© Reuters. अर्श से फर्श तक पहुंची आईसीआईसीआई की पूर्व एमडी व मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर

UPGIS-2023 16 देशों से उत्तर प्रदेश को मिले 7 लाख 12 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) का संदेश लेकर उत्तर प्रदेश में निवेश (Investment) के लिए दुनिया भर के उद्यमियों, कंपनियों और संस्थाओं को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई ‘टीम यूपी’ अभूतपूर्व सफलता के साथ प्रदेश लौट आई है। 10 से 12 फरवरी 2023 को लखनऊ में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit-2023) से पूर्व 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित इन्वेस्टर्स रोड शो में हर जगह उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उद्यमियों में असीम उत्साह देखने को मिला। विदेश दौरों से लौटने के बाद गुरुवार को मंत्री समूहों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष अपने दौरे के अनुभव साझा करते हुए प्राप्त निवेश प्रस्तावों का विवरण प्रस्तुत किया। विदेशों में रोड शो के उत्साहजनक परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के सदस्यों और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए ‘ट्रिपल टी’ का मंत्र दिया है। ट्रिपल टी यानी ‘ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म। उत्तर प्रदेश इन मंत्रों को आत्मसात कर लगातार आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद यह पहला अवसर है कि जब उत्तर प्रदेश की टीम एक बड़े लक्ष्य के साथ दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित करने वैश्विक भ्रमण पर गई। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का सधा ट्रेडर सदा खुश आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है। यह अत्यंत हर्ष की बात है कि 16 राष्ट्रों में हुए रोड शो से अब तक 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। अकेले यूनाइटेड किंगडम, युनाइटेड एस्टेट ऑफ अमेरिका से चार लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। टीम यूपी के सभी सदस्यों को मेरी बधाई।

ऐतिहासिक होने जा रहा उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023

सीएम योगी ने कहा कि विदेश में रोड शो की इस सफलता से यह सुनिश्चित हो गया है कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट- 2023 प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में बड़ा आधार बनेगा। कुछ वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश में इस प्रकार के सधा ट्रेडर सदा खुश किसी वैश्विक निवेशक आमंत्रण की कल्पना नहीं की जा सकती थी। आज प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में टीम यूपी की नीति सही है, हमारा नियोजन बेहतर है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के लिए हमने 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में यह इन्वेस्टर्स समिट वैश्विक पटल पर ‘ब्रांड यूपी’ को मजबूत बनाने वाला होगा।

इन्वेस्ट यूपी में हर देश के लिए एक डेस्क बनाया जाए

सीएम ने कहा कि विदेशों में जिन कंपनियों/संस्थाओं, औद्योगिक समूहों के साथ एमओयू हुआ है, उनसे लगातार संपर्क बनाए रखें। बेहतर फॉलो-अप के उद्देश्य से हर देश के लिए वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करते हुए इनके नेतृत्व में एक डेडिकेटेड टीम बनाई जाए। यह टीम निवेशकों की जरूरत अपेक्षाओं के अनुसार हर संसाधन उपलब्ध कराएगी। जिन औद्योगिक समूहों के साथ एमओयू प्रक्रियाधीन है, उनसे संवाद करते हुए आवश्यक प्रक्रिया पूरी कराई जाए। आवश्यकतानुसार 15 जनवरी के उपरांत एक बार फिर कुछ देशों में फॉलोअप भ्रमण किया जा सकता है। सभी निवेशकों को फरवरी में प्रस्तावित जीआईएस में आमंत्रित किया जाए। उनके आतिथ्य की समुचित व्यवस्था हो। भविष्य के दृष्टिगत यह जरूरी है कि इन्वेस्ट यूपी में हर देश के लिए एक डेस्क बनाया जाए। यह डेस्क सम्बंधित देश के निवेशकों से सतत संवाद बनाएगी। उनकी जरूरतों के समाधान निकालेगी। नई संभावनाओं को आकार देने का कार्य करेगी।

