीवन में बहुत बड़ा महत्व है हर आदमी को अपने फाइनेंसियल कंडीशन जानने का पूरा हक है इसके लिए आपको सही तरीके से Net Worth का कैलकुलेशन समझना होगा अगर आप की वर्तमान वित्तीय स्थिति अच्छी है तो आप कोई भी फाइनेंशियल डिसीजन आसानी से ले सकते हैं मिसाल के तौर पर आप किसी अच्छी कंपनी में जॉब करते हैं और आपकी सैलरी भी अधिक है और आपको एक छोटा सा मकान खरीदना है और अगर आपकी नेटवर्क अच्छी है तो कोई भी बैंक आपको आसानी से होम लोन दे सकता है
अगर आपने अपनी नेटवर्क कैलकुलेट किए बगैर ही होम लोन ले लिया तो आपको भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि नेटवर्थ हमेशा बदलती रहती है इसलिए समय-समय पर अपनी नेटवर्क निकालते रहना चाहिए नेटवर्क ना पता होने की वजह से कभी-कभी फायदे की जगह नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
नेट वर्थ की गणना करने का तरीका
- नेटवर्क की कैलकुलेशन करना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है
- आपको अपनी टोटल संपत्ति में से टोटल देनदारी घटाने होती है इसका फार्मूला यह
- Total Assets – Total Liabilities = Net Worth
- इस कैलकुलेशन को समझने से के लिए पहले आपको assets और liability के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए इसको समझने के लिए हम दोनों को अलग अलग समझा रहे हैं।
- Assets – ऐसैट्स को समझने के लिए यह जानना होगा कि ऐसैट्स कहते किसे हैं यह एक फाइनेंशियल टर्म है इसके तहत जो चीज आती हैं वह यह है जमीन, घर, गाड़ी, गहने बैंक बैलेंस वगैरा।
- Liabilities– लिएबिलिटी के तहत वह चीज आती हैं जो पैसा आपकी देनदारी है यानी कि आपको देने हैं जैसे कर्जा, ईएमआई वगैरा।
- आपको अपनी नेटवर्थ की गणना करने के लिए अपने ऐसैट्स और लीएबिलिटी की एक लिस्ट तैयार करनी होगी।
आपके Assets के तहत आने वाली वस्तुऐं –
- बैंक बैलेंस
- गाड़ियों की मौजूदा कीमत
- इन्वेस्ट किया हुआ पैसा
- घर और जमीन की मौजूदा कीमत
- गहने
आपके Liabilities के तहत आने वाली वस्तुएं –
- आपकी देनदारी
- कार लोन
- होम लोन
- क्रेडिट कार्ड भुगतान
लीएबिलिटी के तहत आने वाली वह वस्तुए हैं जिसका आपको कर्जा चुकाना है इसलिए आप अपना कुल जमा रकम और कुल देनदारी जान लेंगे तो आप अपनी नेटवर्क निकाल सकते हैं।
मिसाल के तौर पर आपकी तमाम संपत्ति 8 करोड़ रुपए है और आपकी तमाम देनदारी 5 करोड़ रुपए है तो आप की टोटल नेटवर्क कितनी होगी इसके लिए कोई फार्मूला लगाएंगे जो कि हमने आपको ऊपर बताया था।
Total Assets – Total Liabilities = Net Worth
₹ 8 करोड़ – ₹ 5 करोड़ = ₹ 3 करोड़
तो दोस्तों इस तरह से आप अपनी नेटवर्थ निकाल सकते हो और नेटवर्थ निकालने के बाद आपको भविष्य में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पर्सनल नेट वर्थ क्या है ?
