पीयरलेस सिक्योरिटीज ने पेश किया पीस्मार्ट मोबाइल ऐप
पटना| वित्तीय सेवाओं में 20 साल का मजबूत अनुभव रखने वाली पीयरलेस सिक्योरिटीज लिमिटेड (पीएसएल) ने मोबाइल ट्रेडिंग ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग मोबाइल एप ‘पीस्मार्ट’ लॉन्च किया है। पीयरलेस जनरल फाइनांस एंड इंवेस्टमेंट कंपनी के निदेशक एसके रॉय ने कहा कि मोबाइल ट्रेडिंग समय की जरूरत है। इसी को देखते हुए कंपनी ने निवेशकों के लिए मोबाइल एप पेश किया है। पीयरलेस जनरल फाइनांस एंड इंवेस्टमेंट कंपनी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर भार्गव लाहिरी ने मोबाइल ट्रेडिंग, डिजिटलाइजेशन और निवेश के लिए एक्सपर्ट इनपुट को फिंगरटिप पर होना वक्त की जरूरत बताई।
फर्जी ट्रेडिंग एप से ठगी : यूपी के चंदौली में 9.81 करोड़ नकदी के साथ कारोबारी का जालसाज बेटा साथी संग गिरफ्तार
अभियुक्त अभिषेक जैन और कन्हैया यादव शेयर बाजार का फर्जी ट्रेडिंग एप बनाकर लोगों को चूना लगा रहे थे। साथ ही भोले-भाले लोगों को फंसाने के लिए वे तय अवधि में जमा कराई गई राशि को दोगुना करने का प्रलोभन भी दिया करते थे।
उत्तर प्रदेश के चंदौली में जालसाजी के मामले में तेलंगाना पुलिस ने डीडीयूनगर (मुगलसराय) के रविनगर मुहल्ले से एक बड़े कारोबारी के बेटे अभिषेक जैन और उसके एक साथी को नौ करोड़ 81 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों पर फर्जी एप बनाकर जालसाजी और धोखाधड़ी के करने आरोप हैं। जालसाजों का दफ्तर मुगलसराय में और इनके करंट खाते बीकानेर और भीलवाड़ा से संचालित किए जा रहे थे। इनके पास से बरामद पांच सौ और दो हजार के नोट पांच बड़े बैग में रखे हुए थे।
तेलंगाना थाना पुलिस के साथ मुगलसराय थाना पुलिस ने बुधवार को रविनगर में छापा मारा। यहां एक अपार्टमेंट में बैठकर फर्जी एप के जरिये अभिषेक जैन अपने साथी कैलाश यादव के साथ मिलकर जालसाजी कर लोगों को ठगा करते थे। अभिषेक मुगलसराय के एक बड़े कारोबारी का बेटा है, जबकि उसका साथी कैलाश यादव अलीनगर के आलमपुर का निवासी बताया जा रहा है। इनके पास से कई मोबाइल फोन और बड़ी संख्या में सिम बरामद किए गए हैं। पुलिस इनके मोबाइल की छानबीन में जुटी हुई है। अभिषेक और उसके साथ कैलाश यादव को गिरफ्तार करने के बाद इनके कड़ी पूछताछ की गई। मुगलसराय कोतवाली के इंस्पेक्टर बृजेश तिवारी के मुताबिक, दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर नकदी से भरे पांच थैले बरामद किए गए। इनके पास से जो रुपये बरामद हुए हैं, वह धोखाधड़ी, जालसाजी और हवाला के हैं। इसमें मोबाइल फोन कैलाश यादव का इस्तेमाल किया जा रहा था, जबकि नकदी बड़े कारोबारी के बेटे अभिषेक जैन के घर से बरामद हुई।
मुगलसराय थाना पुलिस ने बताया कि अभिषेक जैन ने एक एप बना रखा था, जिसके माध्यम से लोगों के पैसे जमा कराया करता था। अभियुक्त अभिषेक जैन और कन्हैया यादव शेयर बाजार का फर्जी ट्रेडिंग एप बनाकर लोगों को चूना लगा रहे थे। साथ ही भोले-भाले लोगों को फंसने के लिए वे तय अवधि में जमा कराई गई राशि को दोगुना करने का प्रलोभन भी दिया करते थे। दोनों जालसाजों ने मिलकर तेलंगाना राज्य में कई लोगों को ठगा और उनके रुपये लेकर चलते बने। इस मामले में इनके खिलाफ हैदराबाद के साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