निवेश प्रस्ताव हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला बनेंगे

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा आज दुनिया के हर देश में हैं। यह एनआरआई युवा अपनी प्रतिभा और क्षमता का लाभ उत्तर प्रदेश को देने को उत्सुक हैं। इन युवाओं को हमें अवसर उपलब्ध कराना होगा। कई देशों में उत्तर प्रदेश के प्रवासियों ने संगठन भी बनाया है। इन संगठनों से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखा जाए। विदेश में जी2जी और बी2जी बैठकों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा आदि क्षेत्रों के साथ-साथ अनेक औद्योगिक समूहों ने गोरखपुर, काशी, प्रयागराज, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर आदि शहरों में निवेश के लिए उत्सुकता जताई है। इन क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए निवेशकों की जरूरत के अनुसार हर संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। हॉस्पिटैलिटी, फूड प्रोसेसिंग, ड्रग्स व फार्मा, मेडिकल डिवाइस, केमिकल, टूरिज्म, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, ईवी बैटरी विनिर्माण, एमएसएमई, दुग्ध, शिक्षा, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, ड्रोन विनिर्माण, कृषि, टेक्सटाइल, स्टील मैन्युफैक्चरिंग, हार्टिकल्चर, वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट, डेटा सेंटर, रिवर बेसिन मैनेजमेंट, आदि सेक्टर में निवेश के लिए विभिन्न औद्योगिक समूहों ने अपने निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। डसाल्ट, सैफरॉन, एयर लिक्विड, थॉमसन,सैंमीना कॉर्पोरेशन, कम्प्यूटिंग, सिलास, एचएमआई ग्रुप, सैमसंग, आइकिया, एरिक्सन, मदरसन, एनटीटी ग्लोबल, मित्सुई, जैसी कंपनियों ने उत्साह दिखाया है। यह निवेश प्रस्ताव हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला बनेंगे।

देश में होने वाले रोड शो के लिए नई टीम बनाई जाए

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से जिस भी देश में ‘टीम यूपी’ गई, हर जगह भारतीय दूतावास का सकारात्मक, सहयोग मिला है। दूतावासों से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। सभी 16 देशों के राजदूतों/उच्चायुक्तों को मेरी ओर से आभार पत्र लिखा जाएगा। विदेशी निवेशकों के साथ-साथ हमें अपने देश के निवेशकों से भी संपर्क करना है। देश के भीतर होने वाले रोड शो के लिए नई टीम बनाई जाए। इसमें स्वतंत्र प्रभार मंत्री और राज्य मंत्री गणों को शामिल किया जाए। देश के भीतर होने वाले रोड शो 15 जनवरी तक सम्पन्न कर लिए जाने चाहिए। उत्तर प्रदेश में पहले से निवेश कर रहे औद्योगिक समूह हमारे ब्राण्ड एम्बेसेडर हैं। इनके अच्छे अनुभवों को हमें अन्य निवेशकों के साथ साझा करना चाहिए।

धनबाद:मर्यादा श्रृंगार और संस्कार है आभूषण, सत्कर्म से मिलती है मुक्ति : सुरेंद्र हरिदास

"अनमोल तेरा जीवन किस ओर जा रहा है" भजन से हुआ श्रीमद् भागवत कथा का समापन

कथा सुनाते सुरेंद्र हरिदासजी महाराज

कथा सुनाते सुरेंद्र हरिदासजी महाराज

Dhanbad : धनबाद ( Dhanbad ) धैया रानी बांध में श्रीमद् भागवत कथा आठवें दिन संपन्न हो गई. पूज्य सुरेन्द्र हरिदास जी महाराज के पावन सान्निध्य में 25 दिसम्बर रविवार को समापन समारोह में विश्व शांति के लिए प्रार्थना की गई. महाराज श्री ने सभी भक्तों को “अनमोल तेरा जीवन किस ओर जा रहा है” भजन सुना कर भक्तों को भाव विभोर कर दिया.

उन्होंने द्वारिका लीला, सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष, श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुनाते हुए कहा कि धर्म के प्रचार के तीन साधन हैं संत, ब्राह्मण और भगवान का मंदिर. परंतु आज कल मनुष्य की श्रद्धा इन सभी चीजों में नहीं है.

बिगड़ना आसान है और बनना मुश्किल

व्यक्ति अगर मर्यादा में न रहे तो वह सब का नाश कर देता है. मर्यादा ही हमारा श्रृंगार है, संस्कार हमारा आभूषण हैं और सत्कर्म ही मुक्ति है. संस्कार विहीन व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता है, वह व्यक्ति चाहे कुछ भी प्राप्त कर ले, पर कभी खुश नहीं रह सकता. मनुष्य को अपना जीवन बर्बाद करने में चंद सेकंड लगता है और जीवन को अच्छा बनाने में समय लगता है. बिगड़ना आसान है और बनना मुश्किल. इसलिए अपनी संस्कृति और संस्कारों का सम्मान करना चाहिए और जीवन को अच्छा और परोपकारी बनाना चाहिए. मनुष्य को वही खाना चाहिए, जिसे वह भगवान को भी अर्पित कर सके. भगवान का प्रसाद खाने से चित्त शुद्ध होता है.

