विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया
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डेली न्यूज़
हाल ही में जिनेवा स्थित विश्व व्यापार संगठन (World विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया Trade Organization- WTO) द्वारा भारत की सातवीं व्यापार नीति समीक्षा की गई है।
व्यापार नीति की समीक्षा WTO की निगरानी प्रणाली के तहत एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के तहत WTO द्वारा किसी नीति में सुधार की आवश्यकता तथा इस बात की समीक्षा की जाती है कि इसके नियमों का पालन किया जा रहा है अथवा नहीं।
मेक इन इंडिया
भारतीय अर्थव्यवस्था देश में मजबूत विकास और व्यापार के समग्र दृष्टिकोण में सुधार और निवेश के संकेत के साथ आशावादी रुप से बढ़ रही है विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया । सरकार के नये प्रयासों एवं पहलों की मदद से निर्माण क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है । निर्माण को बढ़ावा देने एवं संवर्धन के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम की शुरुआत की जिससे भारत को महत्वपूर्ण निवेश एवं निर्माण, संरचना तथा अभिनव प्रयोगों के वैश्विक केंद्र के रुप में बदला जा सके।
'मेक इन इंडिया' मुख्यत: निर्माण क्षेत्र पर केंद्रित है लेकिन इसका उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना भी है। इसका दृष्टिकोण निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नये क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना है।
'मेक इन इंडिया' पहल के संबंध में देश एवं विदेशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। अभियान के शुरु होने के समय से इसकी वेबसाईट पर बारह हजार से अधिक सवाल इनवेस्ट इंडिया के निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ द्वारा प्राप्त किया गया है। जापान, चीन, फ्रांस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों नें विभिन्न औद्योगिक और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में भारत में निवेश करने हेतु अपना समर्थन दिखाया है। 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत निम्नलिखित पचीस क्षेत्रों - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है की पहचान की गई है:
सरकार ने भारत में व्यवसाय करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं। कई नियमों एवं प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है एवं कई वस्तुओं को लाइसेंस की जरुरतों से हटाया गया है।
सरकार का लक्ष्य देश में संस्थाओं के साथ-साथ अपेक्षित सुविधाओं के विकास द्वारा व्यापार के लिए मजबूत बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। सरकार व्यापार संस्थाओं के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक गलियारों और स्मार्ट सिटी का विकास करना चाहती है। राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया में खुलती है के माध्यम से कुशल मानव शक्ति प्रदान करने के प्रयास किये जा रहे हैं। पेटेंट एवं ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रक्रिया के बेहतर प्रबंधन के माध्यम से अभिनव प्रयोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कुछ प्रमुख क्षेत्रों को अब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खोल दिया गया है। रक्षा क्षेत्र में नीति को उदार बनाया गया है और एफडीआई की सीमा को 26% से 49% तक बढ़ाया गया है। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के लिए रक्षा क्षेत्र में 100% एफडीआई को अनुमति दी गई है। रेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निर्माण, संचालन और रखरखाव में स्वचालित मार्ग के तहत 100% एफडीआई की अनुमति दी गई है। बीमा और चिकित्सा उपकरणों के लिए उदारीकरण मानदंडों को भी मंजूरी दी गई है।
29 दिसंबर 2014 को आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में विभिन्न हितधारकों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद उद्योग से संबंधित मंत्रालय प्रत्येक क्षेत्र के विशिष्ट लक्ष्यों पर काम कर रहे हैं। इस पहल के तहत प्रत्येक मंत्रालय ने अगले एक एवं तीन साल के लिए कार्यवाही योजना की पहचान की है।
कार्यक्रम 'मेक इन इंडिया' निवेशकों और उनकी उम्मीदों से संबंधित भारत में एक व्यवहारगत बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। 'इनवेस्ट इंडिया' में एक निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। नये निवेशकों को सहायता प्रदान करने के लिए एक अनुभवी दल भी निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ में उपलब्ध है।
निर्माण को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्य
