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Trading से पैसे कैसे कमाते हैं | Trading Se Paise Kaise Kamaye 2022
इस पोस्ट में जानेंगे – ट्रेडिंग क्या है ( Trading क्यों scalping अपने नाम मिल गया? kya hai ), ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है ( Types of Trading in hindi ), Trading से पैसे कैसे कमाए (Trading Se Paise Kaise Kamaye).
Trading के बारे में आपके सारे Confusion को दूर करने के लिए हमने यह पोस्ट आपके लिए लिखा है। इस लेख में आपको पूरी जानकारी जानने को मिलेगा कि ट्रेडिंग क्या है, ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग कैसे की जाती है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमायें जाते हैं (Trading Se Paise Kaise Kamaye) तथा कुछ Best Trading App के बारे में भी आपको इस लेख में जानने को मिलेगा।
शेयर मार्केट में Trading करना और Trading से पैसे कमाना आज के समय में एक सामान्य बात हो गयी है, मोबाइल में अनेक प्रकार के Trading App हैं जिससे यूजर आसानी से Trading कर सकते हैं और पैसे कमा सकते है। अगर आप शेयर मार्किट बारे में विशेष कुछ नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि – नए लोग शेयर बाजार से पैसा कैसे कमाए (Must read)
ट्रेडिंग क्या है ( Trading kya hai ).
सामान्य तौर पर ट्रेडिंग का मतलब क्रय और विक्रय से हैं, जब हम किसी चीज को खरीदते हैं और उसे बेच देते हैं इस प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. हमारे आसपास हम बहुत सी चीजों को देखते हैं जो किसी ना किसी के द्वारा खरीदी बेची जाती है, वह सभी लोग जो इन चीजों के क्रय विक्रय में शामिल होते हैं ट्रेडर कहलाते हैं।
इसी प्रकार स्टॉक मार्केट में जब आप शेयरों की खरीदारी और विक्रय करते हैं तब आप शेयर मार्केट में एक ट्रेडर कहलाते हैं, और आपके द्वारा की गई क्रिया जिसमें आप शेयर को खरीदते हैं और बेचते हैं ट्रेडिंग कहलाती है।
” शेयर मार्केट दो तरह से पैसा लगाया जाता है, एक है निवेश तो दूसरा ट्रेडिंग। सेम डे या शार्ट टर्म के लिए किसी शेयर के क्रय-विक्रय की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं। “
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है ( Types of Trading in hindi )
Share Market में trading को चार भागों में विभाजित किया गया है।
- इंट्रा-डे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )
- स्विंग ट्रेडिंग या शार्ट टर्म ट्रेडिंग (Swing Trading or Short Term Trading )
- स्कैल्पर ट्रेडिंग ( Scalper Trading)
- पोज़िशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )
Intraday Trading क्या क्यों scalping अपने नाम मिल गया? है?
Intraday Trading में एक ही दिन में शेयर खरीद कर उसे बेच दिया जाता है, यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो Market (9:15 am) के खुलने के बाद शेयर खरीद लेते हैं और मार्केट बंद (3:30 pm) होने से पहले शेयर को बेच देते है। ऐसे ट्रेडर्स को इंट्रा-डे ट्रेडर्स कहा जाता है। बता दू कि इसे डे-ट्रेडिंग, MIS (Margin Intra day Square off) आदि भी कहते है।
Stock Market/Share Market क्या है ?
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Share Market/Stock Market को आप के ऐसे बड़े दुकान की तरह ले सकते हैं जिसके कई मालिक हैं। और जितने भी Owner आएंगे, सभी की अपनी हिस्सेदारी रहेगी।
अब मानो की आपने भी उस दुकान में अपने पैसे लगाए हैं तो आपको भी कुछ हिस्सा ओनर की तरह मिल जायेगा। इसी हिस्से को शेयर बोलते हैं। और जब-जब उस दुकान को फ़ायदा होगा तब-तब आपको भी फायदा होगा। और इसके उलट जब भी नुकसान होगा तो आपको भी नुकसान झेलना होगा।
Stock Market/Share Market exchange कितने तरह के होते हैं क्यों scalping अपने नाम मिल गया? –
नेशनल stock एक्सचेंज , इंडिया
भारत में मूलतः दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं। पहला और सबसे बड़ा है NSE और दूसरा BSE।
NSE का अर्थ है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।
BSE का अर्थ है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज।
कोई कंपनी कैसे Share Market/Stock Market में listed होती है ?
