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Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare

Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।

Table of Contents

Intraday के लिए Stock कैसे चुने

Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।

ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।

ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।

Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।

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सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।

न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।

Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।

मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे

Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।

और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।

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Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे

Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।

लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।

मेरी राय:-

शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।

आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे साथ बने रहना चाहिए।

एमएसीडी-एडीएक्स इंडिकेटर के साथ डे ट्रेडिंग करना सीखे|

परिचय
एमएसीडी (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस / डाइवर्जेंस इंडिकेटर) और एडीएक्स(एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स) दो सबसे बड़े तकनीकी संकेतक हैं। मुझे यकीन है कि आप में से अधिकांश ने कभी ना कभी उनका उपयोग किया होगा। उन्हें ठीक से एक साथ मिलाएं और आप एक बढ़िया ट्रेडिंग सिस्टम बना सकते हैं।पढ़ते रहें और नीचे दिए गए परिणामों से सीखें।

एमएसीडी
एमएसीडी दो एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेजेस के अंतर का उपयोग ट्रेंड की दिशा और इसका मोमेंटम बताने के लिए करता है। एमएसीडी के ईएमए (सिग्नल लाइन)के साथ उपयोग करना हमें ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर एक भरोसेमंद संकेतक देता है। आप इसके उपयोग और निर्माण के बारे में एमएसीडी का डे-ट्रेडिंग में उपयोग कैसे करें? से जान सकते हैं।

एडीएक्स
एडीएक्स इंडिकेटर का मुख्य उपयोग बिना दिशा के संदर्भ के ट्रेंड की शक्ति को मापना है। यदि इंडिकेटर 25 लाइन से ऊपर पहुंचता है तो ट्रेंड को मजबूत माना जाता है। इसके विपरीत, यदि इंडिकेटर 25 लाइन से नीचे है, तो ट्रेंड कमजोर है या मार्केट में ट्रेंड नहीं है। 30 से अधिक एडीएक्स इंडिकेटर मजबूत प्रवृत्ति को प्रदर्शित करता है - यह निश्चित रूप से ट्रेड में आने का सबसे अच्छा समय है।

कभी-कभी ट्रेडर्स इस इंडिकेटर की तीनों लाइनों का उपयोग करते हैं- एडीएक्स,+डीआई, -डीआई। वे इन लाइनों के क्रॉस को एक संभावित रिवर्सल के अतिरिक्त संकेत के रूप में देखते हैं। और हम एडीएक्स की इसी विशेषता का उपयोग हमारी स्ट्रैटेजी में करेंगे।

एमएसीडी एडीएक्स का क़ॉंबिनेशन
एमएसीडी ट्रेंड रिवर्सल का पता लगाता है जबकि, एडीएक्स यह बताता है कि ट्रेंड मजबूत है या फीका। बढ़िया कॉम्बो लगता है। तो इन दोनों इंडिकेटर्स से सबसे बढ़िया परिणाम पाने के लिए इन दोनों इंडिकेटर्स की आदर्श सेटिंग्स क्या होंगी?

हमने कई क़ॉंम्बिनेशंस में एमएसीडी और एडीएक्स को आज़माया और उन्हें अलग-अलग मार्केट्स और पैरामीटर्स पर बाइकटेस्ट करके सीखा। चलिए देखते हैं ये दोनों इंडिकेटर्स एक साथ कैसे काम करते हैं

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ट्रेड सेट अप

टाइम फ्रेम: 15 मिनट या उससे ज़्यादा

इंडिकेटर सेटिंग्स: एमएसीडी (डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स: 12, 26, 9), एडीएक्स (डिफ़ॉल्ट:14)।

स्टॉप लॉस / टेक प्रॉफिट: स्टॉप लॉस/टार्गेट प्राइस को निकटतम स्विंग के उच्च/निम्न पर सेट करें।

बाई प्रवेश नियम

· एमएसीडी ज़ीरो से ऊपर बढ़ता है।

· कंफर्म करें कि एडीएक्स इंडिकेटर की डी+ सिग्नल लाइन डी- लाइन से अधिक है।

· एडीएक्स लाइन 20 से ऊपर है और ऊपर की ओर उठ रही है।

· कैन्डलस्टिक पर जहां ये 3 स्थितियाँ मिलें, खरीद ले।

ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर सैल प्रवेश नियम

· एमएसीडी ज़ीरो लाइन के नीचे है।

· सिग्नल को कंफार्म करने के लिए कि एडीएक्स इंडिकेटर की डी- लाइन डी+लाइन से ऊंची है।

· एडीएक्स लाइन 20 से ऊपर है और ऊपर की ओर उठ रही है।

· कैन्डलस्टिक पर जहां ये 3 स्थितियाँ मिलें, शॉर्ट ट्रेड खोलें।

आप स्ट्रैटेजी को कैसे समायोजित कर सकते हैं?

