यह डिजिटल रुपया, डिजिटल पेमेंट से कैसे अलग है?
बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी
नई दिल्ली. रविवार को अधिकांश प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी ग्रीन में कारोबार कर रही थी. कॉइन मार्केट कैप के मुताबिक क्रिप्टो बाजार का ग्लोबल मार्केट कैप पिछले 24 घंटे में 1.91 प्रतिशत ऊपर चढ़कर 2.13 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. पिछले 24 घंटे में कुल क्रिप्टो बाजार की मात्रा 98 अरब डॉलर पर रही जो कि 13.42 प्रतिशत नीचे है. सभी स्थिर सिक्कों की मात्रा 76 अरब डॉलर ह,ै जो कि 24 घंटे में कुल क्रिप्टोकरेंसी की मात्रा का 78 प्रतिशत है.
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी 0.67 फीसदी की बढ़त के साथ 48,102 डॉलर पर पहुंच गई. पिछले एक सप्ताह में बिटकॉइन की कीमत 11.34 फीसदी बढ़ी है. इसके साथ ही बिटकॉइन का मार्केट कैप 900 अरब डॉलर के बेहद करीब पहुंच गया है. रविवार को यह 899 डॉलर पर रहा.
एक बार फिर से सुधर रहे क्रिप्टोकरेंसी बाजार को महीने के सितम्बर के आखिर में तब झटका लगा था, जब चीन बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी ने क्रिप्टोकरेंसी और इससे जुड़े लेनदेन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद बिटकॉइन समेत प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी तेजी से नीचे की तरफ लुढ़की थीं.
क्या है डिजिटल रुपया, जिसका बजट में वित्त मंत्री ने किया एलान, जेब में रखे रुपये से कितना अलग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट पेश कर दिया। इसमें एक बड़ा एलान डिजिटल करेंसी को लेकर किया गया। वित्त मंत्री के एलान के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा। हालांकि, सरकार ने जल्द ही अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करने की बात भी कही। घोषणा में कहा गया है कि सरकार इसी साल डिजिटल रुपया लॉन्च कर देगी। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर डिजिटल रुपया है क्या और यह आपकी जेब में पड़े रुपये से कितना अलग होगा।
डिजिटल रुपये की अवधारणा को साफ तौर पर समझें तो यह रुपये के विकल्प की तरह है। यानी होगा तो वह भी रुपया ही, जारी भी रिजर्व बैंक ही करेगा, पर वह प्रिंटेड नोट से बिल्कुल ही अलग होगा। रिजर्व बैंक ही नहीं बल्कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक बिटकॉइन, ईथर जैसी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के विकल्प के तौर पर डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार की अनुमति प्रदान की, जानें किसने लगाया था प्रतिबंध?
रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार को गैर-कानूनी बताने वाले फैसले पर रोक लगा दी गई है.
सुप्रीम कोर्ट ने 04 मार्च 2020 को देश में क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार की अनुमति प्रदान कर दी. अब भारत में वर्चुअल करेंसी का कारोबार किया जा सकेगा. विश्वभर में सबसे मंहगी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत 0.39 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 8,815 डॉलर के आस-पास रिकॉर्ड की गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार को गैर-कानूनी बताने वाले फैसले पर रोक लगा दी गई है. इस फैसले से देश भर में बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार और उपयोग पर लगा प्रतिबंध खत्म हो गया है. इसका लेन-देन अब देश के सभी बैंक शुरू कर सकते है.
किसने लगाया था प्रतिबंध?
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी (Crypto currency) में कारोबार करने से मना कर दिया था. आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से जुड़ी इकाइयों को इससे अलग होने हेतु बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी तीन महीने का समय दिया था. आरबीआई के सर्कुलर को चुनौती देने हेतु इंटरनेट बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान आईएएमएआई द्वारा कहा गया कि आरबीआई के इस कदम से क्रिप्टोकरेंसी में होने वाली वैध कारोबारी गतिविधियों पर प्रभावी रूप से पाबंदी लग गई है. आरबीआई ने इसके जवाब में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया. आरबीआई ने कहा कि उसने क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से ‘मनी लांड्रिंग’ और ‘आतंकी वित्त पोषण’ के खतरे के मद्देनजर यह कदम उठाया है.
सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में क्या कहा?सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में भारत में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी की खरीद-फरोख्त पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है. यह आदेश न्यायमूर्ति रोहिंटन नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिया और इसमें जस्टिस अनिरुद्ध बोस और वी बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी रामसुब्रमण्यन भी शामिल थे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारतीय भी बिटकॉइन जैसी बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकेंगे.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है. यह करेंसी कंप्यूटर एल्गोरिदम पर आधारित है. इसका उपयोग शॉपिंग या कोई सर्विस खरीदने बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी हेतु किया जा सकता है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के लेन-देन का पूरा लेखा-जोखा होता है. यह स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी की सबसे पहले शुरुआत साल 2009 में हुई थी. बिटकॉइन सबसे पहली क्रिप्टोकरेंसी थी.
केंद्र सरकार जुलाई 2019 में संसद में विधेयक लाई थी, जिसमें तय हुआ था कि क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटक्वाइन को रखने, बेचने या खरीदने पर 10 साल की जेल हो सकती है. इसे पूरी तरह से अवैध बनाने के अतिरिक्त विधेयक में क्रिप्टोकरेंसी रखने को गैर-जमानती अपराध बनाया गया है.
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Cryptocurrency In India
आज के इस लेख में हम Cryptocurrency in India के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि ये क्या है कैसे काम करती है | भारत में Cryptocurrency Legal है या नहीं हम इसे कैसे buy & Sell कर सकते है ये सब कुछ कवर करेंगे बशर्ते ये लेख आपको पूरा पढना पड़ेगा |
What is cryptocurrency:-
cryptocurrency एक तरीके की प्राइवेट डिजिटल एसेट्स होती है ये blockchain टेक्नोलॉजी पर काम करती है ये एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है इसके हर लेनदेन को डिजिटल सिग्नेचर द्वारा वेरिफिकेशन किया जाता है इसको कोई कॉपी नहीं कर सकता | इसमें जो भी लेनदेन होती है वो बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी public ledger में रिकॉर्ड होती है | इसमें Cryptography का इस्तेमाल होता है और ये Peer To Peer Electronic System होता है इसको ऑपरेट करने के लिए अलग तरीके के कंप्यूटर और सॉफ्टवेर का इस्तेमाल किया जाता है और ये totally आटोमेटिक सिस्टम है आज दुनिया में कई सारी cryptocurrency है उनमे से कुछ महत्वपूर्ण है cryptocurrency की दुनिया में जो सबसे ज्यादा प्रसिद्द हुआ वो है Bitcoin .
Cryptocurrency के ऊपर न तो सेंट्रल बैंक और न कोई वित्तीय संस्थान का कोई लेना देना होता है इनसे इनका कोई नियंत्रण नहीं है अब समझते है की ये काम कसे करती है |
Cryptocurrency का Use:-
Cryptocurrency को हम Medium of Exchange में इस्तेमाल नहीं किया जाता और न ही इसको हम physically टच कर सकते ये सब कुछ computers पर ही सेव रहता है और ये अभी Daily बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी Transactions में इसका use नहीं हो रहा | वैसे अगर देखा जाये तो लगभग 2000 से ज्यादा Cryptocurrency है जिसमे BITCOIN , ETHEREUM , DOGECOIN, LITECOIN, MONERO , DASH ये कुछ नाम है | दरअसल चीन की 3 सरकारी संगठनों National internet finance association of China, China Banking association, Payment and clearing association of China सोशल मीडिया पर चेतावनी जारी की थी संगठनों ने निवेशकों से कहा था कि अगर उन्हें क्रिप्टो करेंसी इन्वेस्टमेंट ट्रांजैक्शंस में कोई भी नुकसान होता है तो उनके पास कोई भी प्रोटेक्शन नहीं होगी चीन के इस फैसले पर बाजार की प्रतिक्रिया क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट के रूप में सामने आई इन हालातों के बीच क्रिप्टो करेंसी जिसे ट्रांजैक्शन का फ्यूचर माना जा रहा था उस पर अब सवाल उठाए जाने लगे हैं |
क्या आप जानते हैं क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड्स भी होते हैं, जानिए कैसे मिलते हैं इसमें रिवॉर्ड प्वाइंट
क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल करंसी (Digital Currency) व्यवस्था है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी होती और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है. इसके ऊपर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि तमाम देश इसे कानूनी मान्यता भी दे चुके हैं. साथ ही साथ अब क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड भी बाजार में आ रहे हैं.
क्रेडिट कार्ड्स को खरीदारी और भुगतान करने का एक सुविधाजनक विकल्प माना जा सकता है, बशर्ते इसका इस्तेमाल समझदारी के साथ किया जाए. पारंपरिक क्रेडिट कार्ड में हम जिस तरह से भारतीय मुद्रा यानी रुपये में लेन-देन करते हैं, उसी तरह क्रिप्टो क्रेडिट कार्ड पूरी तरह क्रिप्टोकरेंसी पर आधारित है.
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