What is technical analysis in stock market
What is Technical Analysis : Technical analysis एक विधि है जिसका उपयोग Traders द्वारा पिछली व्यापारिक गतिविधि का विश्लेषण करके शेयरों के भविष्य के Price Movement की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है। तकनीकी विश्लेषकों द्वारा चार्ट पैटर्न और सांख्यिकीय संख्या का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
Fundamental analysis का मानना है कि स्टॉक का बाजार मूल्य हमेशा स्टॉक के सही मूल्य से मेल नहीं खा सकता है। नतीजतन, मौलिक विश्लेषक स्टॉक के आंतरिक मूल्य की गणना करने की कोशिश करते हैं और अंडरवैल्यूड स्टॉक में निवेश करके लाभ उठाते हैं।
दूसरी ओर, तकनीकी विश्लेषकों का मानना है कि स्टॉक के मूल्य के fundamental elements स्टॉक मूल्य में पहले से ही दर्शाए जाते हैं। इसके अलावा, उनका मानना है कि स्टॉक की कीमतें समय की अवधि में पहचानने योग्य प्रवृत्तियों में चलती हैं।
नतीजतन, वे स्टॉक के पिछले मूल्य पैटर्न का मूल्यांकन करते हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण क्या है भविष्य में स्टॉक की कीमत कैसे चलती है।
3 Principles of Technical Analysis
किसी शेयर या सम्पूर्ण शेयर बाजार की कीमतों में उतार-चढ़ाव काफी बेतरतीब लग सकता है। लेकिन समय के साथ, रुझान और मूल्य पैटर्न सामने आ सकते हैं।
तकनीकी विश्लेषक शेयर बाजार में भारी लाभ कमाने के लिए इन पैटर्नों का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। यह विधि मुख्य रूप से निवेशकों द्वारा शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग या लॉन्ग टर्म पोजीशन खरीदने के लिए उपयोग की जाती है।
TechnicalAnalysis करने के लिए Tools
अब जब आप तकनीकी विश्लेषण का अर्थ जान गए हैं तो आइए इसमें उपयोग किए जाने वाले विभिन्न टूल्स बारे में जानते है –
Chart
वॉल्यूम चार्ट सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले तकनीकी विश्लेषण टूल में से एक हैं जो एक दिन के दौरान बाजार में खरीदे और बेचे गए शेयरों की संख्या दिखाते हैं। तकनीकी विश्लेषण के लिए आप या तो बार चार्ट या कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग कर सकते हैं। ट्रेंडलाइन के साथ मिलकर उपयोग किए जाने वाले चार्ट इस अभ्यास को काफी हद तक सुविधाजनक बनाते हैं।
Momentum Indicators
वे सांख्यिकीय आंकड़े हैं जिनकी गणना स्टॉक की कीमत और वॉल्यूम डेटा के आधार पर की जाती है। Technical Analysis के दौरान, Momentum Indicators, चार्ट के लिए सहायक टूल के रूप में कार्य करते हैं। तकनीकी विश्लेषण के उद्देश्यों में से एक स्टॉक के बारे में अपने विचारों की पुष्टि करना है और Momentum Indicators आपको इसे आसानी से करने में मदद करते हैं।
Moving Average
एक अन्य तकनीकी विश्लेषण उपकरण, चलती औसत के साथ आप स्टॉक चार्ट में तेज और लगातार उतार-चढ़ाव को समाप्त कर सकते हैं। ध्यान दें कि कभी-कभी छोटी अवधि के भीतर स्टॉक की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव हो सकता है। इससे प्रवृत्ति की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो जाता है। मूविंग एवरेज इसके प्रभाव को दूर करने और प्रवृत्ति को अधिक प्रमुख बनाने में मदद करता है।
Importance of Technical Analysis
तकनीकी विश्लेषण के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है आपको, निवेशक को, एक अच्छा निवेश निर्णय लेने में मदद करना। इसके साथ, आप समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान कर सकते हैं, इस प्रकार बेहतर निर्णय ले सकते हैं। इसके अलावा, तकनीकी विश्लेषण के साथ, आप जान सकते हैं कि आपकी कार्रवाई का समय कब है और मांग और आपूर्ति के स्तर को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
तकनीकी विश्लेषण का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि आप छोटी और लंबी अवधि के रुझानों के बारे में आसानी से जान सकते हैं और उसके अनुसार निर्णय ले सकते हैं।
Technical Analysis (Hindi)
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपने Technical Analysis के बारे में सुना होगा।Technical Analysis ( तकनीकी विश्लेषण ) बाजार की चाल और बाजार की प्रवृत्ति को समझने के उद्देश्य से तकनीकी चार्ट या तकनीकी संकेतकों के माध्यम से बाजार व्यवहार का अध्ययन है। इस ब्लॉग आर्टिकल में हम Technical Analysis के बारे में जानेगे !!
