1 म.बी.ए प्रोग्राम्स में जोखिम प्रबंधन में अलकबेन्डस, स्पेन 2023

जोखिम प्रबंधन की पहचान, प्राथमिकता और वित्तीय जोखिम का आकलन करना शामिल है। छात्र व्यवसायों अनिश्चितता को कम करने से अपने लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करना सीखो। इस प्रक्रिया में, विशेष संसाधन, को कम करने को नियंत्रित करने और संभव नुकसान या दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की निगरानी के लक्ष्य के साथ लागू कर रहे हैं।

स्पेन, आधिकारिक तौर पर स्पेन का राज्य, एक संप्रभु राज्य और यूरोपीय संघ का एक सदस्य राज्य है। यह दक्षिण-पश्चिमी यूरोप में इबेरियन प्रायद्वीप पर स्थित है। स्पेनिश विश्वविद्यालय अपनी स्वयं की डिग्री के एक्सेस को विनियमित करते हैं और अकादमिक शुल्क तय करते हैं। वे अनौपचारिक स्नातकोत्तर डिग्री भी प्रदान कर सकते हैं। राजधानी शहर मैड्रिड में संभवतः किसी भी यूरोपीय शहर के मुकाबले प्रति व्यक्ति बार की संख्या सबसे बड़ी है और एक बहुत ही सक्रिय नाइटलाइफ़ है।

आपदा प्रबन्धन

आपदा के खतरे जोखिम एवं शीघ्र चपेट में आनेवाली स्थितियों के मेल से उत्पन्न होते हैं। यह कारक समय और भौगोलिक – दोनों पहलुओं से बदलते रहते हैं। जोखिम प्रबंधन के तीन घटक होते हैं। इसमें खतरे की पहचान, खतरा कम करना (ह्रास) और उत्तरवर्ती आपदा प्रबंधन शामिल है। आपदा प्रबंधन का पहला चरण है खतरों की पहचान। इस अवस्था पर प्रकृति की जानकारी तथा किसी विशिष्ट अवस्थल की विशेषताओं से संबंधित खतरे की सीमा को जानना शामिल है। साथ ही इसमें जोखिम के आंकलन से प्राप्त विशिष्ट भौतिक खतरों की प्रकृति की सूचना भी समाविष्ट है।

इसके अतिरिक्त बढ़ती आबादी के प्रभाव क्षेत्र एवं ऐसे खतरों से जुड़े माहौल से संबंधित सूचना और डाटा भी आपदा प्रबंधन का अंग है। इसमें ऐसे निर्णय लिए जा सकते हैं कि निरंतर चलनेवाली परियोजनाएं कैसे तैयार की जानी हैं और कहां पर धन का निवेश किया जाना उचित होगा, जिससे दुर्दम्य आपदाओं का सामना किया जोखिम प्रबंधन जा सके। इस प्रकार जोखिम प्रबंधन तथा आपदा के लिए नियुक्त व्यावसायिक मिलकर जोखिम भरे क्षेत्रों के अनुमान से संबंधित कार्य करते हैं। ये व्यवसायी आपदा के पूर्वानुमान के आंकलन का प्रयास करते हैं और आवश्यक एहतियात बरतते हैं।

2 LLM प्रोग्राम्स में कानूनी जोखिम प्रबंधन 2023

एलएलएम कानून के मास्टर वाचक, पूरा बनाया Magister के लिए लैटिन है. अमेरिकी कानून में कानून के मास्टर (एलएलएम) कार्यक्रम के एक साल के स्नातक कार्यक्रम है. कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले विदेशी विधि स्नातकों की डिग्री "एलएलएम सम्मानित किया जाता है अमेरिकी कानून में."

फिल्टर

    क़ानून अध्ययन (2)

अध्ययन के संबंधित क्षेत्र

दुनिया भर में हजारों स्नातक डिग्री जोखिम प्रबंधन ब्राउज़ करें

कानून की पढ़ाई दुनिया भर में कई व्यवसायों के लिए दरवाजे खोलती है। LAWSTUDIES के साथ, छात्र लॉ स्कूलों और कार्यक्रमों से जुड़ सकते हैं और अपने करियर की आकांक्षाओं के लिए सही कानून की डिग्री पा सकते हैं। बहुभाषी, छात्र-केंद्रित वेबसाइटों के Keystone Education Group परिवार के एक विश्वसनीय हिस्से के रूप में, LAWSTUDIES सभी स्तरों पर कानून के अध्ययन की कुंजी है। छात्र दुनिया भर के देशों में एलएलबी और एलएलएम, एमएलएस डिग्री, लॉ पीएचडी, पैरालीगल कोर्स, पोस्टग्रेजुएट लॉ डिप्लोमा और कई अन्य कानूनी योग्यता खोजने के लिए लॉस्टडीज का उपयोग करते हैं।

आपदा प्रबन्धन

आपदा के खतरे जोखिम एवं शीघ्र चपेट में आनेवाली स्थितियों के मेल से उत्पन्न होते हैं। यह कारक समय और भौगोलिक – दोनों पहलुओं से बदलते रहते हैं। जोखिम प्रबंधन के तीन घटक होते हैं। इसमें खतरे की पहचान, खतरा कम करना (ह्रास) और उत्तरवर्ती आपदा प्रबंधन शामिल है। आपदा प्रबंधन का पहला जोखिम प्रबंधन चरण है खतरों की पहचान। इस अवस्था पर प्रकृति की जानकारी तथा जोखिम प्रबंधन किसी विशिष्ट अवस्थल की विशेषताओं से संबंधित खतरे की सीमा को जानना शामिल है। साथ ही इसमें जोखिम के आंकलन से प्राप्त विशिष्ट भौतिक खतरों की प्रकृति की सूचना भी समाविष्ट है।