कथा की सफलता में इन भक्तों की भूमिका

कथा सफल करने वाले में सपत्नीक अशोक गुप्ता, सुधा गुप्ता, मुरली मनोहर अग्रवाल, निर्मला देवी, नंदु रजक, उषा रजक, टिंकू सरकार, मीना सरकार, मिहिर दत्ता, अमिता दत्ता, विरेन्द्र भगत केदारनाथ मित्तल, श्याम पांडे, रमेश राय पप्पू सिंह, रंजीत जायसवाल, अमृत सिंह, गोपालनाथ, प्रकाश दे, झूलन सिंह, राजेन्द्र रजक, गोपाल नाग, सुदीप दत्ता, मोनू दीपक, रितेश, संतोष आदि जुटे रहे.

अर्श से फर्श तक पहुंची आईसीआईसीआई की पूर्व एमडी व मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर

शेयर बाजार 17 घंटे पहले (25 दिसम्बर 2022 ,11:45)

अर्श से फर्श तक पहुंची आईसीआईसीआई की पूर्व एमडी व मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर

© Reuters. अर्श से फर्श तक पहुंची आईसीआईसीआई की पूर्व एमडी व मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

मुंबई, 25 दिसम्बर (आईएएनएस)। देश-विदेश के कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित, बैंकिंग क्षेत्र की कभी चमकदार शख्सियत रहीं आईसीआईसीआई बैंक (NS: ICBK ) की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा डी. कोचर का सफर अर्श से फर्श तक पहुंचने का रहा। गौरतलब है कि कोचर को उनके पति दीपक कोचर के साथ ऋण धोखाधड़ी मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। सात साल पहले 3,250 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी के मामले में कें्र दीय जांच ब्यूरो द्वारा कोचर दंपति के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसमें वीडियोकॉन समूह भी शामिल था।

सीबीआई ने चंदा कोचर पर 2009-2011 के बीच उद्योगपति वेणुगोपाल एन. धूत के वीडियोकॉन समूह को अवैध रूप से ऋण स्वीकृत करने का आरोप लगाया है।

सीबीआई ने इससे पहले 2019 में वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, न्यूपॉवर रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड, वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सुप्रीम एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों के अलावा कोचर दंपति और धूत पर केस दर्ज किया था।

सीबीआई ने दावा किया कि वीडियोकॉन समूह को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से 3,250 करोड़ रुपये का ऋण मिलने के बाद धूत ने कथित तौर पर 64 करोड़ रुपये न्यू पावर रिन्यूएबल्स में स्थानांतरित कर दिए, जहां दीपक कोचर की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि कोचर के कारण आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन ग्रुप और अन्य को बैंक की नीतियों के खिलाफ ऋण स्वीकृत किया और बाद में इन्हें गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) घोषित कर दिया गया, जिससे बैंक को नुकसान हुआ और कर्ज लेने वालों को लाभ पहुंचा। जांच के बाद सीबीआई ने इसे धोखाधड़ी करार दिया।

बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि आईसीआईसीआई बैंक ने चंदा के नेतृत्व के दौरान अधिकतम एनपीए की सूचना दी। आरटीआई के तहत पुणे के व्यवसायी प्रफुल्ल शारदा द्वारा मांगी गई जानकारी के मुताबिक 2021 तक यह लगभग 200,000 करोड़ रुपये हो गया था।

पिछले हफ्ते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद को सूचित किया कि आईसीआईसीआई बैंक ने 42,164 करोड़ रुपये के ऋण को बट्टे खाते में डाल दिया है।

2018 की शुरुआत में चंदा छुट्टी पर चली गईं और फिर सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया, जिसे आईसीआईसीआई बैंक ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद कुछ अनियमितताएं सामने आईं।

शिकायतों और मीडिया खुलासों के बाद आईसीआईसीआई बैंक ने अप्रैल 2009 से मार्च 2018 तक चंदा के खिलाफ सभी आरोपों की जांच के लिए जून 2018 में सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश, न्यायमूर्ति बी.एन. श्रीकृष्ण की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की।

रिपोर्ट में कोचेर को आईसीआईसीआई बैंक की आचार संहिता का उल्लंघन करने और बैंक की जरूरतों से उचित तरीके से न निपटने की बात कही गई।

इस रिपोर्ट के बाद आईसीआईसीआई बैंक ने चंदा के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया और बैंक से उनकी सेवानिवृत्ति को बर्खास्तगी घोषित कर बैंक से मिलने वाले सभी लाभों से वंचित कर दिया।

इससे आहत चंदा ने न केवल न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण की रिपोर्ट पर सवाल उठाया बल्कि आईसीआईसीआई बैंक द्वारा बंबई उच्च न्यायालय और बाद में सर्वोच्च न्यायालय में उनकी बर्खास्तगी को चुनौती दी, लेकिन उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा।