Table of Contents
Technical Analysis क्या होता हैं|What is Technical Analysis
Technical Analysis ( तकनीकी विश्लेषण ) एक अध्ययन हैं जो चार्ट और तकनीक इंडिकेटर का उपयोग करके हिस्टोरिकल ट्रेंड के आधार पर भविष्य में होने वाले शेयर प्राइस के बढ़ने और गिरने के बारे में बताता हैं जिसके माध्यम से बाजार की चाल और व्यवहार को समझने में आसानी होती हैं शेयर्स के खरीदने का मूल्य, खरीदने का समय, कितना खरीदना और बेचना, स्टॉप लॉस और एग्जिट आदि के बारे में बताता है।टेक्निकल एनालिसिस के माध्यम से किसी भी स्टॉक में कब एंट्री और स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण क्या है स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण क्या है एग्जिट करना हैं ये भी प्राइस पैटर्न और इंडीकेटर्स की मदद से पता लगाया जा सकता हैं।Technical एनालिसिस की सबसे ख़ास बात ये हैं की ये किसी भी एसेट क्लास पे अप्लाई किया जा सकते हैं क्यूंकि चार्ट एनालिसिस हर एक एसेट क्लास पे काम करता हैं क्यंकि ये उसके प्राइस बेहवियर को पास्ट डाटा के आधार पे जानने का तरीका हैं।
Technical Analysis Parameter (Hindi)
तीन पैरामीटर हैं जिन पर तकनीकी विश्लेषण आधारित है।
1) History Tends To Repeat Itself
2) Market Discount Everything
3) Price Moves In Trends
आइए प्रत्येक बिंदु को विस्तार से समझे !!
1.History Repeat Itself (Hindi)
पहला बिंदु इतिहास अपने आप को दोहराता है इसका मतलब है कि मानव मनोविज्ञान समान होता है, इसलिए टेक्निकल एनालिसिस के इस निष्कर्ष से यह माना जाता है कीमत का चलन अपने आप को दोहराता है। इतने सालों तक चार्ट का गठन या प्राइस पैटर्न का आकार प्रकृति में दोहराव वाला होता है क्योंकि मानव मनोविज्ञान समान होता है,ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बाजार के भागीदार एक तरीके की घटना पर हर बार एक ही तरीके की प्रतिक्रिया देते हैं। इसीलिए शेयर की कीमत एक ही तरीके से चलती हैं।
इसलिए इस निष्कर्ष से यह माना जाता है कि अतीत में बने चैट पैटर्न में समान परिदृश्य मिलने पर खुद को दोहराने का मौका देता हैं इसलिए यह तकनीकी विश्लेषक को बाजार के व्यवहार को समझने में मदद करता है और स्टॉक के मूल्य के अध्ययन में मदद करता है।
2.Market Discount Everything (Hindi)
दूसरा बिंदु Market Discount Everything का मतलब है बाजार मूल्य या स्टॉक मूल्य में पहले से ही शेयरों से संबंधित सभी समाचार चाहे वह अपने मौलिक, प्रबंधन, अर्थशास्त्र, इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक, मनोविज्ञान या भविष्य की संभावनाओं से जुड़ा हो या उसके बाहरी वातावरण से संबंधित सभी समाचार और चीजें शामिल हैं। उस स्टॉक प्राइस में वे चीज़े पहले से शामिल होती हैं जिसका असर उसके भाव में पहले से होता हैं।
3. Price स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण क्या है Move in Trends (Hindi)
तीसरा बिंदु प्राइस मूव इन ट्रेंड्स का मतलब है कि स्टॉक प्राइस एक दिशा में तब तक चलता है जब तक कि वह विपरीत दिशा में अपनी दिशा को उलट या बदल नहीं देता है और वे एक ही दिशा में आगे बढ़ता रहता हैं जब तक कोई मेजर रेजिस्टेंस ना आ जाये बीच बीच में थोड़ी करेक्शन हो सकती हैं पर ट्रेंड अपनी दिशा में चलता हैं।
