Commodity Market को सरल शब्दों में कच्चे माल का बाजार कहा जा सकता है। यहाँ पर वैसे उत्पाद जो की या तो कृषि, प्रकृति, या अन्य उन्ही तरह के उत्पाद को BUY ( खरीद ) या SELL ( बेच ) सकते हैं। जैसे की –
लौह अयस्क ( METAL ) – ZINC, COPPER, इत्यादि
क्रूड आयल ( PETROLEUM PRODUCTS )
इलाइची ( CARDAMOM ), रुई (COTTON) इत्यादि।
शेयर मार्केट को कौन रेगुलेट करता है Stock Market Regulator in Hindi
नमस्ते, दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको (Securities and Exchange Board of India- SEBI) के बारे में समझाया है की SEBI क्या है और यह stock market में क्या कार्य करता है. स्टॉक मार्किट में रेगुलेटर क्या होता है? स्टॉक मार्किट में रेगुलेटर क्यों जरुरी है? यदि आप इस लेख को पूरा पढ़ते है तो आपको अन्य किसी वेबसाइट या यूटूबे विडियो देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी..
दोस्तों यदि अप शेयर मार्किट के बारे में थोड़ा भी जानते है तो आपको पता होगा की कंपनी में इन्वेस्ट करने का ऐसा आप्शन है जहाँ महंगाई की कीमत से ज्यादा कंपनी return देने की छमता रखती है. अब सवाल ये उठता है की share market में इन्वेस्ट कैसे करे? लेकिन इसे भी ज्यादा जरुरी यह है की इक्विटी/कंपनी में इन्वेस्ट कौन-कौन से लोग करते है? यह सारा सिस्टम किस तरह से कार्य करता है?
भारत के मुख्य stock exchange कौन से है?
भारत के सबसे मुख्य स्टॉक एक्सचेंज है- (Bombay Stock Exchange) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज – BSE, (National Stock Exchange) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज- NSE इसके अलावा कई स्टॉक एक्सचेंज है जैसे- बैंगलोर स्टॉक एक्सचेंज, मद्रास स्टॉक एक्सचेंज, क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज पर अब ना के बराबर लोग हिस्सा लेते हैं.
शेयर मार्किट में एक व्यक्ति से लेकर बहुत सी कंपनी भी स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है इन्वेस्ट करती है जो भी मार्किट में share को बेचता/खरीदता है उसे market participants कहा जाता है. इनको कई केटेगरी में बाँट दिया है. उनमे से कुछ केटेगरी को सरल भाषा में समझाया गया है. stock market regulator in hindi
- DomesticRitailParticipants– भारत में रहने बाले जैसे की आप और हम.
- NRIऔरOCI– जो लोग दूसरे देश में रहते है.
- DomesticInstitutions– इसमें काफी बड़ी-बड़ी कंपनी आती है जैसे की LIC (Life Insurance Company of India)
- AssetManagementCompanies– इसमें SBI, DSP ब्लैक रॉक, फिडेलटी इन्वेस्टमेंट्स HDFC, AMC आदि घरेलु म्यूचुअल फंड कंपनी होती है.
- Foreign Institutional Investers- इसमें विदेश की कंपनिया और स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है विदेश एसेट मैनेजमेंट कंपनिया, हेज फंड आदि.
Share market में रेगुलेटर क्या होता है?
भारत में शेयर मार्किट की सिक्योरिटीज के लिए SEBI (The Securities and Exchange Board of स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है India) रेगुलेटर है.
जिसको हम सब सेबी के नाम से भी जानते है इसका मुख्य उद्देश्य छोटे-छोटे investers की सुरक्षा करना है. दूसरे शब्दों में कहा जाये तो, ऐसे कई बड़े इन्वेस्टर/कंपनी बाले होते है जो अधिक मुनाफे के चक्कर में कोई बड़ा खेल खेल जाते है ऐसे में नय इन्वेस्टर और छोटी कंपनी वालों को पैसे कमाने का अबसर ख़त्म ना हो जाये.