इस फैसले के बाद जोधपुर में जन्मी और मुंबई में पढ़ी-लिखी भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की कभी चर्चित शख्सियत रहीं कोचर की प्रतिष्ठा पर गहरा धब्बा लग गया। वह 1984 में एक प्रशिक्षु के रूप में आईसीआईसीआई बैंक में शामिल हुईं और 2001 में कार्यकारी निदेशक बनीं।

चंदा ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए। उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

सीबीआई द्वारा चंदा की गिरफ्तारी उनके शानदार बैंकिंग करियर का त्रासदपूर्ण अंत है।

छोटा भीम दिखाकर सुलाया, फिर दोनों का गला घोटकर फंदे पर झूल गई

छोटा भीम दिखाकर सुलाया, फिर दोनों का गला घोटकर फंदे पर झूल गई

इंदौर। एरोड्रम थाने के पीछे श्री लक्ष्मी नगर में मां की करतूत से ममता शर्मसार हो गई। पति की प्रताड़ना से तंग महिला ने तीन साल के बेटे का गला घोट दिया। निर्ममता ऐसी कि गला तब तक रस्सी से कसा जब तक कि मासूम की सांसें नहीं थम गईं। फिर एक साल की बेटी का गला अपने उसी दुपट्टे से कसा जिसकी छांव में दुधमुंही को सुकून मिलता था। दोनों सोते हुए मासूमों को आधी रात मौत के घाट उतारने के बाद वह खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गई। पुलिस सुसाइड नोट में छोड़ गए सवालों को खंगाल रही है।

मायके वालों को शक है कि पति ने कत्ल किया है। बताया जा रहा है कि इससे पहले बच्चों को सुलाने के लिए उसने छोटा भीम दिखाया था। एरोड्रम पुलिस के अनुसार, पति योगेश जाट के साथ महज तीन महीने पहले ही श्री लक्ष्मी नगर में किराए से रहने आई 26 वर्षीय श्रद्धा जाट ने सोमवार रात सधा ट्रेडर सदा खुश पलंग पर लेटे अपने 3 साल के बेटे जयवीरसिंह का गला रस्सी से घोटकर उसे मार डाला।

इसके बाद पास मे ही लेटी एक साल की बेटी परी को अपने दुपट्टे से गला कसके मार डाला। दोनों ने जब आखिरी सांस ले ली तो उसने पलंग पर कुर्सी रखी और फिर खुद फंदे पर झूल गई। आधी रात को जब मकान मालिक को कुछ शंका हुई और उसने दरवाजे को धक्का दिया तो सारा मंजर दिल दहला देने वाला था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें पति योगेश जाट से विवाद और प्रताड़ना की बात लिखी है। श्रद्धा के मायके वालों ने आरोप लगाया है कि योगेश ने तीनों की हत्या की है।

दो दिन से गायब था पति, फोन भी बंद था

पति से होने वाला रोज-रोज का विवाद हत्या और आत्महत्या की मुख्य वजह बताई जा रही है। घटनाक्रम के दो दिन पहले से ही पति योगेश बिना बताए गायब था। श्रद्धा उसे हर घंटे फोन लगा रही थी, लेकिन फोन बंद था। इसके बाद से वह काफी तनाव में आ गई थी और इतना बड़ा कदम उठा लिया। फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर योगेश के भाई कालू को हिरासत में ले लिया है।

हत्या और आत्महत्या की वजह

मायके वालों का कहना है कि वह कर्ज से परेशान था और हमसे दहेज की मांग करता था, इसलिए बेटी पर इतना दवाब बनाया कि उसे जान देना पड़ी। पुलिस कहती है कि पति ने बहुत ज्यादा प्रताड़ित किया और वह जिंदगी से लड़ने की बजाय बार-बार भाग जाता था।

पति के घरवालों ने जो कहा

भाई कालू का कहना है कि मेरा योगेश और श्रद्धा से ज्यादा संपर्क नहीं था। वैसे भी वे पिछले 3 महीने से अलग ही रह रहे थे।

कुछ ऐसे ही पुराने मामले

1. बच्चों की हत्या कर जैन दंपति ने की थी आत्महत्या

25 जून 2014 को इमली बाजार स्थित नारायण ट्रेड सेंटर में रहने वाले सचिन जैन, उनकी पत्नी रश्मि जैन और बेटे अमन (11) व आदी (6) जैन की लाश मिली थी। सचिन और रश्मि ने पहले बेटों की हत्या की और फिर खुद आत्महत्या कर ली थी।