· एडीएक्स इंडिकेटर को पढ़ने के कई तरीके हैं जैसे कि यदि एडीएक्स 20 के स्तर को पार करता है तो ट्रेंड मजबूत हो रहा है, यदि एडीएक्स 30 के ऊपर है- तो ट्रेंड और मजबूत हो गया है।

· आक्रामक व्यापारी एडीएक्स के 20 की लाइन के नीचे होने पर ट्रेड में उतार सकते हैं ताकि उन्हें बढ़ते ट्रेंड को पकड़ने की संभावना रहे और वे इसकी शुरुआत से ना चूकें। मूल विचार यह है कि जितना विकसित ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर ट्रेंड है उतना ही रिवर्सल की संभावना।

· व्यापारियों को देखना चाहिए कि 20 कि लाइन क्रॉस करना उतना महत्वपूर्ण नहीं जितना उसका स्लोप और दिशा है। इसलिए,यह एक विशुद्ध रूप से सिस्टम ट्रेड नहीं है,लेकिन कुछ अवलोकन और विवेक ज़रूर प्रदान करता है।

· आपको इंडिकेटर्स को पढ़ने और अपनी व्यापारिक आवश्यकताओं के अनुसार उन्हें एडजस्ट करने के लिए अपना खुद का तरीका प्रयोग करके खोजना ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर होगा। इसका सबसे अच्छा तरीका है-इनमें से किसी भी सेटिंग को बैक टेस्ट करना और वह चुनना जो आपके लिए सबसे अच्छा हो।

· टेक प्रॉफ़िट और स्टॉप लॉस। हम हर ट्रेड में कम से कम 1:2 के जोखिम से रिवर्ड रेशो का उल्लेख करते हैं। यहाँ भी वही सही है। पैसों का प्रबंधन ट्रेडिंग के केंद्र में होता है और हम इसपर भविष्य में और अधिक डिटेल्स में चर्चा करेंगे।

Note: This article is for educational purposes only. Kindly learn from it and build your knowledge. We do not advice or provide tips. We highly recommend to always trade using stop loss.

Arshad Fahoum

Arshad Fahoum

Arshad is an Options and Technical Strategy trader and is currently working with Market Pulse as a Product strategist. He is authoring this blog to help traders learn to earn.

ट्रेंड लाइन के आधार पर कैसे समझें निवेश का पैटर्न?

ट्रेंड लाइन एक प्रकार का तकनीकी संकेत है, जो दर्शाता है कि शेयर का भाव किस दिशा में जा रहा है.

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तुलनात्मक रूप में सपाट ट्रेंड लाइन दर्शाती है कि शेयर का बर्ताव सामान्य है और वह समान रुझान लंबे समय तक जारी रख सकता है.

जब बाजार में तेजी हावी होती है और यह अगली गिरावट का आधार तय करती है, तो ऐसी स्थिति में ट्रेड लाइन ऊपर बढ़ने के साथ-साथ हमेशा सपोर्ट स्तर प्रदान करती है, जो समय के साथ बदलता रहता है. इस स्थिति में ऐसी ट्रेंड लाइन के करीब की कीमतों पर खरीदारी करना फायदेमंद रहता है.

हालांकि, यदि सपोर्ट स्तर पार हो जाता है तो गिरावट दर्ज की जा सकती है. ऐसे में कारोबारियों को इसी ट्रेंड लाइन पर अपनी स्टॉप लॉस कीमत निर्धारित करनी चाहिए. इसी प्रकार गिरावट के हावी रहने पर सपोर्ट स्तर की जगह रेसिस्टेंस दर्ज किया जाता है. निवेशकों को इस दौरान बिक्री करनी चाहिए.

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एक खास बात है कि कारोबारियों को वॉल्यूम को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ट्रेंड लाइन पर किस कीमत पर क्या वॉल्यूम रहता है, यह आंकलन आपको कई बातें समझा सकता है. अमूमन अधिक वॉल्यूम का अर्थ होता है कि शेयर का मौजूदा दौर (तेजी या कमजोरी) जारी रहने वाला है.

यदि ट्रेंड लाइन टूट जाए तो
यदि किसी शेयर की ट्रेंड लाइन टूट जाती है या खंडित हो जाती है, तो माना जाता है कि उस शेयर से निवेशकों की उम्मीद बदल गई है. गिरावट दर्शा रही ट्रेंड लाइन का टूटने का अर्थ है कि शेयर खरीदारी के संकेत दे रहा है और तेजी दिखाने वाले ट्रेंड लाइन टूटने का अर्थ है कि शेयर को बेचना बेहतर होगा.