Stock Market/Share Market क्या है ?
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Share Market/Stock Market को आप के ऐसे बड़े दुकान की तरह ले सकते हैं जिसके कई मालिक हैं। और जितने भी Owner आएंगे, सभी की अपनी हिस्सेदारी रहेगी।
अब मानो की आपने स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है भी उस दुकान में अपने पैसे लगाए हैं तो आपको भी कुछ हिस्सा ओनर की तरह मिल जायेगा। इसी हिस्से को शेयर बोलते हैं। और जब-जब उस दुकान को फ़ायदा होगा तब-तब आपको भी फायदा होगा। और इसके उलट जब भी नुकसान होगा तो आपको भी नुकसान झेलना होगा।
Stock Market/Share Market exchange कितने तरह के होते हैं –
नेशनल stock एक्सचेंज , इंडिया
भारत में मूलतः दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं। पहला और सबसे बड़ा है NSE और दूसरा BSE।
NSE का अर्थ है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।
BSE का अर्थ है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज।
कोई कंपनी कैसे Share Market/Stock Market में listed होती है ?
किसी भी कंपनी के Stock Market में listed होने के लिए कुछ Rules बने होते हैं। स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है जैसे –
1 कंपनी को IPO ( इनिशियल पब्लिक ऑफर ) में रजिस्टर्ड होना जरुरी है जो की Indian Government के आधीन आती है।
2 उस कंपनी का ३ से ५ साल का रिकॉर्ड देखा जाता है। उस कंपनी का कोई डिफाल्टर लिस्ट में नाम नहीं होना चाहिए।
3 कंपनी का सभी financial रिकॉर्ड, प्रोजेक्ट्स इत्यादि सारी जानकारी जमा करनी पड़ती है।
4 इन सब के बाद उसका रिकॉर्ड सेबी के पास भेजा जाता है जो की Central Government के स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है आधीन आती है।
5) तत्पश्चात उसका एक मूल्य निर्धारित किया जाता है।
6 ये वही Price होती है जो हमें BUY या SELL प्राइस के तौर पर दिखता है और जो की उस कंपनी के मार्किट वैल्यू के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
शेयर क्या होता है? (Share Kya Hota Hai)
किसी कंपनी के कुल स्वामित्व लाखो-करोडों टुकरे में बंटे होते है स्वामित्व का हर एक टुकरा या अंश शेयर कहलाता है. जिसके पास जितना ज्यादा टुकरा उतनी ही ज्यादा उसकी उस कंपनी में हिस्सेदारी इस हिस्सेदारी को लोग खरीद और बेच भी सकते है भारत में दो सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज है पहला बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दूसरा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
किसी भी कंपनी के हिस्सेदारी को एक शेयर होल्डर ही खरीदता है और बड़े उम्मीद के साथ लंबे समय तक होल्ड करके रखते है शेयर होल्डर कहलाता है. एक शेयर होल्डर ही होता है जो शेयर को खरीदता स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है है और मुनाफा कमाता है अगर आसान शब्दों में कहू तो जो व्यक्ति किसी कंपनी या संस्थान के हिस्सेदारी को खरीदता है वह कंपनी या संस्थान के हिस्सेदार बन स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है जाते है अर्थात शेयर का मालिक बन जाते है जो व्यक्ति उस शेयर को खरीदता है वो शेयर होल्डर कहलाता है
कंपनी क्यों करती है अपनी शेयर जारी