2. बेटी की हत्या पर हुआ घमासान

बखतगढ़ टावर में 1 सितंबर 2013 को एक साथ डॉ. रोहित द्विवेदी, डॉ. प्रियंका पांडे, सास सावित्री पांडे, ससुर पीसी पांडे और दुधमंुही बेटी सुही की लाश मिली थी। रोहित के सुसाइड नोट के अनुसार घर में हुए विवाद के बाद पत्नी ने बेटी का गला घोटा तो रोहित का खून खोला और उसने पत्नी, सास और ससुर की हत्या कर खुद फांसी लगा ली।

3. बेटे की हत्या कर खुद झूल गई

29 अगस्त 2013 को सिलिकॉन सिटी के श्रेयांसनाथ अपार्टमेंट में रहने वाली किरण गौतम ने पहले अपने 5 साल के बेटे स्वास्तिक की हत्या की और फिर खुद फांसी लगा ली। उसके पास से मिले सुसाइड नोट में पति द्वारा प्रताड़ना की बात सामने आई थी।

दोनों की हत्या के बाद की आत्महत्या

शार्ट पीएम रिपोर्ट के अनुसार सबसे पहले बेटे जयवीर का रस्सी से गला कसा और तब तक रस्सी कसी गई जब तक वह मर नहीं गया। उसके बाद एक साल की बेटी परी का दुपट्टे से गला घोटकर मार डाला। आखिर में उसी रस्सी से श्रद्धा ने फांसी लगाई, जिससे बेटे को मारा था। तीनों की मौत के समय में ज्यादा अंतर नहीं है। -डॉ. भरत वाजपेयी, फोरेंसिक विभागाध्यक्ष, जिला अस्पताल

आखिर कितने समय हुई घटना

रात 12 बजे पुलिस पहुंची तो तीनों की लाशें एक साथ थीं। श्रद्धा ने पहले बच्चों की हत्या करने के बाद खुद आत्महत्या की। यह पूरा घटनाक्रम महज 15 मिनट में हो गया होगा।

दोनों की हत्या में आखिर कितना प्रेशर लगाया

दोनों बच्चे थे, जिनका गला कसने में कोई खास प्रेशर की आवश्यकता नहीं लगी होगी। बस जब तक बच्चों की सांस नहीं थमी तब तक सधा ट्रेडर सदा खुश गला कसा गया होगा। एक-एक ही हत्या में महज 5-5 मिनट लगे होंगे। -डॉ. सुधीर शर्मा, एफएसएल एक्सपर्ट

कोरोना इफैक्ट! बाजार में बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 500 अंक नीचे, निफ्टी भी 18000 के नीचे फिसला

कोरोना का असर बाजार भी देखने को मिल रहा है। निफ्टी ने 18000 के आंकड़ें को तोड़ते हुए नीचे जा गिरा है। सेंसेक्स अब 464 और निफ्टी 150 सधा ट्रेडर सदा खुश अंकों की गिरावट के साथ 17975 अंकों पर ट्रेड कर रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया

नवजीवन डेस्क

कोरोना के डर से भारतीय शेयर बाजार भी डरा हुआ है। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन भी भारी गिरावट के साथ खुला है। इसके अलावा ग्लोबल बाजारों में भी गिरावट का भारतीय बाजार पर असर है। बीएसई सेंसेक्स 314 अंकों की गिरावट के साथ 60,512 अंकों खुला है तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 91 अंकों की गिरावट के साथ 18036 अंकों पर खुला है। लेकिन खुलने के बाद बाजार में गिरावट बढ़ गई। निफ्टी ने 18000 के आंकड़ें को तोड़ते हुए नीचे जा गिरा है। सेंसेक्स अब 464 और निफ्टी 150 अंकों की गिरावट के साथ 17975 अंकों पर ट्रेड कर रहा है।

बाजार में फार्मा और हेल्थकेयर को छोड़ दें तो सभी सेक्टर में गिरावट है। बैंकिंग, आईटी, ऑटो, एफएमसीजी, मेटल्स, एनर्जी जैसे सेक्टर गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉल कैप शेयरों में भी बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 3 शेयर केवल हरे निशान में कारोबार कर रहा है 27 शेयर गिरकर ट्रेड कर रहे। निफ्टी के 50 शेयरों में 10 शेयर तेजी के साथ तो 40 गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।

निवेशकों का बड़ा नुकसान

बाजार में गिरावट के चलते निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। सुबह की गिरावट में बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप में 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट आई है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 277.37 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है जो गुरुवार को 280.53 लाख करोड़ रुपये रहा था।

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