मंगलुरु बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार मोहम्मद शरीक (फोटो साभार: इंडिया टुडे)

1930 की महामंदी | Black Tuesday | दुनिया की अर्थव्यवस्था का सबसे ख़राब समय

इससे पहले कि मै आपको 1930 की महामंदी के बारे में बताना शुरू करूँ पहले समझ लेते हैं आखिर मंदी क्या होती है सरल सी भाषा में, दोस्तों मंदी वो बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया अवस्था है जिसमे लोगों की खरीदने कि क्षमता ख़त्म हो जाती है, दुकानों पर बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया सामान अनबिका रह जाता है यानी बिकता नहीं है, और इस तरह डिमांड ख़त्म हो जाती है और डिमांड ख़त्म होने से फैक्ट्रियां भी बंद होने लगती हैं और लोगों के रोजगार भी ख़त्म होने लगते हैं |

“जब भी मंदी की बात होती है तो सबसे पहले नाम आता है 1930 की आर्थिक मंदी का, और उसी से लोग तुलना भी करने लगते हैं तो चलिए जानें कि आखिर कैसी थी वो 1930 की महामंदी

कैसी थी वो आर्थिक मंदी

  • उसकी शुरुआत अमेर‍िका से हुई और उसने सारी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था।
  • वर्ष 1923 में अमेरिका का शेयर बाजार चढ़ना शुरू हुआ और चढ़ता ही चला गया। लेकिन 1929 तक आते-आते अस्थिरता के संकेत आने लगे। आखिरकार वह बुलबुला फूटा 24 अक्टूबर 1929 को।
  • एक दिन में करीब पाँच अरब डॉलर का सफाया हो गया। अगले दिन भी बाजार का गिरना जारी रहा।
  • हालांकि 1930 की महामंदी का कोई एक कारण नहीं था, लेकिन बैंकों का विफल होना और शेयर बाजार की भारी गिरावट को प्रमुख कारण माना जाता है, जिससे शेयरधारकों के 40 अरब डॉलर का सफाया हो गया।
  • अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का इतना मनोवैज्ञानिक असर पड़ा कि वहां के लोगों ने अपने खर्चो में दस फीसदी तक की कमी कर दी जिससे मांग प्रभावित हुई। लोगों ने खरीदारी बंद कर दी, जिससे कंपनियाँ बंद होने लगीं। नौकरियाँ जाने लगी।

महामंदी का महाप्रभाव

  • 1 करोड़ 30 लाख लोग बेरोजगार हो गए।
  • 1929 से 1932 के दौरान औद्योगिक उत्पादन की दर में 45 फीसदी की गिरावट आई।
  • 1929 से 1932 के दौरान आवास निर्माण की दर में 80 फीसदी तक की कमी हो गई।
  • इस दौरान 5 हजार से भी अधिक बैंक बंद हो गए।
  • साम्यवाद के प्रति बढ़ा रुझान

आर्थिक संकट का विश्व के प्रमुख देशों पर प्रभाव

  • जर्मनी पर प्रभाव – आर्थिक संकट के परिणामस्वरूप जर्मनी में बेरोजगारी अत्यधिक बढ़ी। 1932 ई. तक 60 लाख लोग बेरोजगार हो गये। इससे जर्मनी में बाह्य गणतंत्र की स्थिति दुर्बल हुईं हिटलर इसका फायदा उठाकर सत्ता में आ गया। इस प्रकार आर्थिक मंदी में जर्मनी ने नाजीवाद का शासन स्थापित किया।
  • ब्रिटेन पर प्रभाव – 1931 ई. में आर्थिक मंदी के कारण ब्रिटेन को स्वर्णमान का परित्याग करना पड़ा। सरकार ने सोने का निर्यात बंद कर दिया। सरकार ने आर्थिक स्थिरीकरण की नीति अपनाई। इससे आर्थिक मंदी से उबरने में ब्रिटेन को मदद मिली। व्यापार में संरक्षण की नीति अपनाने से भी व्यापार संतुलन ब्रिटेन के पक्ष में हो गया। ब्रिटिश सरकार ने सस्ती मुद्रा दर को अपनाया जिससे बैंक बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया दर में कमी आयी। इससे विभिन्न उद्योगों को बढ़ावा मिला।
  • फ्रांस पर प्रभाव – जर्मनी से अत्यधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त करने के कारण फ्रांस की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ थी, अतः आर्थिक मंदी का उस पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा। फ्रांस की मुद्रा फ्रेंक अपनी साख बचाये रखने में सफल रही।

