एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर

सालों बाद एक फिर विवेक ओबेरॉय से पूछा गया एक्स गर्लफ्रेंड एश्वर्या राय के बारे में सवाल, एक्टर ने कहा…

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भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में शीर्ष स्थान पर बरकरार : रिपोर्ट

India GDP: संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में शीर्ष स्थान पर बरकरार है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्तवर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो जनवरी के 9 प्रतिशत के पूवार्नुमान से थोड़ा कम है.

Published: May 19, 2022 8:34 AM IST

5 Trillion Dollar Economy

India GDP: संयुक्त राष्ट्र एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक विकास दर 6.4 प्रतिशत रहने के अनुमान के साथ भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगा. संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आर्थिक निगरानी शाखा के प्रमुख हामिद राशिद ने बुधवार को वल्र्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रॉस्पेक्ट्स (WESP) की मध्य वर्ष की रिपोर्ट जारी होने पर कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि अगले साल निकट अवधि में और दो साल एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर भारतीय रिकवरी मजबूत रहेगी.”

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रिपोर्ट के अनुसार, भारत की वृद्धि वैश्विक विकास दर के विपरीत है जो इस वर्ष और अगले वर्ष 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है.

डब्ल्यूईएसपी के अनुसार, इसका सकल घरेलू उत्पाद (GDP), जो अर्थव्यवस्था का समग्र संकेतक है, अगले वित्त वर्ष में 6 प्रतिशत तक एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर नीचे जाने की उम्मीद है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्तवर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो जनवरी के 9 प्रतिशत के पूवार्नुमान से थोड़ा कम है.

इसने पिछले वर्ष की तुलना में 2022-23 के लिए कम विकास अनुमानों को ‘उच्च मुद्रास्फीति दबाव और श्रम बाजार की असमान वसूली (वह) निजी खपत और निवेश पर अंकुश लगाने के लिए जिम्मेदार ठहराया’.

यूक्रेन संघर्ष से वैश्विक उथल-पुथल के बीच, जनवरी से चालू वित्तवर्ष के पूवार्नुमान में मामूली रूप से 0.3 प्रतिशत की कमी की गई है.

कुल वैश्विक तस्वीर पर टिप्पणी करते हुए आर्थिक नीति और विश्लेषण के निदेशक, शांतनु मुखर्जी ने कहा : “यूक्रेन में युद्ध और इससे पहले कोविड महामारी के बावजूद आर्थिक सुधार को बरकरार रखा है, हमारे पिछले पूवार्नुमान के बाद से वैश्विक आर्थिक संभावनाएं नाटकीय रूप से बदल गई हैं. जनवरी, 2022 में हम 4 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे.”

उन्होंने कहा कि विकास की संभावनाओं में गिरावट व्यापक आधारित है और अमेरिका, यूरोपीय संघ, चीन और कई विकासशील देशों सहित दुनिया की एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित करती है.

दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में शुमार चीन के इस साल 4.5 फीसदी और अगले साल 5.2 फीसदी बढ़ने का अनुमान है.

अमेरिका के इस साल 2.6 फीसदी और अगले साल 1.8 फीसदी बढ़ने का अनुमान है.

अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत के बेहतर आर्थिक प्रदर्शन और संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर राशिद ने इसके लिए अपेक्षाकृत कम मुद्रास्फीति को जिम्मेदार ठहराया, जिसके लिए अन्य देशों के समान मौद्रिक सख्ती की जरूरत नहीं है.

उन्होंने कहा, “पूर्वी एशिया और दक्षिण एशिया को छोड़कर दुनिया के लगभग सभी क्षेत्रों में उच्च मुद्रास्फीति दर्ज की गई है.”

उन्होंने कहा, “तो भारत इस मायने में कुछ बेहतर स्थिति में है कि उन्हें कुछ अन्य देशों की तरह आक्रामक रूप से मौद्रिक सख्ती नहीं करनी है.”

लेकिन एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर राशिद ने सावधानी का एक नोट भी जोड़ा : “हम बाहरी चैनलों से नकारात्मक जोखिम को पूरी तरह से छूट नहीं दे सकते, ताकि वह जोखिम अभी भी बना रहे.”

दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए, डब्ल्यूईएसपी ने इस वर्ष विकास दर 5.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है – जनवरी के पूवार्नुमान से 0.4 प्रतिशत कम.

