टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में जानने के बाद अब सवाल उठता है कि यह ज्ञान कहां से लिया या सीखा जाए. टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के लिए कई बुक्स और इंटरनेट पर ऑनलाइन कंटेंट उपलब्ध है.

किसी भी बिज़नेस को समझने के लिए Fundamental Analysis समझना बहुत ज़रूरी है

शेयर की Intrinsic Value पता करना. Financial Ratios देखना. कंपनी की Balance Sheet चेक करना. Profit और Loss Statement देखना. Cash Flow स्टेटमेंट Analyse करना. Profit और Sales Growth का Analysis करना. Competitors से तुलना करना

शेयर की Intrinsic Value पता करना. Financial Ratios देखना. कंपनी की Balance Sheet चेक करना. Profit और Loss Statement देखना. Cash Flow स्टेटमेंट Analyse करना. Profit और Sales Growth का Analysis करना. Competitors से तुलना करना

Fundamental Analysis क्या होता हैं|What is Fundamental Analysis

अगर आप किसी कंपनी की Intrinsic Value का पता लगाना चाहते हैं अथार्थ उस कंपनी के अंदर कितनी वैल्यू हैं या उसका कितना फ्यूचर पोटेंशियल हैं जो कई बार उसके स्टॉक प्राइस में नहीं होता और कई बार स्टॉक का भाव उसकी वैल्यू से ज्यादा होता हैं तो इस वजह से कई बार स्टॉक महंगा और कई बार सस्ता लगता हैं उस स्टॉक की ट्रू वैल्यू निकलने में फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग किया जाता हैं ।

Fundamental Analysis वित्तीय अनुपात का विश्लेषण करके स्टॉक के आंतरिक मूल्य का पता लगाने की विधि है और उस विशेष कंपनी के शेयर मूल्य को प्रभावित करने वाले मैक्रो और माइक्रो कारक को जानना होता हैं। मूल रूप से एक मौलिक विश्लेषक कंपनी के शेयर की कीमत फंडामेंटल एनालिसिस क्या है को प्रभावित करने वाले सभी कारकों को देखता और वित्तीय अनुपात, समाचार, शीर्ष प्रबंधन, नेतृत्व, ब्रांड मूल्य आदि का विश्लेषण करता है।

Types of Fundamental Analysis (Hindi)

फंडामेंटल एनालिसिस क्या है Fundamental Analysis मूल रूप से दो प्रकार के होते है:

1.Quantitative Fundamental Analysis

Quantitative Fundamental Analysis ( मात्रात्मक मौलिक विश्लेषण ): इस प्रकार के मौलिक विश्लेषण में फंडामेंटल एनालिसिस क्या है वित्तीय संख्याओं जैसे P/E Ratio (मूल्य से कमाई अनुपात), P/B Ratio (बुक अनुपात के लिए मूल्य) और इक्विटी अनुपात के ऋण जैसे महत्व अनुपात से किए जाते हैं।इन अनुपातों का मूल्यांकन करके Fundamental Analyst निवेश के लिए निर्णय लेते हैं।

2.Qualitative Fundamental Analysis

Qualitative Fundamental Analysis ( गुणात्मक मौलिक विश्लेषण ):- इस प्रकार के मौलिक विश्लेषण में कॉरपोरेट गवर्नेंस, मैनेजमेंट पॉलिसी, बिजनेस प्रॉस्पेक्टस और इंडस्ट्री फ्यूचर प्रॉस्पेक्टस और समकक्षों पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त आदि को महत्व दिया जाता है। इसमे देखा जाता हैं की कंपनी अपने सेक्टर में और अपने कॉम्पिटिटर से कैसे बेहतर हैं ।

Fundamental Analyst Approach for Investment

Fundamental Analyst किसी भी बिजनेस या कंपनी सिलेक्शन फॉर इन्वेस्टमेंट फंडामेंटल एनालिसिस क्या है के लिए दो अप्रोच का इस्तेमाल करते हैं।

1.Top-Down Approach

Top-Down Approach : – इस दृष्टिकोण में विश्लेषण प्रक्रिया उस देश की अर्थव्यवस्था से शुरू होती है जैसे मुद्रास्फीति दर, जीडीपी डेटा और अन्य आर्थिक गतिविधि फिर वे विश्लेषण करते हैं कि कौन सा क्षेत्र Promising लग रहा है और इस क्षेत्र में कौन सा विशेष उद्योग प्रदर्शन कर रहा है और उद्योग में कौन सी कंपनी अपने Competitor की तुलना में बेहतर कर रही है। कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट और मेट्रिक्स का विश्लेषण निवेश निर्णय लेने के लिए किया जाता है।

2.Bottom -Up Approach

Bottom-Up Approach : – इस दृष्टिकोण में विश्लेषण प्रक्रिया कंपनी के वित्तीय अनुपात और कंपनियों के वित्तीय स्वास्थ्य से शुरू होती है, जब सेक्टर या इंडेक्स प्रॉस्पेक्टस जैसे अन्य पैरामीटर देखे जाते हैं और फिर आर्थिक कारक देखें जाते हैं जो कंपनी के भविष्य को प्रभावित कर सकता है। निष्कर्ष: – मुख्य निष्कर्ष यह है कि वित्तीय विश्लेषण का उपयोग ठोस दृष्टिकोण से निवेश के अवसर की पहचान करने के लिए किया जाता है।

क्या होता है फंडामेंटल एनालिसिस ?आखिर क्यों कुछ शेयर सस्ते और कुछ महंगे मिलते हैं?