किसी भी कंपनी के Stock Market में listed होने के लिए कुछ Rules बने होते हैं। जैसे –
1 कंपनी को IPO ( इनिशियल पब्लिक ऑफर ) में रजिस्टर्ड होना जरुरी है जो की Indian Government के आधीन आती है।
2 उस कंपनी का ३ से ५ साल का रिकॉर्ड देखा जाता है। उस कंपनी का कोई डिफाल्टर लिस्ट में नाम नहीं होना चाहिए।
3 कंपनी का सभी financial रिकॉर्ड, प्रोजेक्ट्स इत्यादि सारी जानकारी जमा करनी पड़ती है।
4 इन सब के बाद उसका रिकॉर्ड सेबी के पास भेजा जाता है जो की Central Government के आधीन आती है।
5) तत्पश्चात उसका एक मूल्य निर्धारित किया जाता है।
6 ये वही Price होती है जो हमें BUY या SELL प्राइस के तौर पर दिखता है और जो की उस कंपनी के मार्किट वैल्यू के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
Stock Market में Share कितने तरह के होते हैं-
Common Share-
वैसे शेयर जिसे कोई भी खरीद बेच सकता है उसे कॉमन शेयर कहते हैं।
ऐसे शेयर्स प्रॉफ़िट्स तोह बहुत दे सकते यहीं पर उतना हिन् रिस्क फैक्टर रहता है|
Preferential Share –
ऐसे शेयर्स मूलतः खास होते हैं और कुछ चुनिंदा लोगों को हिन् जारित की जातीं हैं।
जैसे की किसी ऑफिस के एम्प्लाइज, ज्यादा मुनाफा देने के लिए, आपसी समझौते के लिए इत्यादि।
Ready made Share –
कुछ कम्पनीज अपने शेयर होल्डर्स को प्रॉफिट का हिस्सा न दे कर उन्हें अपने कुछ शेयर्स दे देती है। इसे डिविदेनेड शेयरिंग भी कहा जाता है।
क्यों बढ़ेगी बिटकाॅइन की कीमत और घटेगी रूपए की कीमत? (Will Bitcoin’s Value Appreciate And Rupee’s Value Depreciate With Time?
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Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
बिटकॉइन और पैसे के बीच में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो बिटकॉइन को दुनिया की किसी भी मुद्रा से बेहतर और सबसे ज्यादा तेज़ गति से बढ़ने वाला निवेश बनती है।इस एक आर्टिकल में जानते हैं कुछ खास बातें मुद्रा और बिटकॉइन के बारे में।
बिटकॉइन की क्यों scalping अपने नाम मिल गया? संख्या निर्धारित और मुद्रा की नहीं
किसी भी देश की मुद्रा पर सौ प्रतिशत नियंत्रण उस देश के केंद्रीय बैंक और सरकार का होता है और यही केंद्रीय नेतृत्व देश की मुद्रा से सम्बंधित सभी तरह के निर्णय लेता है।इस की सबसे बड़ी समस्या यह है की यह केंद्रीय नेतृत्व अपनी सुविधा और जरुरत के अनुसार जितना चाहे उतनी मुद्रा को बना सकते हैं,यह आमतौर पर देश की अर्थव्यवस्था को सही रूप से चलाने के लिए किया जाता है।लेकिन इस से एक बहुत बड़ी समस्या पैदा होती है और वह है मुद्रा की कीमत में गिरावट।आज से 30-40 साल पहले भारत में एक पैसा,दो पैसा,तीन पैसा,पांच पैसा,दस पैसा,बीस पैसा,पचीस पैसा और पचास क्यों scalping अपने नाम मिल गया? पैसा भी बाजार में प्रचलन में था लेकिन आज रिज़र्व बैंक ने इन सभी सिक्कों को बनाना बंद कर दिया है और इसका कारण है रुपए की घटती हुई कीमत।आज एक रुपए से निचे के सिक्के से कुछ नहीं ख़रीदा जा सकता और जैसे जैसे समय आगे बढ़ेगा वैसे वैसे और मुद्रा छपेगी और रुपए की कीमत गिरती चली जाएगी।यही एक कारण है की भारत में दो हज़ार का नोट भी छापा गया जबकि अमेरिका जैसे देश में सौ डॉलर से बड़ा नोट नहीं छपता।अगर आप अफगानिस्तान,इंडोनेशिया या कुछ और देशों में देखेंगे तो आपको यहाँ बहुत बड़ी कीमत के नोट भी देखने को मिल जाते हैं क्योंकि इन देशों की मुद्रा की कीमत बहुत कम है।
मुद्रा की नकल लेकिन बिटकॉइन की नहीं
