ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार गोल्डमैन ने अपनी फर्म से सलाह कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा लेने वाली क्लाइंट कंपनियों को मुद्रास्फीति के समय में भी साल 2021 में 450 मिलियन डॉलर का रेवेन्यू जेनरेट करने में मदद की, यह लाभ पिछले वर्षों में उनके कमाए लाभ से दोगुना था. लंदन में ट्रेडवेब मार्केट्स इंक के आंकड़ों के अनुसार, मुद्रास्फीति से जुड़े सरकारी बॉन्ड और डेरिवेटिव में साल 2021 का औसत दैनिक व्यापार एक साल पहले की तुलना में 30 प्रतिशत और 2019 के स्तर से दोगुना से अधिक है. जब लाभ कमाने के अन्य स्राेत सूख जाते हैं तो यह इनफ्लेशन ट्रेड ही रेवेन्यू को बचाए रखने में मदद करता है.
क्रूड ऑयल सेक्टर को मुक्त करने के बावजूद ओएनजीसी और ऑयल इंडिया के शेयर औंधे मुंह गिरे, क्या है इसकी वजह?
ओएनजीसी के शेयर शुक्रवार को डे-ट्रेडिंग में 12 फीसदी तक टूटे.
कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली कंपनियों के लिए बिक्री संबंधी पाबंदियां हटाए जाने के बावजूद आज ओएनजीसी और ऑयल इंडिया के . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : July 01, 2022, 12:20 IST
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने पिछले महीने के अंत में घरेलू तेल उत्पादक कंपनियों को डोमेस्टिक मार्केट में अपनी मर्जी से तेल बेचने के लिए मुक्त कर दिया. इससे इन कंपनियों की आय में बढ़ोतरी और उसके साथ शेयरों में तेजी का अनुमान लगाया जा रहा था. हालांकि, 1 जुलाई को दोनों ही शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली. खबर लिखे जाने तक ओएनसीजी करीब 12 कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा फीसदी और ऑयल इंडिया 8 फीसदी से अधिक लुढ़क चुका है.
इस गिरावट के पीछे का कारण केंद्र सरकार द्वारा तेल उत्पादन पर लगाया गया 23,250 रुपये का अतिरिक्त उत्पाद शुल्क है. सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर ऑयल एंड गैस इंडस्ट्री पर विशेष उत्पाद शुल्क या विंडफॉल गेन टैक्स लगा दिया है. इससे घरेलू तेल उत्पादकों और रिफाइनरीज द्वारा कमाए जा रहे अतिरिक्त लाभ में गिरावट आ सकती है.
Petrol-Diesel Price: बहुत जल्द सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल, ये है खास कारण
बहुत जल्द पेट्रोल-डीजल की कीमत में गिरावट आ सकती है. बीते दो सप्ताह में कच्चे तेल के भाव में 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. ऐसे में अब तेल मार्केटिंग कंपनियां इसका फायदा रिटेल उपभोक्ताओं को दे सकती हैं. पेट्रोल-डीजल का भाव इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के भाव पर निर्भर करता है. इसमें तेजी के कारण ही देश के कई शहरों में यह 100 रुपए पार बिक रहा है.
पिछले तीन सप्ताह से कच्चे तेल का भाव स्थिर है. दूसरी तरफ मांग में आई कमी के कारण कच्चे तेल का भाव गिर रहा है. इन्वेस्टिंग डॉट कॉम पर शाम को 5.45 बजे मई डिलिवरी वाला कच्चा तेल 2.87 डॉलर की गिरावट (-4.44%) के साथ 61.75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. 8 मार्च को कच्चे तेल का भाव इंटरनेशनल मार्केट में 71.38 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था. उस हिसाब से इसमें अब तक 13.50 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. कीमत में गिरावट को लेकर कहा जा रहा है कि यूरोप और विश्व के कुछ हिस्सों में कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद कीमत में गिरावट देखी जा रही है.
अमेरिकी कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा तेल में 13 फीसदी की गिरावट
इस समय अमेरिकी WTI क्रूड 2.35 डॉलर की गिरावट (-3.82%) के साथ 59.21 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. 8 मार्च को यह 67.98 डॉलर के स्तर तक पहुंच गया था जो 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर है. उसके मुकाबले इसमें अब तक करीब 13 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. पूरे देश में 27 फरवरी से पेट्रोल और डीजल के रेट में बदलाव कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा नहीं हुआ है.
ओपेक देशों की मनमानी के बीच भारत ने अब धीरे-धीरे ओपेक देशों पर निर्भरता कम करने का फैसला किया है. वह अब अमेरिका से ज्यादा तेल खरीद रहा है. सऊदी अरब भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक था जिसे अमेरिका ने पीछे छोड़ दिया है. अमेरिका इस समय भारत को निर्यात करने के मामले में दूसरे नंबर पर है.
