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Cryptocurrency kya hai hindi mein. How to invest in cryptocurrency in Hindi

हेलो दोस्तों और एक नया लेख में आपका स्वागत है. आजकल जहां भी आप आंख डालोगे तो हर कोई क्रिप्टोकरंसी के बात कर रहे हैं. जो लोग कभी इस आभासी मुद्रा पर विश्वास ही नहीं कर रहे थे उन लोगों ने भी आज बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात कर रहे हैं. आज हम आपको बताने वाले है Cryptocurrency kya hai

round silver and gold coins

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पहले पहले लोगों को यह लगता था कि क्रिप्टोकरंसी ऐसा कुछ भी नहीं है जहां से हम कुछ अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं. परंतु समय बदलता रहता है इसके साथ-साथ सारे चीजें भी बदलता रहता है. आज का समय में बिटकॉइन का वैल्यू बहुत ही बढ़ चुका है. जिन लोगों ने पहले से ही बिटकॉइन खरीद के रखा था आज की तारीख में उन लोगों ने एक तरीके का वित्तीय व्यक्ति हो चुके हैं. बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का हिस्सा है जोकि दुनिया में पहले आया था. मतलब आप यह बोल सकते हैं कि बिटकॉइन दुनिया का सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी है और अभी के टाइम पर सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है.

cryptocurrency kya hai

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अभी हम जितना भी बात किए आप यही सोच रहे होंगे कि आखिर यह cryptocurrency kya hai. आज हम आपको यह बताने वाले हैं कि cryptocurrency kya hai hindi mein. तो बिना समय वेस्ट किए यह देख लेते हैं क्रिप्टोकरंसी क्या होता है.

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क्रिप्टोकरेंसी को हिंदी में आभासी मुद्रा बोला जाता है. दुनिया का कोई भी व्यक्ति आज तक इसी को फिजिकली नहीं देखा है. जैसे कि हर देश के पास अपना-अपना मुद्रा होती है. जैसे इंडिया में रुपया चलता है, अमेरिका में डॉलर चलता है वैसे ही क्रिप्टोकरंसी एक तरह का मुद्राएं होती है. परंतु जिससे कि आप पैसा को देख सकते हैं छू सकते हैं परंतु क्रिप्टोकरंसी को आप वैसे नहीं कर सकते. फिर भी उसी का बहुत ही ज्यादा value है. डॉलर से भी ज्यादा !

कोविड के बाद क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले इसे पढ़ें

Nitika Ahluwalia

क्रिप्टो मूल्य के हस्तांतरण को नियंत्रित और सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफ़ी का उपयोग करके डिजिटल एसेट की ट्रेडिंग करता है। क्रिप्टो के पीछे का विचार एक विकेंद्रीकृत और पूरी तरह से सत्यापित नेटवर्क बनाना है जो ऑडिटिंग क्षमता और प्रामाणिकता के लिए सहकर्मी समीक्षा का उपयोग करता है। अपने सबसे बुनियादी रूप में, क्रिप्टो डिजिटल पैसा है जो इसे बनाने के लिए किसी भी सरकार या केंद्रीय बैंक पर निर्भर नहीं करता है, इसके उपयोगकर्ताओं द्वारा "क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार खनन" नामक विकेंद्रीकृत और ओपन-सोर्स प्रक्रिया के माध्यम से इसकी सप्लाइ को कंट्रोल किया जाता है।

सभी क्रिप्टोकरेंसी एक ब्लॉकचेन नामक सिस्टम पर काम करती हैं। ब्लॉकचेन अब तक किए गए सभी क्रिप्टो लेनदेन का एक अपडेटिड पब्लिक लेजर है। चूंकि इसे डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है और आसानी से बदला जाता है, इसलिए इसे सुरक्षित और अप्राप्य माना जाता है।इसका मतलब है कि अपडेटेड क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार ब्लॉकचेन पर चीजों को खरीदने और बेचने के लिए पेपाल या वीजा जैसे विश्वसनीय तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं होती है। अधिकांश उपयोगकर्ता अपने स्मार्टफोन और सॉफ्टवेयर के माध्यम से ब्लॉकचेन का उपयोग करते हैं।