आपको में एक उदाहरण के द्वारा समझाता हु माना की आपकी कंपनी xyz है जो T-Shirt बनाती है स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है जिसको शुरु करने में 1Cr रुपया लगा और वह xyz कंपनी एक महीने में 10000 टी-शर्ट बनाती है जो लोगो के द्वारा काफी पसंद किए जाते है उन टी-शर्ट का डिमांड मार्केट में काफी ज्यादा है तो कम्पनी के एक प्लांट से उतना टी-शर्ट नहीं बन पाता है तो कंपनी एक और प्लांट खोलना चाहती है जिसके लिए उन्हें फिर से एक करोड़ चाहिए तो वह कंपनी दो काम कर सकती है पहला अपने फ्रेंड, फेमिली या बैंक से कर्ज ले सकती है और दूसरा पब्लिक से पैसा ले सकती है, जब कंपनी पब्लिक से पैसा लेती है तो पब्लिक को कंपनी का स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है शेयर दिया जाता है यही कारण है की कंपनी अपनी शेयर को मार्केट में इशू करती है
वैसे तो शेयर के बहूत से प्रकार है परन्तु मुख्यतः शेयर के तीन प्रकार होते है
इक्विटी शेयर Equity Share : इक्विटी शेयर को सामन्य शेयर के रूप में जाना जाता है ये शेयर केआप प्रकार में से एक है स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी जब अपना शेयर मार्केट में इशू करती है तो उन शेयर को इक्विटी शेयर कहा जाता है
शेयर कैसे ख़रीदे (Share Kaise Kharide)
किसी भी स्टॉक में निवेश करने के लिए आपके पास Demate Account होना आवश्यक है demate अकाउंट आप किसी भी ब्रोकर की सहायता से खुलवा सकते है तभी आप किसी भी कंपनी में निवेश कर पाएंगे
जब हमें किसी भी कंपनी का स्टॉक खरीदना होता है तो हम सीधे कंपनी पर इन्वेस्ट नहीं कर सकते है किसी ब्रोकर की सहायता से इन्वेस्ट करना होता है आप से कुछ वर्ष पहले जब इन्टरनेट उतना पोपुलर नहीं था तब किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए चार से पांच माह लग जाता था परन्तु आज जब हमारा पूरा प्लानेट डिजिटल हो रहा है गया है जहाँ एक शेयर को खरीदने के लिए 4 से 5 माह लगते थे वही आज कुछ मिनटों में किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते है
आज बहूत सारे मार्केट में ब्रोकर है स्टॉक एक्सचेंज का सही मतलब क्या होता है जो demat account खोल देते है जिसमे कुछ फ्री होते है तो कुछ चार्ज करते है जिनका लिंक नीचे दिया गया है जहाँ से आप demat account खोल सकते है
इसका मतलब क्या होता है जब कोई सूचकांक या स्टॉक एक मृत्यु क्रॉस दर्शाता है?
यह पता लगाएं कि इसका मतलब है कि जब एक इंडेक्स, स्टॉक या एक्सचेंज अपने अल्पकालिक और दीर्घकालिक चलती औसत के बीच एक मौत के पार पैटर्न प्रदर्शित करता है।
स्टॉक एक्सचेंजों को दिए एक नोटिस में सुजलॉन एनर्जी ने कहा कि 3 रुपये के प्रीमियम के साथ नए शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 11, 2022, 12:26 IST
सुज़लॉन एनर्जी का एक राइट इश्यू शेयर 5 रुपये में खरीद सकते हैं.
वर्तमान में सुज़लॉन एनर्जी के एक शेयर के कीमत करीब 7.40 रुपये है.
कंपनी पूंजी जुटाने के लिए नए शेयर लाती है तो उसे राइट इश्यू कहते हैं.
नई दिल्ली. सुजलॉन एनर्जी ने आज 1,200 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू लॉन्च कर रही है. सुजलॉन एनर्जी के सभी ऐसे शेयर होल्डर, जो इसे खरीदने के दायरे में आते हैं वे 21 शेयरों पर 5 राइट इश्यू शेयर खरीद सकते हैं. इस तरह शेयरों बिक्री से कंपनी 1,200 करोड़ रुपये जुटाएगी. नए शेयरों की लिस्टिंग 3 नवंबर को होगी, जबकि आवंटन की तारीख 31 अक्टूबर है.
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