- मध्यम अवधि में निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर में प्रति वर्ष 12-14% वृद्धि करने का उद्देश्य
- 2022 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण की हिस्सेदारी में 16% से 25% की वृद्धि
- विनिर्माण क्षेत्र में वर्ष 2022 तक 100 मिलियन अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करना
- समावेशी विकास के लिए ग्रामीण प्रवासियों और शहरी गरीबों के बीच उचित कौशल का निर्माण
- घरेलू मूल्य संवर्धन और निर्माण में तकनीकी गहराई में वृद्धि
- भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाना
- विशेष रूप से पर्यावरण के संबंध में विकास की स्थिरता सुनिश्चित करना
- भारत ने अपनी उपस्थिति दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप दर्ज करायी है
- 2020 तक इसे दुनिया की शीर्ष तीन विकास अर्थव्यवस्थाओं और शीर्ष तीन निर्माण स्थलों में गिने जाने की उम्मीद है
- अगले 2-3 दशकों के लिए अनुकूल जनसांख्यिकीय लाभांश। गुणवत्तापूर्ण कर्मचारियों की निरंतर उपलब्धता।
- जनशक्ति की लागत अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है
- विश्वसनीयता और व्यावसायिकता के साथ संचालित जिम्मेदार व्यावसायिक घराने
- घरेलू बाजार में मजबूत उपभोक्तावाद
- शीर्ष वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थानों द्वारा समर्थित मजबूत तकनीकी और इंजीनियरिंग क्षमतायें
- विदेशी निवेशकों के लिए खुले अच्छी तरह विनियमित और स्थिर वित्तीय बाजार
भारत में परेशानी मुक्त व्यापार
'मेक इन इंडिया' इंडिया' एक क्रांतिकारी विचार है जिसने निवेश एवं नवाचार को बढ़ावा देने, बौद्धिक संपदा की रक्षा करने और देश में विश्व स्तरीय विनिर्माण बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के लिए प्रमुख नई पहलों की शुरूआत की है। इस पहल नें भारत में कारोबार करने की पूरी प्रक्रिया को आसान बना दिया है। नयी डी-लाइसेंसिंग और ढील के उपायों से जटिलता को कम करने और समग्र प्रक्रिया में गति और पारदर्शिता काफी बढ़ी हैं।
अब जब व्यापार करने की बात आती है तो भारत काफी कुछ प्रदान करता है। अब यह ऐसे सभी निवेशकों के लिए आसान और पारदर्शी प्रणाली प्रदान करता है जो स्थिर अर्थव्यवस्था और आकर्षक व्यवसाय के अवसरों की तलाश कर रहे हैं। भारत में निवेश करने के लिए यह सही समय है जब यह देश सभी को विकास और समृद्धि के मामले में बहुत कुछ प्रदान कर रहा है।
भारत, थाईलैंड ने रक्षा, व्यापार संबंधों की समीक्षा की : विदेश मंत्रालय
नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) भारत और थाईलैंड ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की बैंकॉक यात्रा के दौरान रक्षा और सुरक्षा, व्यापार, संपर्क, पर्यटन समेत विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक दिन विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया पहले जयशंकर और थाईलैंड के उनके समकक्ष डोन प्रमुदविनई ने द्विपक्षीय संबंधों पर गहन बातचीत की थी। जयशंकर भारत-थाईलैंड संयुक्त आयोग (जेसीएम) की नौवीं बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए 16 से 18 अगस्त तक थाईलैंड की यात्रा पर हैं। दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र में थाईलैंड, भारत का रणनीतिक भागीदार है और पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के
एक दिन पहले जयशंकर और थाईलैंड के उनके समकक्ष डोन प्रमुदविनई ने द्विपक्षीय संबंधों पर गहन बातचीत की थी। जयशंकर भारत-थाईलैंड संयुक्त आयोग (जेसीएम) की नौवीं बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए 16 से 18 अगस्त तक थाईलैंड की यात्रा पर हैं।
दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र में थाईलैंड, भारत का रणनीतिक भागीदार है और पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के संबंध बेहद प्रगाढ़ हुए हैं। थाईलैंड दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) का एक प्रमुख सदस्य है, जिसके साथ पिछले एक दशक में भारत के संबंधों में एक बड़ा विस्तार हुआ है। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों मंत्रियों ने आपसी हित के व्यापक मुद्दों पर चर्चा की और राजनीतिक, रक्षा और सुरक्षा, आर्थिक और वाणिज्यिक, संपर्क, सांस्कृतिक, पर्यटन तथा लोगों के आपसी संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की।’’
जयशंकर और प्रमुदविनई की सह-अध्यक्षता वाले जेसीएम की बैठक बुधवार को बैंकॉक में हुई। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया और दोनों देशों के बीच मौजूद बहु-आयामी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’