दोनों ही मामलों में स्टॉप लॉस रखना चाहिए. इस तरह के मामलों में भी वॉल्यूम काफी महत्वपूर्ण हो जाती है और हलचल तब अधिक होगी जब ट्रेंड लाइन टूटने के साथ वॉल्यूम में भी इजाफा हो.

ट्रेंड लाइन से जुड़े एंगल

यदि किसी शेयर की ट्रेड लाइन में एकाएक तेजी देखने को मिलती है, तो इसका अर्थ है कि वह शेयर ऊफान पर है. यह भी संभव है कि शेयर की तेजी ज्यादा समय तक जारी न रहे. इसे एक उदाहरण के साथ समझते हैं.

Ril Chart

दिए गए चार्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज की ट्रेंड लाइन है. लाल निशान वाली ट्रेंड लाइन दिखा रही है कि शेयर में एकाएक तेजी आई है, मगर कुछ ही समय बाद यह फिसल गया, मगर शेयर की थोड़ी-बहुत तेजी जारी रहे.

दूसरी तरफ, तुलनात्मक रूप में सपाट ट्रेंड लाइन दर्शाती है कि शेयर का बर्ताव सामान्य है और वह समान रुझान लंबे समय तक जारी रख सकता है. इसके लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चार्ट में हरी रेखा पर गौर करें.

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Trading Indicator क्या हैं | 5 Best Trading Indicator in 2022

Best Trading Indicator 2022Trading Indicator का मतलब शेयर मार्केट में शेयर का प्राइस ज्यादा है या कम प्राइस है यह एकदम सही बताने के लिए किया जाता है शेयर मार्केट में ऐसे 5 बेस्ट ट्रेंडिंग इंडिकेटर है जिससे हमें ट्रेंड करने में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं
ज्यादातर व्यापार इसका दावा करते नजर आते हैं।

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Trading Indicator क्या हैं ?

Trading Indicator का मतलब किसी भी वस्तु को कम दाम में खरीदने और ज्यादा दाम में बेचना। यह एक ऐसा जरिया है जिससे हमें यह पता चलता है कि बाजार में शेयर भाव कब कितने ऊपर जाएगा और कब कितने नीचे आएगा? यह सूचना एकदम सही हो सकती है और नहीं भी बाजार में ऐसे बहुत से ट्रेंडिंग इंडिकेटर उपलब्ध ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर है जो एकदम सही होने का दावा करते हैं

हर व्यापारी आपको यह सलाह देगा कि शेयर बाजार में ट्रेनिंग करते समय शेयर मार्केट इंडिकेटर चुनना महत्वपूर्ण लेकिन सही Trading Indicator कौन सा है इस बारे मैं अलग-अलग व्यापारी की अलग-अलग राय ट्रेंडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वस्तु को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना।
अलग-अलग ट्रेंडिंग। इंडिकेटर।
अपने अलग-अलग प्रकार से शेयर भाव दर्शाते हैं

कम से कम दो टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स का उपयोग करें

कम से कम दो टेक्निकल एनालिसिस। इंडिकेटर का प्रयोग करें। ट्रेंडिंग इंडिकेटर टेक्निकल इंग्लिश इसका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भाग है। टेक्निकल इंडिकेटर का प्रयोग चार्ट पेटर्न। और कैंडलेस्टिक पेटर्न के साथ किया जाता है। इन तीनों के प्रयोग से यह पता लगाया जा सकता है कि स्टॉप किस दिशा में जा सकता है। यह अंदाजा लगाया जा सकता है।

Trading Indicator का प्रयोग कैसे किया जाता है –

बहुत ही महत्वपूर्ण है कि इसका प्रयोग कैसे किया जाता है। क्योंकि ज्यादातर लोग यही बताते हैं कि किसी एक या अधिक इंडिकेटर को अपने चार्ट पर लगा लो और ट्रेडिंग से पैसे कमाना शुरू कर दो।

कुछ लोग तो एक साथ 12 से 15 इंडिकेटर लगा लेते हैं। लेकिन जब ट्रेडिंग करते हैं तो काफी दुविधा में पड़ जाते हैं क्योंकि कुछ इंडिकेटर संकेत देते हैं कि भाव बढ़ने वाला है, और कुछ इंडिकेटर कहते हैं कि भाव गिरने वाला है।
ट्रेडर जब तक किसी नतीजे पर पहुँचता है तब तक स्टॉक का भाव या तो बढ़ चुका होता है या घट चुका होता है।

और इस हालात में ट्रेड लेने से नुकसान की संभावना ही अधिक होती है

अपनी ट्रेडिंग योजना को कभी रिवर्स न करें

जब भी आप ट्रैडिंग करते है उसके लिए हमेशा अपनी खुद की ट्रैडिंग योजना जरूर बनानी चाहिए जिससे आपको ट्रैडिंग करने मे परेशानी नहीं होगी ओर आप सही अपना ट्रेड कर सकते है जिससे आप बढ़िया मुनाफा काम सकते है

वर्ष 2022 में 5 बेस्ट उपयोगी ट्रेडिंग इंडिकेटर –टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स

1 – सिम्पल मूविंग एवरेज (Simple Moving Average ) –

सिंपल मूविंग एवरेज 5 बेस्ट इंडिकेटर जो उपयोग इस प्रकार के जा सकते हैं। सिंपल मूविंग एवरेज।सबसे ज्यादा। इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रेंडिंग। Indicator में से एक है मूविंग एवरेज एक ऐसी सामान्य साधन है जो किसी सिक्योरिटी के कर लो रिंग प्र�.