सर्विलांस के जरिये तेलंगाना पुलिस ने इनके बारे में सटीक जानकारी जुटाई और मुगलसराय थाना पुलिस के सहयोग से मुगलसराय स्थित रविनगर के एक अपार्टमेंट में छापा मारकर दोनों को धर-दबोचा। जालसाजों ने यहीं अपना प्रधान कार्यालय बना रखा था, जिसकी जानकारी इन्वेस्ट करने वालों को नहीं थी। सूत्र बताते हैं कि तेलंगाना पुलिस 22 अगस्त को ही चंदौली पहुंच मोबाइल ट्रेडिंग गई थी। आरोपी अभिषेक जैन की शिनाख्त के साथ उसकी हर गतिविध पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। दोनों की गिरफ्तारी तब हुई जब मुगलसराय पुलिस ने सहयोग देते हुए उनके ठिकानों पर छापेमारी की।
पुलिस के मुताबिक, दोनों जालसाज अपने शिकार को फंसाने के बाद उनके राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित आईसीआईआई बैंक और एक्सेस बैंक के करंट एकाउंट में रुपये जमा कराया करते थे। भीलवाड़ा में भी जालसाजों के एजेंट काम करते थे। ये एजेंट राजस्थान में रुपये का लेन-देने किया करते थे। मुख्य अभियुक्त अभिषेक जैन और उसके साथी कैलाश यादव के मोबाइल फोन की जांच हैदराबाद के साइबर सेल की टीम कर रही है।
तेलंगाना पुलिस की छापेमारी के बाद वाराणसी से आयकर विभाग की टीम भी मुगलसराय कोतवाली पहुंच गई। आयकर अफसरों ने बरामद रुपयों की जांच और अभियुक्तों से पूछताछ की। संभावना जताई जा रही है कि जालसाजी के मामले में मुगलसराय के कई रसूखदारों पर गाज गिर सकती है। जालसाज के अभिषेक जैन के रविनगर स्थित उसके आवास के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया है। छापेमारी के बाद कोतवाली में एसपी अंकुर अग्रवाल और डिप्टी एसपी अनिल राय ने आरोपितों से बंद कमरे में कड़ी पूछताछ की। चंदौली के पुलिस अफसर इस मामले में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। तेलंगाना पुलिस ने शाम को दोनों आरोपितों को चंदौली कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड प्राप्त करने के बाद दोनों को लेकर रात में ही तेलंगाना रवाना हो गई।
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शेयर बाजार में ऐप से कर रहे हैं ट्रेडिंग? याद रखें ये 5 टिप्स, सेफ रहेगा आपका पैसा
Stock Market Trading Tips: कोरोना महामारी के इस दौर में शॉपिंग से लेकर इन्वेस्टमेंट तक से सभी काम अमूमन हम अब अपने स्मार्टफोन के जरिए कर रहे हैं.
Stock Market Trading Tips: कोरोनावायरस महामारी ने हर आदमी के लाइफ स्टाइल में बड़ा बदलाव ला दिया है. इसका असर शेयर बाजार में रोजमर्रा की ट्रेडिंग पर भी देखने को मिल रहा है. इस महामारी के दौर में हमारा अधिकांश कार्य डिजिटल हो गया है. शॉपिंग से लेकर इन्वेस्टमेंट तक से सभी काम अमूमन हम अब अपने स्मार्टफोन के जरिए कर रहे हैं. ट्रेड और निवेश सहित रोजमर्रा की जरूरतों के लिए टेक्नोलॉजी आधारित सॉल्युशन ने हमें सशक्त बनाया है. आज के समय में यदि आप भी मोबाइल ऐप के जरिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आपको ट्रेडिंग सेफ रहे, इसके लिए कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए.