किसी व्यक्ति के पर्सनल नेट वर्थ निकालने की बात करे तो यहाँ पर भी उसकी कुल प्रॉपर्टी में मकान, अन्य रियल इस्टेट, वाहन / कार ,ज्वैलरी, सेविंग, कैश, म्यूच्यूअल फंड्स व अन्य प्रॉपर्टी हो सकती है। और खर्चो में किसी भी प्रकार का लोन, क्रेडिट कार्ड बिल, नियमित खर्च आदि शामिल होते है, जिन्हें घटाकर उसकी Net Worth पता चलती है।
पर्सनल नेट वर्थ कैसे निकले
अपनी सभी संपत्तियों की लिस्ट बनाये
आपकी सभी प्रॉपर्टी की लिस्ट बनाये और उनकी वर्तमान मार्केट वैल्यू पता करें। जैसे –
How to Edit Photos Using Less Time and Effort in Lightroom Classic
Let's learn how to most productively use Lightroom Classic to edit your photos, finding the most effective path from import to finished product.
22 Best Photo Editing Software for PC अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? in 2021 (Free and Paid)
Discover 22 image editing programs, free and paid, for photographic post-production on the PC, in this quick showcase article.
21 Top Lightroom Presets for Photography — Instant Image Filters and Photo Effects
Lightroom presets can speed up your photo editing workflow and help create a consistent look in your photography. Here, we showcase our favorite Lightroom.
40 Free B&W Presets for Lightroom — Convert Photos to Monochrome
Give your pictures a creative black-and-white look: it's easy with Adobe Lightroom presets. We've collected 40 of the best free presets for black and white.
अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे?
CorelDraw क्या है ? के इस आर्टिकल में आज जानेंगे कोरल ड्रॉ के संस्करण में कौन कौन से फीचर्स आज तक जोड़े गए हैं। तीस साल होगया है CorelDRAW ग्राफिक्स सूट 2021 का संस्करण जारी है। आज तक जो भी संस्करण में फीचर्स जोड़े गए वो पीसी और मैक ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए प्रोफेशनल ग्राफिक्स सूट के रूप में अपनी परंपरा को जारी रखते हुए अब तक नया संस्करण रिलीज़ हुआ है।
1989 -CorelDraw Ver 1.0
CorelDraw 1.0 यह Jan 1989 में रिलीज़ किआ गया पहला ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर है जो Windows OS ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए जारी किआ गया यह एक इंडस्ट्री स्टैण्डर्ड एप्लीकेशन होगया।
1991 -CorelDraw Ver 2.0
CorelDRAW 2.0 में ग्राफिक्स फाइलों के साथ टेक्स्ट फाइलों को मर्ज करने प्रिंट करने के लिए नया फीचर्स जोड़ा गया। इस संस्करण में स्पेशल इफ़ेक्ट के ऑप्शन जैसे अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? ब्लेंड, एनवलप, एक्सट्रशन, पर्सपेक्टिव टूल, शेप और ऑब्जेक्ट को नया आकर देने जैसा टूल को शामिल किआ गया।
1992 -CorelDraw Ver 3.0
CorelDRAW 3.0 के इस संस्करण में एक संपादन योग्य प्रीव्यू मोड जोड़ा, जो ऑब्जेक्ट को डिस्प्ले कर पूरा डिटेल और कलर के साथ काम करने की अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे? क्षमता प्रदान करता है। इस संकरण में पहली बार Corel Photo Paint को जोड़ा गया जो रास्टर इमेज को एडिट करने में काम आता है।
1993 -CorelDraw Ver 4.0
CorelDRAW 4.0 में मल्टी पेज क्ष्यमता के साथ इस संस्करण को लांच किआ गया, इसमें एक डॉक्यूमेंट में 999 तक की मल्टी पेज क्रिएट करने की अनुमति देता है। इसके आलावा करेल ड्रा इमेज ट्रेस, करेल मूव ,करेल चार्ट और करेल शो जैसे नए एप्लीकेशन शामिल किए गए।
1994 -CorelDraw Ver 5.0
CorelDRAW 5.0 में Postscript® और TrueType® के समर्थन करने वाला प्रोग्राम बनाया गया। एक पॉवरफुल कलर मैनेजमेंट सिस्टम जोड़ा गया जिसे उपयोगकर्ता रंगों के अधिक सटीक ऑन-स्क्रीन प्राप्त कर सके और मॉनिटर, प्रिंटर और स्कैनर को कस्टम कैलिब्रेट कर सकते हैं।
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