बैंक की आय का मुख्य स्रोत क्या है?
बैंक हमे बहुत सी सुविधाएँ प्रदान करती है और हमारे जमा खाते में रखे पैसो पर हमे ब्याज भी देती है पर आपने कभी सोचा है कि बैंक की आय का स्त्रोत क्या है। तो हम आपको बता दे कि बैंक कई तरीको से कमाई करती है पर बैंक की आय का मुख्य स्त्रोत लोगो को दिए गये ऋण से प्राप्त ब्याज है। जी हां! बैंक आपके जमा पैसो को लोगो को उधार देती है तथा इसका बड़ा ब्याज वसूलती है जो उसकी आय का मुख्य स्त्रोत है अगर कुछ लोग उधार का पैसा नही भी विदेशी मुद्रा दिन व्यापार चुकाते हैं तो बैंक इस ऋण की आय से इतनी कमाई कर लेती है कि लोगो के बैंक विदेशी मुद्रा दिन व्यापार में जमा पैसो की भरपाई हो सके।
इसके अलावा भी बैंक कई और तरीको से कमाती है जैसे निवेश कर के, लोन सिंडिकेशन, बिल्स ऑफ एक्सचेंज, सेफ्टी वॉल्ट उपलब्ध करने जैसी सेवाएं, विदेशी मुद्रा के कामकाज से, थर्ड पार्टी प्रोडक्ट पर कमीशन से, ड्राफ्ट जारी, बीमा प्रीमयम का भुगतान आदि से।
पांचवें हफ्ते 2.91 अरब डॉलर बढ़कर विदेशी मुद्रा भंडार 564.1 अरब डॉलर हुआ
नई दिल्ली। आर्थिक र्मोचे (economic front) पर राहत देने वाली खबर है। लगातार पांचवें हफ्ते (fifth week in a row) विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी (increase foreign exchange reserves) दर्ज हुई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 दिसंबर को समाप्त हफ्ते विदेशी मुद्रा दिन व्यापार में 2.91 अरब डॉलर ($ 2.91 billion increased) बढ़कर 564.06 अरब डॉलर ($ 564.06 billion) पर पहुंच गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
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आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 दिसंबर को समाप्त हफ्ते में 2.91 अरब डॉलर उछलकर 564.06 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले हफ्ते 2 दिसंबर को विदेशी मुद्रा भंडार 11 अरब डॉलर बढ़कर 561.16 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। हालांकि, अक्टूबर, 2021 में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान विदेशी मुद्रा का अहम घटक विदेशी मुद्रा अस्थियां (एफसीए) भी 3.141 अरब डॉलर बढ़कर 500.125 अरब डॉलर हो गई है, जबकि पिछले हफ्ते यह 9.7 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 496.98 अरब डॉलर था। हालांकि, देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य पिछले हफ्ते 29.6 करोड़ डॉलर घटकर 40.729 अरब डॉलर रह गया है।
इसके अलावा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 6.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.106 अरब डॉलर हो गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 20 लाख डॉलर बढ़कर 5.11 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। दरअसल चुनौतिपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों के बीच आरबीआई को रुपये में गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करना पड़ा था। इस वजह से देश के मुद्रा भंडार में गिरावट आई थी। (एजेंसी, हि.स.)
Sri Lanka to use Indian Rupees: श्रीलंका का बड़ा फैसला, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का करेगा इस्तेमाल- रिपोर्ट
भारतीय रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा करने के तंत्र में अब दूसरे देश भी दिलचस्पी लेने लगे हैं. मीडिया के हवाले से खबर है कि श्रीलंका ने भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा भारतीय रुपये में करने में रुचि दिखाई है.