लॉगइन की जानकारी न साझा करें
अपने लॉगइन क्रेडेंशियल कभी किसी से शेयर न करें. हालांकि, यह थोड़ा फंडामेंटल लग सकता है, लेकिन अक्सर देखा गया है कि कुछ ट्रेडर अपने लॉगिन क्रेडेंशियल को हल्के में लेते हैं. यह बात याद रखें, न तो आपका ब्रोकर और न ही आपका बैंक (या कोई भी) कभी भी आपसे ट्रेडिंग आईडी और पासवर्ड मांगेगा. यदि कोई भी आपके पास आकर इस तरह के अनुरोध करता है, तो तुरंत इसकी सूचना सर्विस प्रोवाइडर के साथ-साथ पुलिस को भी दें. इसी तरह, अपने क्रेडेंशियल्स को ऐसी जगह पर लिखने और स्टोर करने से बचें, जहां कोई और इसे देख सकता है.
मजबूत पासवर्ड रखें
अपने ट्रेडिंग खाते के लिए कमजोर पासवर्ड रखने से बचें क्योंकि इसे साइबरअटैकर हासिल कर सकता है. अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड का उपयोग करना आपके अकाउंट के लिए हाई सिक्युरिटी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. हालांकि, फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर इन दिनों स्वयं एक अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड अनिवार्य करते हैं. यदि वे ऐसा नहीं कर रहे तो भी आप जरूर यह सुनिश्चित करें. अपने नाम और जन्मदिन के संयोजन वाले सरल पासवर्ड का उपयोग कभी न करें.
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रूटकिट इंस्टॉलेशन कभी न रखें
कई बार पेड एप्लिकेशन का मुफ्त ओवर-द-काउंटर वर्जन मिलने पर यह आकर्षक लग सकता है. हालांकि, जैसा कि यह केस स्टॉक ट्रेडिंग का है, अगर कोई डील बहुत ही अविश्वसनीय लग रही हो, तो वह सच नहीं ही होगी. इस तरह के ओवर-द-काउंटर वर्जन में या तो एप्लिकेशन-लेवल मालवेयर (एक नुकसान पहुंचाने वाला प्रोग्राम) है या इसे रूटकिट लेवल पर तैनात किया जाता है. किसी भी स्थिति में ऐसे एप्लिकेशन आपके फोन के सुरक्षा ढांचे को दरकिनार करते हैं और आपकी क्रेडिट और अन्य संवेदनशील जानकारी को आसानी से निकाल सकते हैं. ऐसे में ये ऐप इंस्टॉल करने पर पैसा बचता कम, नुकसान ज्यादा होता है. इसे बचना चाहिए. यदि आपने ऐसा पहले किया है तो सुनिश्चित करें कि आपने अपने डिवाइस को फैक्टरी डिफॉल्ट पर रीस्टोर किया है.
सार्वजनिक जगह पर लॉगइन करने से बचें
जब भी आप किसी सार्वजनिक स्थान पर अपने अकाउंट एंटर करते हैं, तो संभावना है कि कोई व्यक्ति आपके पासवर्ड को झांककर देख सकता है. आपका कीबोर्ड उन की को सामने लाता है, जिन्हें आप लगातार टाइप करते हैं. इससे आपका अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड भी बेकार हो जाता है. इसके अलावा, सार्वजनिक स्थानों पर मुफ्त हॉटस्पॉट का उपयोग करने से बचें, क्योंकि वे आपके डिवाइस को साइबर खतरों के प्रति संवेदनशील बनाते हैं.