रिपोर्ट में कहा गया है, “यूक्रेन में चल रहे संघर्ष, कमोडिटी की ऊंची कीमतों और संयुक्त राज्य अमेरिका में मौद्रिक सख्ती से संभावित नकारात्मक स्पिलओवर प्रभावों की पृष्ठभूमि के खिलाफ हाल के महीनों में दक्षिण एशिया में दृष्टिकोण खराब हो गया है.”

(With IANS Inputs)

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Best Multibagger Stocks: साल भर में इस स्टॉक ने दिया 115% रिटर्न, ब्रोकरेज फर्म ने कहा-जल्दी खरीद लो

कंपनी के पास अभी 10 प्लांट हैं, जिनकी क्षमता 40 हजार टन है. एशियन पेंट्स , कैस्ट्रॉल, अमूल और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियां इसके ग्राहकों में शामिल हैं. मार्च 2023 तक कंपनी उन्नाव प्लांट में 2,500 टन की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.

इस स्टॉक में है पोटेंशियल

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2022,
  • (अपडेटेड 05 फरवरी 2022, 7:32 AM IST)
  • 1 साल में इन्वेस्टर्स को मिला 115% रिटर्न
  • अगले 3 साल तक ब्रोकरेज फर्म को दिख रहा पोटेंशियल

Multibagger Stock: रिजिड पैकेजिंग बिजनेस करने वाली कंपनी Mold-Tek Packaging ने रिटर्न देने के मामले एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर में बड़ी-बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है. पिछले 1 साल के दौरान यह स्टॉक 100 फीसदी से एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर ज्यादा चढ़ा है. मजेदार है कि अभी भी इसके चढ़ने की गुंजाइश कम नहीं हुई है. एक ब्रोकरेज फर्म ने इस स्टॉक के और ऊपर जाने का अनुमान जाहिर किया है.

यह कंपनी पेंट, लुब्रिकेंट, एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर एफएमसीजी और फूड इंडस्ट्री को पैकेजिंग सप्लाई करती है. पिछले 1 साल के दौरान इस स्टॉक में 115 फीसदी से ज्यादा की रैली देखी गई है. हालांकि इस साल इस स्टॉक का परफॉर्मेंस अब तक ठीक नहीं रहा है. 2022 में अब तक इस स्टॉक में करीब 8 फीसदी की गिरावट आई है. इसका एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर मुख्य कारण शेयर मार्केट पर पिछले 3-4 सप्ताह से जारी बिकवाली का प्रेशर है.

ब्रोकरेज फर्म Centrum Broking की मानें तो इस स्टॉक में काफी अपसाइड पोटेंशियल है. शुक्रवार को कारोबार बंद होने के बाद यह स्टॉक 1.80 फीसदी गिरकर 725.70 रुपये पर रहा. ब्रोकरेज फर्म ने इसे 808 रुपये का टारगेट दिया है. इसका मतलब हुआ कि आने वाले समय में यह मल्टीबैगर स्टॉक डबल डिजिट में रिटर्न दे सकता है. सेंट्रम ब्रोकिंग को अगले 3 साल तक इस स्टॉक में पोटेंशियल दिख रहा है.

सेंट्रम ब्रोकिंग का कहना है कि यह दुनिया की अकेली पैकेजिंग कंपनी है, जो पूरी तरह से बैकवार्ड इंटीग्रेटेड है. कंपनी के पास इन-हाउस टूल रूम, डिजाइन स्टूडियो, रोबोट मैन्यूफैक्चरिंग और लेबल मेकिंग जैसी सुविधाएं हैं. ये सुविधाएं इस कंपनी को इनोवेशन तेज करने और फटाफट नए प्रोडक्ट का डिजाइन तैयार करने में सक्षम बनाती हैं.

Mold-Tek Packaging इंजेक्शन मॉउल्डेड रिजिड पैकेजिंग में बाजार में अव्वल है. कंपनी के पास अभी 10 प्लांट हैं, जिनकी क्षमता 40 हजार टन है. एशियन पेंट्स , कैस्ट्रॉल, अमूल और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियां इसके ग्राहकों में शामिल हैं. मार्च 2023 तक कंपनी उन्नाव प्लांट में 2,500 टन की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है. आने वाले समय में यह एफएमसीजी, कॉस्मेटिक्स और फार्मा सेक्टरों के लिए ब्लो मॉउल्डिंग केंटनर्स बनाने वाली है.

(शेयर बाजार में पैसे लगाना कई तरह के रिस्क एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर से जुड़ा होता है. स्टॉक मार्केट में पैसे लगाने से पहले आप खुद से रिसर्च जरूर करें या अपने पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर की सलाह लें.)