Sri Lanka to use Indian Rupees: भारतीय रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International Trade) का निपटारा करने के तंत्र में अब दूसरे देश भी दिलचस्पी लेने लगे हैं. ताजाकिस्तान, लक्जमबर्ग, क्यूबा, और सूडान ने तंत्र का उपयोग करने के लिए भारत से बात करना शुरू कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में आधिकारिक दस्तावेजों के हवाले से इस बात का दावा किया जा रहा है. विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार श्रीलंका ने भी अंतरराष्ट्रीय विदेशी मुद्रा दिन व्यापार व्यापार का निपटारा भारतीय रुपये में करने में रुचि दिखाई है. वह भारत के पड़ोसी द्वीप राष्ट्र के बैंकों ने विशेष रुपया व्यापार खाते (Special Rupee Trading Account) खोले हैं, जिन्हें वोस्त्रो अकाउंट (Vostro Accounts) कहा जाता है.
दरअसल आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका ने सार्क क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के लिए आरबीआई से अनुरोध किया था. रिपोर्ट के मुताबित मॉरीशस और विदेशी मुद्रा दिन व्यापार श्रीलंका ने भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा भारतीय रुपये में करने में रुचि दिखाई है और आरबीआई की आरे से मंजूरी का इंतजार कर रहा है. यह भी पढ़े: Sri Lanka Economic Crisis: गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका, खाने से लेकर ईंधन और दवाइयों तक हर चीज में मदद कर रहा है भारत
रिपोर्ट के मुताबित इसका मतलब है कि श्रीलंकाई नागरिक अब $10,000 (INR 8,26,823) रख सकते हैं. इसका अर्थ यह भी है कि श्रीलंकाई और भारतीय एक दूसरे के साथ अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए अमेरिकी डॉलर के बजाय भारतीय रुपये का उपयोग कर सकते हैं. श्रीलंका के इस करार से भारतीय रूपया को कानूनी मुद्रा के रूप में नामित करने से देश को अमेरिकी डॉलर की अपर्याप्त उपलब्धता के बीच अपने आर्थिक संकट से निपटने में मदद मिलेगी.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई में डॉलर की जगह रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा करने के तंत्र की स्थापना की थी. जानकारी के अनुसार सरकार उन देशों को तंत्र में लाने की कोशिश कर रही है जिनके पास डॉलर की कमी है. सूत्रों के अनुसार भारत अब तक करीब 18 देशों के साथ रुपये में कारोबार शुरू करने पर सहमति प्राप्त कर चुका है, और जल्द ही 50 से अधिक देशों के साथ समझौता करने की संभावनाएं तलाश रहा है.
Sri Lanka to use Indian Rupees: श्रीलंका का बड़ा फैसला, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का करेगा इस्तेमाल- रिपोर्ट
भारतीय रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा करने के तंत्र में अब दूसरे देश भी दिलचस्पी लेने लगे हैं. मीडिया के हवाले से खबर है कि श्रीलंका ने भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा भारतीय रुपये में करने में रुचि दिखाई है.
Sri Lanka to use Indian Rupees: भारतीय रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International Trade) का निपटारा करने के तंत्र में अब दूसरे देश भी दिलचस्पी लेने लगे हैं. ताजाकिस्तान, लक्जमबर्ग, क्यूबा, और सूडान ने तंत्र का उपयोग करने के लिए भारत से बात करना शुरू कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में आधिकारिक दस्तावेजों के हवाले से इस बात का दावा किया जा रहा है. विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार श्रीलंका ने भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा भारतीय रुपये में करने में रुचि दिखाई है. वह भारत के पड़ोसी द्वीप राष्ट्र के बैंकों ने विशेष रुपया व्यापार खाते (Special Rupee Trading Account) खोले हैं, जिन्हें वोस्त्रो अकाउंट (Vostro Accounts) कहा जाता है.