हर ट्रेड को सुरक्षित करें
ट्रेड करते समय बाजार समय-समय पर काफी अस्थिर हो सकते हैं. कोविड-19 के बाद का बाजार पूरी तरह से ऐसे ट्रेडिंग पैटर्न को दर्शा रहा है. अस्थिर अवधि के दौरान यदि आपका ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मजबूत टेक्नोलॉजीकल इंफ्रास्ट्रक्चर से सपोर्टेड नहीं है तो डायनामिक लोड आपके प्लेटफार्म को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे मामलों में, आप अपने ट्रेड को पूरा नहीं कर सकेंगे और काफी हद तक नुकसान हो सकता है. इसलिए आपको हमेशा एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म/मोबाइल ऐप पर भरोसा करना चाहिए जो आपके सभी ट्रेड को सुरक्षित रखें. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ खुद को रजिस्टर करने से पहले आपको इस संबंध में अच्छी तरह से रिसर्च करना चाहिए. उन प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से बचें जिन्हें तकनीकी खामियों के लिए अक्सर जाना जाता है.
(Source: Agnel Broking)
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फर्जी ट्रेडिंग एप से ठगी : यूपी के चंदौली में 9.81 करोड़ नकदी के साथ कारोबारी का जालसाज बेटा साथी संग गिरफ्तार
अभियुक्त अभिषेक जैन और कन्हैया यादव शेयर बाजार का फर्जी ट्रेडिंग एप बनाकर लोगों को चूना लगा रहे थे। साथ ही भोले-भाले लोगों को फंसाने के लिए वे तय अवधि में जमा कराई गई राशि को दोगुना करने का प्रलोभन भी दिया करते थे।
उत्तर प्रदेश के चंदौली में जालसाजी के मामले में मोबाइल ट्रेडिंग तेलंगाना पुलिस ने डीडीयूनगर (मुगलसराय) के रविनगर मुहल्ले से एक बड़े कारोबारी के बेटे अभिषेक जैन और उसके एक साथी को नौ करोड़ 81 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों पर फर्जी एप बनाकर जालसाजी और धोखाधड़ी के करने आरोप हैं। जालसाजों का दफ्तर मुगलसराय में और इनके करंट खाते बीकानेर और भीलवाड़ा से संचालित किए जा रहे थे। इनके पास से बरामद पांच सौ और दो हजार के नोट पांच बड़े बैग में रखे हुए थे।
तेलंगाना थाना पुलिस के साथ मुगलसराय थाना पुलिस ने बुधवार को रविनगर में छापा मारा। यहां एक अपार्टमेंट में बैठकर फर्जी मोबाइल ट्रेडिंग मोबाइल ट्रेडिंग एप के जरिये अभिषेक जैन अपने साथी कैलाश यादव के साथ मिलकर जालसाजी कर लोगों को ठगा करते थे। अभिषेक मुगलसराय के एक बड़े कारोबारी का बेटा है, जबकि उसका साथी कैलाश यादव अलीनगर के आलमपुर का निवासी बताया जा रहा है। इनके पास से कई मोबाइल फोन और बड़ी संख्या में सिम बरामद किए गए हैं। पुलिस इनके मोबाइल की छानबीन में जुटी हुई है। अभिषेक और उसके साथ कैलाश यादव को गिरफ्तार करने के बाद इनके कड़ी पूछताछ की गई। मुगलसराय कोतवाली के इंस्पेक्टर बृजेश तिवारी के मुताबिक, दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर नकदी से भरे पांच थैले बरामद किए गए। इनके पास से जो रुपये बरामद हुए हैं, वह धोखाधड़ी, जालसाजी और हवाला के हैं। इसमें मोबाइल फोन कैलाश यादव का इस्तेमाल किया जा रहा था, जबकि नकदी बड़े कारोबारी के बेटे अभिषेक जैन के घर से बरामद हुई।