2 – बोललिंगर बैंड्स ( Bollinger Bands ) –

बॉलिंगर बैंड। सबसे ज्यादा प्रयोग ट्रेंडिंग इंडिकेटर में से एक है। यह खरीदे गए और अधिक बेचे गए ट्रेड के सतर को निर्धारित करने में मदद करता है। ज्यादातर यह ज्यादा ट्रेडर की ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर कीमत पर निर्धारित रहती है। यह अप्पर बैंड या लोअर बैंड के आधार पर ही बढ़ती है। जब शेयर मार्केट में इसकी मांग ज्यादा होती है तो यह बढ़ जाती है और और अगर इसकी मांग कम होती है तो यह कम हो जाती है इंट्रेड टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार बॉलिंगर बैंड का प्रयोग करके हम 90 परसेंट तक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब ट्रेड की कीमत अपर बैंड के करीब हो जिससे ट्रेड महंगी हो जाती है। इस के सहयोग से हम उसे एवरेज पर वापस लेने का प्रयास करते हैं जब ट्रेड की कीमत लोअर बैंड के नजदीक होती है तो ट्रेड कम दाम में जाती है और फिर इसका इस्तेमाल करके उसे उसी जगह पर पहुंचाने की कोशिश की जाती है जिससे उसे मीडियम बैंड के मूल्यों के लक्ष्य के साथ लोअर बैंड के मूल्य पर खरीदी जा सके।

3 – आर एस आई (RSI) –

आर एस आई ट्रैडिंग का एक ऐसा Indicator है जो कम दाम व अधिक दाम बेचने या खरीदने के नियमों का पालन करता है यह ट्रेंडिंग का यह एक सबसे अच्छा और आसान साधन है जो यह दर्शाता है कि कब ट्रेड ज्यादा खरीदे गए और कब कम और कब इसका रिटर्न हुआ
आर एस आई यह हर अलग-अलग समय के अनुसार तय किया जा सकता है कि इसकी वैल्यू जीरो से 100 के बीच हो �

4 – एम ए डी सी (MACD)–

एम ए डी सी ओसीलेटिन है। जो शून्य। के ऊपर और नीचे कैलकुलेट होता है यह एक मोमेंटम इंडिकेटर भी है। यह ट्रेड।पर किरिया ध्यान देने के लिए है कि एम ए डी ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट इंडिकेटर सी लाइने शुन्य के किस तरफ है। अगर शून्य ऊपर है तो ट्रेड ऊपर है। अगर शुन्य। नीचे है तो ट्रेड नीचे है। खरीदने के सिग्नल तब आते हैं जब एम ए डी सी शुन्य के ऊपर चला जाता है। और बेचने के सिग्नल तब आते हैं जब एम ए डी सी शुन्य के नीचे चला जाता है।

5- ए डी क्स् ADX –

यह एक बहुत ही उपयोगी ओर बेहतरीन Indicator है जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है उन के लिए तो यह बहुत उपयोगी माना जाता है।

यह Indicator हमे किसी भी स्टॉक के ट्रेंड की जानकारी देता ही है की uptrend है या downtrend या फिर sideways है इसके साथ–साथ यह indicator हमे यह भी बताता है कि ट्रेन्ड कितना मजबूत है और कितनी देर तक स्टॉक में यह ट्रेन्ड बना रह सकता है ।

इसमें भी चार्ट पर 0 से 100 तक का भाव होता है और किसी भी स्टॉक का भाव इसी के बीच चलता है और समय–समय पर हमें ट्रेन्ड के संकेत मिलते रहते हैं।

और इन्हीं संकेतों के आधार पर हम अपनी ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर -बेस्ट 10 इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर इन हिन्दी

निष्कर्ष (Conclusion) –

आज हमने इस लेख के जरिए Trading Indicator क्या है 5 Best Trading Indicator 2022 के बारे मे जाना ओर समझा आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताए ओर इससे जुड़ा आपका कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेन्ट करके पूछ सकते है ओर इसके साथ ही इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले धन्यवाद ।

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Ashwini Chaubey 02-04-2022 07:37 PM

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