फंडामेंटल एनालिसिस एक तरीका है लिस्टेड शेयर्स का असली भाव पता करने का,जैसा की आप सबको पता है की जितने भी शेयर्स शेयर बाजार में है और स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होते है,आप देखते होंगे की किसी शेयर का भाव 250 रुपया है,किसी का भाव 10 रुपया है और किसी का भाव 20000 रुपया है|

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👉 हम 10 रुपया का शेयर खरदीना ज्यादा सही समझते है, क्युकी 1000 रुपया के 100 शेयर आएंगे और अगर 10 रुपया का शेयर 15 रुपया जाता है तो 5000 का लाभ देगा , वही 20000 का शेयर पहले तो 1000 का मिलेगा ही नहीं और अगर 20000 का लेते हैं तो 21000 का भी होगा तो मात्रा 1000 देगा |

जो भी कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड है वे सभी कंपनी हर 3 महीने में अपने व्यापर का लेखा-जोखा उसके इन्वेस्टर्स के सामने रखती हैं जिसे हम फाइनेंसियल रिजल्ट्स कहते हैं|

👉 अतः सभी कंपनी मार्च क्वार्टर,जून क्वार्टर, सितम्बर क्वार्टर और दिसंबर क्वार्टर के परिणाम नियमित रूप से अपने इन्वेस्टर्स के सामने रखती हैं,इन्ही परिणामो में वह बताती हैं के कंपनी मुनाफे में चल रही है या नुकसान में|

अब जब कंपनी नुकसान में हैं और उसका भाव 10 रुपया हो तो भी आपको उस शेयर को लेने से कोई फायदा नहीं होने वाला है जब तक वह कमपनी मुनाफे में नहीं आ जाती|

इसीलिए सभी इन्वेस्टर्स चाहे वह वारेन बफेट हो या झुनझुनवाला मात्र अपनी बिज़नेस को एनालिसिस करने की क्षमता के कारण ही मुनाफा कमाते हैं|

आशा है आप समझ गए होंगे की 10 रुपया का शेयर भी,कभी क्यों नहीं 20 रुपया का हो जाता जबकि 20000 का शेयर 21000 का हो जाता हैं|

अब रोचक बात यह है की सभी कंपनी एक जैसा व्यापर नहीं करती, जैसे की कोई कंपनी मोबाइल बनाती है, कोई लोन देती है ,और कोई पेट्रोल बेचती है ,ऐसे ही सभी प्रकार की कंपनी शेयर बाजार में उपलब्ध हैं|

तो जाहिर सी बात हैं की उनकी कमाई का तरीका ,माल बेचने का तरीका ,माल बेचने में मार्जिन ,और इसी तरह लाभ और हानि अलग अलग होंगे|

हम एक-एक फंडामेंटल एनालिसिस क्या है करके सभी सेक्टर की कंपनी की तीनो स्टेटमेंट आगे स्टडी करेंगे और जानेंगे की क्यों एक ही सेक्टर की तीनो कम्पनिया अलग अलग भाव पर ट्रेड करती हैं?

इसी तरह हम सभी फाइनेंसियल स्टेटमेंट को पढने का तरीका भी सीखेंगे |अपने अगले ब्लॉग में हम उदाहरण के साथ किसी एक कंपनी का बैलेंस शीट भी स्टडी करेंगे|

किसी भी कंपनी के फाइनेंसियल को जानना एक लम्बी प्रक्रिया है इसीलिए एक-एक करके ही उनको सीखना हमारे लिए लाभप्रद होगा|

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शेयर बाजार में कमाना है पैसा, तो सीख लीजिए ये दो तरह के ज्ञान.

News18 हिंदी लोगो

News18 हिंदी 03-11-2022 News18 Hindi

नई दिल्ली. शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले इसकी पर्याप्त समझ होनी चाहिए. किसी भी स्टॉक को खरीदने के लिए उसके बारे में अच्छे से अध्ययन करना होता है और यह दो तरीकों टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के जरिए किया जाता है. लेकिन, आम निवेशक को इसके बारे में ज्यादा समझ नहीं होती है लेकिन बाजार में सक्रिय रूप से काम करने वाले निवेशक और मार्केट एक्सपर्ट्स इसकी गहरी समझ रखते हैं. हालांकि, टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस की समझ विकसित करना ज्यादा मुश्किल नहीं है.

आइये जानते हैं कि आखिर टेक्निकल और फंटामेंटल एनालिसिस क्या है और कैसे इसके बारे में समझ विकसित करके शेयर बाजार में सक्रिय निवेशक के तौर पर काम किया जा सकता है. इन दोनों तरीकों से आप शेयर की कीमत का सही अनुमान और भविष्य से जुड़ी संभावनाओं के बारे में पता लगा सकते हैं, साथ ही स्टॉक कब खरीदें और कब बेचें, यह निर्णय लेने में भी आपको मदद मिलेगी.

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विदेशी मुद्रा मौलिक विश्लेषण एक मुद्रा के सापेक्ष मूल्य पर राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक कारकों के प्रभाव को तोड़ने की प्रक्रिया है। विदेशी मुद्रा मौलिक विश्लेषण में एक मुद्रा के आंतरिक मूल्य के प्राथमिक चालकों की पहचान के माध्यम से, विदेशी मुद्रा प्रतिभागी तब सूचित व्यापारिक निर्णय लेने में सक्षम होते हैं।
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आपके डेटा की सुरक्षा, इस बात पर निर्भर करती है कि डेवलपर, डेटा को कैसे इकट्ठा और शेयर करते हैं. डेटा को निजी और सुरक्षित रखने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. ये आपकी जगह, उम्र, और ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के हिसाब से तय किए जाते हैं. यह जानकारी डेवलपर उपलब्ध कराता है और समय-समय पर इस जानकारी को अपडेट भी किया जा सकता है.

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