इसके अतिरिक्त बढ़ती आबादी के प्रभाव क्षेत्र एवं ऐसे खतरों से जुड़े माहौल से संबंधित सूचना और डाटा भी आपदा प्रबंधन का अंग है। इसमें ऐसे निर्णय लिए जा सकते हैं कि निरंतर चलनेवाली परियोजनाएं कैसे तैयार की जानी हैं और कहां पर धन का निवेश किया जाना उचित होगा, जिससे दुर्दम्य आपदाओं का सामना किया जा सके। इस प्रकार जोखिम प्रबंधन तथा आपदा के लिए नियुक्त व्यावसायिक मिलकर जोखिम भरे क्षेत्रों के अनुमान से संबंधित कार्य करते हैं। ये व्यवसायी आपदा के पूर्वानुमान के आंकलन का प्रयास करते हैं और आवश्यक एहतियात बरतते हैं।

वित्तीय जोखिम प्रबंधन – बढ़ती माँग, पढ़ाई का अच्छा विकल्प

वित्तीय जोखिम प्रबंधन – बढ़ती माँग, पढ़ाई का अच्छा विकल्प

किसी भी आर्थिक स्थिति में अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए लगभग सभी बड़े संस्थानों को जोखिम प्रबंधकों की आवश्यकता पड़ती है. इसलिए वित्तीय जोखिम प्रबंधकों के लिए वित्तीय जोखिम प्रबंधन पाठ्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण होता है, जिससे उन्हें औरों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा में बने रहने का अच्छा अवसर मिलता है.

सिटीबैंक, बेंगलुरू में मॉडेल रिस्क मैनेजमेंट टीम में कार्यरत जितेंद्र कौशिक अपना अनुभव बताते हैं, “बैंक के क्रेडिट कार्ड बिज़नेस के लिए क्रेडिट निर्णयों के सांख्यिकीय मॉडेल्स को मान्यता देना हमारा काम होता है.”

वे आगे बताते हैं, “इस क्षेत्र में करियर की कई संभावनाएँ हैं, खासकर अर्थशास्त्र, सांख्यिकी, गणित और प्रबंधन से जुड़े कुछ विशेष विषयों के लिए – प्रतिगमन, अर्थमिति या समय श्रृंखला विश्लेषण, आदि. जब आप रोजगार पाने के लिए निकलते हैं, तब जोखिम प्रबंधन के लिए विश्व में मान्यताप्राप्त इस पाठ्यक्रम से आप सबसे आगे बने रह सकते हैं.”

कौशिक ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर (2013) और एम.फिल. (2014) डिग्री हैदराबाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र संकाय से प्राप्त की. उन्हें ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ रिस्क प्रोफेशनल्स (जीएआरपी) से एफआरएम प्रमाणपत्र भी मिला है, जो वित्तीय जोखिम के क्षेत्र में वैश्विक मानक माना जाता है.

इस पाठ्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कौशिक ने कहा, “जीएआरपी द्वारा चलाया जाने वाला एफआरएम पाठ्यक्रम एक ऑफलाइन प्रमाणन पाठ्यक्रम है, जिसमें दो स्तर की परीक्षाएँ होती हैं. इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने की कोई विशेष विधि नहीं है और उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक अंक भी हर वर्ष बदल सकते हैं. एक बार प्राप्त प्रमाणपत्र आजीवन वैध होता है. परीक्षा दो भागों में होती है. पहले भाग में समान अंक वाले 100 बहुविकल्पी प्रश्न होते हैं. दूसरे भाग में समान अंक वाले 80 प्रश्न होते हैं. प्रत्येक भाग को हल करने के लिए परीक्षार्थी को चार घंटे का समय दिया जाता है.”

परीक्षा के दोनों भाग, भाग-I और भाग-II वर्ष में दो बार, मई और नवंबर माह के तीसरे शनिवार को आयोजित किए जाते हैं. किसी भी शैक्षिक पृष्ठभूमि के छात्र एफआरएम परीक्षा में उपस्थित रह सकते हैं और इसके लिए पूर्वपंजीयन की कोई शर्त नहीं है. बारहवीं पास/स्नातक/स्नातकोत्तर छात्र इस पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण कर सकते हैं.

“इसके अलावा एफआरएम पाठ्यक्रम के लिए किसी संस्था के साथ दो वर्ष का अनुभव की आवश्यकता होती है. परीक्षा को दोनों भाग पूर्ण करने से पहले या बाद में यह अनुभव प्राप्त किया जा सकता है, किंतु समय-सीमा 5 वर्ष की होती है.” कौशिक ने बताया.

फिलहाल इस परीक्षा के लिए 100 केंद्र हैं, जो भारत के सात अलग-अलग शहरों में स्थित हैं. हैदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, नई दिल्ली और पुणे.

प्रत्येक स्तर के लिए लगभग 350 यूएस डॉलर की फीस है. तथापि, शुरूवात में ही पंजीकरण शुल्क के रूप में 400 यूएस डॉलर्स देने पड़ते हैं, जिसे लौटाया नहीं जाता.

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