हर थोड़े समय में ऐसे घरेलू हिंसा के मामले हमारे सामने आते रहते हैं जिसमें पीड़ित एक पुरुष होता है, लेकिन दुर्भाग्य से कोई इस पर ध्यान ही नहीं देता। उदाहरण के तौर पर वर्ष 2018 में कानपुर के एक पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) के पद पर तैनात रहे भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सुरेंद्र क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं कुमार दास की जहरीला पदार्थ खाने के कारण मौत हो गई थीं। इस मामले की जांच की गयी तो उसमें पता चला कि घरेलू कलह की वजह से आत्महत्या की बात निकलकर सामने आयी थीं।
Call and Put Option Strategy क्या है ? Call and Put option कैसे buy करे जानिए पूरी जानकारी ?
यदि आप पुट ऑप्शन की वैल्यू की गणना करना चाहते हैं, तो हमें 2 पैरामीटर की आवश्यकता होगी:
अंडरलाइंग एसेट की करंट मार्केट प्राइस
यदि ऑप्शन का उपयोग किया जाता है, तो हम नीचे दिए गए सूत्र द्वारा, पुट ऑप्शन की वैल्यू का पता लगा सकते हैं:
वैल्यू= एक्सरसाइज प्राइस – अंडरलाइंग एसेट की मार्केट प्राइस
यदि ऑप्शन का उपयोग नहीं किया जाता, तो इसकी कोई वैल्यू नहीं होती हैं׀
पुट ऑप्शन प्रीमियम:
पुट ऑप्शन प्रीमियम की गणना करने के लिए, आपको आवश्यकता होगी:
राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो के बदलाव जानिए हिंदी में
ट्रेडर्स सिक्योरिटी को होल्ड करने के स्थान पर शेयरों पर पुट ऑप्शन को बेच भी सकते हैं׀
टैक्स मैनेजमेंट:
ट्रेडर्स केवल पुट ऑप्शन पर टैक्स का भुगतान करके स्टॉक पर होने वाले कैपिटल लाभ पर भारी टैक्स का भुगतान करना कम कर सकते हैं।
आप StockEdge वेब वर्जन का उपयोग करके अगले दिन ट्रेडिंग करने के लिए स्टॉक फ़िल्टर करने के लिए ऑप्शन स्कैन का उपयोग भी कर सकते हैं׀
महत्वपूर्ण बाते :
पुट ऑप्शन एक कॉन्ट्रैक्ट है जो खरीदार को अधिकार देता है, लेकिन अंडरलाइंग एसेट को एक विशिष्ट प्राइस, जिसे स्ट्राइक प्राइस भी कहा जाता है, पर बेचने की कोई बाध्यता नहीं देता है।
पुट खरीदी पुट ऑप्शन की ट्रेडिंग के लिए सबसे सरल तरीकों में से एक है।
पुट विक्रेता ऑप्शन के लिए प्राप्त प्रीमियम से लाभ के लिए वैल्यू खोने की उम्मीद क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं के साथ ऑप्शन बेचते हैं।
कमोडिटी मार्केट से भी कर सकते हैं कमाई; कैसे शुरू करें निवेश, समझिए जोखिम और रिटर्न का गणित
जोखिम उठाने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट में निवेश कर कम पूंजी में भी आप ज्यादा पैसा कमा सकते हैं.
पैसे कमाने की चाह हर किसी की होती है लेकिन कई लोगों के पास इतनी अधिक पूंजी नहीं होती है कि वे कहीं निवेश कर अधिक पैसे कमा सकें. इसके अलावा एक परिस्थिति ऐसी भी होती है जिसमें आपके पास पैसे होते हैं लेकिन समझ नहीं आता है कि निवेश कहां करें. अगर आपको रिस्क लेने में डर नहीं लगता है तो आप कमोडिटी मार्केट में निवेश कर कम पूंजी में भी अधिक से अधिक पैसा कमा सकते हैं. रिस्क लेने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट की भी इतनी क्षमता है कि आपको इस मार्केट के अलावा कहीं और इतना अधिक रिटर्न नहीं मिल सकता है. हालांकि कमोडिटी मार्केट में निवेश का सबसे बड़ा रिस्क मूल पूंजी का गंवाना भी है. आइए समझते हैं कि कमोडिटी मार्केट में निवेश कर आप कितना मुनाफा कमा सकते हैं और इसके खतरे क्या-क्या हैं.