दरअसल आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका ने सार्क क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के लिए आरबीआई से अनुरोध किया था. रिपोर्ट के मुताबित मॉरीशस और श्रीलंका ने भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा भारतीय रुपये में करने में रुचि दिखाई है और आरबीआई की आरे से मंजूरी का इंतजार कर रहा है. यह भी पढ़े: Sri Lanka Economic Crisis: गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका, खाने से लेकर ईंधन और दवाइयों तक हर चीज में मदद कर रहा है भारत विदेशी मुद्रा दिन व्यापार
रिपोर्ट के मुताबित इसका मतलब है कि श्रीलंकाई नागरिक अब $10,000 (INR 8,26,823) रख सकते हैं. इसका अर्थ यह भी है कि श्रीलंकाई और भारतीय एक दूसरे के साथ अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए अमेरिकी डॉलर के बजाय भारतीय रुपये का उपयोग कर सकते हैं. श्रीलंका के इस करार से भारतीय रूपया को कानूनी मुद्रा के रूप में नामित करने से देश को अमेरिकी डॉलर की अपर्याप्त उपलब्धता के बीच अपने आर्थिक संकट से निपटने में मदद मिलेगी.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई में डॉलर की जगह रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार का निपटारा करने के तंत्र की स्थापना की थी. जानकारी के अनुसार विदेशी मुद्रा दिन व्यापार सरकार उन देशों को तंत्र में लाने की कोशिश कर रही है जिनके पास डॉलर की कमी है. सूत्रों के अनुसार भारत अब तक करीब 18 देशों के साथ रुपये में कारोबार शुरू करने पर सहमति प्राप्त कर चुका है, और जल्द ही 50 से अधिक देशों के साथ समझौता करने की संभावनाएं तलाश रहा है.
मोदी सरकार के इस फैसले से हैरान हुए बाइडेन. जानिए क्या है पीएम का ये खास प्लान
नई दिल्ली। Modi’s master plan on Indian currency: मोदी सरकार की ओर से हाल ही विदेशी मुद्रा दिन व्यापार में अमेरिकी डॉलर को टक्कर देने के लिए कुछ ऐसे फैसले लिए गए हैं, जो कि रुपये को आने वाले सालों में डॉलर की तुलना में मजबूत भी कर सकते हैं, वहीं पिछले दिनों डॉलर के मुकाबले रुपये में काफी गिरावट देखने को मिली है। जिसके बाद रुपये को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इन्हीं कदमों में से एक मोदी सरकार की ओर से इंटरनेशनल ट्रेड का फैसला भी लिया गया है।
अमेरिकी डॉलर को ज्यादा प्राथमिकता
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए अमेरिकी डॉलर को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती रही है। हालांकि अब मोदी सरकार ने इसी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर फैसला लिया है और भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भारतीय रुपये में करने की संभावना तलाश रहा है। इसके लिए भारत कुछ देशों से लगातार बातचीत भी कर रहा है। इस बीच कुछ देशों ने रुपये में व्यापार विदेशी मुद्रा दिन व्यापार करने में सहमति भी जता दी है। इसी बीच भारत उन देशों को तलाश रहा है, जिनके पास डॉलर की कमी है। इस क्रम में श्रीलंका अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल करने पर सहमत हो गया है।
CBSL को RBI की मंजूरी का इंतजार
‘सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका’ ने कहा कि वह भारतीय रुपये को श्रीलंका की विदेशी मुद्रा के रूप में नामित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की विदेशी मुद्रा दिन व्यापार मंजूरी का इंतजार कर रहा है। श्रीलंकाई बैंकों ने भारतीय रुपये में ट्रेडिंग के लिए कथित रूप से स्पेशल वोस्ट्रो रुपी अकाउंट्स या SVRA नामक स्पेशल रुपी ट्रेडिंग अकाउंट खोला है। इसके साथ ही श्रीलंका और भारत के नागरिक एक दूसरे के बीच अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन के लिए अमेरिकी डॉलर की बजाय भारतीय रुपये का इस्तेमाल कर सकते हैं, वहीं भारत के इस कदम से अमेरिका भी हैरान है और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जरूर भारत के इस फैसले पर नजर बनाकर रख सकते हैं।
वैश्विक बाजार में मजबूत करने में मिलेगी मदद
बता दें कि रूस भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो सकता है जो कि आने वाले दिनों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल करे। इसके अलावा भारत ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्समबर्ग और सूडान समेत कई दूसरों देशों में भी रुपये में कारोबार करने के अवसर तलाश विदेशी मुद्रा दिन व्यापार रहा है.,वहीं रुपये के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बनने से उम्मीद है कि भारत का व्यापार घाटा कम होगा और वैश्विक बाजार में इसे मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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