महंगाई में मलाई काट रहे कुछ निवेशक, समझिए क्या है इनफ्लेशन ट्रेडिंग
यूक्रेन विवाद (Russia Ukraine crisis) को लेकर अमेरिका और रूस के बीच में तनाव (America Russia conflict) चरम पर पहुंच गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा और यूक्रेन से अलग होने की घोषणा करने वाले इलाकों पर कई तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए हैं, इनमें बिजनेस-फाइनेंस से जुड़ी पाबंदियां भी शामिल है. इस अंतरराष्ट्रीय हलचल ने दुनिया भर के बाजारों पर असर डाला कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा है.
मुद्रास्फीति (Inflation) के आंकड़े पहले से ही लगातार बिगड़ रहे हैं और अब इसके और भी ऊंचे स्तर तक जाने की आशंका है. मुद्रास्फीति यानी इन्फ्लेशन का नाम वैसे तो पूरी दुनिया के लिए चिंता पैदा करने वाला होता है, पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सक्रिय कुछ फंड मैनेजर्स का एक छोटा समूह ऐसा भी है जिसके लिए मुद्रास्फीति एक बड़ा अवसर बन जाती है.
विपरीत हालात में रेवेन्यू दोगुना
इनफ्लेशन ट्रेडिंग यानि मुद्रास्फीति के मुश्किल समय कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा में व्यापार एक ऐसी विशेषज्ञता वाला क्षेत्र हो गया है, जो दुनिया के कई बड़े बैंकों और हेज फंडों के लिए बहुत ही आकर्षक हो कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा गया है. गोल्डमैन सैश ग्रुप एक ऐसा ही ग्रुप है, जो मुद्रास्फीति के कठिन समय में ट्रेडिंग करने इस अत्यंत दुरुह कला में अग्रणी बन चला है.
38 वर्षीय निखिल चोरारिया लंदन में गोल्डमैन सैश ग्रुप कंपनी का कामकाज देखते हैं. वह अपने क्लाइंट्स के आगे ऐसे वित्तीय मॉडल डालते हैं, जो मुद्रास्फीति के समय में होने उतार-चढ़ावों का रिस्क कम कर उनको लाभ पीटने में मदद करते हैं. पिछले सालों में निखिल और उनकी टीम ने दशकों की सबसे बड़ी मुद्रास्फीति के दौर में भी ट्रेड में लाभ कमाने के मौके निकाल ही लिए. उनके तरीके वैश्विक अर्थव्यवस्था को चकित करने वाले रहे और कई बड़े सेंट्रल बैंकों के कर्ताधर्ताओं की आंखें तो उनके एडवाइज किए मॉडल देख चौंधिया ही गईं हैं. चोरारिया 2007 से गोल्डमैन में हैं और 2018 में उन्हें पार्टनर के रूप में पदोन्नत किया गया था. वह यहां मुद्रास्फीति डेस्क के प्रमुख हैं.
Gold Silver Rate Today 4 March 2022: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सोने-चांदी में कैसे कमाएं मुनाफा, जानिए यहां
Gold Silver Rate Today 4 March 2022: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर नरम रुख अपनाने और सुरक्षित निवेश मांग की वजह से सोने-चांदी में मजबूती दर्ज की जा रही है. बीते सत्र में विदेशी और घरेलू वायदा बाजार यानी MCX पर सोना-चांदी मजबूती के साथ बंद हुए थे. जानकारों का कहना है कि सुरक्षित निवेश मांग की वजह से बुलियन को लगातार सपोर्ट मिल रहा है. लगातार बढ़ती वैश्विक ईंधन और अनाज की कीमतें महंगाई को बढ़ाने में आग में घी का काम कर रही हैं. जानकार कहते हैं कि निवेशक अब जोखिम वाले उत्पादों को छोड़कर एक बार फिर सुरक्षित निवेश के साधनों की ओर रुख कर रहे हैं.
क्या है सरसों तेल का बिजनेस (What is mustard oil business)
अगर आप इस बिजनेस की शुरुआत करते हैं, तो आपको सरसों के दानों से तेल निकालकर बाजार में बेचना होगा. किसानों से आप सरसों के बीज थोक में भी खरीद सकते हैं. इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले एक मिल खोलनी होगी, जिसमें करीब 1 से 2 लाख रुपए का निवेश करना होगा. इसके साथ ही आपको बिजनेस से जुड़ी सभी छोटी-बड़ी जानकारी हासिल करनी होगी. अगर आप मिल, मशीन औऱ सरसों के बीज की अच्छी जानकारी रखते हैं, तो सरसों से तेल निकालने का बिजनेस सफल साबित होगा.
सरसों तेल की मिल ऐसी जगह लगाएं, जहां आस-पास बड़ा मार्केट हो, साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगह हो. ध्यान रहे कि इस जगह पर ट्रांसपोर्टेशन की उचित सुविधा भी हो. अगर मिल के आस-पास किसान सरसों कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा की खेती करते हैं, तो यह आपके बिजनेस के लिए बहुत अच्छा होगा.
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