क्या क्रिप्टोकरेंसी सुरक्षित है

जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं, वे अपनी मेहनत की कमाई को खोने का जोखिम उठाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार क्रिप्टोकरेंसी के पीछे की तकनीक को हैकर्स और पर्याप्त संसाधनों के साथ किसी भी अन्य पार्टी के लिए कमजोर होने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह आपके निवेश के मूल्य और वित्तीय सेवाओं तक पहुंचने के लिए साधारण लोगों की क्षमता के लिए गंभीर परिणाम हो सकता है, जो अब वे क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा करते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के साथ महत्वपूर्ण जोखिम भी शामिल हैं, उन नए प्रकार के डिजिटल कैश जिनका उपयोग उत्पादों और सेवाओं को ऑनलाइन खरीदने के लिए किया जा सकता है।यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि आप वास्तव में कौन से जोखिम लेने की योजना बना रहे हैं, और बहुत से लोग जिन्होंने मूर्खतापूर्ण तरीके से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है, उन्होंने सब कुछ खो दिया है।

आखिरी चीज जो हम चाहते हैं, वह यह है कि क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले किसी के लिए भी पैसा खोना है। "निवेश जोखिम भरा है और यह निश्चित नहीं है कि यह भुगतान करेगा। साथ ही, हालांकि, यह आपको तेजी से पैसा बनाने की अनुमति दे सकता है।"

कोई रेगुलेशन और टैक्सेशन नहीं

क्रिप्ट करेंसी का लॉन्च ट्रेंड का अनुसरण करने वालों के लिए कोई क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार आश्चर्य की बात नहीं है। जिस किसी ने भी क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है, वह जानता है कि यह बहुत अधिक जोखिम वाला निवेश है। एक्सचेंज रेट लगातार बदल रही है, जिससे आम लोगों के लिए यह समझना मुश्किल हो गया है कि वे किसी दिए गए सिक्के में कितना निवेश कर रहे हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी के आसपास का नियामक माहौल अस्पष्ट बना हुआ है।जबकि कई लोग दावा करते हैं कि क्रिप्टोक्यूरेंसी नियम जल्द ही लागू किए जाएंगे लेकिन दूसरों को संदेह है कि यह बिल्कुल लागू होगा।

यदि आप क्रिप्टो लोन कंपनी में अपना विश्वास रखते हैं, तो आप अपना पैसा जोखिम में डाल रहे हैं। इस बात की गारंटी देने का कोई तरीका नहीं है कि कोई कंपनी आपको सही कीमत पर और सही मात्रा में पैसा उधार देगी। चुकाए जाने से पहले आप अपना सारा पैसा खो सकते हैं, या अपनी बचत से मुश्किल से बच सकते हैं। हमने देखा है कि लोग जोखिम भरे निवेशों पर पैसा बचाने के लिए वर्षों खर्च करते हैं।क्रिप्टो एसेट खरीदने का जोखिम बहुत अधिक होता है।

धोखाधड़ी की संभावना

जैसा कि ऊपर कहा गया है, डिजिटल करेंसी एक अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है।हालांकि यह सभी के लिए नहीं है।यदि आप निवेश के रूप में डिजिटल करेंसी में कूदने जा रहे हैं, तो कुछ चीजें हैं जिन पर आपको विचार करने की आवश्यकता है। उन चीजों में से आसान धोखाधड़ी है। एक और कारण है कि डिजिटल करेंसी एक अच्छा निवेश विकल्प नहीं है, यह आसानी से फिजिकल करेंसी के लिए कारोबार किया जा सकता है, जो इसे खराब अभिनेताओं के लिए अधिक सुलभ बनाता है।

उच्च मूल्य-कम जोखिम

क्रिप्टो के जोखिमों में मूल्य गिरावट शामिल है जिससे आप अपने सभी लाभ खो सकते हैं। यही बात उन निवेशकों के साथ भी हो सकती है जो लाभों को नहीं समझते हैं। हालांकि ऐसा प्रतीत होता है कि बड़ी भीड़ के समाप्त होने के बाद हर कोई अपने क्रिप्टो निवेश के लिए बाजार में जगह पा सकता है, फिर भी इसे समझना महत्वपूर्ण है।

कोई फिज़िकल गारंटी नहीं

यदि आप क्रिप्टो लोन कंपनी में अपना विश्वास रखते हैं, तो आप अपना पैसा जोखिम में डाल रहे हैं। इस बात की गारंटी देने का कोई तरीका नहीं है कि कोई कंपनी आपको सही कीमत पर और सही मात्रा में पैसा उधार देगी। चुकाए जाने से पहले आप अपना सारा पैसा खो सकते हैं, या अपनी बचत से मुश्किल से प्राप्त कर सकते हैं। मैंने देखा है कि लोग जोखिम भरे निवेशों पर पैसा बचाने के लिए वर्षों खर्च करते हैं। क्रिप्टो एसेट खरीदने का जोखिम बहुत अधिक है।