मुगलसराय थाना पुलिस ने बताया कि अभिषेक जैन ने एक एप बना रखा था, जिसके माध्यम से लोगों के पैसे जमा कराया करता था। अभियुक्त अभिषेक जैन और कन्हैया यादव शेयर बाजार का फर्जी ट्रेडिंग एप बनाकर लोगों को चूना लगा रहे थे। साथ ही भोले-भाले लोगों को फंसने के लिए वे तय अवधि में जमा कराई गई राशि को दोगुना करने का प्रलोभन भी दिया करते थे। दोनों जालसाजों ने मिलकर तेलंगाना राज्य में कई लोगों को ठगा और उनके रुपये लेकर चलते बने। इस मामले में इनके खिलाफ हैदराबाद के साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
सर्विलांस के जरिये तेलंगाना पुलिस ने इनके बारे में सटीक जानकारी जुटाई और मुगलसराय थाना पुलिस के सहयोग से मुगलसराय स्थित रविनगर के एक अपार्टमेंट में छापा मारकर दोनों को धर-दबोचा। जालसाजों ने यहीं अपना प्रधान कार्यालय बना रखा था, जिसकी जानकारी इन्वेस्ट करने वालों को नहीं थी। सूत्र बताते हैं कि तेलंगाना पुलिस 22 अगस्त को ही चंदौली पहुंच गई थी। आरोपी अभिषेक जैन की शिनाख्त के साथ उसकी हर गतिविध पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। दोनों की गिरफ्तारी तब हुई जब मुगलसराय पुलिस ने सहयोग देते हुए उनके ठिकानों पर छापेमारी की।
पुलिस के मुताबिक, दोनों जालसाज अपने शिकार को फंसाने के बाद उनके राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित आईसीआईआई बैंक और एक्सेस बैंक के करंट एकाउंट में रुपये जमा कराया करते थे। भीलवाड़ा में भी जालसाजों के एजेंट काम करते थे। ये एजेंट राजस्थान में रुपये का लेन-देने किया करते थे। मुख्य अभियुक्त अभिषेक जैन और उसके साथी कैलाश यादव के मोबाइल फोन की जांच हैदराबाद के साइबर सेल की टीम कर रही है।
तेलंगाना पुलिस की छापेमारी के बाद वाराणसी से आयकर विभाग की टीम भी मुगलसराय कोतवाली पहुंच गई। आयकर अफसरों ने बरामद रुपयों की जांच और अभियुक्तों से पूछताछ की। संभावना जताई जा रही है कि जालसाजी के मामले में मोबाइल ट्रेडिंग मुगलसराय के कई रसूखदारों पर गाज गिर सकती है। जालसाज के अभिषेक जैन के रविनगर स्थित उसके आवास के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया है। छापेमारी के बाद कोतवाली में एसपी अंकुर अग्रवाल और डिप्टी एसपी अनिल राय ने आरोपितों से बंद कमरे में कड़ी पूछताछ की। चंदौली के पुलिस अफसर इस मामले में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। तेलंगाना पुलिस ने शाम को दोनों आरोपितों को चंदौली कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड प्राप्त करने के बाद दोनों को लेकर रात में ही तेलंगाना रवाना हो गई।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।
Zerodha, Upstox, Angel Broking और Groww, कौन सी है सबसे बेहतर Trading App-
अगर आप स्टॉक मार्केट ( STOCK TRADING) में ट्रेडिंग करने की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं तो यह वीडियो आपके लिए बहुत खास होने वाला है. इस वीडियो में हम आपको बताएंगे देश की चार बड़ी ट्रेडिंग एप्स(TRADING APPS) में से सबसे बेहतर कौन कौन सी है .यह चारों ऐप (zerodha)डिस्काउंट ब्रोकरेज के ऊपर काम करती हैं , इसके अंदर आपको ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादा ब्रोकरेज नहीं चुकानी पड़ती(angle broking) .इन चारों में से कौन सी ऐप ज्यादा फायदेमंद है और किसके कितने हैं charges जानने के लिए इस वीडियो को देखें.
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