कमोडिटी मार्केट में निवेश के तुलनात्मक फायदे
केडिया कमोडिटी के निदेशक अजय केडिया ने कमोडिटी मार्केट में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह बताया कि आप इसमें छोटी सी पूंजी में बहुत अधिक निवेश कर सकते हैं. इसे समझने के लिए गोल्ड में निवेश का उदाहरण लेते हैं. इस समय (28 जून 2019) सोना करीब 34,212 रुपये प्रति 10 ग्राम पर एमसीएक्स कमोडिटी एक्सचेंज पर ट्रेड हो रहा है. अब सोने में निवेश के लिए आपके पास मुख्य रूप से तीन तरीके हैं.
- अगर आपको 1 किग्रा फिजिकल गोल्ड में निवेश करना है तो आपको करीब 34.21 लाख रुपये लगाने होंगे.
- दूसरा रास्ता आप फ्यूचर ट्रेड के जरिए गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. फ्यूचर ट्रेडिंग का मतलब है कि आपको एक निश्चित रकम देकर अपना ऑर्डर बुक कराना है और आपके ऑर्डर का एक्सपायरी पीरियड अधिकतम 1 महीने का होगा. एक्सपायरी पीरियड का मतलब यह क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं हुआ कि इस पीरियड के भीतर आप कभी भी अपने निवेश पर मुनाफा कमा सकते हैं. वर्तमान दर पर गोल्ड में निवेश के लिए आपको पूरे ऑर्डर मूल्य का 5 फीसदी मार्जिन देना होगा जो करीब 1.8 लाख रुपये बैठेगा. इसका अर्थ यह हुआ है कि 34.21 लाख रुपये के फिजिकल गोल्ड का ऑर्डर आपने महज 1.8 लाख रुपये में ही कर दिया.
- निवेश का तीसरा रास्ता ऑप्शंस है. ऑप्शंस ट्रेड में आपको एक प्रीमियम राशि देनी होती है और इसके ऑर्डर की एक्सपायरी दो महीने की होती है. मान लेते हैं कि प्रीमियम भाव (एलटीपी) 500 रुपये है तो एक लॉट (इसका मूल्य एक किग्रा गोल्ड के बराबर होता है) के ट्रेड के हिसाब से ऑप्शंस के जरिए गोल्ड में निवेश करने पर आपको करीब 50 हजार रुपये (500*100) देने होंगे. इस तरह आप देख सकते हैं कि 34.21 लाख रुपये के जरिए फिजिकल गोल्ड में और 1.8 लाख रुपये के जरिए फ्यूचर गोल्ड में निवेश की तुलना में ऑप्शंस के जरिए गोल्ड में निवेश सिर्फ 50 हजार रुपये में हो जाएगा.
फ्यूचर और ऑप्शंस में ऐसे होता है प्रॉफिट कैलकुलेशन
- फिजिकल गोल्ड में निवेश का फायदा-नुकसान कैलकुलेट करना एकदम आसान है. मान लीजिए कि आपने गोल्ड एक किग्रा गोल्ड 34 हजार प्रति दस ग्राम के भाव से निवेश किया है तो उसके भाव में 2 हजार प्रति दस ग्राम की गिरावट आने पर आपको करीब 2 लाख रुपये का नुकसान होगा जबकि उसके भाव में 2 हजार रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आने पर आपको 2 लाख रुपये के करीब मुनाफा होगा.
- फ्यूचर की बात करें तो आपको ऑर्डर बुक करने के लिए करीब 1.8 लाख रुपये क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं की मार्जिन मनी (पूरे ऑर्डर मूल्य का 5 फीसदी) आपको देना होता है. अगर इसके भाव में 2 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आती है क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं तो आपको 2 लाख रुपये का नुकसान होगा लेकिन 2 हजार की तेजी आई तो आपको 2 लाख का मुनाफा होगा. यहां एक सलाह यह दी जाती है कि अगर आपको फ्यूचर ट्रेडिंग में नुकसान हो रहा है तो आप 100 फीसदी मार्जिन मनी देकर गोल्ड की डिलीवरी करा सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो एग्जिट करें.
- ऑप्शंस में आपको प्रीमियम राशि ही देनी होती है और आपको अधिकतम नुकसान प्रीमियम का ही झेलना पड़ेगा. अगर आपको लग रहा है कि गोल्ड के भाव में तेजी आ सकती है तो आप कॉल ऑप्शंस खरीदें और अगर आपको लगता है कि आगे गोल्ड के भाव में गिरावट आ सकती है तो आप पुट ऑप्शंस खरीदें. इसमें मान लेते हैं कि आपने 500 रुपये एलटीपी के आधार पर 50 हजार प्रीमियम मनी देकर ऑर्डर बुक किया है. अगर इसके एलटीपी में 200 रुपये की तेजी आती है तो आपका यही मुनाफा हुआ. इसके विपरीत अगर इसके एलटीपी में 200 रुपये की गिरावट आए तो यह आपका नुकसान है.