बिटकॉइन की कीमत के बढ़ने का कारण इसे हैक न कर पाना और इसकी नकल न कर पाना भी है।बिटकॉइन नेटवर्क को हैक कर पाना लगभग असंभव है क्योंकि बिटकॉइन नेटवर्क को माइनर्स CPU से सुरक्षा देते हैं और बिटकॉइन नेटवर्क को हैक या नकली ब्लॉकचेन बनाने के लिए आज तक बने सभी ब्लॉक को दोबारा बनाना होगा और आज की ब्लॉकचेन से ज्यादा हैश पावर बनानी होगी लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि एक ब्लॉक अगर 10 मिनिट से पहले बनता है तो डिफीकल्टी बढ़ती जाएगी और मुख्य चेन की बराबरी असंभव हो जएगी।इस कारण से बिटकाॅइन की नकल असंभव है जबकि किसी भी देश की मुद्रा की नकल करना आसान है और लगभग हर देश की नकली मुद्रा बाजार में है और यह भी एक कारण है मुद्रा की कीमत के निचे गिरने का।
किसी भी देश की सरकार के पास यह अधिकार होता है की वह अपने द्वारा संचालित मुद्रा को कभी भी बंद कर सकती है और उसमे बदलाव कर सकती है।ऐसा समय से साथ साथ हर देश में होता आया है जबकि बिटकॉइन नेटवर्क विकेन्द्रीयकरण होने के कारण बिटकॉइन को न तो रोका जा सकता है और न ही बैन किया जा सकता है।यह एक बहुत बड़ा कारण है की एक समझदार निवेशक जिसे बिटकॉइन की जानकारी है वह सुरक्षित निवेश के लिए हमेशा बिटकॉइन को चुनेगा और जैसे जैसे लोगों को इसकी जानकारी होगी और बिटकॉइन में निवेश बढ़ेगा वैसे वैसे बिटकॉइन की कीमत भी ऊपर की तरफ बढ़ती जाएगी।
क्यों बढ़ेगी बिटकाॅइन की कीमत और घटेगी रूपए की कीमत? (Will Bitcoin’s Value Appreciate And Rupee’s Value Depreciate With Time?
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Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
बिटकॉइन और पैसे के बीच में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो बिटकॉइन को दुनिया की किसी भी मुद्रा से बेहतर और सबसे ज्यादा तेज़ गति से बढ़ने वाला निवेश बनती है।इस एक आर्टिकल में जानते हैं कुछ खास बातें मुद्रा और बिटकॉइन के बारे में।
बिटकॉइन की संख्या निर्धारित और मुद्रा की नहीं
किसी भी देश की मुद्रा पर सौ प्रतिशत नियंत्रण उस देश के केंद्रीय बैंक और सरकार का होता है और यही केंद्रीय नेतृत्व देश की मुद्रा से सम्बंधित सभी तरह के निर्णय लेता है।इस की सबसे बड़ी समस्या यह है की यह केंद्रीय नेतृत्व अपनी सुविधा और जरुरत के अनुसार जितना चाहे उतनी मुद्रा को बना सकते हैं,यह आमतौर पर देश की अर्थव्यवस्था को सही रूप से चलाने के लिए किया जाता है।लेकिन इस से एक बहुत बड़ी समस्या पैदा होती है और वह है मुद्रा की कीमत में गिरावट।आज से 30-40 साल पहले भारत में एक पैसा,दो पैसा,तीन पैसा,पांच पैसा,दस पैसा,बीस पैसा,पचीस पैसा और पचास पैसा भी बाजार में प्रचलन में था लेकिन आज रिज़र्व बैंक ने इन सभी सिक्कों को बनाना बंद कर दिया है और इसका कारण है रुपए की घटती हुई कीमत।आज एक रुपए से निचे के सिक्के से कुछ नहीं ख़रीदा जा सकता और जैसे जैसे समय आगे बढ़ेगा वैसे वैसे और मुद्रा छपेगी और रुपए की कीमत गिरती चली जाएगी।यही एक कारण है की भारत में दो हज़ार का नोट भी छापा गया जबकि अमेरिका जैसे देश में सौ डॉलर से बड़ा नोट नहीं छपता।अगर आप अफगानिस्तान,इंडोनेशिया या कुछ और देशों में देखेंगे तो आपको यहाँ बहुत बड़ी कीमत के नोट भी देखने को मिल जाते हैं क्योंकि इन देशों की मुद्रा की कीमत बहुत कम है।
मुद्रा की नकल लेकिन बिटकॉइन की नहीं