जेसीएम से पहले मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई, जहां दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर विस्तृत चर्चा की। जयशंकर ने थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा से भी मुलाकात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत बधाई और शुभकामनाएं दीं।
विदेश मंत्री ने भारत-थाईलैंड राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर थाईलैंड के प्रधानमंत्री को भी बधाई दी और उन्हें द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग में प्रगति से अवगत कराया। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने प्रमुख क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ मंत्रालय ने कहा कि जेसीएम द्विपक्षीय संबंधों में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन करेगा।
व्यापार विश्लेषक
Y-AXIS की Y-Tech टीम मोबाइल, क्लाउड और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने वाले सफल उत्पादों/सेवाओं के निर्माण में मदद करने के लिए व्यवसाय विश्लेषक की भूमिका के लिए एक गतिशील और प्रेरित उम्मीदवार की तलाश कर रही है।
व्यावसायिक आवश्यकताओं का विश्लेषण करने के लिए स्थिति जिम्मेदार है,
इन जरूरतों को पूरा करने वाले उत्पाद को लागू करना, परीक्षण करना और वितरित करना।
आप आवश्यकताओं को पकड़ेंगे, विश्लेषण करेंगे और दस्तावेज करेंगे और प्रासंगिक हितधारकों के साथ इन आवश्यकताओं के संचार और वितरण का समर्थन करेंगे। व्यवसाय की जरूरतों को पूरा करने वाले विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया मिशन-महत्वपूर्ण परियोजनाओं और उत्पादों को बनाने और वितरित करने के लिए व्यवसाय से लेकर विकास तक के संचालन तक विविध टीमों विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया के साथ काम करें।
आपके पास उत्कृष्ट मौखिक और लिखित कौशल होंगे, संबंध निर्माण, वार्ता, एक कुशल राजनयिक, एक समस्या समाधानकर्ता, एक विचारक और विश्लेषक में कुशल होंगे। बदले में, हम आपको विकास के अवसरों के साथ एक रोमांचक और तेज़ गति वाले संगठन में एक उत्तेजक और सकारात्मक कार्य वातावरण प्रदान करेंगे जो चुनौती और पुरस्कृत करता है।
आप क्या करोगे:
• विस्तृत कार्यात्मक विशिष्टताओं का निर्माण, विश्लेषण और सत्यापन।
• व्यावसायिक इकाइयों, प्रौद्योगिकी टीमों, सहायता टीमों और बाहरी विक्रेताओं के साथ सीधे काम करें और संपर्क के रूप में कार्य करें।
• नई आवश्यकताओं को डिजाइन और कार्यान्वयन दस्तावेजों में बदलने और विकसित करने के लिए कार्यात्मक लीड के साथ काम करें।
• स्केच, मॉकअप, वायरफ्रेम, वर्कफ्लो और प्रोसेस मैप के माध्यम से नई सुविधाओं का समर्थन करने के लिए नए यूजर इंटरफेस स्क्रीन डिजाइन करें।
• सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, विक्रेताओं और वरिष्ठ प्रबंधन के लिए आवश्यकताओं, सुविधाओं और कार्यों को प्राथमिकता दें और संवाद करें।
• परियोजनाओं का दायरा बढ़ाने, डिजाइन पर चर्चा करने, संसाधनों का अनुमान लगाने और विकास समयरेखा बनाने के लिए डेवलपर्स और विक्रेताओं के साथ मिलकर काम करें।
• प्रशिक्षण प्रदान करने, प्रश्नों को हल करने, उपयोगकर्ता की जरूरतों का आकलन करने और परिवर्तनों की सिफारिश करने के लिए उपयोगकर्ता समूहों के साथ काम करें।
उपयोगकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण सामग्री और दस्तावेज़ बनाना और प्रासंगिक अनुप्रयोगों और प्रक्रियाओं पर नए अंतिम उपयोगकर्ताओं को प्रशिक्षित करना।
व्यवसाय और उनकी जरूरतों के लिए एक वकील बनें।
जो आप हैं:
• आप 5+ साल के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक अनुभवी व्यापार विश्लेषक हैं।
• आपके पास सूचना प्रणाली, व्यवसाय या इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री है।
• आपके पास गुणवत्ता आवश्यकताओं के दस्तावेज, प्रक्रिया मानचित्र, केस डायग्राम, वायरफ्रेम, वर्कफ़्लो आदि का उपयोग करने की क्षमता है।
• आपके पास विविध टीमों के साथ काम करने और रणनीति, रणनीति और निष्पादन को प्रभावित करने का अनुभव है।
• आपके पास आंतरिक और बाहरी विभागों और टीमों के साथ एक विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया टीम सदस्य के रूप में संबंध बनाने और सहयोगात्मक रूप से काम करने की क्षमता है।
• एक गतिशील, समय सीमा-उन्मुख वातावरण में एक साथ कई परियोजनाओं को संभालने और समय पर महत्वपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता।
• आपके पास महान लिखित विस्तृत समीक्षा और व्यापारी प्रतिक्रिया और मौखिक संचार कौशल हैं और पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना किसी भी दर्शक के साथ बातचीत करने में सक्षम हैं
• आपके पास मजबूत विश्लेषणात्मक दिमाग है और चुनौतियों का स्वागत करते हैं।
• आपने परस्पर क्रियात्मक नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया है।
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