पाई क्रिप्टोकरेंसी ने आखिर अपना वॉलेट लॉन्च कर ही दिया। अभी भी मौका है डाउनलोड कर लो ।
पाई बहुत तेजी से उभरती हुई एक नई क्रिप्टोकरेन्सी है। जो की स्टैनफोर्ड पीएचडी के द्वारा २०१९ में विकसित की गई नई डिजिटल मुद्रा है। फ़िलहाल अभी इसकी कीमत तय नहीं की गई है किन्तु आने वाले समय में इसकी एक तय कीमत होगी। मौजूदा समय में इसके यूजर की सख्या एक करोड़ के ऊपर है।
यह बिलकुल बिटकॉइन की तरह है। जिसकी कीमत २००८ के समय कुछ नहीं थी किन्तु आज के समय में लाखो में है। उस समय बिटकॉइन फ्री में मिल रही थी। ठीक वैसे ही आज पाई कॉइन आप फ्री में पा सकते है। इसके लिए आपको दिन में सिर्फ ५ सेकंड का समय देना है। चलिए जानते है पाई कॉइन के बारे में विस्तार में।
पाई क्या है।
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल मनी का नया रूप है जो सरकारों या बैंकों के बजाय एक समुदाय द्वारा बनाया और सुरक्षित किया जाता है। आज, आप मुद्रा को सुरक्षित करने और पाई के भरोसेमंद नेटवर्क को बढ़ाने में मदद करके पाई को अर्जित कर सकते हैं।
पाई कॉइन अर्जित करने के लिए सबसे पहले मेरे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके https://minepi.com/abhi90987 एप्लीकेशन डाउनलोड करे। या आप इस एप्लीकेशन को डायरेक्ट प्ले स्टोर से भी डाउनलोड कर सकते है। उसके बाद आप अपने मोबाइल न. या फेसबुक आई डी से लिंक कर ले। इसके बाद यह आप से इनविटेशन कोड मांगेगा। यहाँ पर आप इनविटेशन कोड के रूप में
INVITIATION CODE – abhi90987 क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं का इस्तेमाल कर सकते है।
PI APPLICATION – DOWNLOAD
पाई कैसे काम करता है।
यह ऐप आपको Pi के समुदाय में एक छोटा सा योगदान देकर पाई कमाने की अनुमति देता है। जितना अधिक आप योगदान करते हैं, उतना ही पाई आप कमाते हैं।
पाई कमाना शुरू करने के लिए, हर 24 घंटे में जांच करें और बिजली का बटन(FLASH BUTTON ) दबाकर पाई अर्जित करना शुरू करें। एक बार जब आप माइनिंग कर रहे हैं, तो आप समुदाय में शामिल होने के लिए विश्वस्त मित्रों और परिवार को आमंत्रित करके अपनी प्रति घंटा की दर को बढ़ा सकते हैं। माइनिंग के 3 दिनों के बाद, आप अपने क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं सुरक्षा घेरे का निर्माण करके अपनी कमाई को और अधिक बढ़ा सकते हैं, जो नेटवर्क की समग्र सुरक्षा में योगदान देता है। ध्यान रखें, नेटवर्क के पहले सदस्य उन लोगों की तुलना में उच्च दर पर हैं जो उनके बाद आते हैं।
आपको ऐप को माइनिंग के लिए खुला छोड़ने की ज़रूरत नहीं है। पाई आपके फोन के प्रदर्शन को प्रभावित नहीं करती है,न ही आपकी बैटरी को खत्म करती है,और न आपके नेटवर्क डेटा का उपयोग करती है। एक बार जब आप बिजली का बटन दबाते हैं, तो आप ऐप को बंद भी कर सकते हैं और आप पाई अर्जित करना जारी रख पाएंगे।
Contributor role?