बिटकॉइन की कीमत के बढ़ने का कारण इसे हैक न कर पाना और इसकी नकल न कर पाना भी है।बिटकॉइन नेटवर्क को हैक कर पाना लगभग असंभव है क्योंकि बिटकॉइन नेटवर्क को माइनर्स CPU से सुरक्षा देते हैं और बिटकॉइन नेटवर्क को हैक या नकली ब्लॉकचेन बनाने के लिए आज तक बने सभी ब्लॉक को दोबारा बनाना होगा और आज की ब्लॉकचेन से ज्यादा हैश पावर बनानी होगी लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि एक ब्लॉक अगर 10 मिनिट से पहले बनता है तो डिफीकल्टी बढ़ती जाएगी और मुख्य चेन की बराबरी असंभव हो जएगी।इस कारण से बिटकाॅइन की नकल असंभव है जबकि किसी भी देश की मुद्रा की नकल करना आसान है और लगभग हर देश की नकली मुद्रा बाजार में है और यह भी एक कारण है मुद्रा की कीमत के निचे गिरने का।
किसी भी देश की सरकार के पास यह अधिकार होता है की वह अपने द्वारा संचालित मुद्रा को कभी भी बंद कर सकती है और उसमे बदलाव कर सकती है।ऐसा समय से साथ साथ हर देश में होता आया है जबकि बिटकॉइन नेटवर्क विकेन्द्रीयकरण होने के कारण बिटकॉइन को न तो रोका जा सकता है और न ही बैन किया जा सकता है।यह एक बहुत बड़ा कारण है की एक समझदार निवेशक जिसे बिटकॉइन की जानकारी है वह सुरक्षित निवेश के लिए हमेशा बिटकॉइन को चुनेगा और जैसे जैसे लोगों को इसकी जानकारी होगी और बिटकॉइन में निवेश बढ़ेगा वैसे वैसे बिटकॉइन की कीमत भी ऊपर की तरफ बढ़ती जाएगी।
Stock Market में Share कितने तरह के होते हैं-
Common Share-
वैसे शेयर जिसे कोई भी खरीद बेच सकता है उसे कॉमन शेयर कहते हैं।
ऐसे शेयर्स प्रॉफ़िट्स तोह बहुत दे सकते यहीं पर उतना हिन् रिस्क फैक्टर रहता है|
Preferential Share –
ऐसे शेयर्स मूलतः खास होते हैं और कुछ चुनिंदा लोगों को हिन् जारित की जातीं हैं।
जैसे की किसी ऑफिस के एम्प्लाइज, ज्यादा मुनाफा देने के लिए, आपसी समझौते के लिए इत्यादि।
Ready made Share –
कुछ कम्पनीज अपने शेयर होल्डर्स को प्रॉफिट का हिस्सा न दे कर उन्हें अपने कुछ शेयर्स दे देती है। इसे डिविदेनेड शेयरिंग भी कहा जाता है।
Commodity Market को सरल शब्दों में कच्चे माल का बाजार कहा जा सकता है। यहाँ पर वैसे उत्पाद जो की या तो कृषि, प्रकृति, या अन्य उन्ही तरह के उत्पाद को BUY ( खरीद ) या SELL ( बेच ) सकते हैं। जैसे की –
लौह अयस्क ( METAL ) – ZINC, COPPER, इत्यादि
क्रूड आयल ( PETROLEUM PRODUCTS )
इलाइची ( CARDAMOM ), रुई (COTTON) इत्यादि।
EQUITY मार्किट किसी कंपनी के आम स्टॉक होते हैं। उनकी आधिकारिक मूल्य को स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा निर्धारित किया जाता है और उसी के ऊपर उसका सारा व्यापार होता है।
Commodity की एक्सपायरी होती है पर EQUITY को आप जब तक चाहे तब तक रख सकते हैं।
आगे चलकर हम किसी अन्य लेख में कमोडिटी और इक्विटी पर विस्तार से बातें करेंगे।
Shares / Stocks कैसे खरीदें-
Share Market क्या है ?
जैसा की ऊपर हमने बताया की ये एक मार्किट हीं है। तो अब इससे आप Shares कैसे खरीद सकते हैं ?
Stock Market से शेयर्स खरीदने के लिए आपको एक Broker की जरुरत पड़ेगी। ये Brokers आपकी एक DEMAT अकाउंट बनाएँगे और उसी पर सभी जानकारी आपको मिल जाएगी। जैसे कंपनी की PRICE क्या है और वह किस तरह का मुनाफा दे रही है।
हालाँकि अब के समय में कई तरह के DISCOUNT BROKERS आ गए हैं जैसे – Zerodha , Upstox,आदि।
आपको अगर इनसे related विस्तार पूर्वक जानना होगा की कौन सा BROKER आपके लिए सही है तो जरूर पूछें। जरुरत होगी तो मैं एक दूसरे आर्टिकल में इसे भी समझा दूंगा।
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