कभी बरगद के इस पेड़ के नीचे लगता था भारत का शेयर बाजार, अब दुनिया रखती हैं हर घंटे नज़र

कभी बरगद के इस पेड़ के नीचे लगता था भारत का शेयर बाजार, अब दुनिया रखती हैं हर घंटे नज़र

आपको जानकार हैरानी होगा कि बीएसई सेंसेक्‍स एशिया के सबसे प्राचीन स्‍टॉक एक्‍सचेंज में से एक है और आज मुंबई में जहां दला . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 09, 2019, 16:00 IST

भारत की सबसे पुरानी एक्सचेंज यानी बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) को शुरू हुए 144 साल हो गए है. 9 जुलाई 1875 में इसकी शुरुआत हुई थी. आपको जानकार हैरानी होगा कि बीएसई सेंसेक्‍स एशिया के सबसे प्राचीन स्‍टॉक एक्‍सचेंज में से एक है और आज मुंबई में एशिया और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर जहां दलाल पथ है, वहां बीएसई की बिल्‍डिंग नहीं थी, बल्‍कि शेयर बाजार एक बरगद के पेड़ नीचे से चलता था. दरअसल, बीएसई और दलाल स्ट्रीट फिलहाल तो एक ही हैं, लेकिन एक्सचेंज का जन्‍म 1875 में एक बरगद के वृक्ष नीच हुआ था, जहां आज हार्निमन सर्कल है, जो साउथ मुंबई में एक जगह है. आपको बता दें कि किसी भी देश के स्‍टॉक एक्‍सचेंज उस देश की इकॉनॉमी का ग्रोथ का इंडीकेटर ही होता है. वहीं, अब दुनियाभर के निवेशकों की नज़रें भारत पर टिकी रहती हैं. अब ये दुनिया के टॉप-10 एक्सचेंज में शामिल हो गई है.

मुंबई के इसी इलाके में टाउनहाल के पास बरगद के वृक्ष के नीचे सभी लोग दलाल एकत्रित होते थे और शेयरों का सौदा करते थे. हालांकि कुछ सालों बाद ये दलाल मेडोज स्ट्रीट और महात्मा गांधी रोड के जंक्शन पर बरगद के वृक्ष के नीचे जुटने लगे. धीरे-धीरे शेयर दलालों की संख्या बढ़ती गई और इसका स्‍थान बदलता रहा. कुछ समय बाद 1874 में मुंबई में देश की अर्थव्‍यवस्‍था के इस प्रतीक को दक्षिण मुंबई में ही एक स्थाई जगह मिली जो आज दलाल स्ट्रीट के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है.

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इन चार लोगों ने की शुरुआत- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की शुरुआत का चार गुजराती और एक पारसी शेयर ब्रोकर्स ने की थी. सन 1850 के आसपास अपने कारोबार के सिलसिले में मुंबई (तब बॉम्बे) के टाउन हॉल के सामने बरगद के एक पेड़ के नीचे बैठक किया करते थे.

>> इन ब्रोकर्स की संख्या साल-दर-साल लगातार बढ़ती गई. 1875 में इन्होंने अपना 'द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन’ बना लिया.

>> साथ ही, दलाल स्ट्रीट पर एक ऑफिस भी खरीद लिया. आज इसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है.

दुनिया रखती हैं हर मिनट नज़रें- भारत दुनिया की सर्वाधिक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्‍था है. यह इतना बड़ा बाजार है कि पूरी दुनिया की नजर इस पर लगी हुई है. भारत के इकॉनॉमी के इंडीकेटर यानी की बीएसई सेंसेक्‍स और एनएसई ने बीते दो सालों ने लगातार छलांग ही लगाई है. इसमें भी बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज जो देश की अर्थव्‍यवस्‍था का एक तरह से प्रतीकात्‍मक रूप है, ये दर्शाता रहा है कि एशिया में तो चीन के समकक्ष भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था की अपनी एक रफ्तार है, जो बढ़ ही रही है.

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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) भी भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है. इसकी स्थापना 1990 में डिमिचुअल इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज के रूप में की गई थी. विभिन्न सेक्टर्स की शीर्ष कंपनियां इसका संचालन करती हैं.

वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज दुनिया के एक्सचेंज सिस्टम को नियंत्रित करने के लिए वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज बनाया गया है. इसका मुख्यालय पेरिस में है. दुनिया के प्रमुख 62 स्टॉक एक्सचेंज इसके सदस्य हैं. इनमें से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भी एक है.

25 जनवरी, 2001 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने डॉलेक्स-30 लॉन्च किया था. इसे बीएसई का डॉलर लिंक्ड वर्जन कहा जाता है.

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