इस बेहतर विकल्प पर विचार करें

उद्यमियों के लिए कई विकल्प हैं। यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अपना पैसा और समय निवेश करने के विकल्पों की तलाश में हैं तो आप व्यवसाय खोलने के लिए जा सकते हैं। एक व्यवसाय खोलने का एक आसान तरीका एक प्रसिद्ध ब्रांड की फ्रैंचाइज़ प्राप्त करना है जो वित्तीय स्थिरता और बाजार के बारे में भी एक विचार देगा।

CRYPTOCURRENCY पर रोक लगाएगी सरकार, बनेगा नया कानून

CRYPTOCURRENCY

नई दिल्ली: क्रिप्टोकरंसी ( CRYPTOCURRENCY ) बिटक्वाइन ( BITCOIN ) पूरी दुनिया में तेजी से पापुलर हो रहा है लेकिन इस करंसी के बारे में अभी तक किसी को किसी प्रकार की सिक्योरिटी नहीं है । यही वजह है कि RESERVE BANK OF india ने क्रिप्टोकरेंसी पर रोक के लिए सर्कुलर जारी किया था। जिसे 4 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ( supreme court ) के द्वारा निरस्त कर दिया गया था।

क्रिप्टोकरेंसी के बजाए डिजिटल लेन-देन ज्यादा मुफीद

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हार्ड करेंसी की जगह डिजिटल करेंसी का प्रचलन अधिक से अधिक बढ़ रहा है. लोग क्रिप्टोकरेंसी की ओर न बढ़ें, इसके लिए जरूरी है कि डिजिटल लेन-देन को नई गति मिले. लेकिन भारत जैसे देश में जहां के ग्रामीण इलाकों में आज भी इंटरनेट की पहुंच नहीं है, डिजिटल करेंसी किस हद तक सफल होगा, कहना मुश्किल है. आइए इसके हर पहलुओं पर एक नजर डालते हैं.

हैदराबाद : जिन देशों ने डिजिटल करेंसी या सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) को लागू करने की इच्छा जताई है, उनमें भारत भी शामिल हो गया है. भारतीय रिजर्व बैंक उसमें अपनी भूमिका निभाएगा. क्रिप्टोकरेंसी के विपरीत सीबीडीसी एक कानूनी निविदा है, जिसकी गारंटी उस देश की केंद्रीय बैंक प्रदान करती है. इसका अर्थ है कि उस देश से कागज या धातु की मुद्रा खत्म हो जाएगी. वहां पर डिजिटल करेंसी ही चलेगी. आप फोन, डिजिटल वॉलेट या कंप्यूटर के माध्यम से ही पैसों का लेन-देन कर सकेंगे. कुछ लोगों के लिए यह चिंताजनक हो सकता है, क्योंकि कागज की मुद्रा का चलन पिछले 200 सालों से भी अधिक समय से हो रहा है.

स्वीडन और चीन सबसे आगे

डिजिटल मुद्रा लागू करने की दौड़ में स्वीडन और चीन सबसे आगे हैं. स्वीडन को दुनिया का 'कैशलेस सोसाइटी' कहा जाता है. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि डिजिटल मुद्रा की दिशा में तेजी से बढ़ने की वजह से बिटकॉइन को बढ़ावा मिला है. भ्रम की वजह से इसे 'सट्टा संपत्ति' के बजाए मुद्रा मान लिया गया है.

भारत बिटकॉइन की जगह पर डिजिटल मुद्राओं को बढ़ावा देने के पक्ष में है. हालांकि, भारत क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के बजाए उसे नियमित करना चाहता है.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

परिसंपत्तियों का डिजिटल रूप है क्रिप्टोकरेंसी. इसे अक्सर 'प्राइवेट करेंसी' भी कहा जाता है. ब्लॉकचेन की तरह यह 'डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी' पर आधारित है. इसका मतलब है कि इसकी प्रामाणिकता साबित करना आसान है, जालसाजी मुश्किल. सीमित मात्रा में चलन होने की वजह से जब भी इसकी मांग में वृद्धि होती है, कीमत बढ़ जाती है. क्रिप्टोकरेंसी में सबसे प्रमुख है बिटकॉइन. 95 प्रतिशत कारोबार टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी में ही होता है. बिटकॉइन के अलावा अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं- एथिरियम, एक्सआरपी, टिथर, बिटकॉइन कैश, बिटकॉइन एसवी और लिटकॉइन.