फर्जी क्रिप्टो कॉइन के नाम पर 900 निवेशकों को लगाई 1200 करोड़ की चपत, जानिए कैसे दिया घोटाले को अंजाम

फर्जी क्रिप्टो कॉइन के नाम पर 900 निवेशकों को लगाई 1200 करोड़ की चपत, जानिए कैसे दिया घोटाले को अंजाम

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit – Indian Express)

बिटकॉइन (Bitcoin) शायद नाम तो आपने सुना ही होगा। दुनिया भर में इसकी जैसी क्रिप्टोकरेंसीज की लोकप्रियता चरम पर है लेकिन अब धीरे-धीरे ठग लोगों को चूना लगाने का काम भी कर रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुताबिक, केरल के एक शख्स ने आईपीओ (IPO) की तर्ज पर गैर-मौजूद फर्जी क्रिप्टो में पैसे निवेश कराए और करीब 900 लोगों को 1200 करोड़ रुपयों की चपत लगा दी।

द इंडियन एक्सप्रेस ने ईडी के अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस स्कैम के मास्टरमाइंड ने फर्जी क्रिप्टो के लिए इनिशियल कॉइन ऑफरिंग (ICO) का खेल तब शुरू किया, जब साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन लगा था। इस घोटाले से जुड़े निवेशकों ने कोयंबटूर के क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज फ्रेंक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कथित क्रिप्टो करेंसी ‘मॉरिस कॉइन’ को खरीदा था।

Satoshi Nakamoto कौन | Satoshi Nakamoto का सच, संपत्ति , सम्पूर्ण जानकारी 2022 में ।

अगर आप cryptocurrency में निवेश करते हैं तो Satoshi Nakamoto शब्द आपने जरूर सुना होगा । बताया जा रहा है कि यह एक गुमनाम नाम बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया है जिसके द्वारा बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी की खोज की गई है यह जापान के कंप्यूटर इंजीनियर हैं जो अमेरिका के California शहर में रहते हैं दूसरी ओर मानना है कि वह किसी Angeles रहते हैं पर सच्चाई तो कुछ हो रही है किसी को अभी तक भी पता नहीं है कि यह व्यक्ति कौन है और कहां रहते हैं अगर आप Satoshi Nakamoto के बारे में जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पढ़ते रहे और इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ।

Satoshi Nakamoto कौन

Bitcoin.org

इस वेबसाइट का बनाने का उद्देश्य क्या था आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा दोस्तों जब बिटकॉइन को लांच किया गया था उस समय Satoshi Nakamoto द्वारा इस वेबसाइट को लॉन्च कर दिया गया था । इसे बनाने का उद्देश्य ताकि लोग क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करते हैं वे लोग सीधे इस वेबसाइट पर जाकर बिटकॉइन को ख़रीद सकते उस टाइम पर बिटकॉइन किसी भी एप्लीकेशन पर लिस्टेड नहीं था अगर हम साल 2022 की बात करें तो यह बहुत ज्यादा एप्लीकेशन पर लिस्टेड है और इसे आज हर कोई जानता है और इसमें इन्वेस्ट करते हैं ऐसे लोग भी हैं जो बिटकॉइन से रातों-रात लखपति ही बने हैं ।