Technical Analysis कैसे करें|How to do Technical Analysis
टेक्निकल एनालिसिस शेयर का हिस्टोरिकल ट्रेडिंग डाटा को चार्ट के माध्यम से समझता हैं और यह डाटा आगे आने वाले समय के बारे में क्या संकेत देता है।यहां Technical Analysis Study में उपयोग किए जाने वाले बुनियादी उपकरण हैं जैसे कैंडलस्टिक चार्ट, वॉल्यूम, ट्रेंडलाइन, मूविंग एवरेज आदि। मुख्य पैरामीटर स्टॉक की प्रवृत्ति और मूल्य व्यवहार की पहचान करना है।
Technical Analysis study (तकनीकी अध्ययन) में Price और Volume दो महत्वपूर्ण कारक हैं क्योंकि तकनीकी अध्ययन में Price सर्वोच्च है और वॉल्यूम मूल्य पैटर्न का समर्थन करती है या मूल्य व्यवहार को प्रभावित करती है।टेक्निकल एनालिसिस में आप चार्ट को analyse कर सकते हैं क्यूंकि एक चार्ट ट्रेंड के बारे में काफी कुछ बताता हैं उसमे प्राइस और वॉल्यूम के पैटर्न्स को ध्यान में रखना चाहिए क्यूंकि प्राइस ही सबसे ऊपर क्यूंकि जितने इंडिकेटर और टेक्निकल उपयोग केवल ट्रेंड और प्राइस का मूवमेंट देखने के लिए होते हैं
Technical Analysis के Important Points
Chart Analysis-Technical एनालिसिस की स्टडी में चार्ट सबसे अहम् होता हैं क्यूंकि चार्ट की मदद से हम प्राइस के बार्रे में पता लगा सकते हैं क्यूंकि Price ही सबसे अहम् होता हैं सारी टेक्निकल स्टडी और इंडिकेटर प्राइस बेहेवियर के बारे में होते हैं प्राइस एनालिसिस के लिए सबसे अधिक कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग होता हैं क्यूंकि एक कैंडलस्टिक पूरा दिन के ट्रेडिंग का Open-High-Low प्राइस का पिक्टोरियल रेप्रेसन्टेशन देती हैं यानी की वो स्टॉक किस प्राइस पे खुला कितना ऊपर गया और कितना निचे गया। advanced स्टडी के लिए कैंडलस्टिक पैटर्न आदि के बारे में जाना जा सकता हैं।
Price-Price बेहेवियर के बारे में जानने के लिए आप कैंडलस्टिक और मूविंग एवरेज का उपयोग कर सकते हैं।
Volume-Volume एनालिसिस करके आप प्राइस के सपोर्ट में वॉल्यूम को देख सकते हैं की प्राइस के साथ वॉल्यूम का क्या रेलशनशिप हैं जिससे की प्राइस का ट्रेंड बढ़ने और घटने के संकेत मिलते हैं। ये सब आप चार्ट पे देख सकते हैं।
Momentum-Momentum इंडिकेटर गाडी में स्पीडोमेटेर की तरह काम करता हैं जिससे ये पता लगता हैं की Price में कितनी तेज़ी हैं और कब उसकी तेज़ी हलकी हो जायगी इन सबके लिए आप R.S.I जैसे इंडिकेटर का उपयोग कर सकते हैं।
Support & Resistance -Support & Resistance डिमांड और सप्लाई पे चलते हैं। ये एक जोन होता हैं जहा ये पता लगता हैं की स्टॉक का सपोर्ट और रेजिस्टेंस कहा पे हैं ये सब आप कैंडलस्टिक और trend-line या हॉरिजॉन्टल लाइन के मदद से उस जोन का पता लगा सकते हैं चार्ट के ऊपर । या फिर किसी अन्य इंडिकेटर का उपयोग करके।
Time Frame-Time फ्रेम भी बहुत महत्वपूर्ण होता हैं की आप किस टाइम फ्रेम पर चार्ट एनालिसिस और इंडिकेटर का इस्तेमाल कर रहे हैं LongTerm Chart एनालिसिस के लिए या फिर short Term चार्ट एनालिसिस के लिए।
Note-इस ब्लॉग लेख में जो जानकारी दी गयी हैं वो केवल इनफार्मेशन और एजुकेशन के लिए हैं किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह ले ।
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