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कब से बिटकॉइन की हुई शुरुआत

बिटकॉइन की शुरुआत कब से हुई, इसके बारे में ठीक-ठीक पता नहीं है. 2009 के आसपास इसका प्रचलन देखने को मिला. सतोशी नाकामोटो नाम के व्यक्ति ने इसका प्रयोग किया था, लेकिन आजतक इनके बारे में किसी को जानकारी नहीं है. आज की तारीख में एक बिटकॉइन की कीमत 42 लाख रुपये हैं. एक अनुमान के मुताबिक 6223 क्रिप्टोकरेंसी बाजार में हैं. इसकी कुल कीमत 1.80 ट्रिलियन डॉलर होगी. पिछले 12 सालों में इसकी कीमत क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार तेजी से बढ़ी है. इसका मतलब है कि केंद्रीय बैंकों को डिजिटल परिसंपत्तियों को नए नजरिए से देखने की जरूरत है. यह देश की सीमाओं में बंधने वाला नहीं है. परिसंपत्तियों या धन के ऐसे डिजिटल रूपों का राष्ट्रीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ता है.

महत्व

हाल ही में डिजिटल भुगतान में काफी वृद्धि देखने को मिली है. तकनीक के बढ़ते प्रयोग की वजह से इसमें आसानी हुई है. इसके फायदे भी हैं और जोखिम भी हैं. इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा में नकली लेन-देन की गुंजाइश बहुत कम होती है. नगदी की तरह लागत नहीं लगती है. हार्ड करेंसी में प्रिटिंग करवानी पड़ती है. ट्रांसफर में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. रिजर्व बैंक को मुद्रा की छपाई और सुरक्षा के लिए 2019-20 में लगभग 4400 करोड़ खर्च करने पड़े थे. एक मुद्रा नोट का औसत जीवन काल दो साल या उससे कम होता है. डिजिटल मुद्रा डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी पर आधारित है. इसकी नकल मुश्किल है. प्रौद्योगिकी सक्षम सुविधाओं की तरह आर्थिक चक्र को गति देने की क्षमता रखती है. हो सकता है आरबीआई के पास अभी इस तरह का कोई आंकड़ा न हो, इसलिए उसका विश्लेषण नहीं हो सका है.

सुरक्षित है सीबीडीसी

भविष्य में कागजी मुद्रा की जगह अगर सीबीडीसी लेता है, तो इस पर चिंता करने की कोई बात नहीं है. नौ अक्टूबर 2020 को बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस) या सेंट्रल बैंकर्स ऑफ सेंट्रल बैंक ने एक दिशानिर्देश जारी किया था. इसके अनुसार सीबीडीसी के साथ-साथ अन्य प्रकार के मुद्राओं को जारी रखा जा सकता है. ये एक दूसरे के पूरक होने चाहिए. ऐसा भी नहीं है कि भारत सीबीडीसी के साथ प्रयोग करने वाला एकमात्र देश है. चीन भारत से बहुत आगे है. केंद्रीय बैंकों का ध्यान आम लोगों को क्रिप्टोकरेंसी से दूर करने और सीबीडीसी का अधिक से अधिक उपयोग करने को लेकर बढ़ावा देने का होना चाहिए. कोविड के दौरान लॉकडाउन हुआ और तब डिजिटल भुगतान को लेकर लोगों को इसके महत्व के बारे में पता चला. चीन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि 2025 तक नौ फीसदी लेनदेन मोबाइल के जरिए सुनिश्चित किया जाएगा.

प्रमुख चिंताएं

सीबीडीसी का ये मतलब नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी खत्म हो जाएंगे. या फिर धन के दूसरे रूपों का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा. बल्कि उन क्षेत्रों में जहां इंटरनेट की पहुंच नहीं है और पहुंच है तो स्पीड को लेकर समस्या है, वहां पर डिजिटल करेंसी के उपयोग करने को लेकर महत्वपूर्ण सवाल हैं. इन समस्याओं का निदान मिलते-मिलते सालों लग जाएंगे. साइबर सुरक्षा और निजता के उल्लंघन जैसे सवाल तो पहले से मौजूद हैं.

दूसरी सबसे बड़ी समस्या है राष्ट्रीय सीमा का. क्योंकि इंटरनेट के जरिए लेन-देन को लेकर देश की सीमा के कोई मायने नहीं होते हैं. मनी लॉन्ड्रिंग, कनवर्टिबलिटी और नियमन को लेकर एक देश के कानून दूसरे देशों के कानून से मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. जाहिर है, इससे व्यवसाय की गति धीमी जरूर होगी.