एक कंट्रीब्यूटर बनना आपको 3-5 विश्वसनीय सदस्यों के सुरक्षा घेरे का निर्माण करके अधिक पाई अर्जित करने की अनुमति देता है।
पायनियर के रूप में 3 खनन सत्र समाप्त करने के बाद, Pi की योगदानकर्ता भूमिका उपयोगकर्ताओं के लिए अनलॉक हो जाती है। 3 दिनों के खनन के बाद, आपको ऐप के होम स्क्रीन पर सुरक्षा सर्कल का एक नया आइकन दिखाई देगा, जिसे आप शुरू करने के लिए क्लिक कर सकते हैं। एक योगदानकर्ता बनने के लिए, आपको 3-5 लोगों को जोड़ने की आवश्यकता है जिन्हें आप अपने सुरक्षा घेरे में भरोसा करते हैं।
What is the value of Pi?
आज पाई 2008 में बिटकॉइन के समान लगभग 0 डॉलर / यूरो आदि है। पाई का मूल्य नेटवर्क के अन्य सदस्यों द्वारा दिए गए समय, ध्यान, सामान और सेवाओं द्वारा समर्थित होगा।
विकल्पों में थीटा क्षय का लाभ कैसे लें
कॉल विकल्प आपको एक अंतर्निहित सुरक्षा खरीदने के लिए अधिकार देते हैं, लेकिन दायित्व नहीं। पुट विकल्प आपको अंतर्निहित सुरक्षा को बेचने का अधिकार देते हैं, लेकिन दायित्व नहीं। सभी कॉल और पुट विकल्प समाप्त हो जाते हैं। वे अपनी समाप्ति तिथि के जितने करीब आते हैं, उनका मूल्य उतना ही अधिक घटता जाता है। इस समय के क्षय को थीटा के नाम से जाना जाता है। यदि आप कॉल विकल्प खरीदते हैं, तो थीटा आपके खिलाफ काम करती है: आपके विकल्प व्यापार में मूल्य में वृद्धि और लाभ कमाने के लिए केवल इतने दिन होते हैं। यदि आप पुट विकल्प बेचते हैं, तो आप मूल्य में विकल्प के क्षय से लाभ कमाते हैं।
समझें कि थीटा क्या है और यह आपके विकल्पों को कैसे प्रभावित करता है। थीटा मापता है कि आपका विकल्प प्रति दिन कितना पैसा खोता है। चूंकि थीटा एक विकल्प के मूल्य को कम करता है, यह हमेशा एक नकारात्मक संख्या है। थीटा -0.50 का अर्थ है कि आपका विकल्प हर दिन 50 सेंट खो देता है जब तक बाजार की स्थिति अपरिवर्तित रहती है। उदाहरण के लिए, एक दिन आपके विकल्प का मूल्य $ 15 है और इसमें थीटा -1.50, या $ 1.50 है। $ 1.50 से $ 15.00 घटाएं अपने विकल्प का मूल्य $ 13.50 पाने के लिए। दो दिन पर, आपका विकल्प $ 1.50 कम, क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं या $ 12 ($ 13.50 माइनस $ 1.50) होगा।
घरेलू हिंसा से पीड़ित पुरुषों के लिए उम्मीद की किरण जाग रही है
घरेलू हिंसा का नाम आते ही सबसे पहले अधिकतर लोग महिलाओं के ऊपर होने वाले अत्याचारों के विषय में बात करने लग जाते हैं। लेकिन क्या घरेलू हिंसा का अर्थ केवल महिलाओं पर होने वाले अत्याचार से ही है? क्या केवल पुरुषों द्वारा ही महिलाओं पर अत्याचार किये जाते हैं? नहीं ऐसा बिलकुल नहीं है। घरेलू हिंसा का अर्थ है वैवाहिक क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं दुर्व्यवहार, घरेलू मारपीट आदि अथवा विवाह जैसे बंधनों के बाद घरेलू स्तर पर एक साथी (पति/पत्नी) का अन्य साथी के साथ मारपीट अथवा दुर्व्यवहार करने से होता है, जोकि महिला या पुरुष दोनों पर ही लागू होता हैं।
परंतु दुर्भाग्य से हमारे देश में पुरुषों यानी पतियों के पास महिलाओं यानी अपनी पत्नी के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए घरेलू हिंसा के अधिनियम जैसा कोई भी कानून ही मौजूद नहीं है। इस कारण से हमेशा ही पुरुषों पर होने वाले अत्याचारों को अनदेखा कर दिया जाता है।
पत्नी के खिलाफ दर्ज कराया मामला
अभी हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है। इसी साल अक्टूबर में एक पति ने अपनी पत्नी के खिलाफ क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करवाया था जिसके बाद दिल्ली की एक निचली अदालत ने उस पर सुनवाई की और पत्नी को इस मामले में एक समन जारी किया था। अब उसके बाद पत्नी इस दलील के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय की चौखट पर पहुंच गयी है कि भारत का घरेलू हिंसा कानून केवल महिलाओं के क्या कॉल या पुट अधिक पैसा कमाते हैं मामले पर ही लागू होता है।