आपने अभी सारी बातें सोशल मीडिया पर सुनने को मिल रही है कि इसकी सच्चाई क्या है लेकिन मैं आपको बता दूंगा सच्चाई तो कोई भी नहीं जानता जब बिटकॉइन बनाने वाले के बारे में कोई नहीं जान पाया कि वह दिखने में कैसे दिखते थे और उनके बारे में इंटरनेट पर तरह-तरह से कीवर्ड सर्च किए जाते हैं।

संपत्ति

Satoshi Nakamoto नाम व्यक्ति दुनिया की बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया अमीर लोगों में से जाने जाते हैं और इनका एक इतिहास भी रहा है क्योंकि इन्होंने बिटकॉइन को बनाया है इसी लिए यह है पॉपुलर नाम है और इनकी कुल संपत्ति बताई गई है लगभग 40 से 50 बिलियन डॉलर के आसपास है ।

अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि हम क्यों जानना चाहते हैं Satoshi Nakamoto के बारे में दोस्तों इसका सरल शब्दों में बताऊं तो इन्होंने बिटकॉइन जैसी पॉपुलर करेंसी बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया का निर्माण किया था इसीलिए लोग इनके बारे में इंटरनेट पर सर्च करते हैं और उनके बारे में जानना चाहते हैं कोई भी पॉपुलर हंसती हो उसके बारे में बिटकॉइन क्या है क्यों भाग रही है सारी दुनिया इंटरनेट पर सर्च किया जाता है वह कौन है और उनकी संपत्ति कितनी है।

अंतिम शब्द

इस आर्टिकल में आपने सीखा की Satoshi Nakamoto कौन है और उनकी संपत्ति के बारे में जानना और साथ में यह भी जाना कि लोग उन्हें क्यों जानना चाहते हैं दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आर्टिकल आपको अच्छे से समझ आया होगा इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें अगर क्रिप्टोकरंसी से संबंधित कोई भी पसंद है तो आप मुझे कमेंट कर सकती हो।

Elon Musk का एक ट्वीट और 3000 डॉलर भाग गई Bitcoin की कीमत, जानें क्या है मामला

  • Money9 Hindi
  • Publish Date - March 24, 2021 / 09:00 PM IST

Elon Musk का एक ट्वीट और 3000 डॉलर भाग गई Bitcoin की कीमत, जानें क्या है मामला

Elon Musk Bitcoin: इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी Tesla के सीईओ और बिलिनेयर Elon Musk ने ट्वीट कर बड़ी जानकारी दी है. एलन मस्क ने ट्वीट किया कि अब टेस्ला की कार Bitcoin में खरीदी जा सकती है. पिछले दिनों टेस्ला ने बिटक्वॉइन में 1.5 अरब डॉलर का भारी निवेश किया था. उस समय एलन मस्क ने कहा था कि बहुत जल्द टेस्ला अपने प्रोडक्ट के लिए क्रिप्टोकरेंसी में भी पेमेंट लेगी. आज अपनी घोषणा पर उन्होंने मुहर लगा दी है.

बिटकॉइन में डील करता था मंगलुरु में धमाका करने वाला आतंकी मोहम्मद शरीक, साथियों को क्रिप्टो में भेजता था पैसे: ‘प्रेम राज’ बन सीख रहा था मोबाइल रिपेयरिंग

इससे पहले मंगलुरु बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि शरीक ऑटो में बैठने के बाद खुद को हिंदू बता रहा था, ताकि उस पर किसी को शक न हो।

मंगलुरु ब्लास्ट

मंगलुरु बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार मोहम्मद शरीक (फोटो साभार: इंडिया टुडे)

कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार (19 नवंबर, 2022) को हुए बम ब्लास्ट मामले में एक के बाद कई खुलासे होते जा रहे हैं। जाँच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक मैसूर में एक मोबाइल रिपेयरिंग ट्रेनिंग सेंटर में रिपेयरिंग का काम सीख रहा था। साथ ही, यह भी खुलासा हुआ है कि वह बिटकॉइन ट्रेडिंग करता था और अपने साथियों को क्रिप्टो करेंसी भेजता था।

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