तीसरी समस्या है निजता के उल्लंघन का. हमारे यहां लोग पैसों के लेन-देन को सार्वजनिक नहीं करना चाहते हैं. लेकिन सीबीडीसी के जरिए आपके पैसों की हर गतिविधि पर नजर बरकरार रहेगी. सरकार के अधिकारियों की नजर में आप रहेंगे. इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट को छिपाया नहीं जा सकता है. ऐसे में सरकार की क्या नीति होगी, इस पर सबकी नजर क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार बनी रहेगी. इन कमियों के बावजूद आने वाले समय में सीबीडीसी किस तरीके से काम करेगा, सबको इसकी प्रतीक्षा है.

Cryptocurrency में निवेश से पहले न करें जल्दबाजी, जरूर याद रखें ये 10 बातें

Cryptocurrency Investment : क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच निवेश का एक पॉपुलर टूल बन गई हैं, लेकिन यह अब भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव का शिकार होने वाला डिजिटल असेट है. ऐसे में इस बाजार में निवेश करने से पहले कुछ चीजें हैं जो जानना जरूरी है.

Cryptocurrency में निवेश से पहले न करें जल्दबाजी, जरूर याद रखें ये 10 बातें

Cryptocurrency निवेश का पॉपुलर माध्यम बन चुकी हैं.

Cryptocurrency की दुनिया आज पिछले कुछ सालों के मुकाबले कहीं ज्यादा आम हो गई है. शंका, डर और अनिश्चितता के फेज़ से गुजरकर आज के वक्त में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच निवेश का एक पॉपुलर टूल बन गई हैं. यहां तक कि इन्हें लेकर बड़ी कंपनियों में स्वीकार्यता भी बढ़ी है और पेमेंट के अल्टरनेट मोड में क्रिप्टोकरेंसी (payment in cryptocurrency) को स्वीकारा जाने लगा है. हालांकि, इस सबके बावजूद क्रिप्टोकरेंसी अब भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव (highly volatile) का शिकार होने वाला डिजिटल असेट है. ऐसे में इस बाजार में निवेश करने से पहले कुछ चीजें हैं जो जान लीजिए और जिनके लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए.

1. गहरी रिसर्च जरूरी

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सबसे पहली बात है कि निवेश से पहले अपनी रिसर्च पक्की रखिए. पैसे-रुपयों के मामले में यह सबसे कॉमन बात है. कहीं भी पैसा लगाने से पहले आपको उस माध्यम की पूरी जानकारी होनी ही चाहिए. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के लिए यह और भी जरूरी है क्योंकि यह मार्केट अभी नया है और ट्रेडिशनल निवेश के माध्यमों या तरीकों से काफी अलग है. इसलिए अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जान लीजिए. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझ लीजिए, जान लीजिए कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में कैसे काम होता है.

2. हर इन्फॉर्मेशन को वेरिफाई करें

क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट डिसेंट्रलाइज्ड मार्केट है और इसको कोई रेगुलेट भी नहीं करता. यानी कि इसको कोई एक संस्था या व्यक्ति कंट्रोल नहीं करता है, वहीं ट्रेडिशनल करेंसी की तरह कोई सरकार या सरकारी संस्था इसका नियमन भी नहीं देखती. यह पूरी तरह स्वतंत्र है. ऐसे में जवाबदेही आप पर ही आकर रुकती है. इसमें धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का डर होता है. ऐसे में किसी की बात में न आएं, किसी स्कीम के चक्कर में तो बिल्कुल न पड़े. हर जानकारी किसी विश्वसनीय स्रोत से ही लें और वेरिफाई करें.

3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.

4. छोटे निवेश से शुरू करें

क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक क्रिप्टोकरेंसी का सबसे आम प्रकार ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.

5. थोड़ा धैर्य रखें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.

blockchain

6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.

7. क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स के बारे में पता होना चाहिए

क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.

8. मोबाइल वॉलेट में अपनी पूरी करेंसी स्टोर न करें

इसमें कोई दोराय नहीं है कि मोबाइल वॉलेट्स बहुत ही सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनका हैक होना भी बहुत आसान होता है. ऐसे में कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टोकरेंसी मोबाइल वॉलेट में स्टोर न करें.

9. क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स को मत भूलें

चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.

10. जल्दबाजी न करें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट लुभावना माध्यम है और बहुत से लोग हर दिन इसमें निवेश और ट्रेडिंग के लिए जुड़ रहे हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप भी इसमें कूद जाएं. अपने फाइनेंस का आकलन कर लें, नियमों को अच्छे से जान लें. इसके बाद निवेश शुरू करें. और क्रिप्टो को लेकर खबरों पर भी नजर रखें कि कहीं कुछ बदलाव तो नहीं हो रहे.

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