क्या ये तर्क देना ठीक है? ऐसे तो यह घरेलू हिंसा का कानून सिर्फ महिलाओं तक सीमित रह गया है। हालांकि अब पुरुषों को भी विवाह में अपने साथ होने वाले अत्याचारों को लेकर कानूनी अधिकार मिलने की उम्मीद जगी है। क्योंकि खबरों की मानें तो अब दिल्ली हाईकोर्ट इस पर कई संभावनाएं तलाश रहा है। जिसके बाद संभावनाएं बन रही है कि दिल्ली हाईकोर्ट पतियों को भी पत्नी के खिलाफ घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत अधिकार दे सकती है? अगर ऐसा होता है तो पहली बार पीड़ित पुरुषों को आशा की एक नयी किरण मिल जाएगी।
पुरुष भी होते हैं पीड़ित
वैसे देखा जाये तो ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी पुरुष द्वारा महिला यानी अपनी पत्नी पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया हो। इससे पहले भी कई ऐसे मामले आ चुके है परंतु इस पर कभी किसी का भी ध्यान नहीं जाता और कोई इन मामलों को गंभीरता ने नहीं लेता। हाल ही में कर्नाटक के एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी से सहायता और सुरक्षा की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज़ की थी। इस शिकायत में व्यक्ति का आरोप था कि उसकी पत्नी उसे ‘नियमित रूप से पीटती है’। साथ ही उसने ये भी कहा है कि उसे पत्नी जान से मारने की धमकी भी देती है। व्यक्ति के द्वारा ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर भी शेयर की गयी थी जिसमें उसके खून निकलता हुआ नज़र आ रहा था।
महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा के बहुत से आंकड़े अक्सर ही सामने आते रहते हैं। लेकिन भारत में ऐसा कोई भी सरकारी आकंड़ा नहीं मिला है जिससे घरेलू हिंसा में शिकार पुरुषों की जानकारी मिल सके। वर्ष 2020 में लॉकडाउन के समय सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन की ओर से एक टेलीफोनिक सर्वे करवाया गया था, जहां इंदौर की पौरुष संस्था और राष्ट्रीय पुरुष आयोग समन्वय समिति दिल्ली को पुरुष हेल्पलाइन पर कई सारी शिकायतें मिली थी। जिसमें पता चला था कि लॉकडाउन के दिनों में पत्नियों के द्वारा अपने पतियों को प्रताड़ित करने के मामलों में 36 फीसदी तक वृद्धि हुई थीं।
दिल्ली हाईकोर्ट लेगा कोई फैसला?
भारत में अधिकतर घरेलू हिंसा के मामले में महिलाओं को ही पीड़ित मान लिया जाता है जिसके आधार पर हमारे देश में कई कानून भी बना दिए जाते है। कई बार घरेलू हिंसा के कानून के गलत फायदा कई ऐसी घोखेबाज़ महिलाएं भी उठा लेती हैं, जिसका खामियाजा पुरुषों को भुगतना पड़ता है क्योंकि वह एक धोखेबाज़ महिला से पीड़ित होने बाद भी उन पर केस दर्ज़ नहीं कर सकते है, जोकि सरासर गलत है। हम यहां यह नहीं कह रहे कि महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार नहीं होती। अवश्य अभी भी हमारे देश में कई सारी महिलाएं इसका दंश झेल रही होगीं। परंतु हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। किसी मामले में महिला पीड़ित है, तो किसी में पुरुष भी पीड़ित हो सकते हैं लेकिन उनकी आवाज समाज और कानून दोनों को ही सुनाई नहीं पड़ती है।
लेकिन अब समय आ गया है कि महिलाओं की तरह पुरुषों को भी अधिकार मिलें कि यदि वे पीड़ित है, तो इसके खिलाफ एक्शन ले सकें। हालांकि अब तक केवल ‘महिलाओं तक सीमित’ घरेलू हिंसा के कानून पर दिल्ली हाईकोर्ट में बहस होने वाली है, जिससे संभावनाएं हैं कि निर्णय पुरुषों के पक्ष में आ सकता है और उन्हें कोई न कोई अधिकार तो हाईकोर्ट के द्वारा दिया ही जा सकता हैं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 82